हरियाणा के फरीदाबाद जिले में एक व्यक्ति की केवल इसलिए हत्या कर दी गई, क्योंकि वह ब्याज पर पैसे देने वाले व्यक्ति के 500 रुपए नहीं दे रहा था। रुपए न चुकाने पर आरोपियों ने उस व्यक्ति को लात-घूंसों से पीटा। फिर अधमरी हालत में उसके ही घर के बाहर फेंक दिया। परिजन उसे उठाकर फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर शव का पोस्टमॉर्टम कराया और परिजनों के हवाले कर दिया। परिजनों ने भाई को फोन कर सूचना दी
मृतक के भाई मुस्ताक ने बताया कि उनका परिवार दिल्ली में रहता है। वहीं, उनका छोटा भाई सलाउद्दीन फरीदाबाद के गांव चांदपुर में 7-8 सालों से रह रहा था। सलाउद्दीन छोटा-मोटा काम धंधा कर अपना और अपने बच्चों का पालन पोषण कर रहा था। मुस्ताक बताते हैं कि उन्हें शनिवार रात लगभग 9 बजे फोन आया। फोन पर उन्हें बताया गया कि किसी ने उनके छोटे भाई सलाउद्दीन को मारपीट कर उसी के घर के आगे फेंक दिया है। घटना की सूचना मिलने के बाद वह फरीदाबाद पहुंचे। कर्जे के रुपए की शराब पी, फिर भी पैसे मांग रहा था आरोपी
मुस्ताक के अनुसार, सलाउद्दीन के बच्चों ने उन्हें बताया था कि गांव के ही रहने वाले पवन नाम के युवक और उसके एक साथी ने मिलकर सलाउद्दीन को महज 500 के लिए बुरी तरह पीटा है। पवन ने सलाउद्दीन को 500 रुपए उधार दिए थे, लेकिन उन्हीं पैसों की पवन और उसके दोस्त ने शराब पी ली थी। सलाउद्दीन के बच्चों ने बताया कि पवन ऐसे ही गरीब लोगों को ब्याज पर पैसे देता है। फिर उनसे मांस-मदिरा मंगाकर खा-पी लेता है। बाद में पैसे भी कर्जे के रूप में वापस मांगता है। सलाउद्दीन को भी जो रुपए पवन ने दिए थे, उन्हें वापस मांग रहा था, जबकि वे रुपए उसने खुद ही सलाउद्दीन से खर्च करवा लिए थे। शनिवार को पवन ने सलाउद्दीन को उनके घर से बुलाया और अपने साथ ले गया। उस साथ एक अन्य युवक भी था। सलाउद्दीन को ले जाकर बुरी तरह पीटा और अधमरी हालत में उसे घर के बाहर फेंक कर फरार हो गए। मुस्ताक ने बताया कि सलाउद्दीन की 4 बेटियां और 2 बेटे हैं। सलाउद्दीन ही घर में एक मात्र कमाने वाला था। एक आरोपी को पुलिस ने पकड़ा
परिजनों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पाकर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शनिवार रात को ही दबिश देकर आरोपी पवन को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, उसका एक साथी अभी भी फरार चल रहा है। हरियाणा के फरीदाबाद जिले में एक व्यक्ति की केवल इसलिए हत्या कर दी गई, क्योंकि वह ब्याज पर पैसे देने वाले व्यक्ति के 500 रुपए नहीं दे रहा था। रुपए न चुकाने पर आरोपियों ने उस व्यक्ति को लात-घूंसों से पीटा। फिर अधमरी हालत में उसके ही घर के बाहर फेंक दिया। परिजन उसे उठाकर फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर शव का पोस्टमॉर्टम कराया और परिजनों के हवाले कर दिया। परिजनों ने भाई को फोन कर सूचना दी
मृतक के भाई मुस्ताक ने बताया कि उनका परिवार दिल्ली में रहता है। वहीं, उनका छोटा भाई सलाउद्दीन फरीदाबाद के गांव चांदपुर में 7-8 सालों से रह रहा था। सलाउद्दीन छोटा-मोटा काम धंधा कर अपना और अपने बच्चों का पालन पोषण कर रहा था। मुस्ताक बताते हैं कि उन्हें शनिवार रात लगभग 9 बजे फोन आया। फोन पर उन्हें बताया गया कि किसी ने उनके छोटे भाई सलाउद्दीन को मारपीट कर उसी के घर के आगे फेंक दिया है। घटना की सूचना मिलने के बाद वह फरीदाबाद पहुंचे। कर्जे के रुपए की शराब पी, फिर भी पैसे मांग रहा था आरोपी
मुस्ताक के अनुसार, सलाउद्दीन के बच्चों ने उन्हें बताया था कि गांव के ही रहने वाले पवन नाम के युवक और उसके एक साथी ने मिलकर सलाउद्दीन को महज 500 के लिए बुरी तरह पीटा है। पवन ने सलाउद्दीन को 500 रुपए उधार दिए थे, लेकिन उन्हीं पैसों की पवन और उसके दोस्त ने शराब पी ली थी। सलाउद्दीन के बच्चों ने बताया कि पवन ऐसे ही गरीब लोगों को ब्याज पर पैसे देता है। फिर उनसे मांस-मदिरा मंगाकर खा-पी लेता है। बाद में पैसे भी कर्जे के रूप में वापस मांगता है। सलाउद्दीन को भी जो रुपए पवन ने दिए थे, उन्हें वापस मांग रहा था, जबकि वे रुपए उसने खुद ही सलाउद्दीन से खर्च करवा लिए थे। शनिवार को पवन ने सलाउद्दीन को उनके घर से बुलाया और अपने साथ ले गया। उस साथ एक अन्य युवक भी था। सलाउद्दीन को ले जाकर बुरी तरह पीटा और अधमरी हालत में उसे घर के बाहर फेंक कर फरार हो गए। मुस्ताक ने बताया कि सलाउद्दीन की 4 बेटियां और 2 बेटे हैं। सलाउद्दीन ही घर में एक मात्र कमाने वाला था। एक आरोपी को पुलिस ने पकड़ा
परिजनों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पाकर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शनिवार रात को ही दबिश देकर आरोपी पवन को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, उसका एक साथी अभी भी फरार चल रहा है। हरियाणा | दैनिक भास्कर