हिमाचल के पूर्व BJP मंत्री का पार्टी पर कटाक्ष:रमेश धवाला बोले- कांग्रेस-भाजपा में अंतर नहीं, बाहर से आए लोग पार्टी चला रहे

हिमाचल के पूर्व BJP मंत्री का पार्टी पर कटाक्ष:रमेश धवाला बोले- कांग्रेस-भाजपा में अंतर नहीं, बाहर से आए लोग पार्टी चला रहे

बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और पूर्व मंत्री रमेश धवाला ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी के खिलाफ मुखर होते हुए बयान दिया है। उन्होंने देहरा जिला से बीजेपी के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष अजय खट्टा को बधाई दी, लेकिन साथ ही पार्टी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। धवाला ने कहा कि बीजेपी अब अपने मूल सिद्धांतों और विचारधारा से भटक चुकी है। अजय खट्टा को बधाई देते हुए धवाला ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नए जिलाध्यक्ष संगठन में सुधार लाने की दिशा में काम करेंगे। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी को गालियां देने वाले लोग अब सर्वोपरि हो गए हैं और यह स्थिति पार्टी को कमजोर कर रही है। “सूटेबिलिटी के आधार पर हो रही नियुक्तियां”
देहरा में जिलाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर आयोजित कार्यक्रम में न जाने पर धवाला ने कहा कि न तो पार्टी ने उन्हें बुलाया और न ही किसी पदाधिकारी ने फोन किया। उन्होंने इसे अपना समय बर्बाद करने वाला कदम बताते हुए कहा कि अब संगठन में संवाद खत्म हो गया है। धवाला ने आरोप लगाया कि अब पार्टी में “सूटेबिलिटी” के आधार पर नियुक्तियां की जा रही हैं, जो कि पार्टी के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से आए लोग अब बीजेपी का मार्गदर्शन कर रहे हैं, जिससे पार्टी की जड़ें कमजोर हो रही हैं। पूर्व में टिकट कटने पर जताई नाराजगी
रमेश धवाला ने अपनी टिकट कटने की घटना को लेकर पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी अब उन लोगों को प्राथमिकता दे रही है जो पार्टी को गालियां देते थे। उन्होंने 2024 देहरा उपचुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी टिकट काटकर होशियार सिंह को दी गई, लेकिन होशियार सिंह चुनाव हार गए। इसके परिणामस्वरूप सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर ने यह सीट जीत ली। पूर्व मंत्री ने कहा कि पार्टी में पहले कार्यकर्ताओं और मंडल स्तर के नेताओं की राय लेकर निर्णय लिए जाते थे। लेकिन अब बाहरी लोगों की पसंद के आधार पर नियुक्तियां हो रही हैं, जिससे पार्टी में संवाद की जगह विवाद बढ़ रहा है। रमेश धवाला भी 2004 में रहे बीजेपी के जिलाध्यक्ष
रमेश धवाला ने कहा कि “मैं 2004 से 2007 तक देहरा का जिलाध्यक्ष रहा। उस समय पारदर्शिता से काम होता था, लेकिन अब पार्टी अपने संविधान को भूल चुकी है।” धवाला ने बीजेपी की मौजूदा कार्यप्रणाली पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब पार्टी में कांग्रेस से आए नेताओं को प्रमुखता दी जा रही है। धवाला ने कहा कि बीजेपी को अपनी मौलिक विचारधारा और कार्यप्रणाली पर आत्ममंथन करने की आवश्यकता है। बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और पूर्व मंत्री रमेश धवाला ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी के खिलाफ मुखर होते हुए बयान दिया है। उन्होंने देहरा जिला से बीजेपी के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष अजय खट्टा को बधाई दी, लेकिन साथ ही पार्टी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। धवाला ने कहा कि बीजेपी अब अपने मूल सिद्धांतों और विचारधारा से भटक चुकी है। अजय खट्टा को बधाई देते हुए धवाला ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नए जिलाध्यक्ष संगठन में सुधार लाने की दिशा में काम करेंगे। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी को गालियां देने वाले लोग अब सर्वोपरि हो गए हैं और यह स्थिति पार्टी को कमजोर कर रही है। “सूटेबिलिटी के आधार पर हो रही नियुक्तियां”
देहरा में जिलाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर आयोजित कार्यक्रम में न जाने पर धवाला ने कहा कि न तो पार्टी ने उन्हें बुलाया और न ही किसी पदाधिकारी ने फोन किया। उन्होंने इसे अपना समय बर्बाद करने वाला कदम बताते हुए कहा कि अब संगठन में संवाद खत्म हो गया है। धवाला ने आरोप लगाया कि अब पार्टी में “सूटेबिलिटी” के आधार पर नियुक्तियां की जा रही हैं, जो कि पार्टी के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से आए लोग अब बीजेपी का मार्गदर्शन कर रहे हैं, जिससे पार्टी की जड़ें कमजोर हो रही हैं। पूर्व में टिकट कटने पर जताई नाराजगी
रमेश धवाला ने अपनी टिकट कटने की घटना को लेकर पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी अब उन लोगों को प्राथमिकता दे रही है जो पार्टी को गालियां देते थे। उन्होंने 2024 देहरा उपचुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी टिकट काटकर होशियार सिंह को दी गई, लेकिन होशियार सिंह चुनाव हार गए। इसके परिणामस्वरूप सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर ने यह सीट जीत ली। पूर्व मंत्री ने कहा कि पार्टी में पहले कार्यकर्ताओं और मंडल स्तर के नेताओं की राय लेकर निर्णय लिए जाते थे। लेकिन अब बाहरी लोगों की पसंद के आधार पर नियुक्तियां हो रही हैं, जिससे पार्टी में संवाद की जगह विवाद बढ़ रहा है। रमेश धवाला भी 2004 में रहे बीजेपी के जिलाध्यक्ष
रमेश धवाला ने कहा कि “मैं 2004 से 2007 तक देहरा का जिलाध्यक्ष रहा। उस समय पारदर्शिता से काम होता था, लेकिन अब पार्टी अपने संविधान को भूल चुकी है।” धवाला ने बीजेपी की मौजूदा कार्यप्रणाली पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब पार्टी में कांग्रेस से आए नेताओं को प्रमुखता दी जा रही है। धवाला ने कहा कि बीजेपी को अपनी मौलिक विचारधारा और कार्यप्रणाली पर आत्ममंथन करने की आवश्यकता है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर