हरियाणा में JJP के दो विधायकों पर गिरेगी गाज:स्पीकर को लिखा पत्र, चुनाव में BJP का समर्थन किया, कांग्रेस समर्थित 3 विधायकों पर चुप्पी

हरियाणा में JJP के दो विधायकों पर गिरेगी गाज:स्पीकर को लिखा पत्र, चुनाव में BJP का समर्थन किया, कांग्रेस समर्थित 3 विधायकों पर चुप्पी

हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) के 2 विधायकों पर जल्द ही गाज गिर सकती है। जजपा की तरफ से आज विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को पत्र लिखकर हिसार की बरवाला विधानसभा सीट से विधायक जोगीराम सिहाग और जींद जिले की नरवाना विधानसभा सीट के विधायक राम निवास सुरजाखेड़ा की सदस्यता रद्द करने की मांग की गई है। जजपा का आरोप है कि इन विधायकों ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के खिलाफ गतिविधियां चलाई। पार्टी व्हिप का पालन नहीं किया। इस कारण इनकी सदस्यता रद्द होनी चाहिए। वहीं इससे पहले दुष्यंत चौटाला ने प्रेस कांफ्रेंस कर चंडीगढ़ में कहा था कि अगर स्पीकर सदस्यता लिखित शिकायत के बाद भी रद्द नहीं करते हैं तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। जजपा के पार्टी कार्यालय सचिव रणधीर सिंह की ओर से स्पीकर को पत्र लिखा गया है। वहीं, दूसरी ओर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन करने वाले बागी विधायकों पर जजपा ने चुप्पी साधी हुई है। जजपा के 2 विधायकों ने चुनाव में भाजपा और 3 विधायकों ने कांग्रेस का समर्थन किया था। टोहाना विधायक देवेंद्र बबली खुलकर कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा के समर्थन में आए थे। दो माह पर पहले दिया था नोटिस
आपको बता दें कि, जजपा की तरफ से दो माह पहले दोनों विधायकों पर भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट मांगने का आरोप लगाया गया था। यह भी कहा गया है कि पार्टी के दोनों विधायकों ने भाजपा प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार के दौरान मंच भी शेयर किया है। दोनों विधायकों को नोटिस दिए गए थे, मगर किसी भी विधायक ने नोटिस का जवाब नहीं दिया। पार्टी के कार्यालय सचिव ने आरोप लगाया था कि राम निवास सुरजाखेड़ा की ओर से नरवाना में भाजपा प्रत्याशियों के लिए मंच शेयर कर वोट मांगे। जोगीराम सिहाग ने हिसार में भाजपा प्रत्याशी रणजीत सिंह चौटाला के पक्ष में राजनीतिक मंच शेयर कर लोगों से वोट देने की अपील की। जजपा के पास प्रचार करने के पूरे सबूत
जजपा पार्टी के कार्यालय सचिव रणधीर सिंह ने बताया कि हमारे पास दोनों विधायकों के भाजपा के पक्ष में किए गए इंटरव्यू हैं। सोशल मीडिया पर किए गए उनके ऐलान के वीडियो फुटेज भी हैं। टीवी पर दिए गए इंटरव्यू भी हमारे पास हैं। इसके साथ ही वह भाजपा प्रत्याशियों के मंच से वोटों की अपील करने वाले वीडियो फुटेज भी हमारे पास हैं। स्पीकर को भेजे गए लेटर में हमने ये सारे प्रूफ के रूप में लगाए हैं। विधायकों ने लीगल नोटिस का नहीं दिया जवाब
रणधीर सिंह ने बताया कि जजपा की ओर से दोनों विधायकों को एंटी पार्टी एक्टिविटी के लिए 2 से 3 बार लीगल नोटिस दिए गए, लेकिन दोनों का कोई भी जवाब नहीं आया। इसलिए पार्टी की ओर से एंटी डिफेंस लॉ के 10वें एक्ट की धारा 2(1) A की धारा के तहत स्पीकर को लेटर लिखा है। इसमें पार्टी ने दोनों विधायकों की विधानसभा सदस्यता खत्म करने की मांग की है। जजपा ने दो माह पहले भी स्पीकर को पत्र लिखा था। मगर अब तक कोई कार्रवाई स्पीकर की ओर से की गई है। इसके बाद स्पीकर दोनों विधायकों को नोटिस देंगे, अब वह जो भी जवाब देंगे उसके हिसाब से ही स्पीकर कार्रवाई करेंगे। 2019 में बनी थी JJP
पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने JJP का साल 2019 में गठन किया था। इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में 10 सीटें जीतने के बाद भाजपा के साथ जजपा ने गठबंधन में सरकार बनाई। साल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए सीटों को लेकर समझौता नहीं होने के कारण दोनों के बीच गठबंधन टूट गया। इसके बाद पार्टी के 5 विधायक बागी हो चुके हैं। हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) के 2 विधायकों पर जल्द ही गाज गिर सकती है। जजपा की तरफ से आज विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को पत्र लिखकर हिसार की बरवाला विधानसभा सीट से विधायक जोगीराम सिहाग और जींद जिले की नरवाना विधानसभा सीट के विधायक राम निवास सुरजाखेड़ा की सदस्यता रद्द करने की मांग की गई है। जजपा का आरोप है कि इन विधायकों ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के खिलाफ गतिविधियां चलाई। पार्टी व्हिप का पालन नहीं किया। इस कारण इनकी सदस्यता रद्द होनी चाहिए। वहीं इससे पहले दुष्यंत चौटाला ने प्रेस कांफ्रेंस कर चंडीगढ़ में कहा था कि अगर स्पीकर सदस्यता लिखित शिकायत के बाद भी रद्द नहीं करते हैं तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। जजपा के पार्टी कार्यालय सचिव रणधीर सिंह की ओर से स्पीकर को पत्र लिखा गया है। वहीं, दूसरी ओर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन करने वाले बागी विधायकों पर जजपा ने चुप्पी साधी हुई है। जजपा के 2 विधायकों ने चुनाव में भाजपा और 3 विधायकों ने कांग्रेस का समर्थन किया था। टोहाना विधायक देवेंद्र बबली खुलकर कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा के समर्थन में आए थे। दो माह पर पहले दिया था नोटिस
आपको बता दें कि, जजपा की तरफ से दो माह पहले दोनों विधायकों पर भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट मांगने का आरोप लगाया गया था। यह भी कहा गया है कि पार्टी के दोनों विधायकों ने भाजपा प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार के दौरान मंच भी शेयर किया है। दोनों विधायकों को नोटिस दिए गए थे, मगर किसी भी विधायक ने नोटिस का जवाब नहीं दिया। पार्टी के कार्यालय सचिव ने आरोप लगाया था कि राम निवास सुरजाखेड़ा की ओर से नरवाना में भाजपा प्रत्याशियों के लिए मंच शेयर कर वोट मांगे। जोगीराम सिहाग ने हिसार में भाजपा प्रत्याशी रणजीत सिंह चौटाला के पक्ष में राजनीतिक मंच शेयर कर लोगों से वोट देने की अपील की। जजपा के पास प्रचार करने के पूरे सबूत
जजपा पार्टी के कार्यालय सचिव रणधीर सिंह ने बताया कि हमारे पास दोनों विधायकों के भाजपा के पक्ष में किए गए इंटरव्यू हैं। सोशल मीडिया पर किए गए उनके ऐलान के वीडियो फुटेज भी हैं। टीवी पर दिए गए इंटरव्यू भी हमारे पास हैं। इसके साथ ही वह भाजपा प्रत्याशियों के मंच से वोटों की अपील करने वाले वीडियो फुटेज भी हमारे पास हैं। स्पीकर को भेजे गए लेटर में हमने ये सारे प्रूफ के रूप में लगाए हैं। विधायकों ने लीगल नोटिस का नहीं दिया जवाब
रणधीर सिंह ने बताया कि जजपा की ओर से दोनों विधायकों को एंटी पार्टी एक्टिविटी के लिए 2 से 3 बार लीगल नोटिस दिए गए, लेकिन दोनों का कोई भी जवाब नहीं आया। इसलिए पार्टी की ओर से एंटी डिफेंस लॉ के 10वें एक्ट की धारा 2(1) A की धारा के तहत स्पीकर को लेटर लिखा है। इसमें पार्टी ने दोनों विधायकों की विधानसभा सदस्यता खत्म करने की मांग की है। जजपा ने दो माह पहले भी स्पीकर को पत्र लिखा था। मगर अब तक कोई कार्रवाई स्पीकर की ओर से की गई है। इसके बाद स्पीकर दोनों विधायकों को नोटिस देंगे, अब वह जो भी जवाब देंगे उसके हिसाब से ही स्पीकर कार्रवाई करेंगे। 2019 में बनी थी JJP
पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने JJP का साल 2019 में गठन किया था। इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में 10 सीटें जीतने के बाद भाजपा के साथ जजपा ने गठबंधन में सरकार बनाई। साल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए सीटों को लेकर समझौता नहीं होने के कारण दोनों के बीच गठबंधन टूट गया। इसके बाद पार्टी के 5 विधायक बागी हो चुके हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर