हरियाणा के फरीदाबाद में 2 दिन तक चली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की समन्वय बैठक रविवार को संपन्न हो गई। इसमें RSS के नेताओं ने भाजपा को खूब खरी-खरी सुनाई हैं। कहा है कि हमारी बात मान लेते तो लोकसभा में कम से कम 8 सीटें जीत जाते। हालांकि, नेताओं ने यह भी कहा है कि पिछली गलतियों से सीखते हुए आगे सजगता से काम करना है। संघ ने कहा है कि हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा जाएगा। इसमें भाजपा के साथ संघ के कार्यकर्ता हर बूथ स्तर पर एक्टिव होंगे। फरीदाबाद में बैठक हुई
यह बैठक फरीदाबाद के सेक्टर-16 स्थित किसान भवन में रखी गई थी। बैठक में हरियाणा के विधानसभा चुनावों पर विस्तार से चर्चा हुई। इसमें संघ की तरफ से सबसे बड़ा सुझाव हरियाणा में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने को लेकर दिया गया। लोकसभा में हारे बूथों पर वोट प्रतिशत बढ़ाने का तरीका बताया। कहा गया कि ज्यादा से ज्यादा समय लोगों के बीच बिताया जाए, ताकि पार्टी का लोगों पर भरोसा बने। संघ के सभी संगठन मिलकर भाजपा के लिए ग्राउंड पर वर्किंग करेंगे। भाजपा अपने बूथ पर सुनिश्चित करेगी कि हर घर में संपर्क करे। कार्यकर्ता प्रदेश के मुद्दों के साथ-साथ राष्ट्रीय मुद्दों पर बात करें। इस बैठक को RSS के सह सरकार्यवाहक अरूण कुमार ने कोऑर्डिनेट किया। वह हरियाणा प्रांत के प्रचारक रह चुके हैं। हालांकि, पहले दिन की बैठक के बाद अरूण कुमार चले गए, मगर वह हरियाणा को लेकर संघ की भूमिका और कैसे चुनाव को संगठन के बेहतर तालमेल से जीता जा सकता है, इस पर विस्तार से अपनी बात रखकर गए थे। भाजपा ने रखे बूथ स्तर के आंकड़े
हरियाणा में BJP ने लोकसभा चुनाव के बूथ स्तर के आंकड़े भी रखे। इसमें देखा गया कि भाजपा 49% बूथों पर हार गई। हरियाणा में लोकसभा चुनाव में 19812 बूथ थे। इन बूथों में से BJP 9740 बूथ जीत पाई है। बाकी बचे 10,072 बूथ पर कांग्रेस सहित अन्य दल जीते। जिन बूथों पर भाजपा हारी, वहां भाजपा की टीम भी थी और कार्यकर्ता भी, मगर संघ की रिपोर्ट में आया कि इन बूथों पर कार्यकर्ता ही घर से बाहर नहीं निकले। कार्यकर्ताओं के परिवार वालों ने ही शत प्रतिशत वोटिंग नहीं की। इसके अलावा शहरी वोटर, जो भाजपा का कोर वोटर भी है, वह वोट देने में सुस्त रहा। संघ का सुझाव मानते तो हरियाणा में 8 सीट जीतते
समन्वय बैठक में RSS के पदाधिकारियों ने कहा कि अगर संघ के दिए सुझाव पर अमल किया गया होता, तो हरियाणा में भाजपा 8 लोकसभा सीट जीत जाती। 5 सीट पर मार्जिन और बढ़ता और 3 सीट हिसार, अंबाला और सोनीपत भी भाजपा की झोली में होतीं। मगर यहां संघ के दिए सुझाव इंप्लीमेंट नहीं हो पाए। क्या थे संघ के सुझाव
लोकसभा चुनाव से पहले संघ ने मीटिंग कर कहा था कि भाजपा के कार्यकर्ता जमीनी स्तर से लोगों के साथ जुड़ें। वे लोगों के मुद्दों को सुनें और उनके समाधान के लिए काम करें। लेकिन, चुनाव प्रचार के दौरान अपने ही कार्यकर्ता काम करने नहीं निकले। इससे भाजपा के हाथ से 5 सीटें निकल गईं। बैठक में 2 दिन तक फोन बंद रखे गए
RSS-BJP की समन्वय बैठक को पूरी तरह से गुप्त रखा गया। यहां तक गेट पर बैठक में शामिल लोगों की लिस्ट पकड़ा दी गई। सिर्फ अंदर उन लोगों को ही जाने की इजाजत दी गई, जिनका लिस्ट में नाम था। बैठक में शामिल लोगों के गेट पर फोन बंद करवा लिए गए और 2 दिन बाद गेट से बाहर जाने के बाद ही फोन ऑन करने की इजाजत दी गई। ये पदाधिकारी रहे मौजूद
इस बैठक में हरियाणा के संघ नेताओं में क्षेत्रीय संघ चालक पवन जिंदल, क्षेत्रीय संपर्क प्रमुख श्रीकृष्ण सिंघल, क्षेत्रीय सर कार्यवाहक रोशन लाल, RSS के प्रचार विभाग से जुड़े लोग शामिल रहे। वहीं, भाजपा की ओर से प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, प्रदेश प्रभारी डॉ. सतीश पूनिया, चुनाव सह प्रभारी बिप्लब कुमार देब, प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया, अर्चना गुप्ता, प्रदेश संगठन मंत्री फणिंद्र शर्मा उपस्थित रहे। इसके अलावा संघ से जुड़े संगठनों के पदाधिकारी भी शामिल हुए। इनमें स्वदेशी जागरण मंच, शिक्षण मंडल, सेवा भारती जैसे तमाम संगठन शामिल हैं। साल में 2 बार यह बैठक होती है। इस बार चुनाव को लेकर हुई बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है। हरियाणा के फरीदाबाद में 2 दिन तक चली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की समन्वय बैठक रविवार को संपन्न हो गई। इसमें RSS के नेताओं ने भाजपा को खूब खरी-खरी सुनाई हैं। कहा है कि हमारी बात मान लेते तो लोकसभा में कम से कम 8 सीटें जीत जाते। हालांकि, नेताओं ने यह भी कहा है कि पिछली गलतियों से सीखते हुए आगे सजगता से काम करना है। संघ ने कहा है कि हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा जाएगा। इसमें भाजपा के साथ संघ के कार्यकर्ता हर बूथ स्तर पर एक्टिव होंगे। फरीदाबाद में बैठक हुई
यह बैठक फरीदाबाद के सेक्टर-16 स्थित किसान भवन में रखी गई थी। बैठक में हरियाणा के विधानसभा चुनावों पर विस्तार से चर्चा हुई। इसमें संघ की तरफ से सबसे बड़ा सुझाव हरियाणा में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने को लेकर दिया गया। लोकसभा में हारे बूथों पर वोट प्रतिशत बढ़ाने का तरीका बताया। कहा गया कि ज्यादा से ज्यादा समय लोगों के बीच बिताया जाए, ताकि पार्टी का लोगों पर भरोसा बने। संघ के सभी संगठन मिलकर भाजपा के लिए ग्राउंड पर वर्किंग करेंगे। भाजपा अपने बूथ पर सुनिश्चित करेगी कि हर घर में संपर्क करे। कार्यकर्ता प्रदेश के मुद्दों के साथ-साथ राष्ट्रीय मुद्दों पर बात करें। इस बैठक को RSS के सह सरकार्यवाहक अरूण कुमार ने कोऑर्डिनेट किया। वह हरियाणा प्रांत के प्रचारक रह चुके हैं। हालांकि, पहले दिन की बैठक के बाद अरूण कुमार चले गए, मगर वह हरियाणा को लेकर संघ की भूमिका और कैसे चुनाव को संगठन के बेहतर तालमेल से जीता जा सकता है, इस पर विस्तार से अपनी बात रखकर गए थे। भाजपा ने रखे बूथ स्तर के आंकड़े
हरियाणा में BJP ने लोकसभा चुनाव के बूथ स्तर के आंकड़े भी रखे। इसमें देखा गया कि भाजपा 49% बूथों पर हार गई। हरियाणा में लोकसभा चुनाव में 19812 बूथ थे। इन बूथों में से BJP 9740 बूथ जीत पाई है। बाकी बचे 10,072 बूथ पर कांग्रेस सहित अन्य दल जीते। जिन बूथों पर भाजपा हारी, वहां भाजपा की टीम भी थी और कार्यकर्ता भी, मगर संघ की रिपोर्ट में आया कि इन बूथों पर कार्यकर्ता ही घर से बाहर नहीं निकले। कार्यकर्ताओं के परिवार वालों ने ही शत प्रतिशत वोटिंग नहीं की। इसके अलावा शहरी वोटर, जो भाजपा का कोर वोटर भी है, वह वोट देने में सुस्त रहा। संघ का सुझाव मानते तो हरियाणा में 8 सीट जीतते
समन्वय बैठक में RSS के पदाधिकारियों ने कहा कि अगर संघ के दिए सुझाव पर अमल किया गया होता, तो हरियाणा में भाजपा 8 लोकसभा सीट जीत जाती। 5 सीट पर मार्जिन और बढ़ता और 3 सीट हिसार, अंबाला और सोनीपत भी भाजपा की झोली में होतीं। मगर यहां संघ के दिए सुझाव इंप्लीमेंट नहीं हो पाए। क्या थे संघ के सुझाव
लोकसभा चुनाव से पहले संघ ने मीटिंग कर कहा था कि भाजपा के कार्यकर्ता जमीनी स्तर से लोगों के साथ जुड़ें। वे लोगों के मुद्दों को सुनें और उनके समाधान के लिए काम करें। लेकिन, चुनाव प्रचार के दौरान अपने ही कार्यकर्ता काम करने नहीं निकले। इससे भाजपा के हाथ से 5 सीटें निकल गईं। बैठक में 2 दिन तक फोन बंद रखे गए
RSS-BJP की समन्वय बैठक को पूरी तरह से गुप्त रखा गया। यहां तक गेट पर बैठक में शामिल लोगों की लिस्ट पकड़ा दी गई। सिर्फ अंदर उन लोगों को ही जाने की इजाजत दी गई, जिनका लिस्ट में नाम था। बैठक में शामिल लोगों के गेट पर फोन बंद करवा लिए गए और 2 दिन बाद गेट से बाहर जाने के बाद ही फोन ऑन करने की इजाजत दी गई। ये पदाधिकारी रहे मौजूद
इस बैठक में हरियाणा के संघ नेताओं में क्षेत्रीय संघ चालक पवन जिंदल, क्षेत्रीय संपर्क प्रमुख श्रीकृष्ण सिंघल, क्षेत्रीय सर कार्यवाहक रोशन लाल, RSS के प्रचार विभाग से जुड़े लोग शामिल रहे। वहीं, भाजपा की ओर से प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, प्रदेश प्रभारी डॉ. सतीश पूनिया, चुनाव सह प्रभारी बिप्लब कुमार देब, प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया, अर्चना गुप्ता, प्रदेश संगठन मंत्री फणिंद्र शर्मा उपस्थित रहे। इसके अलावा संघ से जुड़े संगठनों के पदाधिकारी भी शामिल हुए। इनमें स्वदेशी जागरण मंच, शिक्षण मंडल, सेवा भारती जैसे तमाम संगठन शामिल हैं। साल में 2 बार यह बैठक होती है। इस बार चुनाव को लेकर हुई बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर