हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) के चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया गया है। कमिश्नर गुद्वारा प्रबंधक कमेटी के द्वारा चुनाव का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। शेड्यूल के अनुसार, 18 दिसंबर को चुनाव का नोटिफिकेशन जारी होगा। इसके बाद 19 जनवरी को वोटिंग होगी। वोटिंग सुबह 8.00 बजे से शुरू होकर शाम 5.00 बजे तक होगी। वोटिंग के तुरंत बाद ही काउंटिंग कर रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। हाल ही में सिख समुदाय के नेताओं ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा गुरुद्वारा चुनाव आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति एचएस भल्ला (रिटायर) के साथ बैठक की और जल्द चुनाव कराने की मांग की थी। पिछले एचएसजीएमसी (तदर्थ) का कार्यकाल मई में पूरा हो गया था और समुदाय के नेता चुनाव की मांग कर रहे थे। लेकिन सरकार ने 14 अगस्त को हरियाणा में गुरुद्वारों की सभी संपत्तियों का प्रबंधन, पर्यवेक्षण और नियंत्रण करने के लिए तदर्थ एचएसजीएमसी के 41 सदस्यीय नए सदन को नामित किया था। तैयारियों में जुटे सिख नेता सिख समाज संस्था के अध्यक्ष दीदार सिंह नलवी ने कहा, हमने चुनाव लड़ने के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। नेताओं ने उम्मीदवारों को अंतिम रूप दे दिया है। नलवी का कहना है कि सरकार पारदर्शी तरीके से चुनाव कराएगी। “उन्होंने कहा, “वर्ष 2014 से समिति का संचालन सरकार द्वारा मनोनीत सदस्यों द्वारा किया जा रहा है और कामकाज संतोषजनक नहीं रहा है, जिसके कारण लोगों में वोट बनवाने में उत्साह की कमी है। हम सभी योग्य सिख समुदाय के सदस्यों से अपील करते हैं कि वे अपने वोट बनवाएं और चुनाव प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लें। जल्द चुनाव कराना चाहते थे सिख नेता हरियाणा सिख एकता दल के सदस्य अमरजीत सिंह मोहरी, (जिन्होंने प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात की) ने कहा, “हरियाणा सिख एकता दल का मुख्य उद्देश्य हरियाणा समिति के चुनाव जल्द से जल्द करवाना चाहते थे। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि जनवरी में चुनाव करवाए जाएंगे। ये है पूरा शेड्यूल… हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) के चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया गया है। कमिश्नर गुद्वारा प्रबंधक कमेटी के द्वारा चुनाव का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। शेड्यूल के अनुसार, 18 दिसंबर को चुनाव का नोटिफिकेशन जारी होगा। इसके बाद 19 जनवरी को वोटिंग होगी। वोटिंग सुबह 8.00 बजे से शुरू होकर शाम 5.00 बजे तक होगी। वोटिंग के तुरंत बाद ही काउंटिंग कर रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। हाल ही में सिख समुदाय के नेताओं ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा गुरुद्वारा चुनाव आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति एचएस भल्ला (रिटायर) के साथ बैठक की और जल्द चुनाव कराने की मांग की थी। पिछले एचएसजीएमसी (तदर्थ) का कार्यकाल मई में पूरा हो गया था और समुदाय के नेता चुनाव की मांग कर रहे थे। लेकिन सरकार ने 14 अगस्त को हरियाणा में गुरुद्वारों की सभी संपत्तियों का प्रबंधन, पर्यवेक्षण और नियंत्रण करने के लिए तदर्थ एचएसजीएमसी के 41 सदस्यीय नए सदन को नामित किया था। तैयारियों में जुटे सिख नेता सिख समाज संस्था के अध्यक्ष दीदार सिंह नलवी ने कहा, हमने चुनाव लड़ने के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। नेताओं ने उम्मीदवारों को अंतिम रूप दे दिया है। नलवी का कहना है कि सरकार पारदर्शी तरीके से चुनाव कराएगी। “उन्होंने कहा, “वर्ष 2014 से समिति का संचालन सरकार द्वारा मनोनीत सदस्यों द्वारा किया जा रहा है और कामकाज संतोषजनक नहीं रहा है, जिसके कारण लोगों में वोट बनवाने में उत्साह की कमी है। हम सभी योग्य सिख समुदाय के सदस्यों से अपील करते हैं कि वे अपने वोट बनवाएं और चुनाव प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लें। जल्द चुनाव कराना चाहते थे सिख नेता हरियाणा सिख एकता दल के सदस्य अमरजीत सिंह मोहरी, (जिन्होंने प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात की) ने कहा, “हरियाणा सिख एकता दल का मुख्य उद्देश्य हरियाणा समिति के चुनाव जल्द से जल्द करवाना चाहते थे। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि जनवरी में चुनाव करवाए जाएंगे। ये है पूरा शेड्यूल… हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में भर्तियां रूकने से सड़कों पर उतरे बेरोजगार:पूर्व सीएम हुड्डा आवास घेरने पहुंचे; पुलिस से झड़प, वाटर कैनन चलाई, कई हिरासत में लिए हरियाणा में सरकारी भर्ती पर रोक लगने से नाराज बेरोजगार युवा सड़कों पर उतर आए। इसका विरोध करने के लिए हरियाणवी बेरोजगार युवा चंडीगढ़ में MLA हॉस्टल पहुंचे। जहां से उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास का घेराव का ऐलान किया। रास्ते में कूच के दौरान युवाओं को रोकने के लिए चंडीगढ़ पुलिस की युवाओं से झड़प हो गई। पुलिस ने हालात बिगड़ते देख वाटर कैनन का भी प्रयोग किया। इस दौरान कई युवा घायल भी हो गए। झड़प के दौरान युवाओं की पुलिस से धक्का-मुक्का भी हुई। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कई युवाओं को हिरासत में भी ले लिया। यहां देखिए प्रदर्शन के PHOTO… भारत चुनाव आयोग (ECI) ने कांग्रेस सांसद जयराम रमेश की शिकायत का संज्ञान लेते हुए राज्य में विधानसभा चुनाव पूरा होने तक हरियाणा में चल रही भर्ती प्रक्रिया के परिणाम की घोषणा पर रोक लगा दी है। आयोग ने HSSC द्वारा हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल के 5600 पदों, TGT और PTI के 76 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पर यह कार्रवाई की है। इस फैसले पर हरियाणा भाजपा ने कांग्रेस को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- हरियाणा के युवा कृपया ध्यान दें, एक बार फिर कांग्रेस के भर्ती रोको गैंग ने हरियाणा के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। जांच करवा चुका ECI हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर लगी आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के संबंध में कांग्रेस सांसद ने शिकायत की थी। शिकायत के बाद आयोग ने राज्य सरकार से इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी, जिसकी जांच के बाद राज्य सरकार द्वारा दिए गए तथ्यों का पता लगने पर आदर्श आचार संहिता (MCC) का भर्ती प्रक्रिया में कोई उल्लंघन नहीं मिला है। तथ्यों की जांच में आयोग ने पाया है कि भर्ती प्रक्रिया चुनाव की घोषणा से पहले शुरू की गई थी। मौजूदा MCC निर्देशों के तहत है, जहां वैधानिक अधिकारी अपना काम जारी रख सकते हैं।हालांकि, समान अवसर बनाए रखने के लिए और यह सुनिश्चित करने के लिए कि किसी को कोई अनुचित लाभ न मिले, इसे देखते हुए ECI ने निर्देश दिया है कि संबंधित अधिकारियों (HSSC और HPSC) द्वारा इन भर्ती के परिणामों की घोषणा विधानसभा चुनाव पूरे होने तक न की जाएगी। हरियाणा कांग्रेस ने इन भर्तियों पर सवाल उठाए थे हरियाणा कांग्रेस ने HSSC की ओर से निकाली गईं खेल डिपार्टमेंट में 76 पदों पर भर्ती पर सवाल उठाए थे। इसके अलावा कांग्रेस ने हरियाणा पुलिस की 5600 कॉन्स्टेबल भर्तियों के नोटिफिकेशन को लेकर भी शिकायत की थी। कांग्रेस की ओर से कहा गया था कि इन भर्तियों का नोटिफिकेशन आचार संहिता लगने के बाद जारी किया गया था।
हरियाणा में BJP का जिला परिषद चेयरमैन बना:सर्वसम्मति से चुने गए, JJP के चेयरपर्सन को अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाया था
हरियाणा में BJP का जिला परिषद चेयरमैन बना:सर्वसम्मति से चुने गए, JJP के चेयरपर्सन को अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाया था हरियाणा के कैथल में जिला परिषद में लंबी खींचतान के बाद बुधवार (30 अक्टूबर) को नए चेयरमैन को लेकर फैसला हो गया। कर्मबीर कौल सर्वसम्मति से नए चेयरमैन चुने गए। मीटिंग में 21 में से 19 पार्षद पहुंचे थे। इसके साथ डिप्टी सीईओ रितु लाठर, पुंडरी विधायक सतपाल जांबा, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक गुर्जर और जिला अध्यक्ष मुनीष कठवाड़ भी शामिल हुए। इससे पहले JJP समर्थित दीपक मलिक चेयरमैन थे, जिसको अविश्वास प्रस्ताव लाकर पद से हटाया गया था। नए चेयरमैन की दौड़ में कर्मबीर कौल का नाम सबसे आगे था। वे पहले वाइस चेयरमैन थे। दीपक मलिक के खिलाफ हुए पार्षदों का नेतृत्व कर्मबीर कौल ही करते नजर आए हैं। पार्षदों व भाजपा के स्थानीय पदाधिकारियों के साथ अच्छे संबंधों का फायदा उनको मिला। वहीं वाइस चेयरमैन का चुनाव लगभग 20 दिन बाद किया जाएगा। 14 अक्टूबर को गई थी दीपक मलिक की कुर्सी
जनवरी 2023 में जिला परिषद चेयरमैन चुने गए दीपक मलिक की 14 अक्टूबर को कुर्सी छीन गई थी। उनके खिलाफ पार्षद अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे। विश्वास प्रस्ताव के लिए 12 जुलाई को 15 पार्षदों ने डीसी को शपथ पत्र सौंप थे। जिसके बाद प्रशासन ने 19 जुलाई को मीटिंग बुलाई थी। इस बीच दीपक मलिक मलिक प्रशासन के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंच गए थे। आरोप लगाया था कि मीटिंग बुलाने के लिए नियमों का पालन नहीं किया गया। हाईकोर्ट ने तय दिन पर वोटिंग करवाने के आदेश दिए, लेकिन अंतिम फैसला आने तक रिजल्ट घोषित करने पर स्टे लगा दिया था। 19 जुलाई को 17 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग की। जिसमें चेयरमैन दीपक मलिक नहीं पहुंचे थे। अगस्त में हाईकोर्ट ने फैसला प्रशासन के पक्ष में दिया, लेकिन आचार संहिता की वजह से रिजल्ट जारी नहीं हो सका। 14 अक्टूबर को डीसी की अध्यक्षता में वोटों की गिनती हुई। 17 पार्षदों के वोट अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मिलने पर दीपक मलिक की कुर्सी गई थी। कर्मबीर कौल ने छीनी थी ग्रांट बांटने की पावर
जनवरी 2023 में जिला परिषद चेयरमैन बनाने को लेकर भाजपा व जजपा दोनों ही पार्टियों में खूब खींचतान हुई थी। दोनों ही पार्टी अपना चेयरमैन बनाने के लिए जोर लगा रही थी, लेकिन बाजी जजपा के हाथ लगी। जजपा के सहयोग से दीपक मलिक चेयरमैन तो बने, लेकिन पहली मीटिंग से उनके सामने अड़चनें शुरू हो गई थी। हाउस की पहली ही मीटिंग में चेयरमैन से ग्रांट बांटने की पावर छीन गई। वोटिंग के माध्यम से ग्रांट बांटने का अधिकार भाजपा समर्थित वाइस चेयरमैन कर्मबीर कौल को मिल गया था। हालांकि बाद में ग्रांट वितरण का अधिकार दीपक मलिक को मिल गया था। इसके बाद पार्षद दीपक मलिक से बागी होने लगे। चेयरमैन द्वारा ग्रांट वितरण में भेदभाव के आरोप लगे। पार्षद व पार्षद प्रतिनिधि को भ्रष्टाचार के केस में फंसाने के भी आरोप लगाए गए। जिस कारण दीपक मलिक अपनी कुर्सी नहीं बचा पाए थे।
बरवाला में चलती ट्रक से 50 बोरी धान चोरी:बदमाशों ने रस्सी काटकर सड़क पर गिराई बोरियां, 2 कार सवारों पर FIR
बरवाला में चलती ट्रक से 50 बोरी धान चोरी:बदमाशों ने रस्सी काटकर सड़क पर गिराई बोरियां, 2 कार सवारों पर FIR बरवाला क्षेत्र में बरवाला जींद रोड पर कुछ लोगों ने उकलाना से सोनीपत धान की बोरियां लेकर जा रहे एक ट्रक की रस्सियां काट कर ट्रक में भरी धान की बोरियां सड़क पर गिरा दी और उन बोरियों को दो गाड़ियों में अज्ञात लोग ले गए। बरवाला पुलिस ने ट्रक ड्राइवर की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। बरवाला पुलिस को दी शिकायत में गांव बिठमड़ा निवासी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि मेरे पास 18 पहियों वाला ट्रक है, जिसका नंबर HR63C2020 है। उसने बताया कि मैं उकलाना से सोनीपत धान लोड करके जा रहा था। जब मैं बरवाला से जींद रोड पर जा रहा था तो चलती गाड़ी की स्पीड कम होने पर कोई अज्ञात व्यक्ति गाड़ी पर चढ़ गया और गांव खरक पुनिया के पास नहर के पुल पर धान की बोरियों पर बंधी रस्सियां अचानक कट गईं। इससे मेरी गाड़ी में भरी धान की बोरियां सड़क पर गिरने लगीं। ट्रक से 50 बोरियां गायब, 18 मिलीं ट्रक ड्राइवर ने बताया कि इस दौरान सड़क से गुजर रहे बोलेरो पिकअप में सवार एक राहगीर ने मुझे इशारा किया कि ट्रक से धान की बोरियां नीचे गिर रही हैं। मैंने गाड़ी रोककर देखा तो 50-60 बोरियां गायब थीं। जिनमें से 18-20 बोरियां मिलीं। मैंने एक कार सवार से मदद मांगी जो दिल्ली पुलिस का जवान था। मैं दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ उनकी गाड़ी में बैठकर उस जगह पर आया जहां ट्रक से बोरियां गिरी थीं। हमने देखा कि मेरी धान की बोरियां एक कार नंबर HR06AB3888 और एक स्कॉर्पियो नंबर HR12AV3400 में भरी हुई थीं। फोर्ड फिगो में 4 अन्य लोग सवार थे, ड्राइवर, जो भाग गए। उसके बाद हमने स्कॉर्पियो कार वालों से कहा कि ये धान की बोरियां हमारी हैं, तो उन्होंने कहा कि ये बोरियां हमारी हैं। मैंने 112 पर कॉल करके पुलिस को घटना की जानकारी दी, तो उन्होंने कहा कि हम आपके साथ मजाक कर रहे थे। ये बोरियां आपकी हैं। फिर उसने कहा कि ये बोरियां आपकी गाड़ी के पास रखवा दूंगा, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी वहां से फरार हो गए। बरवाला पुलिस ने गांव बिठमड़ा निवासी ट्रक चालक सुरेंद्र कुमार की शिकायत पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।