हरियाणा के किसान संगठनों की आज चंडीगढ़ में 12 बजे सरकार के साथ मीटिंग होने जा रही है। यह बैठक हरियाणा भवन में रखी है। सरकार के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर किसानों के साथ बैठक करेंगे। जिसमें किसानों की सभी मांगों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में विभिन्न किसान संगठनों को प्रतिनिधि शामिल होंगे। ये हैं किसानों की मुख्य मांगें BKU के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने बताया कि उनकी मुख्य मांग है कि हमें फसल खरीद की गारंटी देते हुए स्वामीनाथन की सिफारिश अनुसार C2 + 50 % लागत का डेढ़ गुना दाम देने का कानून बनाया जाए। 2. प्रदेश में फसल खरीद में खरीद की लिमिट,ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, पोर्टल आदि की शर्त हटाई जाए व भुगतान तय सीमा में हो अन्यथा ब्याज समेत भुगतान हो। 3. प्राकृतिक आपदा (ओलावृष्टि, आंधी, तूफान,बारिश, जलभराव, आगजनी ,सूखा,) आदि से फसल बर्बाद होने की स्थिति में ऑनलाइन आदि का चक्कर खत्म कर किसानों को जितना नुकसान होता है उसका मुआवजा देने की प्रक्रिया को सरल बनाई जाए। ओलावृष्टि से बर्बाद फसल का मुआवजा रतन मान ने बताया कि रबी 2023 में ओलावृष्टि के चलते दर्जनों जिलों में फसल बर्बाद हुई थी। जिसकी गिरदावरी के आदेश दिए गए लेकिन इसी समय क्षतिपूर्ति पोर्टल भी चलाया गया था। जिसके ना चलने की वजह से सभी किसान पोर्टल पर नुकसान दर्ज नही करवा पाए कुछ किसानों ने पोर्टल पर भी दर्ज करवा दिया। जिसका कुछ मुआवजा सरकार ने दिया लेकिन जो गिरदावरी हुई थी उसकी रिपोर्ट के आधार पर मुआवजा नहीं दिया और उसके चलते, रोहतक, झज्जर, हिसार, फतेहबाद, भिवानी, सिरसा, कैथल, दादरी, समेत अन्य जिलों के किसान मुआवजे से वंचित है। वो जल्द दिया जाएं। 4. रबी 2024 में ओलावृष्टि बर्बाद फसलों का प्रदेश के कई जिलों का बकाया मुआवजा जल्द किसानों के खातों में डाला जाएं। खरीफ 2021 का खेड़ी चौपट,नरवाना, आदमपुर, बालसमंद ,बरवाला,का मुआवजा दिया जाएं। 6. बिजली संशोधन कानून और स्मार्ट मीटर योजना को रद्द करने की सिफारिश हरियाणा सरकार केंद्र सरकार को भेजें। 7.खेतों से निकलने वाली हाई टेंशन पावर लाइन के मुआवजे को लेकर जो पॉलिसी हरियाणा सरकार लेकर आई है वो आंदोलनरत किसानों की मांगो के अनुरुप नहीं है उस पर पुनर्विचार करते हुए किसानों की मांगो के मुताबिक पॉलिसी बनाई जाए। 6.765 केवी की एचटी लाइन और उसमे खंबो के नीचे की जमीन का मार्केट रेट से 200% व 67 मीटर चौड़े कॉरिडोर का 70% से अधिक मुआवजा दिया जाए। 7. प्रदेश में 300 यूनिट बिजली फ्री दी जाएं। प्रदेश में लंबित ट्यूबवेल कनेक्शन जल्द जारी किए जाए। 8.फसल बीमा योजना में बीमा कंपनियों की मनमानी शर्तों को हटाया जाए। इसकी जगह सरकारी और प्रभावी फसल बीमा योजना का क्रियान्वयन हो। जो कंपनियां किसानों के क्लेम नही दे रही उनपर कानूनी कार्यवाही की जाए। इन मांगो सहित किसानों की कुल 30 मुख्य मांगे हैं। हरियाणा के किसान संगठनों की आज चंडीगढ़ में 12 बजे सरकार के साथ मीटिंग होने जा रही है। यह बैठक हरियाणा भवन में रखी है। सरकार के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर किसानों के साथ बैठक करेंगे। जिसमें किसानों की सभी मांगों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में विभिन्न किसान संगठनों को प्रतिनिधि शामिल होंगे। ये हैं किसानों की मुख्य मांगें BKU के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने बताया कि उनकी मुख्य मांग है कि हमें फसल खरीद की गारंटी देते हुए स्वामीनाथन की सिफारिश अनुसार C2 + 50 % लागत का डेढ़ गुना दाम देने का कानून बनाया जाए। 2. प्रदेश में फसल खरीद में खरीद की लिमिट,ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, पोर्टल आदि की शर्त हटाई जाए व भुगतान तय सीमा में हो अन्यथा ब्याज समेत भुगतान हो। 3. प्राकृतिक आपदा (ओलावृष्टि, आंधी, तूफान,बारिश, जलभराव, आगजनी ,सूखा,) आदि से फसल बर्बाद होने की स्थिति में ऑनलाइन आदि का चक्कर खत्म कर किसानों को जितना नुकसान होता है उसका मुआवजा देने की प्रक्रिया को सरल बनाई जाए। ओलावृष्टि से बर्बाद फसल का मुआवजा रतन मान ने बताया कि रबी 2023 में ओलावृष्टि के चलते दर्जनों जिलों में फसल बर्बाद हुई थी। जिसकी गिरदावरी के आदेश दिए गए लेकिन इसी समय क्षतिपूर्ति पोर्टल भी चलाया गया था। जिसके ना चलने की वजह से सभी किसान पोर्टल पर नुकसान दर्ज नही करवा पाए कुछ किसानों ने पोर्टल पर भी दर्ज करवा दिया। जिसका कुछ मुआवजा सरकार ने दिया लेकिन जो गिरदावरी हुई थी उसकी रिपोर्ट के आधार पर मुआवजा नहीं दिया और उसके चलते, रोहतक, झज्जर, हिसार, फतेहबाद, भिवानी, सिरसा, कैथल, दादरी, समेत अन्य जिलों के किसान मुआवजे से वंचित है। वो जल्द दिया जाएं। 4. रबी 2024 में ओलावृष्टि बर्बाद फसलों का प्रदेश के कई जिलों का बकाया मुआवजा जल्द किसानों के खातों में डाला जाएं। खरीफ 2021 का खेड़ी चौपट,नरवाना, आदमपुर, बालसमंद ,बरवाला,का मुआवजा दिया जाएं। 6. बिजली संशोधन कानून और स्मार्ट मीटर योजना को रद्द करने की सिफारिश हरियाणा सरकार केंद्र सरकार को भेजें। 7.खेतों से निकलने वाली हाई टेंशन पावर लाइन के मुआवजे को लेकर जो पॉलिसी हरियाणा सरकार लेकर आई है वो आंदोलनरत किसानों की मांगो के अनुरुप नहीं है उस पर पुनर्विचार करते हुए किसानों की मांगो के मुताबिक पॉलिसी बनाई जाए। 6.765 केवी की एचटी लाइन और उसमे खंबो के नीचे की जमीन का मार्केट रेट से 200% व 67 मीटर चौड़े कॉरिडोर का 70% से अधिक मुआवजा दिया जाए। 7. प्रदेश में 300 यूनिट बिजली फ्री दी जाएं। प्रदेश में लंबित ट्यूबवेल कनेक्शन जल्द जारी किए जाए। 8.फसल बीमा योजना में बीमा कंपनियों की मनमानी शर्तों को हटाया जाए। इसकी जगह सरकारी और प्रभावी फसल बीमा योजना का क्रियान्वयन हो। जो कंपनियां किसानों के क्लेम नही दे रही उनपर कानूनी कार्यवाही की जाए। इन मांगो सहित किसानों की कुल 30 मुख्य मांगे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की शराब संग फोटो वायरल:कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से हटाते ही सामने आई; उनके समर्थक जवाब मांग रहे
बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की शराब संग फोटो वायरल:कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से हटाते ही सामने आई; उनके समर्थक जवाब मांग रहे अखिल भारतीय बिश्नोई सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया की कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से हटाते ही मुश्किलें बढ़ गई हैं। देवेंद्र बूड़िया की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। फोटो में शराब से भरी एक बोतल और गिलास है और इस फोटो में देवेंद्र बुड़िया नजर आ रहे हैं। दैनिक भास्कर इस बात की पुष्टि नहीं करता कि यह फोटो नकली है या असली। यह फोटो तब से वायरल हो रही है जब से देवेंद्र बूड़िया ने कुलदीप बिश्नोई से बिश्नोई रत्न की उपाधि वापस ली और उन्हें संरक्षक पद से हटाया। इस फोटो के बाद बिश्नोई समाज के लोग देवेंद्र बूड़िया पर हमलावर हो रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे फर्जी और एडिटेड बता रहे हैं। हालांकि, जब हमने इस बारे में देवेंद्र बूड़िया से संपर्क करने की कोशिश की तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया। बिश्नोई समाज के लोगों का भी कहना है कि देवेंद्र बूड़िया को इस वायरल फोटो पर आगे आकर बोलना चाहिए। एक कैलाश बिश्नोई नाम के X यूजर ने फोटो शेयर करते हुए लिखा कि ये बहुत निंदनीय है। बता दें कि बुधवार 13 नवंबर को बीकानेर जिले के नोखा स्थित मुकाम धाम में बिश्नोई समाज की एक बैठक हुई थी। जिसमें कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ प्रस्ताव पारित किए गए थे। बिश्नोई समाज की बैठक में लिए गए 5 बड़े फैसले
1. संरक्षक का पद खत्म
कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से पदमुक्त कर दिया गया है। साथ ही फैसला लिया गया है कि अब महासभा के अंदर कोई संरक्षक होगा ही नहीं। यानी कि इस पद को ही खत्म कर दिया गया है। 2. लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव किया जाएगा
महासभा में नए प्रधान का चुनाव अब लोकतांत्रिक तरीके से होगा। पहले संरक्षक प्रधान को चुनते थे। 3. चुनाव तक देवेंद्र रहेंगे प्रधान
कुलदीप बिश्नोई ने ही देवेंद्र को प्रधान बनाया था और फिर उन्होंने ही एक पत्र जारी कर परसराम बिश्नोई को नया प्रधान नियुक्त किया था, लेकिन कुलदीप के इस कदम के बाद विवाद और बढ़ गया। इस विवाद को खत्म करने के लिए समाज ने फैसला लिया है कि चुनाव तक देवेंद्र ही प्रधान बने रहेंगे। 4. बिश्नोई रत्न वापस लेने का फैसला
बिश्नोई रत्न का सम्मान काफी खास है। आज तक ये सम्मान केवल दो ही लोगों को मिला है। एक पूर्व सीएम भजन लाल और दूसरा कुलदीप बिश्नोई को। उन्हें ये सम्मान चार साल पहले ही मिला है, लेकिन बैठक में फैसला लिया गया कि कुलदीप से ये सम्मान भी वापस लिया जाएगा। 5. कुलदीप बिश्नोई या उनके परिवार का सदस्य नहीं करेगा दखलअंदाजी
कुलदीप बिश्नोई का समाज और महासभा पर अच्छा प्रभाव था, लेकिन बैठक में फैसला लिया गया है कि कुलदीप बिश्नोई या फिर उनके परिवार का कोई भी सदस्य महासभा में कोई भी दखलअंदाजी नहीं करेगा। दोनों ने एक-दूसरे को पदों से हटाया था
महासभा के प्रधान देवेंद्र बूड़िया ने कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से हटाने के लिए एक पत्र जारी किया था जिसमें, लिखा था कि आपके बेटे ने अंतरजातीय विवाह किया है। इससे पूरे बिश्नोई समाज में भारी रोष है। ऐसे में आप इस पद पर नहीं रह सकते। वहीं इससे पहले कुलदीप बिश्नोई ने भी प्रधान देवेंद्र बूड़िया को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटा दिया था। उनकी जगह पर परसराम बिश्नोई को नया प्रधान घोषित किया गया था। कुलदीप बिश्नोई ने उन्हें समाज को तोड़ने वाला व्यक्ति बताया था। कैसे शुरू हुआ विवाद, किसने क्या कहा.. देवेंद्र बूड़िया ने कहा- मेरे साथ बुरा बर्ताव किया
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर लाइव आकर देवेंद्र बूड़िया ने कहा था कि, “मुझे 2 दिन से रणधीर पनिहार दिल्ली बुला रहे हैं। मैं आया तो मेरे साथ ट्रैजेडी की और मेरे साथ बहुत ही बुरा बर्ताव किया। ये सारी चीजें मैं समाज को बताउंगा। यह बहुत बड़ी घटना है और बहुत बड़ी मेरे साथ ट्रैजेडी हुई है। यह सब चीजें कैमरे में हैं। यह रणधीर पनिहार पता नहीं मुझसे क्या मांगता है।” पनिहार ने कहा- बूड़िया मेरे दोस्त, ऐसा क्यों बोला, मुझे पता नहीं
वहीं देवेंद्र बूड़िया के आरोपों पर विधायक रणधीर पनिहार ने कहा था कि जिस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं, ऐसी कोई बात नहीं है। मनगढंत आरोपों का मैं क्या जवाब दूं। हां, मेरी किसी से कोई बात नहीं हुई। बूड़िया साहब आज भी मेरे अच्छे दोस्त हैं और उनसे मेरी अकसर मुलाकात होती रहती है। सोशल मीडिया पर उन्होंने ऐसा क्यों बोला मुझे इसकी जानकारी नहीं है। बिश्नोई संत बोले-रणधीर पनिहार को छोड़ेंगे नहीं
देवेंद्र बूड़िया के आरोपों पर बिश्नोई समाज के संत लालदास योग गुरु ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। संत लालदास ने कहा था कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ बुरा व्यवहार करने वाले को छोड़ेंगे नहीं। संत ने कहा कि कुलदीप बिश्नोई के इशारे पर ही सब कुछ हुआ है। कुलदीप बिश्नोई अध्यक्ष से करोड़ों रुपए की डिमांड कर रहे थे। वे इतने पैसे नहीं दे पा रहे तो उसे पद से हटाया जा रहा था, जिसका उन्होंने विरोध किया था। संत लालदास ने कहा था कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ बहुत ही बड़ी घटना हुई है। रणधीर पनिहार के नाम वाले किसी व्यक्ति ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के साथ निंदनीय घटना की है। वह कुलदीप बिश्नोई ने कराई है। संत लालदास ने कहा- कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ कठोर फैसला लें
बिश्नोई संत लालदास योग गुरु ने कुलदीप बिश्नोई पर आरोप लगाते हुए कहा था कि कुलदीप बिश्नोई राष्ट्रीय अध्यक्ष बूड़िया से करोड़ों रुपए मांगते हैं। कुलदीप कहते हैं कि करोड़ों रुपए दोगे तो अध्यक्ष रहोगे नहीं तो हटा देंगे। उनके पास करोड़ों रुपए नहीं थे, इसलिए उन्होंने लौटा दिया। कुलदीप बिश्नोई कहते हैं कि मुझे और पैसे दोगे तो ही मैं आपको प्रधान रखूंगा, इसलिए आप इस्तीफा दो। इन्होंने इस्तीफा नहीं दिया तो प्रधान से बहुत बड़ी डिमांड की गई। मैं बिश्नोई समाज से निवेदन करना चाहता हूं कि आज देवेंद्र बूड़िया अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष हैं, कल को कोई और अध्यक्ष बन सकता है। क्या कोई इस तरह की डिमांड करेगा। यह तो कुलदीप बिश्नोई का निजी व्यवसाय बन गया है। इसलिए अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा की कार्यकारिणी और बिश्नोई समाज को मिलकर कठोर फैसला लेना चाहिए, ताकि समाज की इज्जत रह सके। देवेंद्र ने पनिहार और उनके बीच हुई घटना के बार में बताया…
1. रणधीर पनिहार ने हरियाणा भवन बुलाया
देवेंद्र बूड़िया ने कहा था कि मेरे पास रणधीर पनिहार का फोन आया कि आप कब आओगे। मैंने कहा मुझे तकलीफ है। मैं पहले मेदांता में दिखाऊंगा, फिर आऊंगा। पनिहार ने कहा नहीं, आप पहले यहां आओ। हरियाणा भवन में 30 व 31 नंबर में आ जाना। मैं वहां गया। अंदर बैठे रणधीर पनिहार ने कहा आओ अंदर। मुझसे चाय पूछी और कहा आगे क्या करना है। मैंने कहा कि इस्तीफा देना है। पनिहार ने कहा कि आपने कमिटमेंट पूरी नहीं की। मैंने कहा कि मुझसे हो नहीं पाया। 2. पनिहार ने इस्तीफा लिखवाना चाहा, मैंने नहीं लिखा
पनिहार ने मुझे दो कागज दिए और कहा कि इस पर साइन कर दो। मैंने कहा मैं साइन तो बॉस (कुलदीप बिश्नोई) के आगे करूंगा। पनिहार ने कहा कि वो तो आपका मुंह नहीं देखना चाहते। मैंने कहा मैं ऐसे साइन नहीं करूंगा। मैं साइन बॉस के सामने करूंगा। इसके बाद तू तड़ाक हुई। मुझसे पनिहार ने कहा कि आपको साइन करने पड़ेंगे। मैंने कहा मर जाऊंगा, मगर साइन नहीं करूंगा। वह 5 लोग थे, मैं अकेला। मैंने कहा आप ऐसा करो आप गाड़ी में चलो। उसने कहा चलो। इसके बाद एक ने मेरा हाथ पकड़ लिया और दूसरा मेरा वीडियो बनाने लगा। वहां से चलने के बाद मैं फुटपाथ पर आकर बैठ गया। 3. कुलदीप बिश्नोई को फोन मिलाया, मगर फोन नहीं उठाया
बूड़िया ने आगे कहा- मैंने कुलदीप जी को फोन मिलाया, उन्होंने फोन नहीं उठाया। मैंने भव्य जी को फोन मिलाया। नहीं उठाया, मगर उनका बाद में बैक कॉल आया। उन्होंने कुछ नहीं कहा और फोन काट दिया। इसके बाद मैंने कुलदीप बिश्नोई को वॉयस मैसेज वॉट्सऐप पर भेजे और कहा कि मेरे साथ इस तरह की घटना हो रही है और यह लोग मेरे साथ गलत कर रहे हैं। इसके बाद रणधीर पनिहार ने कहा कि इसको गाड़ी में डालो। इसके बाद मैंने देखा वहां मंत्रियों की गाड़ियां थी और पुलिस वाले भी थे। मैंने शोर मचाया तो वह गाड़ी दौड़ाकर भाग गए। मेरे पास टैक्सी थी। मैं वहां से निकल आया। मैंने इसके बाद कुलदीप जी को फोन किया तो उनका नंबर स्विच ऑफ आया। 4. जिस इंसान को इतना माना, उसने 15 घंटे बाद भी फोन नहीं किया
देवेंद्र बूड़िया ने कहा कि इस घटना के बाद मुझे लगा कहीं रात को मुझे कोई मार ना दे, इसलिए लाइव के माध्यम से मैंने आप लोगों को सब कुछ बताया। 3 साल में हम कोई पत्र भी लिखते हैं तो उनका नाम लिखना जरूरी है। भाषण देते हैं तो हम दुविधा में पड़ जाते हैं। कुलदीप कहते हैं मेरा नाम लेना जरूरी है और आप कहते हो आप उसके चमचे हो। मगर मेरा उद्देश्य समाज सेवा था, मैं समाज सेवा करना चाहता था ताकि दूसरे समाज के आगे बिश्नोई समाज एक उदाहरण बने। मैंने उस इंसान (कुलदीप बिश्नोई) को काफी माना, मगर 15 घंटे बीतने के बाद भी उसका फोन नहीं आया कि क्या हुआ। …………………………………………………………. अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा में बवाल,बैठक में लिए 5 फैसले; संरक्षक पद खत्म, कुलदीप से बिश्नोई रत्न वापस लिया जाएगा अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के प्रधान देवेंद्र बूड़िया और पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई के बीच चल रहे विवाद में अब नया मोड आ गया है। बिश्नोई समाज के धार्मिक स्थल मुकाम धाम पर बुधवार को बैठक हुई। पूरी खबर पढ़ें..
ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता मनु जारी रखेंगी पढ़ाई:डीएवी से कर रहीं ग्रेजुएशन; सेकेंड ईयर में इस साल, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सब्जेक्ट
ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता मनु जारी रखेंगी पढ़ाई:डीएवी से कर रहीं ग्रेजुएशन; सेकेंड ईयर में इस साल, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सब्जेक्ट देश की स्टार खिलाड़ी और 2 बार की ओलंपिक ब्रांज मेडल विनर मनु भाकर और उनकी टीम के साथी सरबजोत सिंह अब अपनी स्टडी पर फोकस करेंगे। चंडीगढ़ दौरे के दौरान इन दोनों स्टार खिलाड़ियों ने इसका खुलासा किया। अब मनु और सरबजीत पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) से संबद्ध डीएवी कॉलेज से ग्रेजुएशन कर रहे हैं। इस साल दोनों का सेकेंड ईयर है। सबसे अच्छी बात यह है कि दोनों खिलाड़ियों का पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन ही सब्जेक्ट है। चंडीगढ़ दौरे के दौरान दोनों खिलाड़ियों ने अपने शैक्षणिक संस्थान पंजाब विश्वविद्यालय का भी दौरा किया था और कुलपति रेणु विग से मुलाकात की थी। प्रोफेसर रेणु विग ने मनु भाकर और सरबजोत सिंह को उनकी सफलता के लिए बधाई दी और कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय को इस बात पर गर्व है कि दोनों ही विश्वविद्यालय से सम्बद्ध डीएवी कॉलेज के छात्र हैं। वहीं अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए 22 वर्षीय निशानेबाज ने कहा कि अब वह अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं। हरियाणा में डिप्टी डायरेक्टर बन चुकीं मनु चंडीगढ़ में मनु अपने परिजनों के साथ हरियाणा CM नायब सैनी से मिलने पहुंची थीं। यहां CM ने उनका स्वागत किया था। उनके साथ अंबाला के शूटर सरबजोत सिंह भी अपने परिजनों के साथ पहुंचे थे। यहां बातचीत के दौरान CM सैनी ने दोनों खिलाड़ियों को डिप्टी डायरेक्टर बनने की पेशकश की। सरकार के इस ऑफर को दोनों खिलाड़ियों ने हंसकर स्वीकार कर लिया। हरियाणा के सभी ओलिंपिक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए 17 अगस्त को रोहतक में कार्यक्रम होगा। पॉलिसी के आधार पर जो भी सुविधाएं विजेता खिलाड़ियों को मिलती हैं, वह उन्हें दी जाएंगी। गोल्ड की तैयारी करेंगी मनु ओलिंपिक में पूरे देश के मुकाबले सबसे ज्यादा मेडल हरियाणा से आने पर मनु भाकर ने कहा कि हरियाणा के लोग खेल को पसंद करते हैं। हमारा जो कल्चर बना हुआ है और हम जो खाना खाते हैं, बिल्कुल देशी खाना। वहीं मां-बाप भी बचपन से ही बच्चों को स्टेडियम में लेकर जाते हैं, ताकि बच्चे खेलें-कूदें।मनु ने कहा कि एक तो कल्चर अच्छा है और दूसरा ऊपरी लेवल पर सहयोग भी अच्छा मिला है। सरकार की तरफ से भी कई चीजें हैं, जिन्होंने फायदा दिया है। कोई भी खिलाड़ी ओलिंपिक में जाता है तो उसका टारगेट गोल्ड रहता है। आगे गोल्ड लाने का प्रयास जरूर रहेगा। इस बार उम्मीद थी कि और बेहतर होगा, लेकिन मुकाबला कड़ा रहा। लड़के और लड़कियों को बराबर के मौके मिलें मनु का कहना है कि पंजाब और हरियाणा के खिलाड़ी काफी तरक्की कर रहे हैं। इसी तरह वह आगे भी करते रहेंगे। मुझे लगता है कि खेल में लड़के और लड़कियां दोनों को ही बराबरी के अवसर मिलने चाहिए, लेकिन कई घरों में ऐसा नहीं होता। मनु ने यह भी बताया है कि उन्हें शुरू से ही बढ़िया अवसर मिले। उनका कहना है कि अब समाज बदल रहा है। पॉजिटिव चेंज देखने को मिल रहा है। मैं उम्मीद करती हूं कि 10-15 साल में बढ़िया चेंज देखने को मिलेगा। मैं भी इस बदलाव में अपना पूरा सहयोग करूंगी। 10 मीटर एयर पिस्टल के 2 इवेंट्स में ब्रॉन्ज जीते पेरिस ओलंपिक के दूसरे ही दिन भारतीय शूटर मनु भाकर ने भारत को ब्रॉन्ज दिलाया था। उन्होंने विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में 221.7 पॉइंट्स के साथ मेडल जीता। ओलंपिक के इतिहास में शूटिंग में मेडल दिलाने वाली मनु पहली भारतीय महिला हैं।मनु ने अपना दूसरा मेडल अंबाला शूटर सरबजोत के साथ 10 मीटर पिस्टल मिक्स्ड इवेंट में जीता। दोनों की जोड़ी ने कोरियाई टीम को 16-10 से हराया। मनु एक ओलिंपिक में दो मेडल जीतने पहली भारतीय बनीं। इसके अलावा शूटर मनु 25 मीटर विमेंस पिस्टल इवेंट के फाइनल मुकाबले में हार गई। वह चौथे नंबर पर रहीं। ओलिंपिक क्लोजिंग सेरेमनी के लिए पेरिस जाएंगी मनु देश लौटने पर मनु ने कहा, ‘मैं बेहद खुश हूं कि इतना प्यार मिल रहा है।’ अब मनु पेरिस ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी में भारत की ध्वजवाहक होंगी। वह रविवार को होने वाली क्लोजिंग सेरेमनी के लिए पेरिस जाएंगी।
करनाल में विवाहिता लापता:2 बच्चों को भी ले गई साथ, पति बोला- बाइक पर किसी के साथ बैठकर गई
करनाल में विवाहिता लापता:2 बच्चों को भी ले गई साथ, पति बोला- बाइक पर किसी के साथ बैठकर गई हरियाणा में करनाल के घरौंडा की एक कॉलोनी में रहने वाली एक विवाहिता अपने दो नाबालिग बच्चों के साथ संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई है। इस घटना ने स्थानीय लोगों के बीच चिंता और असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है। महिला के पति ने अपनी पत्नी व बच्चों की हर जगह तलाश की लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चल पाया। पति ने एक व्यक्ति पर उसकी पत्नी व बच्चों को भगा ले जाने का शक जताया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दोपहर को निकली घर से शिकायतकर्ता पति ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि 19 जुलाई की दोपहर 1:35 पर उसकी पत्नी अपने दो नाबालिग बच्चों को लेकर घर से बाहर चली गई। इस दौरान उसने अपने पति या सास-ससुर को कोई जानकारी नहीं दी। शिकायतकर्ता ने बताया है कि उसकी मां और पिता घर पर ही मौजूद थे, लेकिन उनको कुछ भी नहीं बताया। घर वालों ने भी सोचा कि शायद वह आस पड़ोस में गई है। पति ने अपनी पत्नी और बच्चों की काफी तलाश की, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल पाया। पति का शक है कि उसकी पत्नी किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ मोटरसाईकिल पर गई है। मामला दर्ज, तलाश शुरू घरौंडा थाना के जांच अधिकारी रमेश ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया, “हमें एक शिकायत प्राप्त हुई है कि महिला अपने दो नाबालिग बच्चों के साथ गई है। पति ने किसी व्यक्ति पर शक जताया है कि वह उसकी पत्नी को लेकर गया है। शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।