हरियाणा में BJP सांसद की फिसली जुबान:बोले- हमें 15 अगस्त 1924 को आजादी मिली, बारिश में छाता ताने खड़ा रहा कर्मचारी

हरियाणा में BJP सांसद की फिसली जुबान:बोले- हमें 15 अगस्त 1924 को आजादी मिली, बारिश में छाता ताने खड़ा रहा कर्मचारी

स्वतंत्रता दिवस समारोह में हरियाणा से BJP के राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार की जुबान फिसल गई। हुआ यूं कि वे महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल में समारोह के मुख्य मेहमान थे। यहां उन्होंने ध्वजारोहण किया। इसके बाद परेड की सलामी ली। फिर वे संबोधन करने माइक पर आए। जहां वे कह बैठे कि हमें आजादी 15 अगस्त 1924 को मिली। इसके लिए उन्होंने शायद शब्द का भी इस्तेमाल किया। हालांकि बाद में लिखे हुए संबोधन को पढ़ते हुए उन्होंने भूल सुधारते हुए 15 अगस्त 1947 को आजादी मिलने की बात कही। राज्यसभा सांसद होने के बावजूद इस तरह की भूल की वजह से उनका भाषण खूब सुर्खियां बटोर रहा है। बारिश के बीच मना समारोह, सांसद के ऊपर तानी छतरी
नारनौल में बारिश के बीच स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। मंत्री की परेड की सलामी लेते वक्त भी एक कर्मचारी को उनके ऊपर छाता पकड़कर खड़ा रहना पड़ा। हालांकि इस दौरान कर्मचारी खुद भीगता हुआ नजर आया। प्रशासन को बदलनी पड़ी जगह
नारनौल में बारिश ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में पहले से ही खलल डालनी शुरू कर दी थी। पहले नारनौल ITI में स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम की सारी तैयारियां की गई थीं। हालांकि बारिश होने की वजह से फिर जगह बदलनी पड़ी। इस बार यह कार्यक्रम नारनौल के लघु सचिवालय में किया गया। सांसद ने कहा- शहीदों की कुर्बानी से मिली आजादी
इस मौके पर राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि हमें आजादी एक-एक शहीदों की कुर्बानी के बाद मिली है, जिसकी बदौलत हवा में हम सांस ले रहे हैं। इसके लिए हमारे पूर्वजों ने काफी लंबा संघर्ष किया था। उन्होंने कहा कि 1857 में आजादी की पहली चिंगारी जगी थी। इसके बाद इस चिंगारी ने ऐसा काम किया कि 1947 में हमें आजादी मिल गई। स्वतंत्रता दिवस समारोह में हरियाणा से BJP के राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार की जुबान फिसल गई। हुआ यूं कि वे महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल में समारोह के मुख्य मेहमान थे। यहां उन्होंने ध्वजारोहण किया। इसके बाद परेड की सलामी ली। फिर वे संबोधन करने माइक पर आए। जहां वे कह बैठे कि हमें आजादी 15 अगस्त 1924 को मिली। इसके लिए उन्होंने शायद शब्द का भी इस्तेमाल किया। हालांकि बाद में लिखे हुए संबोधन को पढ़ते हुए उन्होंने भूल सुधारते हुए 15 अगस्त 1947 को आजादी मिलने की बात कही। राज्यसभा सांसद होने के बावजूद इस तरह की भूल की वजह से उनका भाषण खूब सुर्खियां बटोर रहा है। बारिश के बीच मना समारोह, सांसद के ऊपर तानी छतरी
नारनौल में बारिश के बीच स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। मंत्री की परेड की सलामी लेते वक्त भी एक कर्मचारी को उनके ऊपर छाता पकड़कर खड़ा रहना पड़ा। हालांकि इस दौरान कर्मचारी खुद भीगता हुआ नजर आया। प्रशासन को बदलनी पड़ी जगह
नारनौल में बारिश ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में पहले से ही खलल डालनी शुरू कर दी थी। पहले नारनौल ITI में स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम की सारी तैयारियां की गई थीं। हालांकि बारिश होने की वजह से फिर जगह बदलनी पड़ी। इस बार यह कार्यक्रम नारनौल के लघु सचिवालय में किया गया। सांसद ने कहा- शहीदों की कुर्बानी से मिली आजादी
इस मौके पर राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि हमें आजादी एक-एक शहीदों की कुर्बानी के बाद मिली है, जिसकी बदौलत हवा में हम सांस ले रहे हैं। इसके लिए हमारे पूर्वजों ने काफी लंबा संघर्ष किया था। उन्होंने कहा कि 1857 में आजादी की पहली चिंगारी जगी थी। इसके बाद इस चिंगारी ने ऐसा काम किया कि 1947 में हमें आजादी मिल गई।   हरियाणा | दैनिक भास्कर