हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के बाद डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी कल शाम दिल्ली पहुंच गए। उनके दिल्ली दौरे के बाद प्रदेश में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। सूत्रों की मानें तो मुकेश अग्निहोत्री और प्रतिभा सिंह दिल्ली में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला से भी मुलाकात कर सकते हैं। हिमाचल मंत्रिमंडल में मंत्री का एक पद खाली है। कुछ मंत्रियों के विभाग बदलने की भी चर्चा है। बोर्ड और निगमों में भी ताजपोशी होने वाली है। इसी तरह लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस संगठन में भी फेरबदल तय है। संगठन से निष्क्रिय नेताओं को हटाया जा सकता है। चुनाव में अच्छा काम करने वाले कार्यकर्ताओं को पार्टी में जगह दी जा सकती है। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट पर भी चर्चा कांग्रेस हाईकमान द्वारा गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने पिछले सप्ताह हिमाचल का दौरा करने के बाद लोकसभा चुनाव में हार पर अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय नेतृत्व को सौंप दी है। इस दौरे के दौरान तीनों नेता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से इस रिपोर्ट पर भी चर्चा कर सकते हैं। चंडीगढ़ पहुंचे सीएम सुखू मुख्यमंत्री सुखू दो दिन पहले ही राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से मिल चुके हैं। वे कल शाम दिल्ली से चंडीगढ़ पहुंचे। वे आज शिमला लौटेंगे। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री सोमवार को दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से भी मिलेंगे। वे मंत्रालय के समक्ष विभाग के मामले रखेंगे। वे जल जीवन मिशन के तहत हिमाचल प्रदेश की लंबित 900 करोड़ रुपये की राशि जारी करने की मांग करेंगे। मंत्रियों के विभाग बदलने पर चर्चा प्रदेश में कैबिनेट मंत्रियों के विभाग बदलने पर चर्चा तेज है। सूत्रों की मानें तो सरकार हाईकोर्ट में चल रहे सीपीएस मामले में फैसले का इंतजार कर रही है। कोर्ट ने सीपीएस मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया है। कोर्ट के फैसले के बाद कैबिनेट में खाली पड़े पद को भरा जा सकता है। सीएम सुक्खू किसी सीपीएस को मंत्री बना सकते हैं। बोर्डों और निगमों में अभी होनी है नियुक्तियां प्रदेश सरकार के कई बोर्ड और निगमों में अभी नियुक्तियां होनी हैं। इस बारे में हाईकमान से चर्चा के बाद आदेश जारी किए जाएंगे। पार्टी कार्यकर्ता लगातार नियुक्तियों को लेकर सरकार पर दबाव बना रहे हैं। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के बाद डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी कल शाम दिल्ली पहुंच गए। उनके दिल्ली दौरे के बाद प्रदेश में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। सूत्रों की मानें तो मुकेश अग्निहोत्री और प्रतिभा सिंह दिल्ली में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला से भी मुलाकात कर सकते हैं। हिमाचल मंत्रिमंडल में मंत्री का एक पद खाली है। कुछ मंत्रियों के विभाग बदलने की भी चर्चा है। बोर्ड और निगमों में भी ताजपोशी होने वाली है। इसी तरह लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस संगठन में भी फेरबदल तय है। संगठन से निष्क्रिय नेताओं को हटाया जा सकता है। चुनाव में अच्छा काम करने वाले कार्यकर्ताओं को पार्टी में जगह दी जा सकती है। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट पर भी चर्चा कांग्रेस हाईकमान द्वारा गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने पिछले सप्ताह हिमाचल का दौरा करने के बाद लोकसभा चुनाव में हार पर अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय नेतृत्व को सौंप दी है। इस दौरे के दौरान तीनों नेता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से इस रिपोर्ट पर भी चर्चा कर सकते हैं। चंडीगढ़ पहुंचे सीएम सुखू मुख्यमंत्री सुखू दो दिन पहले ही राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से मिल चुके हैं। वे कल शाम दिल्ली से चंडीगढ़ पहुंचे। वे आज शिमला लौटेंगे। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री सोमवार को दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से भी मिलेंगे। वे मंत्रालय के समक्ष विभाग के मामले रखेंगे। वे जल जीवन मिशन के तहत हिमाचल प्रदेश की लंबित 900 करोड़ रुपये की राशि जारी करने की मांग करेंगे। मंत्रियों के विभाग बदलने पर चर्चा प्रदेश में कैबिनेट मंत्रियों के विभाग बदलने पर चर्चा तेज है। सूत्रों की मानें तो सरकार हाईकोर्ट में चल रहे सीपीएस मामले में फैसले का इंतजार कर रही है। कोर्ट ने सीपीएस मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया है। कोर्ट के फैसले के बाद कैबिनेट में खाली पड़े पद को भरा जा सकता है। सीएम सुक्खू किसी सीपीएस को मंत्री बना सकते हैं। बोर्डों और निगमों में अभी होनी है नियुक्तियां प्रदेश सरकार के कई बोर्ड और निगमों में अभी नियुक्तियां होनी हैं। इस बारे में हाईकमान से चर्चा के बाद आदेश जारी किए जाएंगे। पार्टी कार्यकर्ता लगातार नियुक्तियों को लेकर सरकार पर दबाव बना रहे हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल के 4 जिलों में आज हीट वेव का अलर्ट:पहाड़ों पर अगले 5 दिन में बढ़ेगी गर्मी, बारिश के आसार नहीं
हिमाचल के 4 जिलों में आज हीट वेव का अलर्ट:पहाड़ों पर अगले 5 दिन में बढ़ेगी गर्मी, बारिश के आसार नहीं हिमाचल प्रदेश में आज से अगले चार दिन तक फिर से हीट वेव चलने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग ने आज चार जिलों ऊना, बिलासपुर, सोलन और सिरमौर जिले के कुछ क्षेत्रों में हीट वेव चलने का येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में लोगों को सावधानी बरतने की एडवाइजरी जारी की गई है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, प्रदेश में 29 मई तक तेज धूप रहेगी। इससे तापमान में दो से तीन डिग्री का उछाल आएगा। IMD ने आज के लिए 4 जिलों और
कल यानी 26 व 27 मई को 6 जिलों और 28 मई को 9 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। जाहिर है कि पहाड़ों पर इससे आने वाले चार-पांच दिनों में गर्मी बढ़ेगी। फिलहाल बीते दो-तीन दिनों के दौरान प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी हुई है। इससे तापमान में हल्की गिरावट आई है और बीते कल को छोड़कर इससे पहले निरंतर सात दिन तक हीट वेव महसूस की गई। इससे ऊना का पारा अभी भी 40.6 डिग्री चल रहा है, जो कि नॉर्मल से 2.1 डिग्री अधिक है। वहीं प्रदेश के 8 अन्य शहरों में भी 35 डिग्री पार चल रहा है। 35 डिग्री से ज्यादा तापमान वाले 8 शहर 30 मई को बारिश के आसार मौसम विभाग की माने की माने तो 30 मई से वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इससे अधिक ऊंचे और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। तब तक गर्मी से राहत के आसार नहीं है। बीती रात को भी शिमला में हल्की बारिश हुई है। इससे शिमला का मौसम सुहावना हो गया है। हीट स्ट्रोक / लू लगने से बचाव के लिए सावधानी बरतें क्या करें: क्या न करें गर्मी लगने पर प्राथमिक चिकित्सा के उपाय
शिमला में निर्माण कार्य पर 30 जून तक प्रतिबंध:पानी की किल्लत को देखते हुए फैसला; MC ने देर शाम जारी किए आदेश
शिमला में निर्माण कार्य पर 30 जून तक प्रतिबंध:पानी की किल्लत को देखते हुए फैसला; MC ने देर शाम जारी किए आदेश शिमला शहर में पेयजल किल्लत को देखते हुए निर्माण गतिविधियों पर पूर्णत: रोक लगा दी गई है। इस बाबत शिमला नगर निगम आयुक्त ने देर शाम ऑर्डर जारी कर दिए है। इन आदेशों के तहत शिमला में प्राइवेट और सरकारी निर्माण कार्य पर 30 जून तक रोक रहेगा। यह आदेश शिमला नगर निगम की परिधि में आने वाले क्षेत्रों पर लागू रहेंगे। इन आदेशों के बाद शहर में सभी निर्माण कार्य रोकने होंगे। ऐसा नहीं करने वालों के खिलाफ नगर निगम कार्रवाई करेगा। बता दें कि शिमला के अधिकांश क्षेत्रों में चार-चार दिन बाद पानी की सप्लाई हो पा रही है। लंबे ड्राइ स्पेल की वजह से पेयजल स्त्रोत सूखने लगे है। कई स्त्रोतों में 20 से 30 प्रतिशत तक ही पानी रह गया है। इससे शिमला के लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। 45 MLD की जरूरत, मिल रहा 32 MLD शिमला में रोजाना 45 से 48 एमएलडी पानी की जरूरत रहती है। मगर पिछले कुछ दिनों से शिमला शहर को विभिन्न योजनाओं से मुश्किल से 30 से 32 एमएलडी पानी मिल पा रहा है, जबकि पर्यटकों के बड़ी संख्या में शिमला पहुंचने से पानी की मांग बढ़ी है, लेकिन सप्लाई कम हुई है। इसे देखते हुए प्रदेश के शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी पिछले कल रिव्यू मीटिंग ली। इसमें निर्माण कार्य पर रोक लगाने का फैसला हुआ और देर शाम तक मंत्री के आदेशों के बाद नगर निगम शिमला ने आदेश भी जारी कर दिए। पानी बर्बाद करने वालों पर एक्शन होगा शहरी विकास विभाग ने स्पष्ट किया है कि जो व्यक्ति पानी की बर्बादी करते पकड़ा जाता है और जिनकी टंकियां ओवर-फ्लो होती है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शहरी विकास मंत्री ने शिमला जल प्रबंधन निगम को आदेश दिए कि जहां पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही, वहां टैंकरों से पानी की सप्लाई दी जाए।
हिमाचल में अगले 4 दिन मौसम रहेगा साफ:बारिश-बर्फबारी के लिए तरसे लोग, 30 हजार हेक्टेयर जमीन पर हुई गेहूं की बुआई
हिमाचल में अगले 4 दिन मौसम रहेगा साफ:बारिश-बर्फबारी के लिए तरसे लोग, 30 हजार हेक्टेयर जमीन पर हुई गेहूं की बुआई हिमाचल प्रदेश में लोग बारिश-बर्फबारी के लिए तरस गए है। IMD द्वारा बारिश-बर्फबारी के पूर्वानुमान के बाद भी प्रदेश में बादल नहीं बरस रहे है। जिसके कारण प्रदेश में सूखे जैसे हालात पैदा हो गए है। बारिश नही होने के बावजूद भी प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ने लगा है। लाहौल स्पीति के ताबो में पहली बार न्यूनतम तापमान माइनस 7.6 डिग्री तक गिरा है। ताबो के साथ साथ कुकुमसैरी और समदो में भी तापमान माइनस में चला गया है। इसके साथ ही प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में भी तापमान में बीते दिनों के मुकाबले गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश के ऊना जिले में अधिकतम तापमान भी गिरकर 27.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान भी नॉर्मल से 0.3 डिग्री सेल्सियस नीचे गिरा है। यानी बीती रात इस सीजन की सबसे ठंडी रात रिकॉर्ड की गई। IMD के अनुसार, एक अक्टूबर से 15 नवंबर के प्रदेश में 33.6 मिलीमीटर बारिश होती है। इस बार केवल 0.7 मिलीमीटर बादल बरसे है। यही मानसून में भी सामान्य से 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। एक से 15 अक्टूबर तक प्रदेश में पानी की एक बूंद नहीं बरसी। खेतीबाड़ी के साथ साथ राज्य के पर्यटन के लिए भी यह अच्छा संकेत नहीं माना जा रहा। 22 तक बारिश-बर्फबारी के आसार नहीं अमूमन लाहौल स्पीति, कुल्लू और चंबा की ऊंची चोटियों पर 15 अक्टूबर के बाद बर्फबारी हो जाती थी। इससे पर्यटक भी काफी संख्या में इसे देखने पहुंचते थे। लेकिन इस बार मौसम मेहरबान नहीं हो रहा। IMD ने 22 तारीख को प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश बर्फबारी का पूर्वानुमान लगाया है।
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के अधिकांश इलाकों में अगले चार दिन तक बारिश बर्फबारी के कोई आसार नहीं है। वहीं बिलासपुर और मंडी जिला में घनी धुंध का येलो अलर्ट जरूर जारी किया गया है। 46 दिन में 1 मिलीमीटर बारिश भी नहीं हुई वहीं प्रदेश में बीते 46 दिन से चला आ रहा ड्राइ स्पेल नहीं टूट पाया। मौसम विभाग (IMD) ने बीते 16 और 17 नवंबर को बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान लगाया था। लेकिन कहीं पर भी बारिश-बर्फबारी नहीं हुई। आज से आगामी 22 तारीख तक मौसम के पूरी तरह साफ बने रहने का पूर्वानुमान है। 30 हजार हेक्टेयर जमीन पर हुई गेहूं की बुआई प्रदेश में इससे सूखे के कारण हालात खराब होते जा रहे है। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ी है। प्रदेश में गेंहू की बुआई का उचित समय बीत चुका है। मगर इस बार 10 फीसदी जमीन पर ही किसान गेंहू की बुआई कर पाए है। कृषि विभाग के अनुसार, प्रदेश में बीते साल गेंहू की फसल 3.26 लाख हेक्टेयर भूमि पर थी। इस बार मुश्किल से 30 हजार हेक्टेयर जमीन पर ही इसकी बुआई हो पाई है। जिन किसानों ने गेंहू की बुआई की थी, उनकी फसल भी जमीन में नमी नहीं होने के कारण खराब होने लगी है। पानी के स्त्रोत सूखने लगे है। इससे किसान सिंचाई भी नहीं कर पा रहे है।