हरियाणा में शिक्षकों की नौकरी पर संकट:टीजीटी-पीजीटी अध्यापकों ने बरवाला में किया प्रदर्शन, मंत्री गंगवा को सौंपा मांग पत्र

हरियाणा में शिक्षकों की नौकरी पर संकट:टीजीटी-पीजीटी अध्यापकों ने बरवाला में किया प्रदर्शन, मंत्री गंगवा को सौंपा मांग पत्र

हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत शिक्षा विभाग में लगे टीजीटी और पीजीटी अध्यापकों को नौकरी से हटाए जाने को लेकर आज हरियाणा कौशल शिक्षक संगठन द्वारा हिसार जिले के बरवाला में विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान संगठन ने अपनी मांगों का ज्ञापन प्रदेश के कैबिनेट मंत्री रणवीर सिंह गंगवा को सौंपा। हरियाणा कौशल शिक्षक संगठन के खुशी राम और मंजीत आदि ने बताया कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वादा किया था कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत जो भी कर्मचारी लगे हैं। उन्हें नौकरी से नहीं हटाया जाएगा, और उनकी जॉब गारंटी दी जाएगी। लेकिन अब शिक्षा विभाग में लगे टीजीटी और पीजीटी अध्यापकों को नौकरी से हटाया जा रहा है, जो कि उनके अनुसार पूरी तरह से गलत है। छात्रों की शिक्षा हो रही प्रभावित उन्होंने कहा कि कई स्कूलों में पहले से ही कौशल रोजगार निगम के तहत टीजीटी और पीजीटी शिक्षक कार्यरत हैं और अब उन कर्मचारियों को अचानक रिलीव किया जा रहा है। जिससे न केवल उनका भविष्य अधर में लटका है, बल्कि छात्रों की शिक्षा भी प्रभावित हो रही है। संगठन ने रखी ये मांग 1. हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत लगे सभी टीजीटी और पीजीटी अध्यापकों की नौकरी को सुरक्षित किया जाए। 2. उन्हें स्थायी नियुक्ति दी जाए और अन्य स्कूलों में उन्हें समायोजित किया जाए। 3. प्रदेशभर के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए, निगम के तहत लगे कर्मचारियों को काम पर रखा जाए, जिससे न केवल युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी प्राप्त होगी। मंत्री गंगवा से की बहाली की मांग संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में अभी भी अनेक अध्यापकों के पद खाली हैं और ऐसे में कौशल रोजगार निगम के तहत काम कर रहे कर्मचारियों को नौकरी से हटाना पूरी तरह से अनुचित है। अगर इन कर्मचारियों को अन्य स्कूलों में समायोजित किया जाता है, तो इससे न केवल रोजगार मिलेगा, बल्कि बच्चों की पढ़ाई भी सुचारू रूप से चलती रहेगी। हरियाणा कौशल शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों ने अपनी मांगों का ज्ञापन कैबिनेट मंत्री रणवीर सिंह गंगवा को सौंपा। उन्होंने मंत्री से मांग की कि वह इस मुद्दे पर शीघ्र कार्रवाई करें और सरकार द्वारा किए गए वादों को पूरा किया जाए। हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत शिक्षा विभाग में लगे टीजीटी और पीजीटी अध्यापकों को नौकरी से हटाए जाने को लेकर आज हरियाणा कौशल शिक्षक संगठन द्वारा हिसार जिले के बरवाला में विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान संगठन ने अपनी मांगों का ज्ञापन प्रदेश के कैबिनेट मंत्री रणवीर सिंह गंगवा को सौंपा। हरियाणा कौशल शिक्षक संगठन के खुशी राम और मंजीत आदि ने बताया कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वादा किया था कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत जो भी कर्मचारी लगे हैं। उन्हें नौकरी से नहीं हटाया जाएगा, और उनकी जॉब गारंटी दी जाएगी। लेकिन अब शिक्षा विभाग में लगे टीजीटी और पीजीटी अध्यापकों को नौकरी से हटाया जा रहा है, जो कि उनके अनुसार पूरी तरह से गलत है। छात्रों की शिक्षा हो रही प्रभावित उन्होंने कहा कि कई स्कूलों में पहले से ही कौशल रोजगार निगम के तहत टीजीटी और पीजीटी शिक्षक कार्यरत हैं और अब उन कर्मचारियों को अचानक रिलीव किया जा रहा है। जिससे न केवल उनका भविष्य अधर में लटका है, बल्कि छात्रों की शिक्षा भी प्रभावित हो रही है। संगठन ने रखी ये मांग 1. हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत लगे सभी टीजीटी और पीजीटी अध्यापकों की नौकरी को सुरक्षित किया जाए। 2. उन्हें स्थायी नियुक्ति दी जाए और अन्य स्कूलों में उन्हें समायोजित किया जाए। 3. प्रदेशभर के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए, निगम के तहत लगे कर्मचारियों को काम पर रखा जाए, जिससे न केवल युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी प्राप्त होगी। मंत्री गंगवा से की बहाली की मांग संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में अभी भी अनेक अध्यापकों के पद खाली हैं और ऐसे में कौशल रोजगार निगम के तहत काम कर रहे कर्मचारियों को नौकरी से हटाना पूरी तरह से अनुचित है। अगर इन कर्मचारियों को अन्य स्कूलों में समायोजित किया जाता है, तो इससे न केवल रोजगार मिलेगा, बल्कि बच्चों की पढ़ाई भी सुचारू रूप से चलती रहेगी। हरियाणा कौशल शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों ने अपनी मांगों का ज्ञापन कैबिनेट मंत्री रणवीर सिंह गंगवा को सौंपा। उन्होंने मंत्री से मांग की कि वह इस मुद्दे पर शीघ्र कार्रवाई करें और सरकार द्वारा किए गए वादों को पूरा किया जाए।   हरियाणा | दैनिक भास्कर