हिमाचल के तीन जिले शिमला, सिरमौर और कांगड़ा में सुबह 11.30 बजे तक फ्लैश फ्लड की चेतावनी दी गई है। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। वहीं प्रदेश में इस बार मानसून धीमा पड़ा हुआ है। पूरे मानसून सीजन के दौरान अब तक नॉर्मल से 38 प्रतिशत कम बारिश हुई है। प्रदेश का एक भी जिला ऐसा नहीं है जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। इसकी सबसे ज्यादा मार सेब की फसल पर पड़ रही है। प्रदेश में एक जून से 23 जुलाई तक 285.2 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है, लेकिन इस बार 175.6 मिलीमीटर बादल ही बरसे है। लाहौल स्पीति, किन्नौर, सिरमौर और ऊना जिला में तो नॉर्मल की तुलना में 50 प्रतिशत कम बारिश हुई है। मौसम विभाग की बार बार चेतावनी के बावजूद अच्छी बारिश नहीं हो पा रही है। बीते 24 घंटे के दौरान इक्का दुक्का स्थानों पर ही हल्की बारिश हुई है। सेब पर पड़ रही सूखे की मार बारिश नहीं होने से सेब की तैयार फसल पर संकट के बादल मंडराने लगे है। सेब के बगीचों में कई बीमारियां लग गई है। बगीचों में नमी नहीं होने की वजह से सेब का अच्छा साइज नहीं बन पा रहा और कई क्षेत्रों में ड्रॉट की वजह से सेब के दाने फट रहे हैं। इससे बागवानों की चिंताएं बढ़ती जा रही है। सेब के अलावा टमाटर, फूलगोभी, शिमला मिर्च पर भी सूखे की मार पड़नी शुरू हो गई है। 29 जुलाई तक बारिश के आसार मौसम विभाग के अनुसार, 29 जुलाई तक बारिश होने का पूर्वानुमान है। मगर आज और कल मानसून थोड़ा कमजोर रहेगा। परसो यानी 26 जुलाई से 29 जुलाई के बीच प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बारिश का पूर्वानुमान है। हिमाचल के तीन जिले शिमला, सिरमौर और कांगड़ा में सुबह 11.30 बजे तक फ्लैश फ्लड की चेतावनी दी गई है। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। वहीं प्रदेश में इस बार मानसून धीमा पड़ा हुआ है। पूरे मानसून सीजन के दौरान अब तक नॉर्मल से 38 प्रतिशत कम बारिश हुई है। प्रदेश का एक भी जिला ऐसा नहीं है जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। इसकी सबसे ज्यादा मार सेब की फसल पर पड़ रही है। प्रदेश में एक जून से 23 जुलाई तक 285.2 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है, लेकिन इस बार 175.6 मिलीमीटर बादल ही बरसे है। लाहौल स्पीति, किन्नौर, सिरमौर और ऊना जिला में तो नॉर्मल की तुलना में 50 प्रतिशत कम बारिश हुई है। मौसम विभाग की बार बार चेतावनी के बावजूद अच्छी बारिश नहीं हो पा रही है। बीते 24 घंटे के दौरान इक्का दुक्का स्थानों पर ही हल्की बारिश हुई है। सेब पर पड़ रही सूखे की मार बारिश नहीं होने से सेब की तैयार फसल पर संकट के बादल मंडराने लगे है। सेब के बगीचों में कई बीमारियां लग गई है। बगीचों में नमी नहीं होने की वजह से सेब का अच्छा साइज नहीं बन पा रहा और कई क्षेत्रों में ड्रॉट की वजह से सेब के दाने फट रहे हैं। इससे बागवानों की चिंताएं बढ़ती जा रही है। सेब के अलावा टमाटर, फूलगोभी, शिमला मिर्च पर भी सूखे की मार पड़नी शुरू हो गई है। 29 जुलाई तक बारिश के आसार मौसम विभाग के अनुसार, 29 जुलाई तक बारिश होने का पूर्वानुमान है। मगर आज और कल मानसून थोड़ा कमजोर रहेगा। परसो यानी 26 जुलाई से 29 जुलाई के बीच प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बारिश का पूर्वानुमान है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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