हरियाणा के हिसार जिले के नारनौंद उपमंडल के बास थाना क्षेत्र के एक गांव की 15 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ घर में घुसकर दो युवकों द्वारा दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। नाबालिग एक स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ती है। हांसी महिला थाने में लड़की के मामा की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। आरोपियों की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। लड़की बचपन से ही मामा के घर रह रही थी। महिला थाना हांसी में दी शिकायत में एक व्यक्ति ने बताया कि वह खेती-बाड़ी का काम करता है। उसकी 15 वर्षीय भांजी बचपन से ही उनके पास रहती है। वह बास क्षेत्र में स्थित एक स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ती है। स्कूल में पढ़ने आने जाने के दौरान मुंढाल गांव के दो युवक उसकी भांजी को काफी समय से परेशान करते थे। यह दोनों आरोपी लड़की को उसके छोटे भाई को जान से मारने की धमकी देकर फोन पर बात करने को मजबूर कर रहे थे। उसने बताया कि लड़की ने डर के मारे इन दोनों से बातें करनी शुरू कर दी थी। डर के मारे उसने युवकों के बारे में घर पर कुछ नहीं बताया। इसी बात का फायदा उठाकर आरोपी नाबालिग लड़की को स्कूल से बाहर भी ले गए और उसके के साथ दुष्कर्म भी किया। बीती शाम को वह अपने परिवार सहित खेत में गया हुआ था। उस दौरान उसकी भांजी घर पर अकेली थी। इसी का फायदा उठाकर दोनों युवक उनके घर में घुस गए। उसने बताया कि वे खेत से घर वापस आए तो दोनों युवकों को घर पर देखा। उनको पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन आरोपी फरार होने में कामयाब हो गए। भांजी ने उनको बताया कि दोनों युवकों ने डरा धमका कर उसके साथ दुष्कर्म किया है। उन्होंने अपनी शिकायत पुलिस को दी। हांसी महिला थाना पुलिस ने नाबालिग लड़की के मामा की शिकायत पर भिवानी जिले के मुंढाल निवासी मनोज व सचिन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 332(B), 351(3), 65(1), 3(5) व 6 पॉक्सो एक्ट सहित केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के हिसार जिले के नारनौंद उपमंडल के बास थाना क्षेत्र के एक गांव की 15 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ घर में घुसकर दो युवकों द्वारा दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। नाबालिग एक स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ती है। हांसी महिला थाने में लड़की के मामा की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। आरोपियों की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। लड़की बचपन से ही मामा के घर रह रही थी। महिला थाना हांसी में दी शिकायत में एक व्यक्ति ने बताया कि वह खेती-बाड़ी का काम करता है। उसकी 15 वर्षीय भांजी बचपन से ही उनके पास रहती है। वह बास क्षेत्र में स्थित एक स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ती है। स्कूल में पढ़ने आने जाने के दौरान मुंढाल गांव के दो युवक उसकी भांजी को काफी समय से परेशान करते थे। यह दोनों आरोपी लड़की को उसके छोटे भाई को जान से मारने की धमकी देकर फोन पर बात करने को मजबूर कर रहे थे। उसने बताया कि लड़की ने डर के मारे इन दोनों से बातें करनी शुरू कर दी थी। डर के मारे उसने युवकों के बारे में घर पर कुछ नहीं बताया। इसी बात का फायदा उठाकर आरोपी नाबालिग लड़की को स्कूल से बाहर भी ले गए और उसके के साथ दुष्कर्म भी किया। बीती शाम को वह अपने परिवार सहित खेत में गया हुआ था। उस दौरान उसकी भांजी घर पर अकेली थी। इसी का फायदा उठाकर दोनों युवक उनके घर में घुस गए। उसने बताया कि वे खेत से घर वापस आए तो दोनों युवकों को घर पर देखा। उनको पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन आरोपी फरार होने में कामयाब हो गए। भांजी ने उनको बताया कि दोनों युवकों ने डरा धमका कर उसके साथ दुष्कर्म किया है। उन्होंने अपनी शिकायत पुलिस को दी। हांसी महिला थाना पुलिस ने नाबालिग लड़की के मामा की शिकायत पर भिवानी जिले के मुंढाल निवासी मनोज व सचिन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 332(B), 351(3), 65(1), 3(5) व 6 पॉक्सो एक्ट सहित केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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विधानसभा चुनाव से पहले BJP का आदमपुर पर दांव:3 साल बाद नगर पालिका दर्जा खत्म होगा, कुलदीप बिश्नोई ने जताया आभार
विधानसभा चुनाव से पहले BJP का आदमपुर पर दांव:3 साल बाद नगर पालिका दर्जा खत्म होगा, कुलदीप बिश्नोई ने जताया आभार हिसार की आदमपुर नगर पालिका का दर्जा जल्द ही खत्म हो जाएगा। सरकार से इसकी मंजूरी मिलने के बाद फाइल हिसार डीसी ऑफिस पहुंच गई है। कभी भी इसकी घोषणा हो सकती है। आदमपुर को भाजपा सरकार ने 29 जून 2021 को नगर पालिका का दर्जा दिया था। इसके बाद से ही लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। करीब 40 दिन तक लगातार धरना-प्रदर्शन चला था। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई ने धरने पर पहुंचकर आश्वासन दिया था कि वह सरकार से मिलकर नगर पालिका का दर्जा खत्म करवाएंगे। कुलदीप बिश्नोई ने तब के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की थी। मनोहर लाल ने आश्वासन दिया था कि नगर पालिका का दर्जा हटाएंगे। करीब 2 साल पहले सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा था कि आदमपुर गांव को नगर पालिका से हटाया जाएगा। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई ने विधायक बेटे भव्य बिश्नोई के साथ जाकर 6 जून को मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात की थी और इस मामले को जल्द हल करने को कहा था। इसके बाद सरकार ने कार्रवाई करते हुए फाइल आगे बढ़ा दी। अब फाइल मंजूर होकर डीसी ऑफिस तक पहुंच गई है। पहले नगर पालिका का दर्जा देने को चली थी मुहिम बता दें कि इससे पहले मंडी आदमपुर को नगर पालिका बनाने के लिए जन सेवा समिति ने मुहिम शुरू की थी। बाद में जन सेवा समिति के सदस्यों ने आदमपुर की करीब 16 सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं को अपने साथ लिया और उनसे इस बारे में चर्चा की। संस्थाओं द्वारा सहमति जताने के साथ ही अपने-अपने लेटर हेड पर प्रस्ताव लिखित में दिए गए थे। संस्थाओं से प्रस्ताव मिलने के बाद समिति द्वारा सामूहिक बैठक बुलाई गई थी। आदमपुर को नगरपालिका बनाने के लिए तब जजपा के नेता रहे रमेश गोदारा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से मुलाकात की थी। इसके बाद आदमपुर को नगर पालिका का दर्जा मिला था। इसके बाद नगर पालिका का दर्जा हटवाने को चला धरना आदमपुर ग्राम पंचायत को नगरपालिका से बाहर कर पुनः ग्राम पंचायत का दर्जा देने की मांग पर 40 दिनों तक धरना चला। इसके बाद ग्रामीणों के साथ वीडियो काल कर आदमपुर से विधायक कुलदीप बिश्नोई ने दावा किया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उनकी मांग को मानते हुए आदमपुर गांव को पुन: ग्राम पंचायत का दर्जा देने की स्वीकृति दे दी है। कुलदीप बिश्नोई की ओर से कहा गया था कि वे इस मामले को लेकर गुरुग्राम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलकर विस्तृत सकारात्मक चर्चा कर चुके हैं। आदमपुर ग्राम पंचायत बहाली को लेकर मुख्यमंत्री ने उनके सामने अधिकारियों को निर्देश दिए। पूर्व CM के इलाका उपमंडल बनने को तरसा आदमपुर को उपमंडल बनाने के मामले में पहले की सरकारें राजनीति करती रही हैं। 1991 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहे चौ. भजनलाल ने आदमपुर को उपमंडल का दर्जा दे दिया था। वर्ष 1996 में बनी हविपा-भाजपा गठबंधन की सरकार के मुख्यमंत्री बंसीलाल ने तोशाम सहित आदमपुर का उपमंडल का दर्जा वापस ले लिया। इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने मुख्यमंत्री के पद पर आसीन हुए और आदमपुर के साथ-साथ तोशाम को भी फिर से उपमंडल का दर्जा दे दिया। साथ ही इसे विधानसभा में पारित भी करवा दिया था। फिर कांग्रेस की सरकार बनने के बाद फाइलें धूल फांकती रही और अब तक आदमपुर को उप मंडल का दर्जा नहीं मिल सका है। नगर पालिका का दर्जा का इसलिए हुआ था विरोध लोगों का आरोप था कि नगरपालिका बनने के बाद विकास का कोई कार्य आरंभ नहीं हुआ, जबकि जनता के ऊपर टैक्स थोपे जाने लगे। निकायों के टैक्स लोगों से लिए जाने लगे। इसके कारण लोग परेशान हो गए। निर्माण करा रहे लोगों को नोटिस दिए जाने लगे। आदमपुर गांव के पूर्व सरपंच कृष्ण सेठी ने बताया कि नगरपालिका का कोई फायदा नहीं है, बल्कि नुकसान ही नुकसान है। नगरपालिका बनने के बाद से मनरेगा स्कीम बंद हो गई है। चुनावों में उठाना पड़ा नुकसान, भजनलाल के गढ़ में हारी भाजपा भजनलाल परिवार का अभेद दुर्ग कहे जाने वाले आदमपुर में भाजपा को लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। आदमपुर विधानसभा पर 56 साल से बिश्नोई परिवार का कब्जा है। इस सीट पर पहली बार भजनलाल 1968 में विधायक बने थे तब से लेकर जितने भी चुनाव हुए सभी में भजनलाल परिवार ही आदमपुर से जीतता आ रहा है। मगर इस बार भजनलाल के किले में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। स्व. भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई भाजपा में हैं और उनके बेटे भव्य बिश्नोई आदमपुर में 2022 में भाजपा की टिकट पर विधायक चुने गए थे। मगर इस बार कुलदीप बिश्नोई भाजपा की नैया आदमपुर में पार नहीं लगा सके। भाजपा के हिसार से लोकसभा रणजीत चौटाला को आदमपुर में 53156 वोट मिले जबकि कांग्रेस के जयप्रकाश जेपी को 59544 वोट मिले। जयप्रकाश जेपी 6384 वोट से आदमपुर से चुनाव जीत गए। कुलदीप ने बार-बार जनता के सामने जोड़े थे हाथ कुलदीप बिश्नोई इस बात को जानते थे कि आदमपुर में अगर वह हार गए तो इसका खामियाजा उनके राजनीतिक जीवन पर पड़ेगा। इस स्थिति को भांपते हुए वह बार-बार जनता के बीच गए और अपने पिता चौधरी भजनलाल से जुड़ाव को याद दिलाकर वोट मांगे। वह बार-बार जनता के बीच जाकर हाथ जोड़ते हुए नजर आए और कहते रहे कि लाज रख लेना कहीं गलत कदम मल उठा लेना। मगर लोगों ने कुलदीप बिश्नोई की अपील को अनसुना कर दिया। आदमपुर में कांग्रेस को बढ़त मिली और सबसे खास बात है कि बिश्नोईयों के गांव में जयप्रकाश जेपी आगे रहे। इसका कारण कुलदीप बिश्नोई से लोगों की नाराजगी को कारण माना जा रहा है। बिश्नोई परिवार का आदमपुर में घटा जनाधार आदमपुर में बिश्नोई परिवार का जनाधार लगातार कम हो रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भजनलाल के पौते भव्य बिश्नोई हिसार से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे थे तब भाजपा के बृजेंद्र सिंह ने भव्य को आदमपुर में हराया था। अब लोकसभा चुनाव में यह दूसरा मौका है जब बिश्नोई परिवार आदमपुर में हार गया हो। वहीं दूसरी तरफ विधानसभा चुनाव में भाजपा की ही टिकट पर भव्य आदमपुर से चुनाव लड़े और चुनाव जीते। मगर चुनाव जीत का मार्जिन कम हो गया। भव्य 15,714 वोटों से ही चुनाव जीत पाए। बिश्नोई परिवार का आदमपुर ही नहीं आसपास की सीटों भी प्रभाव था जो कहीं देखने को नहीं मिला।
करनाल में कांग्रेस प्रत्याशी की डैमेज कंट्रोल की कोशिश:टिकट बंटवारे के बाद नाराज चल रहे नेताओं को मानने का दौर शुरू, लाठर ने कहा मंच पर नहीं जाऊंगा
करनाल में कांग्रेस प्रत्याशी की डैमेज कंट्रोल की कोशिश:टिकट बंटवारे के बाद नाराज चल रहे नेताओं को मानने का दौर शुरू, लाठर ने कहा मंच पर नहीं जाऊंगा हरियाणा में घरौंडा विधानसभा पर बीजेपी और कांग्रेस में आमने-सामने की टक्कर नजर आने वाली है। बीजेपी ने अपने दो बार के सीटिंग एमएलए हरविंद्र कल्याण को मौका दिया है तो कांग्रेस ने लगातार हार का मुंह देखने वाले वीरेंद्र राठौर के हाथ में चौथी बार टिकट सौंपी है। जिसके बाद टिकट के चाहवानों के सुर भी बदले-बदले से दिखाई दिए। बगावत की सुगबुगाहट ने कांग्रेस प्रत्याशी की नींद उड़ा दी। भूप्पी लाठर भी चुनाव के मैदान में कूदना चाहते थे और सतीश राणा कैरवाली भी। टिकट कटने का दर्द था, इसलिए बयानबाजी भी सामने आई। सतीश राणा ने एक बार तो आजाद की हुंकार भरी, लेकिन अगले दिन यह हुंकार अगले दिन नजर नहीं आई। आजाद चुनव लड़ने पर किया था मंथन सुरजेवाला-सैलजा गुट से प्रबल दावेदार भूपेंद्र लाठर ने मैदान में खुद को या फिर पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान को विधानसभा चुनाव में आजाद उतारने के लिए पंचायत में मंथन किया। समर्थक चाहते थे लाठर या फिर सांगवान कोई एक आजाद उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे। लेकिन 10 सदस्यीय कमेटी ने मंथन किया और आजाद चुनाव लड़ने के फैसले को नकार दिया। जिसके बाद भूपेंद्र सिंह लाठर ने एक बयान दिया। जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि वे कांग्रेस संगठन के लिए काम करेंगे और वोट मांगने का काम करेंगे, लेकिन राठौर के साथ मंच साझा करने से बचेंगे। ओबीसी के कोऑर्डिनेटर ने भी बदले सुर हरियाणा कांग्रेस में ओबीसी सेल के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सतपाल कश्यप कोहंड के भी सुर कुछ बदले बदले से है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कांग्रेस प्रत्याशी का नाम तक लेने में परहेज किया। इतना ही कहा कि सतपाल कश्यप हुड्डा साहब के साथ है, कांग्रेस के साथ है और जो भी उम्मीदवार भेजा है हम उसके साथ खड़े है और उसको जीताने का काम करेंगे। नाराज नेताओं को मनाने में जुटे सूत्रों की माने तो कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र राठौर टिकट कटने से नाराज नेताओं को मनाने में जुटे है। किसी से मुलाकात की जा रही है तो किसी से फोन पर संपर्क साधा जा रहा है। चुनाव में किसी तरह की बगावत उनके खिलाफ न हो, इसलिए मंच पर भी उन नेताओं को पूरा सम्मान दिया जा रहा है। टिकट के दावेदार कांग्रेस नेता रघबीर संधू, अनिल राणा, सतीश राणा व अन्य के साथ भी राठौर की तस्वीरे सामने आई। जिसमें वे गले मिलते हुए नजर आ रहे है। आजाद प्रत्याशी के तौर पर हुंकार भरने वाले सतीश राणा भी कार्यकर्ता सम्मेलन के मंच पर दिखे। निर्मल स्टौंडी, नैनपाल राणा, राजेंद्र बेगमपुर, शेखर राणा व अन्य टिकट के चाहवान दिखे। राठोर रूठे हुओ को अपने साथ लाने में कामयाब हो गए, जो आजाद आना चाहते थे वे भी कांग्रेस का साथ और वोट मांगने के लिए तैयार हो गए। क्या देंगे राठौर का साथ ऐसे में देखने वाली बात यह है कि कांग्रेस के नेता कांग्रेस के प्रत्याशी का कितना साथ देते है? या फिर सिर्फ वे खड़े ही है? जिस तरह से लोकसभा चुनावों में दिव्यांशु बुद्धिराजा का साथ दिया गया था, कहीं ऐसा साथ तो कांग्रेस के नेता नहीं देना चाहते। कांग्रेस ने एकजुटता का परिचय नहीं दिया तो कांग्रेस के लिए घरौंडा सीट जीतने का सपना महज सपना बनकर ही रह जाएगा।
फरीदाबाद में हनी ट्रैप केस में महिला गिरफ्तार:लखानी शोरूम सहायक से 50 हजार ले रही थी; 4 साल से कर रही थी ब्लैकमेल
फरीदाबाद में हनी ट्रैप केस में महिला गिरफ्तार:लखानी शोरूम सहायक से 50 हजार ले रही थी; 4 साल से कर रही थी ब्लैकमेल हरियाणा के फरीदाबाद में हनी ट्रैप के मामले में कार्रवाई करते हुए अपराध शाखा उंचा गांव की टीम ने एक महिला को व्यक्ति से 50 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। महिला ने लखानी शोरूम के सहायक को धोखे से होटल में बुलकार फंसाया था। उसे बार बार रेप केस में फंसाने की धमकी देकर रुपए ऐंठे जा रहे थे। वह 6 लाख पहले हड़प चुकी है ओर हाल ही में साढ़े 3 लाख रुपए की डिमांड की थी। फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि दिनेश नाम के व्यक्ति ने पुलिस को शिकायत में बताया कि वह लखानी शो रूम में बतौर सहायक के पद पर 10 सालों से कार्य कर रहा है। लखानी कम्पनी द्वारा विश्वास नगर नई दिल्ली में खोले गए शो रूम ओपनिंग की जिम्मेदारी उसको को दी गई थी। वहां पर सफाई कर्मी से आरोपी महिला ने उसका नम्बर लिया। इसके बाद वर्ष 2019 जनवरी माह में दिल्ली निवासी महिला के उसे फोन आने लगे। महिला ने उससे मिलने की इच्छा जताई और वह एस्कोर्ट मुजेसर मेट्रो स्टेशन फरीदाबाद आ गई। उसने बताया कि उसे कुछ जरूरी बात करना चाहती है। इसके बाद महिला शिकायतकर्ता को होटल में ले गई। दोनों कमरे में चले गये और समीर बानो (काल्पनिक नाम) ने कमरे में जाकर शिकायतकर्ता से अवैध सम्बन्ध बनाने के लिए कहा। उसके मना करने पर आरोपी महिला ने कहा कि वह शोर मचाएगी और पुलिस को बुलाएगी और उसके खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा देगी। दिनेश का कहना है कि महिला ने उससे पैसे की मांग की। इसके लिए करीब 5-6 लाख रुपए अभी तक ऐंठ चुकी है। अभी हाल में आरोपी महिला ने 3.5 लाख रुपए की मांग की थी। अभी आरोपी महिला पैसे लेने के लिए फरीदाबाद आई थी। उसने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस ने 50 हजार रुपए लेते हुए महिला को गिरफ्तार कर लिया।