हिमाचल में चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत मामले की जांच CBI से कराने की मांग को लेकर BJP विधायक दल आज राजभवन जाएगा। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल के नेतृत्व में बीजेपी विधायक राज्यपाल से मिलेंगे। इस दौरान विमल नेगी की मौत मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी को देने का आग्रह करेंगे। इसी मांग को लेकर विपक्ष ने बीते कल विधानसभा में भी वॉकआउट किया। BJP का कहना है कि विमल नेगी के परिजनों ने हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के एमडी हरिकेष मीणा, डायरेक्टर (पर्सनल) शिवम प्रताप और डायरेक्टर देसराज तीनों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए है। मगर सरकार ने एक अधिकारी को ही सस्पेंड किया है। बीजेपी विधायक रणधीर शर्मा ने कहा, सरकार ने आईएएस अधिकारी को विमल नेगी मौत मामले की जांच सौंपी है। उन्होंने कहा कि एक आईएएस दूसरे आईएस की निष्पक्ष जांच कैसे कर सकता है। इसलिए निष्पक्ष जांच के लिए यह केस सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए। संदेह में पावर कॉरपोरेशन अधिकारियों की कार्यप्रणाली : जयराम नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, पावर कॉरपोरेशन की कार्यप्रणाली शुरू से ही संदेह के घेरे में रही है। जिस डायरेक्टर देसराज पर FIR की गई है, उसे 5 अधिकारियों को सुपरसीड करके डायरेक्टर बनाया गया है। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजन कह रहे हैं कि तीन अधिकारियों ने विमल नेगी की मानसिक प्रताड़ना की है। ऐसे में कार्रवाई एक ही अधिकारी पर क्यों की गई। उन्होंने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए यह केस सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए। BJP की बतंगड़ बनाने की आदत: CM वहीं मुख्यमंत्री सुक्खू कह चुके हैं कि मृतक का परिवार जांच से संतुष्ट है। बीजेपी इस मामले को बेवजह तूल दे रही है। उन्होंने कहा, विपक्ष की आदत बन गई है कि हर चीत का बतंगड़ बनाया जाए। हिमाचल में चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत मामले की जांच CBI से कराने की मांग को लेकर BJP विधायक दल आज राजभवन जाएगा। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल के नेतृत्व में बीजेपी विधायक राज्यपाल से मिलेंगे। इस दौरान विमल नेगी की मौत मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी को देने का आग्रह करेंगे। इसी मांग को लेकर विपक्ष ने बीते कल विधानसभा में भी वॉकआउट किया। BJP का कहना है कि विमल नेगी के परिजनों ने हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के एमडी हरिकेष मीणा, डायरेक्टर (पर्सनल) शिवम प्रताप और डायरेक्टर देसराज तीनों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए है। मगर सरकार ने एक अधिकारी को ही सस्पेंड किया है। बीजेपी विधायक रणधीर शर्मा ने कहा, सरकार ने आईएएस अधिकारी को विमल नेगी मौत मामले की जांच सौंपी है। उन्होंने कहा कि एक आईएएस दूसरे आईएस की निष्पक्ष जांच कैसे कर सकता है। इसलिए निष्पक्ष जांच के लिए यह केस सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए। संदेह में पावर कॉरपोरेशन अधिकारियों की कार्यप्रणाली : जयराम नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, पावर कॉरपोरेशन की कार्यप्रणाली शुरू से ही संदेह के घेरे में रही है। जिस डायरेक्टर देसराज पर FIR की गई है, उसे 5 अधिकारियों को सुपरसीड करके डायरेक्टर बनाया गया है। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजन कह रहे हैं कि तीन अधिकारियों ने विमल नेगी की मानसिक प्रताड़ना की है। ऐसे में कार्रवाई एक ही अधिकारी पर क्यों की गई। उन्होंने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए यह केस सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए। BJP की बतंगड़ बनाने की आदत: CM वहीं मुख्यमंत्री सुक्खू कह चुके हैं कि मृतक का परिवार जांच से संतुष्ट है। बीजेपी इस मामले को बेवजह तूल दे रही है। उन्होंने कहा, विपक्ष की आदत बन गई है कि हर चीत का बतंगड़ बनाया जाए। हिमाचल | दैनिक भास्कर
