हिमाचल प्रदेश के 3 जिलों में आज 40 दिन का ड्राइ-स्पेल टूट सकता है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, चंबा, कांगड़ा और लाहौल स्पीति जिला की ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फबारी हो सकती है। इन जिलों के निचले इलाकों में हल्की बारिश भी हो सकती है। प्रदेश के अन्य जिलों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। IMD के अनुसार, कल यानी 12 से 14 नवंबर तक प्रदेशभर में मौसम साफ हो जाएगा। 15 नवंबर को फिर से वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा। इससे अगले 48 घंटे तक बारिश-बर्फबारी की संभावना है। प्रदेशवासी लंबे समय से बारिश का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि लंबे ड्राइव स्पेल की वजह से सूखे जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ रही है। 90 प्रतिशत जमीन पर किसान गेंहू की बुवाई नहीं कर पा रहे। प्रदेश में 3.26 लाख हैक्टेयर जमीन पर गेंहू की बुवाई होती है, लेकिन इस बार अब तक 30 हजार हैक्टेयर पर ही गेंहू की बुवाई हो सकी है। पोस्ट मानसून सीजन में 98% कम बारिश प्रदेश में बरसात के बाद पोस्ट मानसून सीजन में सामान्य से 98 प्रतिशत कम बारिश हुई है। छह जिले हमीरपुर, चंबा, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में बीते 40 दिनों के दौरान पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी है। दूसरे जिलों में भी नाम मात्र बूंदाबांदी हुई है। 2 जिलों में धुंध का येलो अलर्ट IMD ने आज और कल के लिए बिलासपुर व मंडी जिला में धुंध का येलो अलर्ट जारी किया है। धुंध के कारण विजिबिलिटी गिरने से वाहन चालकों को परेशानी हो सकती है। इसे देखते हुए वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। हिमाचल प्रदेश के 3 जिलों में आज 40 दिन का ड्राइ-स्पेल टूट सकता है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, चंबा, कांगड़ा और लाहौल स्पीति जिला की ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फबारी हो सकती है। इन जिलों के निचले इलाकों में हल्की बारिश भी हो सकती है। प्रदेश के अन्य जिलों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। IMD के अनुसार, कल यानी 12 से 14 नवंबर तक प्रदेशभर में मौसम साफ हो जाएगा। 15 नवंबर को फिर से वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा। इससे अगले 48 घंटे तक बारिश-बर्फबारी की संभावना है। प्रदेशवासी लंबे समय से बारिश का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि लंबे ड्राइव स्पेल की वजह से सूखे जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ रही है। 90 प्रतिशत जमीन पर किसान गेंहू की बुवाई नहीं कर पा रहे। प्रदेश में 3.26 लाख हैक्टेयर जमीन पर गेंहू की बुवाई होती है, लेकिन इस बार अब तक 30 हजार हैक्टेयर पर ही गेंहू की बुवाई हो सकी है। पोस्ट मानसून सीजन में 98% कम बारिश प्रदेश में बरसात के बाद पोस्ट मानसून सीजन में सामान्य से 98 प्रतिशत कम बारिश हुई है। छह जिले हमीरपुर, चंबा, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में बीते 40 दिनों के दौरान पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी है। दूसरे जिलों में भी नाम मात्र बूंदाबांदी हुई है। 2 जिलों में धुंध का येलो अलर्ट IMD ने आज और कल के लिए बिलासपुर व मंडी जिला में धुंध का येलो अलर्ट जारी किया है। धुंध के कारण विजिबिलिटी गिरने से वाहन चालकों को परेशानी हो सकती है। इसे देखते हुए वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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सीएम सूक्खु ने कहा कि पिछली बार हिमाचल प्रदेश ने भयंकर आपदा का सामना किया पूरे प्रदेश ने कभी ऐसी आपदा नही देखी लेकिन सरकार ने जनता के सहयोग से उस पर नियंत्रण पाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बादल फटने की घटनाएं बड़ी है क्लाइमेट चेंज इसका एक बड़ा कारण हो सकता है।
इसकी स्टडी करने को प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार को भी पत्र लिखा है और प्रदेश सरकार केके अपने स्तर पर भी प्रयास जारी हैं । अपने स्तर पर आपदा के लिए सरकार ने एक प्रोजेक्ट बनाया है जो करीब 800 करोड़ का है SDRF को मजबूत कर रहे हैं ताकि भविष्य में जो भी आपदा है उसका सामना कर सकें। हिमाचल में दो सालों में प्राकृतिक आपदा में करीब 900 लोगो की गई जान
बता दें कि बीते दो वर्षो से हिमाचल प्रदेश ने बड़ी आपदा का सामना किया है ।वर्ष 2023 में पूरे मानसून के दौरान हिमाचल प्रदेश में 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान व 500 से ज्यादा लोग आपदा में काल का ग्रास बने । वहीं साल 2024 में आई आपदा से प्रदेश में 1200 करोड़ से ज्यादा का नुकसान व 340 से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई है।