हिमाचल के जवान का अंतिम संस्कार आज:लैंडस्लाइड में तबाह हुआ कैंप, 3 महीने पहले हुई थी शादी; पत्नी के साथ डांस का वीडियो सामने आया

हिमाचल के जवान का अंतिम संस्कार आज:लैंडस्लाइड में तबाह हुआ कैंप, 3 महीने पहले हुई थी शादी; पत्नी के साथ डांस का वीडियो सामने आया

सिक्किम में शहीद हुए हिमाचल के लांसनायक मनीष ठाकुर का पार्थिव शरीर आज पैतृक गांव बड़ावन पहुंचेगा। मनीष की पार्थिव देह कुछ देर के लिए गांव में ही अंतिम दर्शन के लिए रखी जाएगी। इसके बाद राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा। इससे पहले मनीष का एक भावुक कर देने वाला वीडियो भी सामने आया है। यह वीडियो उनकी शादी का ही है। वीडियो में मनीष अपनी पत्नी के साथ डांस करते हुए नजर आ रहे हैं। इसी साल 6 मार्च को मनीष की शादी हुई थी। 10 अप्रैल को छुट्‌टी खत्म होने के बाद ड्यूटी पर लौटे थे। 2 जून को सिक्किम के मिलिट्री कैंप में भूस्खलन की चपेट में आने से शहीद हो गए। सेना का हेलिकॉप्टर मंगलवार रात 8 बजे मनीष की पार्थिव देह लेकर चंडीगढ़ पहुंचा। आज सुबह चंडीगढ़ से सड़क मार्ग के जरिए पार्थिव देह को नाहन लाया जाएगा। अब शहीद के बारे में सिलसिलेवार तरीके से पढ़ें… 12वीं के बाद सेना में भर्ती हुए
15 जनवरी 1998 को हिमाचल के गरीब परिवार में जन्में मनीष ठाकुर 2016 में भर्ती हुए थे। इस दौरान उन्होंने 12वीं पास कर ली थी। 12वीं के रिजल्ट के तुरंत बाद ही उन्होंने भर्ती की तैयारी शुरू कर दी थी। इसके बाद वह सिपाही के पद पर सेना में भर्ती हो गए। गांव के प्रधान कमल शर्मा मनीष के स्वभाव के बारे में बताते हुए कहते हैं- जब भी मनीष गांव आते, तो हर किसी से मिलते-जुलते थे। उनके निधन की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। पिता मजदूरी करते हैं, घर में एक छोटा भाई
मनीष घर में सबसे बड़े लड़के थे। उनके पिता जोगिंदर सिंह मजदूरी करते हैं, जबकि मां किरण बाला गृहिणी हैं। मनीष का एक छोटा भाई भी है, जो अभी पढ़ाई कर रहा है। परिवार को चलाने की जिम्मेदारी कुछ सालों से मनीष पर ही थी, धीरे धीरे सब कुछ ठीक हो रहा था। मां के कहने पर शादी की
ग्रामीणों के अनुसार मनीष को उनकी मां बार-बार शादी के लिए कहती थीं। मां मनीष को कहती थीं कि हमें बहू चाहिए। मां की बातों से ही मनीष ने शादी के लिए हां कर दी। 6 मार्च को मनीष की शादी तनु से हो गई। शादी के लिए मनीष करीब डेढ़ महीने की छुट्टी लेकर आए थे। जब वह ड्यूटी पर लौट रहे थे तो अपनी पत्नी को जल्दी वापस आने की बात कहकर गए थे। बारिश के कारण हुआ लैंडस्लाइड
सिक्किम में रविवार शाम 7 बजे एक मिलिट्री कैंप भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड की चपेट में आ गया था। इसमें 3 जवानों की मौत हो गई। सेना ने इस पूरी घटना की जानकारी सोमवार को देते हुए सभी शहीद जवानों के नाम बताए। इसमें ही लांसनायक मनीष ठाकुर का भी नाम शामिल था। जानकारी मिलते ही परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
सेना ने जब परिजनों को इस हादसे के बारे में बताया तो उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया तो पत्नी को गहरा सदमा लगा। परिवार ही नहीं बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर है। मनीष को याद करते हुए हर किसी की आंखों से आंसू टपक रहे हैं। बताया जा रहा है कि हादसे से पहले यानी की गुरुवार को आखिरी बार मनीष ने घर वालों से बात की थी, उस दौरान मनीष ने परिवार को बारिश के बारे में बताया था। CM-डिप्टी सीएम ने शोक जताया
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने मनीष ठाकुर की शहादत पर शोक जताया है। उन्होंने कहा मनीष ठाकुर के शहीद होने का समाचार बेहद दुखद है, ईश्वर से प्रार्थना है कि शहीद को अपने श्रीचरणों में स्थान दे और परिवार को दुख सहने की क्षमता प्रदान करे। राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
सैनिक कल्याण बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर रिटायर्ड मेजर दीपक धवन ने बताया कि आज शहीद की पार्थिव देह घर पहुंचेगी। यहां शहीद का राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया जाएगा। सिक्किम में शहीद हुए हिमाचल के लांसनायक मनीष ठाकुर का पार्थिव शरीर आज पैतृक गांव बड़ावन पहुंचेगा। मनीष की पार्थिव देह कुछ देर के लिए गांव में ही अंतिम दर्शन के लिए रखी जाएगी। इसके बाद राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा। इससे पहले मनीष का एक भावुक कर देने वाला वीडियो भी सामने आया है। यह वीडियो उनकी शादी का ही है। वीडियो में मनीष अपनी पत्नी के साथ डांस करते हुए नजर आ रहे हैं। इसी साल 6 मार्च को मनीष की शादी हुई थी। 10 अप्रैल को छुट्‌टी खत्म होने के बाद ड्यूटी पर लौटे थे। 2 जून को सिक्किम के मिलिट्री कैंप में भूस्खलन की चपेट में आने से शहीद हो गए। सेना का हेलिकॉप्टर मंगलवार रात 8 बजे मनीष की पार्थिव देह लेकर चंडीगढ़ पहुंचा। आज सुबह चंडीगढ़ से सड़क मार्ग के जरिए पार्थिव देह को नाहन लाया जाएगा। अब शहीद के बारे में सिलसिलेवार तरीके से पढ़ें… 12वीं के बाद सेना में भर्ती हुए
15 जनवरी 1998 को हिमाचल के गरीब परिवार में जन्में मनीष ठाकुर 2016 में भर्ती हुए थे। इस दौरान उन्होंने 12वीं पास कर ली थी। 12वीं के रिजल्ट के तुरंत बाद ही उन्होंने भर्ती की तैयारी शुरू कर दी थी। इसके बाद वह सिपाही के पद पर सेना में भर्ती हो गए। गांव के प्रधान कमल शर्मा मनीष के स्वभाव के बारे में बताते हुए कहते हैं- जब भी मनीष गांव आते, तो हर किसी से मिलते-जुलते थे। उनके निधन की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। पिता मजदूरी करते हैं, घर में एक छोटा भाई
मनीष घर में सबसे बड़े लड़के थे। उनके पिता जोगिंदर सिंह मजदूरी करते हैं, जबकि मां किरण बाला गृहिणी हैं। मनीष का एक छोटा भाई भी है, जो अभी पढ़ाई कर रहा है। परिवार को चलाने की जिम्मेदारी कुछ सालों से मनीष पर ही थी, धीरे धीरे सब कुछ ठीक हो रहा था। मां के कहने पर शादी की
ग्रामीणों के अनुसार मनीष को उनकी मां बार-बार शादी के लिए कहती थीं। मां मनीष को कहती थीं कि हमें बहू चाहिए। मां की बातों से ही मनीष ने शादी के लिए हां कर दी। 6 मार्च को मनीष की शादी तनु से हो गई। शादी के लिए मनीष करीब डेढ़ महीने की छुट्टी लेकर आए थे। जब वह ड्यूटी पर लौट रहे थे तो अपनी पत्नी को जल्दी वापस आने की बात कहकर गए थे। बारिश के कारण हुआ लैंडस्लाइड
सिक्किम में रविवार शाम 7 बजे एक मिलिट्री कैंप भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड की चपेट में आ गया था। इसमें 3 जवानों की मौत हो गई। सेना ने इस पूरी घटना की जानकारी सोमवार को देते हुए सभी शहीद जवानों के नाम बताए। इसमें ही लांसनायक मनीष ठाकुर का भी नाम शामिल था। जानकारी मिलते ही परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
सेना ने जब परिजनों को इस हादसे के बारे में बताया तो उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया तो पत्नी को गहरा सदमा लगा। परिवार ही नहीं बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर है। मनीष को याद करते हुए हर किसी की आंखों से आंसू टपक रहे हैं। बताया जा रहा है कि हादसे से पहले यानी की गुरुवार को आखिरी बार मनीष ने घर वालों से बात की थी, उस दौरान मनीष ने परिवार को बारिश के बारे में बताया था। CM-डिप्टी सीएम ने शोक जताया
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने मनीष ठाकुर की शहादत पर शोक जताया है। उन्होंने कहा मनीष ठाकुर के शहीद होने का समाचार बेहद दुखद है, ईश्वर से प्रार्थना है कि शहीद को अपने श्रीचरणों में स्थान दे और परिवार को दुख सहने की क्षमता प्रदान करे। राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
सैनिक कल्याण बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर रिटायर्ड मेजर दीपक धवन ने बताया कि आज शहीद की पार्थिव देह घर पहुंचेगी। यहां शहीद का राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया जाएगा।   हिमाचल | दैनिक भास्कर