हरियाणा में JJP के प्रभारी और जिलाध्यक्ष घोषित:विधानसभा चुनाव से पहले संगठन मजबूती में लगी पार्टी, बबीता फोगाट के चाचा को मिली जिम्मेदारी

हरियाणा में JJP के प्रभारी और जिलाध्यक्ष घोषित:विधानसभा चुनाव से पहले संगठन मजबूती में लगी पार्टी, बबीता फोगाट के चाचा को मिली जिम्मेदारी

हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) ने विधानसभा चुनाव से पहले संगठन मजबूती का काम शुरू कर दिया है। JJP ने हरियाणा के सभी जिलों में जिलाध्यक्ष नियुक्त कर दिए हैं और 7 जिलों में जिला प्रभारियों के नाम फाइनल कर दिए हैं। JJP की ओर ने इन नामों का ऐलान कर दिया है। सबसे खास बात है कि चरखी दादरी से भाजपा नेत्री बबीता फोगाट के चाचा सज्जन बलाली को JJP ने जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। सज्जन बलाली चौटाला परिवार के खास रहे हैं। सज्जन बलाली वर्ष 2000 से 2007 तक लगातार INLD भिवानी जिलाध्यक्ष भी रहे हैं। अब उनको नई जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा हिसार में मास्टर ताराचंद को पहले ही तरह हिसार प्रभारी और अमित बूरा को जिलाध्यक्ष का कार्यभार सौंपा गया है। जिन जिलों में प्रभारी और जिलाध्यक्ष दोनों की नियुक्ति की गई है बताया जा रहा है उन जिलों पर JJP का खास फोकस रहेगा। लोकसभा में 10 सीटों पर जमानत जब्त हुई थी
हरियाणा में इनेलो पार्टी से अलग होकर बनी जननायक जनता पार्टी (JJP) इन दिनों बुरे दौर से गुजर रही है। 2019 में सत्ता की चाबी हाथ में लेकर चलने वाली JJP को हरियाणा के लोकसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ी और 10 की 10 लोकसभा सीटों पर ना केवल हार हुई बल्कि जमानत भी जब्त हो गई। इतना ही नहीं पार्टी हरियाणा की 90 विधानसभा में एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई। जजपा का वोट शेयर पूरे हरियाणा में 0.87 प्रतिशत रहा, जो बसपा और इनेलो से भी कम है। पूरे हरियाणा में पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। यह हाल तब रहा जब हरियाणा में उप मुख्यमंत्री पद जैसे कई बड़े विभाग JJP के पास थे। तीन महीने पहले सीट शेयरिंग पर टूटा था गठबंधन
दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में सीट शेयरिंग के मामले को लेकर हरियाणा में तकरीबन साढ़े 4 साल से मिलकर सरकार चला रहे BJP और JJP का गठबंधन टूट गया था। लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर सहमति नहीं बन पाने के कारण दोनों दल अलग-अलग हो गए। जजपा भाजपा के साथ गठबंधन में रहते हुए लोकसभा की 2 सीटे मांग रही थी मगर भाजपा खुद के दम पर चुनाव लड़ने के पक्ष में थी। हरियाणा में JJP को 0.87 प्रतिशत वोट मिले
जननायक जनता पार्टी (JJP) को पूरे हरियाणा में 0.87 प्रतिशत ही वोट मिल पाए हैं। सबसे खराब स्थित सोनीपत, अंबाला, रोहतक, कुरूक्षेत्र और सोनीपत की रही। यहां JJP प्रत्याशी 10 हजार से ऊपर वोट नहीं ले पाए। सबसे कम फरीदाबाद में नलिन हुड्‌डा को 5361 वोट मिले। वहीं सबसे अधिक वोट हिसार में दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला को मिले। नैना चौटाला को 22032 वोट मिले। इसके अलावा पार्टी तीसरे से लेकर पांचवें स्थान पर रही। वहीं बसपा और इनेलो का प्रदर्शन जजपा से बेहतर रहा। हालांकि बसपा और इनेलो की भी चुनाव में जमानत जब्त हुई। हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) ने विधानसभा चुनाव से पहले संगठन मजबूती का काम शुरू कर दिया है। JJP ने हरियाणा के सभी जिलों में जिलाध्यक्ष नियुक्त कर दिए हैं और 7 जिलों में जिला प्रभारियों के नाम फाइनल कर दिए हैं। JJP की ओर ने इन नामों का ऐलान कर दिया है। सबसे खास बात है कि चरखी दादरी से भाजपा नेत्री बबीता फोगाट के चाचा सज्जन बलाली को JJP ने जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। सज्जन बलाली चौटाला परिवार के खास रहे हैं। सज्जन बलाली वर्ष 2000 से 2007 तक लगातार INLD भिवानी जिलाध्यक्ष भी रहे हैं। अब उनको नई जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा हिसार में मास्टर ताराचंद को पहले ही तरह हिसार प्रभारी और अमित बूरा को जिलाध्यक्ष का कार्यभार सौंपा गया है। जिन जिलों में प्रभारी और जिलाध्यक्ष दोनों की नियुक्ति की गई है बताया जा रहा है उन जिलों पर JJP का खास फोकस रहेगा। लोकसभा में 10 सीटों पर जमानत जब्त हुई थी
हरियाणा में इनेलो पार्टी से अलग होकर बनी जननायक जनता पार्टी (JJP) इन दिनों बुरे दौर से गुजर रही है। 2019 में सत्ता की चाबी हाथ में लेकर चलने वाली JJP को हरियाणा के लोकसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ी और 10 की 10 लोकसभा सीटों पर ना केवल हार हुई बल्कि जमानत भी जब्त हो गई। इतना ही नहीं पार्टी हरियाणा की 90 विधानसभा में एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई। जजपा का वोट शेयर पूरे हरियाणा में 0.87 प्रतिशत रहा, जो बसपा और इनेलो से भी कम है। पूरे हरियाणा में पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। यह हाल तब रहा जब हरियाणा में उप मुख्यमंत्री पद जैसे कई बड़े विभाग JJP के पास थे। तीन महीने पहले सीट शेयरिंग पर टूटा था गठबंधन
दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में सीट शेयरिंग के मामले को लेकर हरियाणा में तकरीबन साढ़े 4 साल से मिलकर सरकार चला रहे BJP और JJP का गठबंधन टूट गया था। लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर सहमति नहीं बन पाने के कारण दोनों दल अलग-अलग हो गए। जजपा भाजपा के साथ गठबंधन में रहते हुए लोकसभा की 2 सीटे मांग रही थी मगर भाजपा खुद के दम पर चुनाव लड़ने के पक्ष में थी। हरियाणा में JJP को 0.87 प्रतिशत वोट मिले
जननायक जनता पार्टी (JJP) को पूरे हरियाणा में 0.87 प्रतिशत ही वोट मिल पाए हैं। सबसे खराब स्थित सोनीपत, अंबाला, रोहतक, कुरूक्षेत्र और सोनीपत की रही। यहां JJP प्रत्याशी 10 हजार से ऊपर वोट नहीं ले पाए। सबसे कम फरीदाबाद में नलिन हुड्‌डा को 5361 वोट मिले। वहीं सबसे अधिक वोट हिसार में दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला को मिले। नैना चौटाला को 22032 वोट मिले। इसके अलावा पार्टी तीसरे से लेकर पांचवें स्थान पर रही। वहीं बसपा और इनेलो का प्रदर्शन जजपा से बेहतर रहा। हालांकि बसपा और इनेलो की भी चुनाव में जमानत जब्त हुई।   हरियाणा | दैनिक भास्कर