हिमाचल प्रदेश सरकार ने डीजी जेल संजय रत्न ओझा को डायरेक्टर जनरल सीआईडी का एडिश्नल चार्ज दिया है। इसे लेकर मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं, प्रदेश सरकार ने साल 1993 और 1994 बैच के चार IPS ऑफिसर को डायरेक्टर जनरल प्रमोट किया है। इनमें 1994 बैच के IPS अनुराग गर्ग, अशोक तिवारी व रित्विक रुद्रा और 1994 बैच के राकेश अग्रवाल शामिल हैं। अनुराग गर्ग, अशोक तिवारी और रित्विक रुद्रा तीनों अभी सेंटर डेपुटेशन पर हैं। इस वजह से इन्हें परफॉर्मा प्रमोशन दी गई है, जबकि राकेश अग्रवाल को रेगुलर प्रमोशन दी गई। डीजी प्रमोट किए गए राकेश अग्रवाल भी जल्द केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने वाले हैं। वह अभी हिमाचल में एडीजी होमगार्ड है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राकेश अग्रवाल को बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है। राकेश अग्रवाल को एडिश्नल डायरेक्टर जनरल राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) लगाया गया है। गृह मंत्रालय ने राकेश अग्रवाल को जल्द रिलीव करने के हिमाचल सरकार को निर्देश दिए है। डॉ. संजय की पीजीआई में तैनाती राज्य सरकार ने प्रदेश प्रशासनिक सेवा (HAS) अधिकारी एवं SDM (सिविल) डॉ. संजय कुमार धीमान को PGI चंडीगढ़ में सीनियर एडमिन्स्ट्रेटिव ऑफिसर के तौर पर तैनाती दी गई है। डॉ. संजय डेपुटेशन पर पीजीआई में तीन साल तक सेवाएं देंगे। हिमाचल प्रदेश सरकार ने डीजी जेल संजय रत्न ओझा को डायरेक्टर जनरल सीआईडी का एडिश्नल चार्ज दिया है। इसे लेकर मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं, प्रदेश सरकार ने साल 1993 और 1994 बैच के चार IPS ऑफिसर को डायरेक्टर जनरल प्रमोट किया है। इनमें 1994 बैच के IPS अनुराग गर्ग, अशोक तिवारी व रित्विक रुद्रा और 1994 बैच के राकेश अग्रवाल शामिल हैं। अनुराग गर्ग, अशोक तिवारी और रित्विक रुद्रा तीनों अभी सेंटर डेपुटेशन पर हैं। इस वजह से इन्हें परफॉर्मा प्रमोशन दी गई है, जबकि राकेश अग्रवाल को रेगुलर प्रमोशन दी गई। डीजी प्रमोट किए गए राकेश अग्रवाल भी जल्द केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने वाले हैं। वह अभी हिमाचल में एडीजी होमगार्ड है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राकेश अग्रवाल को बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है। राकेश अग्रवाल को एडिश्नल डायरेक्टर जनरल राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) लगाया गया है। गृह मंत्रालय ने राकेश अग्रवाल को जल्द रिलीव करने के हिमाचल सरकार को निर्देश दिए है। डॉ. संजय की पीजीआई में तैनाती राज्य सरकार ने प्रदेश प्रशासनिक सेवा (HAS) अधिकारी एवं SDM (सिविल) डॉ. संजय कुमार धीमान को PGI चंडीगढ़ में सीनियर एडमिन्स्ट्रेटिव ऑफिसर के तौर पर तैनाती दी गई है। डॉ. संजय डेपुटेशन पर पीजीआई में तीन साल तक सेवाएं देंगे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल में ढाई साल के बच्चे पर चाकू से हमला:पिता ने दूसरी मंजिल से नीचे फेंका, सास-ससुर और पत्नी को भी पीटा, PGI रेफर
हिमाचल में ढाई साल के बच्चे पर चाकू से हमला:पिता ने दूसरी मंजिल से नीचे फेंका, सास-ससुर और पत्नी को भी पीटा, PGI रेफर हिमाचल प्रदेश के मंडी एक व्यक्ति ने अपने ढाई साल के मासूम बेटे के गले पर पहले चाकू से वार किए। फिर उसे घायल हालत में घर की दूसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया। बेटे के बीच-बचाव के लिए जब आरोपी की पत्नी, सास व ससुर बीच में आए तो उन पर भी चाकू से हमले कर दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, मंडी जिला के धर्मपुर के संधोल के भूड़ गांव में शुक्रवार शाम आरोपी भरत पठानिया अपने ससुराल आ धमका, क्योंकि उसकी पत्नी अपने बेटे सहित पिछले 20 दिनों से मायके में थी। बताया जा रहा है कि भरत पठानिया दो साल से पत्नी के साथ मारपीट कर रहा था। इससे तंग आकर वह अपने मायके में रह रही थी। बेटे पर चाकू से हमला किया पिछले कल आरोपी के माता-पिता अपनी बहू व पोते को अपने घर ले जाने के लिए बेटे के ससुराल पहुंचे। इस दौरान वह घर के एक कमरे में बात कर ही रहे थे तब आरोपी भरत भी वहां आ धमका। उसने दूसरे कमरे में ढाई साल के मासूम बेटे पर चाकू से हमला कर लहूलुहान करके घर के आंगन से नीचे फेंका और उसके बाद बच्चे पर पानी का मटका फेंका। इससे बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया। इस दौरान आरोपी ने सास-ससुर और अपनी पत्नी पर भी चाकू से वार किए। परिवार के सदस्य के शोर मचाने के बाद गांव के लोग इकट्ठा हुए। इसके बाद आरोपी वहां से भाग गया और गौशाला में छिप गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। घायल बच्चा PGI चंडीगढ़ रेफर वहीं घायल बच्चे को पहले मेडिकल कालेज हमीरपुर ले जाया गया, जहां से उसे रात में ही PGI चंडीगढ़ रेफर किया गया। पीजीआई में उसका उपचार चल रहा है। बताया जा रहा है कि बच्चे की हालत अब खतरे से बाहर है।आरोपी के सास कलावती, ससुर हेमराज व पत्नी सुषमा को भी चोटें आई हैं, उनका भी उपचार चल रहा है। प्राइवेट नौकरी करता था आरोपी SHO धर्मपुर राकेश धीमान ने बताया कि धर्मपुर की टिहरा तहसील के कोट गांव का आरोपी भरत शिमला में प्राइवेट नौकरी करता था। कुछ समय पहले वह नौकरी छोड़ घर पर आ गया और वह पत्नी से काफी समय से मारपीट कर रहा था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अब आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर दिया है। भरत पठानिया की करीब चार साल पहले सुषमा देवी से शादी हुई और ढाई साल पहले उसका बेटा हुआ।
देहरा पहुंचे सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू:बोले- उद्योग का पलायन नहीं किया जाएगा; रेस्ट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की
देहरा पहुंचे सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू:बोले- उद्योग का पलायन नहीं किया जाएगा; रेस्ट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज देहरा पहुंचे। यहां उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ जल शक्ति विभाग के रेस्ट हाउस में बैठक की। जिसमें देहरा से संबंधित विकास कार्यों पर चर्चा हुई। देहरा में क्रिटिकल हॉस्पिटल, नया एसपी ऑफिस, कंबाइंड बिल्डिंग और टूरिज्म होटल नए भवन बनाने जा रहा है। उनके लिए रेवेन्यू विभाग लैंड बैंक तैयार कर रहा है। वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि देहरा में जो उद्योग हैं उनका पलायन नहीं किया जाएगा। इससे पहले शनिवार को तहसील अधिकारी और उद्योग विभाग के अधिकारी देहरा के हनुमान चौक स्थित इंडस्ट्री एस्टेट और रेशम विभाग की जमीन का मुआयना करने आए थे। जिसमें उद्योगों के पलायन की बात सामने आई थी। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि देहरा में मैं जो कह कर गया था उस पर काफी तेजी से काम हो रहा है। देहरा में बिजली की केबलिंग अब अंडरग्राउंड हो रही है। देहरा कॉलेज के लिए 67 कनाल नहीं 150 कनाल अप्लाई करने को कहा गया है। 100 करोड़ रुपए की लागत से कंबाइंड ऑफिस बनने वाला है। अगले बजट के लिए भी चर्चा की गई। जिसमें सर्कुलर रोड बनेगा, पानी की स्कीमें बनेंगी। उन्होंने कहा कि खबली, धवाला और नकेड खड्ड पानी की स्कीमें बनेगी, जिससे विभिन्न पंचायतों को इसका फायदा मिलेगा। इसके अलावा देहरा में क्या क्या नया हो सकता है इस दृष्टि से विभिन्न अधिकारियों के साथ बैठक की। उसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने साढू स्वर्गीय नरेंद्र सिंह पप्पू के निधन पर उनके देहरा स्थित घर में शोक व्यक्त करने गए।
हिमाचल यूनिवर्सिटी में आधी रात को हंगामा:SFI ने प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी; हॉस्टल अलॉट नहीं करने पर भड़के छात्र
हिमाचल यूनिवर्सिटी में आधी रात को हंगामा:SFI ने प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी; हॉस्टल अलॉट नहीं करने पर भड़के छात्र शिमला में स्थित हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के हॉस्टल में शुक्रवार आधी रात में छात्रों ने हंगामा किया। दरअसल, सत्र शुरू होने के एक महीने बाद भी हॉस्टल अलॉट नहीं होने से छात्र भड़क गए। इस पर छात्रों ने स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के बैनर तले रात 11.30 बजे तक यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। हॉस्टल के चीफ वार्डन के समझाने पर काफी देर बाद छात्र माने और तब जाकर नारेबाजी बंद की। SFI का आरोप है कि नए सत्र की कक्षाएं शुरू हुए एक महीने से ज्यादा वक्त बीत गया है। मगर यूनिवर्सिटी प्रशासन अब तक छात्रों को हॉस्टल नहीं दे पाया। इससे बच्चों को महंगे पीजी में रहना पड़ रहा है। 3 घंटे तक चलती रही नारेबाजी गुस्साएं छात्रों ने रात को करीब साढ़े 8 बजे से प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू की और साढ़े 11 बजे तक प्रदर्शन चलता रहा। कुलपति को एक सप्ताह पहले ज्ञापन दिया जा चुका: संतोष SFI की HPU इकाई के अध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी प्रशासन बार बार आग्रह करने के बाद हॉस्टल अलॉट नहीं कर पाया। इससे छात्रों को 9 से 10 हजार रुपए प्रति माह पीजी पर खर्च करने पड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीते सप्ताह SFI ने कुलपति से मिलकर भी हॉस्टल जल्द देने का आग्रह किया था। मगर किसी के कान पर जूं तक नहीं रैंग रही। इसलिए मजबूरी में आधी रात में प्रदर्शन करना पड़ा। आज शाम तक हॉस्टल नहीं मिले तो चीफ वार्डन दफ्तर का करेंगे घेराव संतोष कुमार ने बताया कि चीफ वार्डन के भरोसे के बाद SFI ने प्रदर्शन बंद किया। आज शाम तक यदि छात्रों को हॉस्टल अलॉट नहीं होते तो चीफ वार्डन के ऑफिस में प्रदर्शन किया जाएगा।