हिमाचल प्रदेश में आज 5 जिलों में बारिश व आंधी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के शिमला, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर और कुल्लू जिले में ओलावृष्टि और तूफान का अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफान की संभावना है। 4 से 9 मई तक बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है। शिमला में बीते कल ऊपरी क्षेत्रों में ओलावृष्टि से सेब की फसल को नुकसान हुआ है। फागू, कुफरी, ठियोग, चियोग, कोटगढ़, कुमारसैन और नारकंडा में सेब, फूलगोभी और मटर की फसलें भी बर्बाद हो गई हैं। ओलावृष्टि से एंटी हेल नेट टूटे वहीं सोलन में टमाटर व सिरमौर में लहसुन को काफी नुकसान हुआ। प्रदेश भर में कई जगह ओलावृष्टि हुई है। जिससे फसलों को नुकसान हुआ है। हालांकि शिमला में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में बीती शाम हुई ओलावृष्टि इतनी तेज थी कि सेब को बचाने के लिए लगाए गए एंटी हेल नेट भी टूट गए। सेब के दानों पर ओलों के गहरे निशान पड़ गए। प्रदेश भर में ओलावृष्टि से किसानों को करोड़ों रुपए का नुकसान होने का अनुमान है। पहाड़ी क्षेत्रों के तापमान में गिरावट प्रदेश में हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि से पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान में गिरावट आई है। चंबा का अधिकतम तापमान सामान्य से 18.1 डिग्री कम होकर 18.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। मनाली में तापमान 8.9 डिग्री गिरकर 15.0 डिग्री, डलहौजी में 8.5 डिग्री कम होकर 14.6 डिग्री और धर्मशाला में 5.8 डिग्री कम होकर 24.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हिमाचल प्रदेश में आज 5 जिलों में बारिश व आंधी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के शिमला, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर और कुल्लू जिले में ओलावृष्टि और तूफान का अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफान की संभावना है। 4 से 9 मई तक बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है। शिमला में बीते कल ऊपरी क्षेत्रों में ओलावृष्टि से सेब की फसल को नुकसान हुआ है। फागू, कुफरी, ठियोग, चियोग, कोटगढ़, कुमारसैन और नारकंडा में सेब, फूलगोभी और मटर की फसलें भी बर्बाद हो गई हैं। ओलावृष्टि से एंटी हेल नेट टूटे वहीं सोलन में टमाटर व सिरमौर में लहसुन को काफी नुकसान हुआ। प्रदेश भर में कई जगह ओलावृष्टि हुई है। जिससे फसलों को नुकसान हुआ है। हालांकि शिमला में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में बीती शाम हुई ओलावृष्टि इतनी तेज थी कि सेब को बचाने के लिए लगाए गए एंटी हेल नेट भी टूट गए। सेब के दानों पर ओलों के गहरे निशान पड़ गए। प्रदेश भर में ओलावृष्टि से किसानों को करोड़ों रुपए का नुकसान होने का अनुमान है। पहाड़ी क्षेत्रों के तापमान में गिरावट प्रदेश में हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि से पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान में गिरावट आई है। चंबा का अधिकतम तापमान सामान्य से 18.1 डिग्री कम होकर 18.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। मनाली में तापमान 8.9 डिग्री गिरकर 15.0 डिग्री, डलहौजी में 8.5 डिग्री कम होकर 14.6 डिग्री और धर्मशाला में 5.8 डिग्री कम होकर 24.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हिमाचल | दैनिक भास्कर
