हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के नवनियुक्त चीफ जस्टिस राजीव शकधर आज पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे। प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल उन्हें राजभवन में होने वाले कार्यक्रम में शपथ दिलाएंगे। इसके बाद राज्य के नए चीफ जस्टिस पदभार संभालेंगे। वह न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव की जगह लेंगे। चीफ जस्टिस के शपथ ग्रहण समारोह में हाईकोर्ट ने दूसरे न्यायाधीश, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित उनके कैबिनेट मंत्री भी शामिल होंगे। इससे पहले राजीव शकधर दिल्ली हाईकोर्ट में वरिष्ठ जज जस्टिस के तौर पर सेवारत रहे। 2008 में अतिरिक्त न्यायाधीश बने राजीव शकधर को 11 अप्रैल, 2008 को दिल्ली हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त किया गया। 17 अक्टूबर, 2011 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में उनकी पुष्टि की गई। उन्हें 2016 में मद्रास हाईकोर्ट में ट्रांसफर किया गया, जहां उन्होंने 11 अप्रैल, 2016 से सेवा की, उसके बाद 15 जनवरी, 2018 को उन्हें वापस अपने दिल्ली हाईकोर्ट स्थानांतरित किया गया। दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय से एलएलबी की पढ़ाई जस्टिस राजीव शकधर ने बीकॉम (ऑनर्स), सीए, एलएलबी की पढ़ाई कर रखी है। उन्होंने दिल्ली के सेंट कोलंबा स्कूल से शिक्षा पूरी की। 1984 में दिल्ली विश्वविद्यालय से बी-कॉम (ऑनर्स) में स्नातक किया। 1987 में दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। 19 नवंबर, 1987 को वकील के रूप में नामित हुए। 1987 में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया से चार्टर्ड अकाउंटेंसी पूरी की। अप्रत्यक्ष करों के साथ-साथ विदेशी मुद्रा और सेवा कानून के विशेषज्ञ 29 जनवरी, 1988 को इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया के एसोशिएट सदस्य के रूप में भर्ती हुए। 1994 में यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस लीगल स्टडीज से लॉ का एडवांस कोर्स किया। उन्होंने वकील के तौर पर सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली हाईकोर्ट और देश के अन्य हाईकोर्ट में प्रैक्टिस की। वह अप्रत्यक्ष करों के साथ-साथ विदेशी मुद्रा और सेवा कानून जैसे संबद्ध विषयों के विशेषज्ञ हैं। अब वह हिमाचल हाईकोर्ट में सेवाएं देंगे। हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के नवनियुक्त चीफ जस्टिस राजीव शकधर आज पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे। प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल उन्हें राजभवन में होने वाले कार्यक्रम में शपथ दिलाएंगे। इसके बाद राज्य के नए चीफ जस्टिस पदभार संभालेंगे। वह न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव की जगह लेंगे। चीफ जस्टिस के शपथ ग्रहण समारोह में हाईकोर्ट ने दूसरे न्यायाधीश, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित उनके कैबिनेट मंत्री भी शामिल होंगे। इससे पहले राजीव शकधर दिल्ली हाईकोर्ट में वरिष्ठ जज जस्टिस के तौर पर सेवारत रहे। 2008 में अतिरिक्त न्यायाधीश बने राजीव शकधर को 11 अप्रैल, 2008 को दिल्ली हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त किया गया। 17 अक्टूबर, 2011 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में उनकी पुष्टि की गई। उन्हें 2016 में मद्रास हाईकोर्ट में ट्रांसफर किया गया, जहां उन्होंने 11 अप्रैल, 2016 से सेवा की, उसके बाद 15 जनवरी, 2018 को उन्हें वापस अपने दिल्ली हाईकोर्ट स्थानांतरित किया गया। दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय से एलएलबी की पढ़ाई जस्टिस राजीव शकधर ने बीकॉम (ऑनर्स), सीए, एलएलबी की पढ़ाई कर रखी है। उन्होंने दिल्ली के सेंट कोलंबा स्कूल से शिक्षा पूरी की। 1984 में दिल्ली विश्वविद्यालय से बी-कॉम (ऑनर्स) में स्नातक किया। 1987 में दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। 19 नवंबर, 1987 को वकील के रूप में नामित हुए। 1987 में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया से चार्टर्ड अकाउंटेंसी पूरी की। अप्रत्यक्ष करों के साथ-साथ विदेशी मुद्रा और सेवा कानून के विशेषज्ञ 29 जनवरी, 1988 को इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया के एसोशिएट सदस्य के रूप में भर्ती हुए। 1994 में यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस लीगल स्टडीज से लॉ का एडवांस कोर्स किया। उन्होंने वकील के तौर पर सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली हाईकोर्ट और देश के अन्य हाईकोर्ट में प्रैक्टिस की। वह अप्रत्यक्ष करों के साथ-साथ विदेशी मुद्रा और सेवा कानून जैसे संबद्ध विषयों के विशेषज्ञ हैं। अब वह हिमाचल हाईकोर्ट में सेवाएं देंगे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में तीन उप चुनाव:हमीरपुर से टिकट के दावेदार आशीष का दिल्ली में डेरा; नड्डा-अनुराग-सौदान से मुलाकात, केएल ठाकुर दिल्ली से नालागढ़ लौटें केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा हिमाचल में तीन उप चुनाव की तारीखों का ऐलान करते ही भारतीय जनता पार्टी में टिकट के तलबगार सक्रिय हो गए हैं। खासकर हमीरपुर से पूर्व एवं निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा ने दिल्ली में डेरा डाल दिया है। आशीष ने बीती शाम को दिल्ली में केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, पार्टी के प्रदेश प्रभारी सौदान सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की। सूत्रों की माने तो आशीष शर्मा को बीजेपी ने अपने वादे के मुताबिक टिकट देने का भरोसा दिया है, क्योंकि हमीरपुर से आशीष शर्मा, देहरा से होशियार सिंह और नालागढ़ से केएल ठाकुर तीनों निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी से टिकट मिलने की शर्त पर ही अपने पदों से इस्तीफा दिया था और बीते 23 मार्च को दिल्ली में भाजपा का दामन थामा। नालागढ़ से पूर्व एवं निर्दलीय MLA केएल ठाकुर दो दिन पहले ही दिल्ली से वापस लौटें हैं। हालांकि होशियार सिंह पिछले कुछ दिन से कनाडा टूर पर हैं। भाजपा के दूसरे नेता भी टिकट को लॉबिंग में जुटे केंद्रीय चुनाव आयोग ने दो दिन पहले ही इनकी तीनों सीटों पर उप चुनाव का ऐलान कर दिया है। लिहाजा भाजपा में शामिल तीनों निर्दलीय पूर्व MLA के अलावा दूसरे नेता भी टिकट के लिए लॉबिंग करने लगे हैं, क्योंकि 14 जून को चुनाव की नोटिफिकेशन के साथ ही नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। नालागढ़ में केएल और राणा टिकट के दावेदार नालागढ़ में केएल ठाकुर के अलावा पूर्व विधायक लखविंदर राणा भी टिकट के लिए दावेदारी जता रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि यदि बीजेपी राणा को टिकट नहीं देती और कांग्रेस टिकट ऑफर करती है तो लखविंदर राणा फिर से कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। लखविंदर राणा ने अक्तूबर 2022 में ही विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा और तब बीजेपी ने उन्हें टिकट भी दिया। मगर उस दौरान लखविंदर राणा निर्दलीय केएल ठाकुर से चुनाव हार गए। देहरा में होशियार को टिकट देने का भरोसा देहरा में भाजपा ने निर्दलीय एवं पूर्व विधायक होशियार सिंह को टिकट देने का भरोसा दे रखा है। मगर इस सीट पर अंदरखाते दिग्गज नेता रविंद्र रवि और रमेश धवाला टिकट के लिए लॉबिंग में जुट गए हैं। भाजपा अपना वादा निभाती है तो रवि और धवाला का टिकट कटना तय है। दरअसल, बीजेपी ने साल 2022 में इस सीट पर टिकट की अदला-बदली की थी। देहरा के पूर्व विधायक रविंद्र रवि को ज्वालाजी से टिकट दिया था और ज्वालाजी के पूर्व विधायक रमेश धवाला को देहरा से टिकट दिया था। हमीरपुर आशीष शर्मा की दावेदार मजबूत हमीरपुर सीट पर बीजेपी के टिकट के कई दावेदार है। साल 2022 में यहां से नरेंद्र ठाकुर ने चुनाव लड़ा। मगर तब वह तीसरे स्थान पर रहे और आशीष शर्मा ने 12 हजार से अधिक मतों के अंतर से चुनाव जीत लिया था।
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