प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से हिमाचल प्रदेश से संबंध रखने वाले रिटायर IAS अधिकारी तरुण कपूर पर भरोसा जताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने तरुण कपूर को दूसरी बार अपना एडवाइजरी लगाया है। केंद्रीय कार्मिक विभाग ने बीती शाम इसे लेकर आदेश जारी कर दिए है। कार्मिक विभाग के सचिव दीप्ति उमाशंकर द्वारा जारी आदेशों के अनुसार, तरुण कपूर को आगामी दो सालों के लिए पीएम का एडवाइजरी लगाया गया है। दो मई 2022 को भी तरुण कपूर को PMO में एडवाइजर लगाया गया था। साल 1987 बैच के IAS अधिकारी तरुण कपूर नवंबर 2022 में रिटायर हुए थे। साल 2019 तक वह हिमाचल में सेवाएं दे रहे थे। तब वह एडिश्नल चीफ सेक्रेटरी के पद पर तैनात थे और तब यहां फॉरेस्ट, एनवायरमेंट साइंस एंड टेक्नोलॉजी, पावर जैसे महत्वपूर्ण विभाग देख रहे थे। इससे पहले वह डीसी शिमला सहित विभिन्न विभागों का दायित्व निभा चुके थे। साल 2019 में तरुण कपूर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली गए और जल बोर्ड में सेवाएं दी। नवंबर 2021 में वह भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय से बतौर सचिव सेवानिवृत्त हुए। रिटायरमेंट के कुछ समय बाद ही पीएमओ ने उन्हें एडवाइजर लगाया। अमित खारे को भी तैनाती तरुण कपूर के साथ-साथ झारखंड के 1985 बैच के आईएएस अधिकारी अमित खारे को भी प्रधानमंत्री कार्यालय में एडवाइजर लगाया गया है। इन दोनों को दो सालों के लिए की तैनाती गई है। शिमला से संबंध रखते हैं तरुण कपूर तरुण कपूर पहाड़ों की रानी शिमला से संबंध रखते हैं। उन्होंने प्रदेश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए बेहतर काम किया है। यही वजह है कि उन्हें सोलर मेन भी कहा जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से हिमाचल प्रदेश से संबंध रखने वाले रिटायर IAS अधिकारी तरुण कपूर पर भरोसा जताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने तरुण कपूर को दूसरी बार अपना एडवाइजरी लगाया है। केंद्रीय कार्मिक विभाग ने बीती शाम इसे लेकर आदेश जारी कर दिए है। कार्मिक विभाग के सचिव दीप्ति उमाशंकर द्वारा जारी आदेशों के अनुसार, तरुण कपूर को आगामी दो सालों के लिए पीएम का एडवाइजरी लगाया गया है। दो मई 2022 को भी तरुण कपूर को PMO में एडवाइजर लगाया गया था। साल 1987 बैच के IAS अधिकारी तरुण कपूर नवंबर 2022 में रिटायर हुए थे। साल 2019 तक वह हिमाचल में सेवाएं दे रहे थे। तब वह एडिश्नल चीफ सेक्रेटरी के पद पर तैनात थे और तब यहां फॉरेस्ट, एनवायरमेंट साइंस एंड टेक्नोलॉजी, पावर जैसे महत्वपूर्ण विभाग देख रहे थे। इससे पहले वह डीसी शिमला सहित विभिन्न विभागों का दायित्व निभा चुके थे। साल 2019 में तरुण कपूर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली गए और जल बोर्ड में सेवाएं दी। नवंबर 2021 में वह भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय से बतौर सचिव सेवानिवृत्त हुए। रिटायरमेंट के कुछ समय बाद ही पीएमओ ने उन्हें एडवाइजर लगाया। अमित खारे को भी तैनाती तरुण कपूर के साथ-साथ झारखंड के 1985 बैच के आईएएस अधिकारी अमित खारे को भी प्रधानमंत्री कार्यालय में एडवाइजर लगाया गया है। इन दोनों को दो सालों के लिए की तैनाती गई है। शिमला से संबंध रखते हैं तरुण कपूर तरुण कपूर पहाड़ों की रानी शिमला से संबंध रखते हैं। उन्होंने प्रदेश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए बेहतर काम किया है। यही वजह है कि उन्हें सोलर मेन भी कहा जाता है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला में मस्जिद विवाद में लाठीचार्ज पर भड़के व्यापारी:आज बाजार रखेंगे बंद; प्रदर्शनकारी बोले- कोर्ट का फैसला आने तक मस्जिद को सील किया जाए हिमाचल की राजधानी शिमला के संजौली में अवैध मस्जिद मामला सुलझने के बजाय उलझता जा रहा है। हिंदू संगठनों और लोकल रेजिडेंट के बुधवार के उग्र प्रदर्शन के बाद शिमला के व्यापार मंडल ने आज बाजार बंद का आवाहन किया है। शिमला के व्यापारी सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक दुकाने बंद रखेंगे और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। वहीं प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि कोर्ट का फैसला आने तक मस्जिद को सील किया जाए। ऐसा नहीं किया गया तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा। मस्जिद विवाद में शिमला से सुलगी विरोध की चिंगारी अब पांवटा साहिब और मंडी तक पहुंच चुकी है। इससे माहौल तनावपूर्ण बनता जा रहा है। शिमला के संजौली में बीते कल प्रदर्शनकारियों और पुलिस में जोरदार झड़प हुई। पुलिस को प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए लाठीचार्ज और वाटर कैनन का प्रयोग करना पड़ा। इससे भीड़ तो तितर-बितर हो गई। मगर शिमला के व्यापारी भड़क उठे हैं। संजौली में मस्जिद विवाद में तीसरी बार प्रदर्शन हो चुका है। यहां पढ़े मस्जिद को लेकर स्थानीय लोग और प्रदर्शनकारी क्या कहते हैं… अपराध करके कई बार मस्जिद में छिपते हैं ये लोग: लायक राम संजौली में मस्जिद के साथ लगती हाउसिंग बोर्ड कालोनी निवासी लायक राम ने बताया कि इन लोगों के पास आधार कार्ड नहीं होते। हमारे लोगों के साथ झगड़ा किया और इसके बाद मस्जिद में छिपे। इस तरह ये लोग अपराध करके मस्जिद में छिपते हैं। उन्होंने कहा, कई बार ये लोग लड़कियों से भी छेड़छाड़ करते हैं। पूरे प्रदेश में होगा उग्र आंदोलन: चौहान संजौली में मस्जिद गिराने को लेकर चल रहे आंदोलन को लीड करने वाले केसी चौहान ने कहा कि ये आंदोलन पूरे प्रदेश में चलेगा। उन्होंने कहा, हम मानते है कि यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है, लेकिन हमारी मांग यह है कि जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता, तब तक मस्जिद को सील किया जाए और सारी गतिविधियां बंद की जाए। प्रशासन ने इसे नजर-अंदाज किया। इसलिए जनता का गुस्सा फूटा है। उन्होंने कहा, एक सितंबर को जब स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया तो DC शिमला ने भरोसा दिलाया कि जल्द फैसला ले लेंगे। फिर भी इस मामले को लटकाया जा रहा है। जनता के साथ बैठकर आंदोलन की रणनीति तय करेंगे: विजय आंदोलनकारी विजय कुमार ने बताया कि यदि बीते कल शांतिपूर्वक आंदोलन की इजाजत दी गई होती तो आज यह विवाद शांत हो सकता था। मगर पुलिस ने बर्बरता से महिलाओं व बच्चों को पीटा। उन्होंने दावा कि हमारे 30 से 35 लोग घायल हुए हैं। जनता नाराज है। उन्होंने बताया कि लोगों के साथ बैठकर आगामी रणनीति तय की जाएगी। पुलिस लाठीचार्च के विरोध में शिमला बंद की कॉल: संजीव शिमला व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजीव ठाकुर ने कहा, संजौली बाजार में हिंदू संगठनों के ऊपर लाठीचार्ज के विरोध में शिमला बंद की कॉल दी गई है। यह हिंदू समाज के लिए शर्म की बात है। उन्होंने कहा, सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक शिमला बाजार बंद रहेगा। उन्होंने दावा किया कि सारे व्यापारी पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। संजौली में कब बनी मस्जिद संजौली मस्जिद 1947 से पहले बनी थी। 2010 में इसकी पक्की इमारत बननी शुरू हुई तो नगर निगम में शिकायत की गई थी। अब मस्जिद 5 मंजिला है। नगर निगम 35 बार अवैध निर्माण तोड़ने को नोटिस दे चुका है। ताजा विवाद 31 अगस्त से शुरू हुआ, जब 2 गुटों के बीच मारपीट हुई और 6 मुस्लिम लड़कों ने यशपाल नाम के स्थानीय कारोबारी की पिटाई कर दी। इसके बाद हिंदू संगठनों ने मस्जिद का अवैध निर्माण गिराने की मांग की। कोर्ट ने स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा हिंदू संगठन भड़क उठे हैं और मस्जिद तोड़ने की मांग को लेकर बीते बुधवार की तीसरा बार प्रदर्शन किया गया। इस मामले में बीते 7 सितंबर को नगर निगम कमिश्नर कोर्ट में 45वीं बार सुनवाई हुई। यहां वक्फ बोर्ड ने कोर्ट को मालिकाना हक के दस्तावेज जमा कराए। कोर्ट ने इस मामले में 5 अक्टूबर को सुनवाई तय की है और संबंधित कनिष्ठ अभियंता (JE) को फ्रेश स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। इमाम बोले- 1947 में बनी पुरानी मस्जिद मस्जिद के इमाम शहजाद ने कहा कि यह मस्जिद 1947 से पहले की है। पहले मस्जिद कच्ची थी और 2 मंजिल की थी। लोग मस्जिद के बाहर नमाज पढ़ते थे, जिससे नमाज पढ़ने में दिक्कत आती थी। इसे देखते हुए लोगों ने चंदा इकट्ठा किया और मस्जिद निर्माण शुरू किया। जमीन वक्फ बोर्ड की थी। मस्जिद की 2 मंजिल को लेकर मामला कोर्ट में चल रहा है। वक्फ बोर्ड इसकी लड़ाई लड़ रहा है। कानून का जो निर्णय होगा, वो सभी को मंजूर होगा। विधानसभा में मंत्री ने कहा था- यहां रोहिंग्या तो नहीं आ गए मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने विधानसभा सत्र में कहा था- संजौली में मस्जिद के कारण लोगों में आक्रोश है। एक समुदाय विशेष के नए-नए लोग रोज यहां आ रहे हैं। क्या ये रोहिंग्या मुसलमान हैं? वे कुछ ऐसे लोगों को जानते हैं, जो बांग्लादेशी हैं। उन्होंने कहा, स्थानीय व्यक्ति अवैध निर्माण करे तो उसे तोड़ दिया जाता है और संजौली में बिना परमिशन बहुमंजिला मस्जिद बना दी गई, लेकिन इसे तोड़ा नहीं गया। जब इसका निर्माण किया गया तो प्रशासन कहां सोया था। 6057 वर्ग फीट अवैध निर्माण किया गया। इनका बिजली-पानी क्यों नहीं काटी गई। उन्होंने कहा, लोअर बाजार में औरतों का चलना मुश्किल हो गया है। चोरियां, लव जेहाद, क्राइम हो रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए। विक्रमादित्य बोले- अवैध होगी तो गिराई जाएगी मस्जिद मस्जिद के कथित अवैध निर्माण के मामले पर हिमाचल सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, यह मामला लंबे समय से लंबित है। जहां तक इसमें अवैध भवन के निर्माण की बात है, उस पर सरकार ने संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा, अगर ये अवैध पाया जाता है तो निश्चित तौर पर इसे ध्वस्त किया जाएगा।