हिसार जिले के गांव सीसर में मुंढ़ाल रोड पर एक युवक पर हवाई फायर करने और दशहत फैलाने के लिए अपनी लाइसेंसी पिस्तौल देने वाले आरोपी को जांच में शामिल किया गया है। जांच में शामिल किए गए आरोपी की पहचान सीसर निवासी अमरजीत के रूप में हुई है। आरोपी ने सेशन कोर्ट हिसार से अग्रिम जमानत ली हुई है। नहर पुल पर की थी फायरिंग बास थाना पुलिस में तैनात एएसआई नरेश कुमार ने बताया कि जांच के दौरान आरोपी ने बताया कि सीसर निवासी सोनू 12 अगस्त को रात करीब साढ़े 11 बजे अपने ट्रैक्टर पर सवार होकर सीसर से मुढाल रोड से गुजर रहा था। वह सुंदर नहर पुल पर नहर में पानी देख रहा था। तभी वहां पर सीसर निवासी विपिन, सोनू, काला और पिंकू अपनी गाड़ी लिए खडे़ थे। तभी उसी समय चारों में से किसी एक ने हवाई फायर कर दिया था। शिकायतकर्ता के अनुसार जब वह उनके पास गया तो वे चारों गाड़ी में सवार होकर वहां से भाग गए थे। पुलिस ने सोनू की शिकायत पर पर चारों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। मामले में बास थाना पुलिस ने एक आरोपी पिंकू उर्फ टिंकू को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हिसार जिले के गांव सीसर में मुंढ़ाल रोड पर एक युवक पर हवाई फायर करने और दशहत फैलाने के लिए अपनी लाइसेंसी पिस्तौल देने वाले आरोपी को जांच में शामिल किया गया है। जांच में शामिल किए गए आरोपी की पहचान सीसर निवासी अमरजीत के रूप में हुई है। आरोपी ने सेशन कोर्ट हिसार से अग्रिम जमानत ली हुई है। नहर पुल पर की थी फायरिंग बास थाना पुलिस में तैनात एएसआई नरेश कुमार ने बताया कि जांच के दौरान आरोपी ने बताया कि सीसर निवासी सोनू 12 अगस्त को रात करीब साढ़े 11 बजे अपने ट्रैक्टर पर सवार होकर सीसर से मुढाल रोड से गुजर रहा था। वह सुंदर नहर पुल पर नहर में पानी देख रहा था। तभी वहां पर सीसर निवासी विपिन, सोनू, काला और पिंकू अपनी गाड़ी लिए खडे़ थे। तभी उसी समय चारों में से किसी एक ने हवाई फायर कर दिया था। शिकायतकर्ता के अनुसार जब वह उनके पास गया तो वे चारों गाड़ी में सवार होकर वहां से भाग गए थे। पुलिस ने सोनू की शिकायत पर पर चारों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। मामले में बास थाना पुलिस ने एक आरोपी पिंकू उर्फ टिंकू को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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चौधरी भजनलाल की 13वीं पुण्यतिथि:हिसार में कुलदीप बिश्नोई ने प्रतिमा के छुए पैर, कहा- आपके लिए क्या लिखूं, आपने तो खुद मुझे लिखा
चौधरी भजनलाल की 13वीं पुण्यतिथि:हिसार में कुलदीप बिश्नोई ने प्रतिमा के छुए पैर, कहा- आपके लिए क्या लिखूं, आपने तो खुद मुझे लिखा हिसार के बिश्नोई मंदिर में स्व. चौधरी भजनलाल की 13वीं पुण्यतिथि पर कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम में पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई पहुंचे और पिता की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इतना ही नहीं कुलदीप बिश्नोई ने अपने पिता की प्रतिमा के पैर भी छुए। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई आदमपुर पहुंचे और पिता की समाधि स्थल जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। हर साल कुलदीप बिश्नोई पिता की पुण्यतिथि पर बिश्नोई मंदिर में पहुंचते हैं। यहां वह सबसे पहले बिश्नोई मंदिर में पहुंचकर हवन यज्ञ में आहुति डालते हैं और प्रतिमा पर फूल चढ़ाते हैं। इसके बाद वह आदमपुर में चौधरी भजनलाल की समाधि पर जाकर पुष्प अर्पित करते हैं। कुलदीप ने पिता को याद कर x पर की पोस्ट वहीं कुलदीप बिश्नोई ने इससे पहले X पर पिता भजनलाल को याद करते हुए भावुक पोस्ट लिखी। कुलदीप बिश्नोई ने लिखा ” आपके लिए क्या लिखूं, आपने तो खुद मुझे लिखा है। मेरे पिता जी, मेरे भगवान”। वहीं भव्य बिश्नोई ने भी अपने दादा को याद करते हुए उनके राजनीतिक जीवन का परिचय करवाते हुए श्रद्धांजलि दी। भव्य ने लिखा “हरियाणा के 3 बार मुख्यमंत्री रहे, भारत सरकार में कृषि एवं पर्यावरण मंत्री रहे, 9 बार विधायक रहे, 3 बार लोक सभा सदस्य और राज्य सभा सदस्य रहे, आधुनिक हरियाणा के निर्माता, 36 बिरादरी के हृदय में बसने वाले, युगपुरुष “बिश्नोई रत्न ” स्व. चौ. भजन लाल जी के महान व्यक्तित्व और स्वर्णिम काल को हम आज भी याद करते हैं। उनकी 13वीं पुण्यतिथि पर उनके चरणों में कोटि-कोटि नमन”। मनोहर लाल ने किया था प्रतिमा का अनावरण पिछले साल जन्माष्टमी महोत्सव पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हिसार के बिश्नोई मंदिर में आयोजित गुरु जंभेश्वर महाराज के 573वें अवतार दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की थी। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भजनलाल की प्रतिमा का अनावरण किया था। वहीं पिछले साल ही राजस्थान के जांभा में भी भजनलाल की मूर्ति का अनावरण किया गया था। इस मूर्ति अनावरण समारोह में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। जांभा राजस्थान के जोधपुर जिले में स्थित है और यह बिश्नोई समाज का तीर्थ स्थान है।
भाजपा के 21 उम्मीदवारों का एनालिसिस:टिकट बंटवारे में RSS का दबदबा, खट्टर को झटका; एंटी इनकंबेंसी से बचने के लिए गढ़ में चेहरे बदले
भाजपा के 21 उम्मीदवारों का एनालिसिस:टिकट बंटवारे में RSS का दबदबा, खट्टर को झटका; एंटी इनकंबेंसी से बचने के लिए गढ़ में चेहरे बदले हरियाणा चुनाव के लिए BJP ने 21 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में पार्टी का सर्वे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का फीडबैक सबसे दमदार रहा। यह जिनके पक्ष में था, उन्हें हारने के बावजूद टिकट मिला। इनमें 4 बड़े चेहरे शामिल हैं। जिनके खिलाफ रहा, उनके मंत्री या सिटिंग विधायक होने पर भी पार्टी ने टिकट काट दिया। मंत्री डॉ. बनवारी लाल हों या सीमा त्रिखा, इनके समेत 7 विधायकों को दोबारा टिकट नहीं मिला। इस लिस्ट में भाजपा ने केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत को खुश करने की कोशिश की। इस बार उनके विरोध पर 2 सिटिंग विधायकों का टिकट काट दिया। पहले जारी 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में उनके विरोध काे दरकिनार कर उनके 4 कट्टर विरोधियों को टिकट दिया गया था। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर को भी हाईकमान ने झटका दिया है। उनके विरोध के बावजूद पटौदी से बिमला चौधरी को टिकट दिया गया। 2019 में खट्टर ने टिकट कटवा दिया था। इस बार राव की सिफारिश चल गई। खट्टर के करीबी रहे विधायक बनवारी लाल और सत्यप्रकाश जरावता का टिकट काट दिया गया। अहीरवाल बेल्ट वाली दक्षिण हरियाणा में अपने गढ़ में भाजपा हाईकमान ने जमकर उलटफेर किया। यहां भाजपा ने 5 सिटिंग विधायकों का टिकट काट दिया। इस लिस्ट में भाजपा ने एक मुस्लिम नेता का टिकट भी काट दिया। जिन 2 मुस्लिम नेताओं पर भरोसा जताया, वहां मुस्लिम वोट बैंक के दूसरे वर्ग से बड़ा होने की मजबूरी रही। एंटी इनकंबेंसी से बचने के लिए 14 नए चेहरे उतार दिए। जीटी रोड बेल्ट में भी नए चेहरों को मौका देने से गुरेज नहीं किया। विधायकों के टिकट काटने के कारण जातीय समीकरण ऐसे साधा… लोकसभा में नाराजगी देख सबसे ज्यादा SC चेहरों को टिकट
इस लिस्ट में सबसे ज्यादा 4 उम्मीदवार SC वर्ग से हैं। लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जाट के बाद सबसे ज्यादा एससी वर्ग से ही नुकसान हुआ। ऐसे में कृष्ण कुमार बेदी, बिमला चौधरी को दोबारा से टिकट दिया गया है। 2019 में कृष्ण बेदी पिछला चुनाव हार गए थे और बिमला चौधरी का पार्टी ने टिकट काट दिया था। जबकि एससी वर्ग से ही आने वाले स्वास्थ्य विभाग में निदेशक पद से एक दिन पहले नौकरी छोड़ने वाले डॉ. कृष्ण कुमार को टिकट दिया है। होडल से हरिंदर सिंह रामरतन को मैदान में उतारा है। नाराज जाटों के 3 चेहरे, OBC पर फोकस करते हुए 3 उम्मीदवार उतारे
दूसरी लिस्ट में जाट और OBC समाज से 3-3 कैंडिडेट उतारे गए हैं। लोकसभा चुनाव में ओबीसी बड़ा मुद्दा बना हुआ था। जाट पहले से ही बीजेपी से नाराज थे। ऐसे में दोनों लिस्ट में सबसे ज्यादा उम्मीदवार इन दोनों ही समाज से उतारे गए हैं। जाट वर्ग से राई से कृष्णा गहलावत, बरोदा से प्रदीप सांगवान और जुलाना से योगेश बैरागी को टिकट दिया है। वहीं ओबीसी वर्ग से पवन सैनी, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश यादव को दोबारा मौका दिया गया। पुंडरी से सतपाल जांबा को टिकट दिया है। पंजाबी वोट बैंक, इनकार करने पर भी ग्रोवर को टिकट दिया
पंजाबी वोटरों के लिहाज से मनीष ग्रोवर, अमीर चंद मेहता, धनेश अदलखा को उतारा गया हैं। इनमें पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर को रोहतक से हार के बाद भी मौका दिया गया। ग्रोवर पहले चुनाव लड़ने से इनकार कर रहे थे। पंजाबी वोट बैंक वाली सीट पर ब्राह्मण चेहरा
बीजेपी के परंपरागत वोट बैंक कहे जाने वाले ब्राह्मणों को दूसरी लिस्ट में भी साधने की कोशिश की गई। पिहोवा सीट पर कवलजीत सिंह का पाकिस्तानी आर्मी के साथ फोटो वायरल होने के बाद यहां ब्राह्मण चेहरे के तौर पर जयभगवान शर्मा को टिकट दिया है। पिछली बार यहां पर संदीप सिंह को उतारा था। खेल मंत्री बनने के बाद महिला कोच से विवाद के चलते उनका टिकट काटा गया। नूंह से मुस्लिम नेता का टिकट काटा, हिंदू नेता उतारा
मुस्लिम समुदाय का एक टिकट इस बार भाजपा ने काट दिया। फिरोजपुर झिरका से नसीम अहमद और पुन्हाना से ऐजाज खान को टिकट दिया, लेकिन नूंह से जाकिर हुसैन का टिकट काट दिया। 2023 में नूंह हिंसा के बाद नूंह की सीट से भाजपा ने हिंदू उम्मीदवार संजय सिंह को उतारा है। पंजाब से सटी सीटें, सिख-पंजाबी को टिकट
डबवाली में सिख और ऐलनाबाद में पंजाबी चेहरा उतारा है। यह दोनों सीटें पंजाब से सटी हुई हैं। जहां ज्यादातर पंजाबी और सिख वोट बैंक है। इसके जरिए भाजपा ने उस वोट बैंक को साधने की कोशिश की है। जुलाना में जाट चेहरे विनेश के खिलाफ ओबीसी चेहरा उतारा
जुलाना सीट पर रेसलर विनेश फोगाट के खिलाफ भी भाजपा ने सावधानी से जातीय कार्ड खेला है। विनेश जाट कम्युनिटी से हैं। उनके खिलाफ भाजपा ने ओबीसी वर्ग से कैप्टन योगेश बैरागी को टिकट दिया है। यहां विनेश के आने के बाद जाट एकतरफा होने के संकेत हैं, ऐसे में भाजपा बाकी जातियों को साधना चाहती है। वहीं विनेश फोगाट के प्रति पेरिस ओलिंपिक में डिसक्वालिफिकेशन के बाद बने सहानुभूति के माहौल को कम करने की भी कोशिश की है। दरअसल, योगेश बैरागी भी एयर इंडिया के कैप्टन रहते कोरोना काल में लोगों की जान बचाने के लिए काम किया है। क्षेत्रीय समीकरण को ऐसे साधा 1. मजबूत वोट बैंक वाले जीटी बेल्ट में ज्यादा नए चेहरे उतारे
भाजपा का कोर वोट बैंक शहरी माना जाता है। हरियाणा में सोनीपत से लेकर अंबाला तक जीटी रोड बेल्ट की करीब 30 सीटें हैं। दूसरी लिस्ट में यहां 4 नए चेहरे और एक पुराने चेहरे को फिर से शामिल किया हैं। इस बेल्ट में फिर से संगठन और RSS के फीडबैक के साथ केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की पैरवी काम कर गई। यहां भाजपा ने एंटी इनकंबेंसी से बचने की कोशिश की है। 2. दक्षिणी हरियाणा-अहीरवाल बेल्ट पर ज्यादा टिकट काटे
भाजपा ने इस बार दक्षिणी हरियाणा की 23 सीटों पर ज्यादा फोकस किया है। दूसरी लिस्ट में भी यहां से सबसे ज्यादा पांच विधायकों का टिकट काट दिया गया। इनमें 2 कैबिनेट मंत्री तक शामिल हैं। जबकि एक राज्यमंत्री को नूंह में शिफ्ट कर दिया गया। यहां की सिर्फ एक सीट महेंद्रगढ़ को होल्ड पर रखा गया है। जब 2014 में भाजपा यहां से 11 सीटें जीती थी तो पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। 2019 में भाजपा यहां सिर्फ 8 सीटें ही जीत पाई तो सरकार बहुमत के 46 के आंकड़े से दूर 40 पर ही रह गई थी। RSS से जुड़े 5 चेहरों को टिकट दिया
दूसरी लिस्ट में टिकट बंटवारे को देखा जाए तो यहां राव इंद्रजीत सिंह को छोड़कर किसी व्यक्ति विशेष नेता तो तवज्जो देने की बजाय शीर्ष नेतृत्व ने संगठन और RSS के फीडबैक को तवज्जो दी है। उदाहरण के तौर पर डा. पवन सैनी और कृष्ण कुमार बेदी 2 ऐसे चेहरे हैं, जो संगठन के पुराने साथी के अलावा आरएसएस से जुड़े रहे हैं। इसके अलावा होडल में हरिंद्र सिंह रामरतन और हथीन से मनोज रावत शामिल हैं। इसके अलावा पांचवा नाम धनेश अदलखा हैं। इन तीनों ही सीटों पर सिटिंग एमएलए का टिकट काटकर संगठन और आरएसएस से जुड़े नेता को टिकट दिया गया है। पार्टी ने 2 बार प्राइवेट एजेंसी से इनका सर्वे कराया। 2 सीटों पर सर्वे रिपोर्ट में कुछ गड़बड़ भी दिखी, लेकिन आरएसएस के फीडबैक में पॉजिटिव पाए जाने पर नए चेहरे होने के बावजूद उन्हें टिकट दे दिया। कैंडिडेट्स से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा में BJP के 21 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी:प्रदेश अध्यक्ष और 2 मंत्रियों के टिकट कटे, एक प्रत्याशी बदला; 2 मुस्लिम भी कैंडिडेट भाजपा की दूसरी लिस्ट के 21 प्रत्याशियों की डिटेल प्रोफाइल:विनेश फोगाट के खिलाफ कैप्टन बैरागी; गहलावत उम्रदराज, 3 बारहवीं तक पढ़े, 18 नए चेहरे हरियाणा में BJP की पहली लिस्ट जारी, 67 नाम:CM लाडवा से लड़ेंगे; 25 नए चेहरे, 8 मंत्री रिपीट, 2 मंत्री-9 विधायकों का टिकट कटा भाजपा के 67 उम्मीदवारों का एनालिसिस:हरियाणा में हारे नेताओं को भी मौका, हाईकमान का सीधा मैसेज- सभी टिकट दिल्ली से तय होंगे भाजपा की पहली लिस्ट के 67 उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल:पहली लिस्ट में 5 हारे चेहरों पर दांव, 10 दलबदलुओं को टिकट दी
हरियाणा के मुक्केबाज का अमेरिकी बॉक्सर को चैलेंज:पॉल-टायसन के मैच के बाद विजेंदर ने दी चुनौती; मेवेदर बिना हारे 50 मैच जीत चुके
हरियाणा के मुक्केबाज का अमेरिकी बॉक्सर को चैलेंज:पॉल-टायसन के मैच के बाद विजेंदर ने दी चुनौती; मेवेदर बिना हारे 50 मैच जीत चुके अमेरिकी बॉक्सर जेक पॉल की माइक टायसन पर जोरदार जीत के बाद भारतीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने दुनिया के सबसे खतरनाक मुक्केबाजों में से एक फ्लॉयड मेवेदर को कड़ी चुनौती दी है। 2008 ओलिंपिक ब्रान्ज मेडलिस्ट हरियाणवी बॉक्सर विजेंदर सिंह ने सोशल मीडिया (X) पर पोस्ट करते हुए लिखा “आइए भारत में फ्लॉयड मेवेदर के साथ लड़ाई करें”। विजेंदर सिंह ने फ्लॉयड मेवेदर को टैग करते हुए भारत में आकर लड़ाई करने की बात कही है। हालांकि विजेंदर सिंह के इस ट्वीट को हर कोई मजाक में ले रहा है। मगर, विजेंदर सिंह चाहते हैं कि जिस प्रकार जेक पॉल ने माइक टायसन पर जोरदार जीत हासिल की है, वैसे ही जीत वह फ्लॉयड मेवेदर पर हासिल करें। हालांकि उनके ट्वीट में कब और कहां लड़ेंगे, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। बता दें कि इससे पहले 2023 में बॉक्सर विजेंदर सिंह ने भारत में ही जंगल रंबल प्रो बॉक्सिंग मुकाबले में घाना के एलियासु सुले को नॉकआउट से हराया था। माइक टायसन की फाइट के बाद विजेंदर में आया जोश
दअरसल, दुनिया के ऑल टाइम ग्रेट मुक्केबाज माइक टायसन 19 साल बाद रिंग में उतरे थे। उनका मुकाबला टेक्सास के ATT स्टेडियम में हुआ। टायसन 31 साल छोटे 27 साल के अमेरिकी बॉक्सर जैक पॉल से भिड़े। जैक ने यह मैच 78-74 से जीता था। करोड़ों लोगों ने एक साथ यह मैच देखा था। विजेंदर का ट्वीट भी इस मैच के बाद आया है। 2019 में राजनीति में आए थे विजेंदर सिंह
बॉक्सर विजेंदर सिंह ने 2019 में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। पहले ही चुनाव में पार्टी ने उन्हें दक्षिण दिल्ली से चुनावी मैदान में उतारा था। पहले ही चुनाव में उन्हें भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद विजेंदर सिंह राजनीति में उतने एक्टिव नहीं रहे। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले वह भाजपा में शामिल हो गए। हरियाणा सरकार ने दी थी DSP की पोस्ट
पूर्व भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार ने बॉक्सिंग में विजेंदर की उपलब्धियों के चलते उन्हें सम्मान स्वरूप हरियाणा पुलिस में डीएसपी की पोस्ट दी थी। 2008 में विजेंद्र ने बीजिंग ओलिंपिक में कांस्य पदक जीता था। इसके बाद हुड्डा सरकार ने उन्हें हरियाणा पुलिस सर्विस (HPS) में शामिल किया था। 2015 में पेशेवर मुक्केबाज बनने के दौरान भी उनके डीएसपी पद को लेकर विवाद खड़ा हुआ था, लेकिन सरकार ने उन्हें डीएसपी स्पोर्ट्स के पद पर बरकरार रखा था। कॉलेज के दिनों से था मुक्केबाजी का शौक
29 अक्टूबर, 1985 में हरियाणा के भिवानी में जन्में विजेंदर के पिता महिपाल सिंह बेनीवाल हरियाणा रोडवेज में बस ड्राइवर हैं। उनकी मां गृहणी हैं। विजेंदर बेहद निम्न मध्यम वर्गीय परिवार से जुड़े हैं। विजेंदर सिंह को कॉलेज के दिनों से ही मुक्केबाजी और कुश्ती का शौक था, वह इसकी प्रैक्टिस भिवानी बॉक्सिंग क्लब में करते थे। उन्होंने कोचिंग का प्रशिक्षण भारतीय बॉक्सिंग कोच गुरबख्श सिंह संधू से लिया हैं। 17 मई, 2011 को विजेंदर ने अर्चना सिंह को हमसफर बनाया। अर्चना दिल्ली की रहने वाली हैं और सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल हैं। ………………………………… ये खबर भी पढ़ें- टायसन के मैच से नेटफ्लिक्स 6 घंटे ठप:19 साल बाद रिंग में उतरे, 31 साल छोटे खिलाड़ी से हारे, 169 करोड़ रुपए मिलेंगे दुनिया के ऑल टाइम ग्रेट मुक्केबाज माइक टायसन 19 साल बाद रिंग में उतरे। उनका मुकाबला टेक्सास के ATT स्टेडियम में हुआ। टायसन 31 साल छोटे 27 साल के अमेरिकी बॉक्सर जैक पॉल से भिड़े। जैक ने यह मैच 78-74 से जीता। पूरी खबर पढ़ें