हरियाणा की गुरुग्राम लोकसभा सीट से हार का सामना कर चुके कांग्रेस उम्मीदवार राज बब्बर अब विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। वह हार के बाद भी गुरुग्राम में एक्टिव हैं। यहां से भाजपा उम्मीदवार रहे राव इंद्रजीत सिंह को बब्बर ने कड़ी टक्कर दी थी। अब उनके गुरुग्राम की ही किसी सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है। इस चर्चा को बल उस वक्त मिला जब बुधवार को जनसमस्याएं जानने राज बब्बर मिलेनियम सिटी की सड़कों पर उतरे। इस दौरान विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने न हां कही और न ही संभावनाओं को नकारा। उन्होंने कहा, ‘मैंने आज तक कभी ऐसा नहीं किया। मैं 27 साल से राजनीति में हूं। मैं वैसे ही काम कर रहा हूं और करता रहूंगा। हुड्डा के खास राज बब्बर, मुंबई छोड़ गुरुग्राम शिफ्ट हुए
बता दें कि इस बार गुरुग्राम लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव की टिकट काटकर फिल्म स्टार राज बब्बर को दी। राज बब्बर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खास हैं। हुड्डा की सिफारिश पर ही उन्हें टिकट मिली। राज बब्बर 3 बार लोकसभा और 2 बार राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। हरियाणा में राजनीति की नई पारी शुरू करने वाले राज बब्बर को लोकसभा चुनाव में प्रचार का भले ही बहुत कम वक्त मिला, लेकिन उन्होंने चुनावी मुकाबले में राव इंद्रजीत सिंह को टक्कर जरूर कड़ी दी। BJP कैंडिडेट राव इंद्रजीत सिंह 2014 और 2019 दोनों चुनाव में 2 लाख से भी ज्यादा वोटों से जीते, लेकिन इस बार उनका मार्जिन 70 हजार पर आकर टिक गया। नूंह और रेवाड़ी में मिला वोटर्स का साथ
गुरुग्राम से नूंह और रेवाड़ी तक राज बब्बर को वोटर्स का अच्छा साथ मिला। इसके कारण राज बब्बर ने चुनाव संपन्न होने के बाद भी धन्यवादी दौरे किए। राज बब्बर ने यह तक कह दिया कि आज तक उन्होंने 27 साल में कई चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें इतने वोट कभी नहीं मिले, जितने इस बार गुरुग्राम लोकसभा से मिले। राज बब्बर को इस बार 7 लाख से ज्यादा वोट मिले हैं, जिसके बाद राज बब्बर ने ऐलान कर दिया कि अब वह मुंबई छोड़ पूरी तरह गुरुग्राम में बस गए हैं। राज बब्बर ने गुरुग्राम में ही घर भी ले लिया है। गुरुग्राम या बादशाहपुर से लड़ने की चर्चा
राज बब्बर के इस तरह एक्टिव रहने को लेकर राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि हो सकता है यह 4 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव की स्ट्रेटेजी का हिस्सा हो। भले ही राज बब्बर लोकसभा चुनाव में गुरुग्राम और बादशाहपुर सीट से सबसे बड़े अंतर से हारे, लेकिन विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा भी इन्हीं दोनों सीट पर है। हालांकि, इन दोनों ही सीटों पर विधानसभा चुनाव की तैयारी और भी नेता कर रहे है, लेकिन जिस तरह लोकसभा में राज बब्बर ने सभी को चौंकाया, ठीक उसी तरह वह विधानसभा चुनाव में भी चौंका सकते हैं। हरियाणा की गुरुग्राम लोकसभा सीट से हार का सामना कर चुके कांग्रेस उम्मीदवार राज बब्बर अब विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। वह हार के बाद भी गुरुग्राम में एक्टिव हैं। यहां से भाजपा उम्मीदवार रहे राव इंद्रजीत सिंह को बब्बर ने कड़ी टक्कर दी थी। अब उनके गुरुग्राम की ही किसी सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है। इस चर्चा को बल उस वक्त मिला जब बुधवार को जनसमस्याएं जानने राज बब्बर मिलेनियम सिटी की सड़कों पर उतरे। इस दौरान विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने न हां कही और न ही संभावनाओं को नकारा। उन्होंने कहा, ‘मैंने आज तक कभी ऐसा नहीं किया। मैं 27 साल से राजनीति में हूं। मैं वैसे ही काम कर रहा हूं और करता रहूंगा। हुड्डा के खास राज बब्बर, मुंबई छोड़ गुरुग्राम शिफ्ट हुए
बता दें कि इस बार गुरुग्राम लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव की टिकट काटकर फिल्म स्टार राज बब्बर को दी। राज बब्बर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खास हैं। हुड्डा की सिफारिश पर ही उन्हें टिकट मिली। राज बब्बर 3 बार लोकसभा और 2 बार राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। हरियाणा में राजनीति की नई पारी शुरू करने वाले राज बब्बर को लोकसभा चुनाव में प्रचार का भले ही बहुत कम वक्त मिला, लेकिन उन्होंने चुनावी मुकाबले में राव इंद्रजीत सिंह को टक्कर जरूर कड़ी दी। BJP कैंडिडेट राव इंद्रजीत सिंह 2014 और 2019 दोनों चुनाव में 2 लाख से भी ज्यादा वोटों से जीते, लेकिन इस बार उनका मार्जिन 70 हजार पर आकर टिक गया। नूंह और रेवाड़ी में मिला वोटर्स का साथ
गुरुग्राम से नूंह और रेवाड़ी तक राज बब्बर को वोटर्स का अच्छा साथ मिला। इसके कारण राज बब्बर ने चुनाव संपन्न होने के बाद भी धन्यवादी दौरे किए। राज बब्बर ने यह तक कह दिया कि आज तक उन्होंने 27 साल में कई चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें इतने वोट कभी नहीं मिले, जितने इस बार गुरुग्राम लोकसभा से मिले। राज बब्बर को इस बार 7 लाख से ज्यादा वोट मिले हैं, जिसके बाद राज बब्बर ने ऐलान कर दिया कि अब वह मुंबई छोड़ पूरी तरह गुरुग्राम में बस गए हैं। राज बब्बर ने गुरुग्राम में ही घर भी ले लिया है। गुरुग्राम या बादशाहपुर से लड़ने की चर्चा
राज बब्बर के इस तरह एक्टिव रहने को लेकर राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि हो सकता है यह 4 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव की स्ट्रेटेजी का हिस्सा हो। भले ही राज बब्बर लोकसभा चुनाव में गुरुग्राम और बादशाहपुर सीट से सबसे बड़े अंतर से हारे, लेकिन विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा भी इन्हीं दोनों सीट पर है। हालांकि, इन दोनों ही सीटों पर विधानसभा चुनाव की तैयारी और भी नेता कर रहे है, लेकिन जिस तरह लोकसभा में राज बब्बर ने सभी को चौंकाया, ठीक उसी तरह वह विधानसभा चुनाव में भी चौंका सकते हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर