हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला की बेटी यमुना राणा का चयन बीसीसीआई सीनियर वूमेन वनडे चैलेंजर ट्रॉफी के लिए हुआ है। यमुना ‘ई’ टीम का हिस्सा होंगी और हिमाचल से इस प्रतियोगिता के लिए चुनी गई एकमात्र क्रिकेटर हैं। एचपीसीए के सचिव अवनीश परमार ने बताया कि यह प्रतियोगिता 5 जनवरी से चेन्नई में शुरू होगी। उन्होंने कहा कि यमुना का चयन हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) के लिए गर्व की बात है। एचपीसीए ने यमुना को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। बीसीसीआई सीनियर वूमेन वनडे चैलेंजर ट्रॉफी 5 से 15 जनवरी तक चेन्नई में आयोजित की जाएगी। इस प्रतियोगिता में 5 टीमें भाग लेंगी और फाइनल मैच 15 जनवरी को खेला जाएगा। ऑल-राउंडर खिलाड़ी हैं यमुना राणा परमार ने कहा कि यमुना राणा एक प्रतिभाशाली ऑल-राउंडर हैं, जो दाएं हाथ से बल्लेबाजी और ऑफ ब्रेक गेंदबाजी करती हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश महिला टीम के लिए कई महत्वपूर्ण मैच खेले हैं। उनके चयन और प्रदर्शन से एचपीसीए को गर्व है और उन्हें भविष्य में और भी सफलता की कामना की गई है। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला की बेटी यमुना राणा का चयन बीसीसीआई सीनियर वूमेन वनडे चैलेंजर ट्रॉफी के लिए हुआ है। यमुना ‘ई’ टीम का हिस्सा होंगी और हिमाचल से इस प्रतियोगिता के लिए चुनी गई एकमात्र क्रिकेटर हैं। एचपीसीए के सचिव अवनीश परमार ने बताया कि यह प्रतियोगिता 5 जनवरी से चेन्नई में शुरू होगी। उन्होंने कहा कि यमुना का चयन हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) के लिए गर्व की बात है। एचपीसीए ने यमुना को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। बीसीसीआई सीनियर वूमेन वनडे चैलेंजर ट्रॉफी 5 से 15 जनवरी तक चेन्नई में आयोजित की जाएगी। इस प्रतियोगिता में 5 टीमें भाग लेंगी और फाइनल मैच 15 जनवरी को खेला जाएगा। ऑल-राउंडर खिलाड़ी हैं यमुना राणा परमार ने कहा कि यमुना राणा एक प्रतिभाशाली ऑल-राउंडर हैं, जो दाएं हाथ से बल्लेबाजी और ऑफ ब्रेक गेंदबाजी करती हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश महिला टीम के लिए कई महत्वपूर्ण मैच खेले हैं। उनके चयन और प्रदर्शन से एचपीसीए को गर्व है और उन्हें भविष्य में और भी सफलता की कामना की गई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल के ग्रामीण बैंक से धोखाधड़ी:फर्जी कागजों पर लिया 10 लाख का लोन, गारंटर ने भी दिए नकली दस्तावेज
हिमाचल के ग्रामीण बैंक से धोखाधड़ी:फर्जी कागजों पर लिया 10 लाख का लोन, गारंटर ने भी दिए नकली दस्तावेज हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में जाली दस्तावेज तैयार कर बैंक से ऋण लेने का मामला सामने आया है। आरोप है कि एक व्यक्ति ने फ़र्जी दस्तावेज तैयार कर ग्रामीण बैंक से 10 लाख ऋण लिया है। व्यक्ति इतना शातिर है कि उसने गारंटर के भी जाली दस्तावेज बनाए है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 2017 में लिया था लोन जानकारी के अनुसार ग्रामीण बैंक के महाप्रबंधक वीरेंद्र कुमार ने पुलिस थाना न्यू शिमला में शिकायत दी है। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ष 2017 में राजेश डोगरा ने जाली दस्तावेज पेश करके ग्रामीण बैंक से 10 लाख रुपए का ऋण लिया था। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि ऋण लेने वाले व्यक्ति के गारंटर ने भी अपने दस्तावेज जाली दिए है। बैंक अधिकारी ने दी शिकायत उन्होंने बताया कि ऋण लेने वाला व्यक्ति राजेश डोगरा ग्राम कोट, पोस्ट ऑफिस शिलारू, तहसील ठियोग जिला शिमला का रहने वाला है। वहीं उसका गारंटर नितिन सिंह निवासी जूमन लाज एसडीए कॉम्प्लेक्स कुसुम्पटी का रहने वाला है। पुलिस ने बैंक महाप्रबंधक की शिकायत पर दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय सहिंता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सोलन में 37वां भगोड़ा अपराधी गिरफ्तार:मारपीट में दर्ज हुआ था मामला, समन भेजने के बाद भी कोर्ट में नहीं हुआ पेश
सोलन में 37वां भगोड़ा अपराधी गिरफ्तार:मारपीट में दर्ज हुआ था मामला, समन भेजने के बाद भी कोर्ट में नहीं हुआ पेश हिमाचल में सोलन पुलिस ने इस साल के 37वें उद्घोषित भगोड़े अपराधी को पकड़ कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। सोलन की सदर थाना पुलिस ने 29 वर्षीय इस युवक को कंडाघाट से गिरफ्तार किया है। साल 2014 में इस युवक पर मारपीट का आरोप लगा था, अदालत से जमानत पर छूटने के बाद उसने फिर अदालत की ओर रुख ही नहीं किया। कई समन जारी करने के बाद भी जब वह अदालत में पेश नहीं हुआ तो कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था। एसपी सोलन गौरव सिंह के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार साल 201 के मारपीट के एक मामले में सुबाथू रोड स्थित तार फैक्ट्री के नजदीक रहने वाले यमन गिल उर्फ अंशुल को उस वक्त जमानत मिल गई थी। लेकिन उसके बाद वह अदालत में सुनवाई के दौरान कोर्ट में पेश नहीं हुआ। बाद में अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था। उन्होंने बताया कि आज सोलन की सदर थाना पुलिस ने उसे कंडाघाट से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली। उसे अदालत में पेश किया जाएगा। बता दें कि पुलिस ने नशा तस्करों, चोरों तथा भगोड़े अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाते हुए बीते करीब एक साल की अवधि के दौरान ऐसे 36 भगोड़े अपराधियों को खोजकर सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है, जो आपराधिक वारदातों को अंजाम देने के पश्चात कई सालों से पुलिस व अदालत की नजरों से छुपकर बैठे हुए थे। इन सभी को अलग-अलग अदालतों ने भगोड़ा घोषित कर रखा था। फिलहाल अंशुल के अन्य आपराधिक रिकार्ड की पड़ताल की जा रही है।
शिमला के संजौली कॉलेज में 5 छात्र नेता निष्कासित:शैक्षणिक माहौल खराब-प्रोसेसर को धमकियां देने का आरोप, आज फिर परिसर में प्रदर्शन
शिमला के संजौली कॉलेज में 5 छात्र नेता निष्कासित:शैक्षणिक माहौल खराब-प्रोसेसर को धमकियां देने का आरोप, आज फिर परिसर में प्रदर्शन हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस कॉलेज संजौली में प्रशासन ने 5 छात्र नेताओं को निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई बीते शुक्रवार को कॉलेज परिसर में हुए हंगामे के बाद की गई। कॉलेज प्रशासन ने छात्र नेताओं को अनिश्चित काल के लिए निष्कासित कर कैंपस में प्रवेश पर रोक लगा दी है। इससे गुस्साए छात्र संजौली कॉलेज में फिर से प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्र संगठन SFI का आरोप है कि कॉलेज प्रशासन एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है, जबकि कॉलेज प्रशासन SFI के छात्र नेताओं पर कॉलेज का शैक्षिक माहौल खराब करने का आरोप लगा रहा है। इन छात्रों को किया गया निष्कासित इसे देखते हुए कॉलेज प्रिंसिपल ने स्टाफ काउंसिल और कॉलेज के वूमेन सेल की सिफारिश पर 5 छात्र नेताओं को निष्कासित किया है। इनमें बीए तृतीय वर्ष के अंशुल मिन्हास, प्रवेश, बीनस रितांश व सुहानी और बीएस द्वितीय वर्ष के आर्यन ठाकुर शामिल है। प्रिंसिपल ऑफिस से जारी आदेशों के अनुसार ये अब कॉलेज के छात्र नहीं है। कोई भी प्रोसेसर इनकी हाजिरी नहीं लगाएगा और इन्हें कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। SFI वर्कर परिसर में माहौल खराब कर रहे: प्रिंसिपल कॉलेज प्रिंसिपल भारती भांगड़ा ने कहा कि कॉलेज परिसर में हंगामा करने वाले छात्रों की अगुआई कर रहे छात्र संगठन SFI के 5 छात्रों को निष्कासित किया है। उन्होंने बताया ये छात्र नेता लगातार परिसर में माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। शिक्षकों के साथ बदतमीजी और कॉलेज प्रोफेसर को धमकियां देने में दोषी पाए गए हैं। प्रिंसिपल ने बताया, आज से कॉलेज कक्षाएं नियमित चलेगी। कॉलेज परिसर में कोई हंगामा न हो सके। इसके लिए पुलिस बुलाई गई है। पहचान पत्र चेक कर करने के बाद ही परिसर में प्रवेश मिलेगा। जाने पूरा मामला क्या है? SFI का दावा है कि संजौली कॉलेज की एक छात्रा ने लड़के पर उसको लेकर झूठी अफवाह फैलाने और छेड़ने का आरोप लगाते हुए वूमेन सेल से बीते वीरवार को शिकायत की थी, जिसके बाद कॉलेज प्रिंसिपल ने मामले की छानबीन करने का आश्वासन दिया और जांच रिपोर्ट आने तक इंतजार करने को कहा। कल शिक्षकों ने किया कक्षाओं का बहिष्कार इसे लेकर बीते कल कॉलेज में प्रदर्शन किया। इसके बाद शिक्षकों ने कक्षाओं का बहिष्कार किया। कॉलेज में बिगड़े माहौल को शांत करने के लिए कैंपस में पुलिस बुलानी पड़ी। इसके बाद पुलिस ने कॉलेज कैंपस को खाली करवाया। देर शाम तक कॉलेज प्रशासन ने 5 छात्र नेताओं को निष्कासित करने के आदेश जारी किए। वहीं कॉलेज प्रिंसिपल के अनुसार, छात्रा से शिकायत का मामला छेड़छाड़ का नहीं है। इस मामले को परिसर के बाहर सुलझा दिया गया था। फिर भी SFI के कार्यकर्ता इसे बेवजह तूल दे रहे हैं। SFI ने मामले को दबाने का आरोप SFI इकाई अध्यक्ष प्रवेश ने कहा कि कॉलेज परिसर में लड़की से हुई छेड़छाड़ मामले को लेकर SFI का एक प्रतिनिधिमंडल कॉलेज प्रशासन से मिला। मामले पर वूमेन सेल द्वारा निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की। मगर प्रशासन इसे दबाने का प्रयास कर रहा है।