कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी 3 विधानसभा सीटों पर स्टार वार के लिए हिमाचल आ सकती हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने प्रियंका गांधी समेत 40 नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया है। इसकी लिस्ट केंद्रीय चुनाव आयोग को सौंप दी गई है। प्रियंका गांधी के अलावा केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक, कुमारी शैलजा, सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, मुख्यमंत्री सुक्खू कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह के सहित राज्य के सभी कैबिनेट मंत्रियों को स्टार प्रचारक बनाया गया है। हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हिमाचल कांग्रेस के पूर्व सभी प्रदेशाध्यक्ष को भी स्टार प्रचारक बनाया गया है। बता दें कि प्रदेश में 24 जून को नामांकन की छंटनी होनी है। इसके बाद चुनाव प्रचार जोर पकड़ेगा। प्रदेश की तीन विधानसभा नालागढ़, हमीरपुर और देहरा सीट पर 10 जुलाई को वोटिंग होनी है। कांग्रेस पार्टी तीनों सीटें जीतने का प्रयास करेगी। यहां देखे स्टार प्रचारकों की लिस्ट… कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी 3 विधानसभा सीटों पर स्टार वार के लिए हिमाचल आ सकती हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने प्रियंका गांधी समेत 40 नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया है। इसकी लिस्ट केंद्रीय चुनाव आयोग को सौंप दी गई है। प्रियंका गांधी के अलावा केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक, कुमारी शैलजा, सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, मुख्यमंत्री सुक्खू कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह के सहित राज्य के सभी कैबिनेट मंत्रियों को स्टार प्रचारक बनाया गया है। हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हिमाचल कांग्रेस के पूर्व सभी प्रदेशाध्यक्ष को भी स्टार प्रचारक बनाया गया है। बता दें कि प्रदेश में 24 जून को नामांकन की छंटनी होनी है। इसके बाद चुनाव प्रचार जोर पकड़ेगा। प्रदेश की तीन विधानसभा नालागढ़, हमीरपुर और देहरा सीट पर 10 जुलाई को वोटिंग होनी है। कांग्रेस पार्टी तीनों सीटें जीतने का प्रयास करेगी। यहां देखे स्टार प्रचारकों की लिस्ट… हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला में आपदा प्रबंधन विभाग ने लगाई प्रदर्शनी:हिमाचल में लगातार बढ़ रही प्राकृतिक आपदाएं, 2 साल में गई 900 लोगों की जान
शिमला में आपदा प्रबंधन विभाग ने लगाई प्रदर्शनी:हिमाचल में लगातार बढ़ रही प्राकृतिक आपदाएं, 2 साल में गई 900 लोगों की जान अंतर्राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस के मौके पर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ राजस्व विभाग द्वारा शिमला के गेयटी थिएटर में “समर्थ 2024” आपदा प्रबंधन जन जागरण अभियान और प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। सोमवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसका शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम सुक्खू ने कहा कि सरकार आपदा से निपटने के लिए अपने स्तर पर प्रयास कर रही है और केंद्र को भी इस पर अध्ययन करने के लिए लेटर लिख चुके हैं। अंतर्राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस पर शिमला में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ राजस्व विभाग द्वारा अभियान व प्रदर्शनी लगाई गई है। इसके माध्यम से लोगों को आपदा से निपटने के गुण सिखाए जा रहे हैं। क्योंकि हिमाचल प्रदेश बीते 2 सालों से लगातार आपदा से जूझ रहा है। ऐसे में आपदा में नुकसान को कम करने के लिए विभाग लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। “प्राकृतिक आपदा के लिए क्लाइमेट चेंज हो सकता है एक मुख्य कारण”- सीएम सुक्खू
सीएम सूक्खु ने कहा कि पिछली बार हिमाचल प्रदेश ने भयंकर आपदा का सामना किया पूरे प्रदेश ने कभी ऐसी आपदा नही देखी लेकिन सरकार ने जनता के सहयोग से उस पर नियंत्रण पाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बादल फटने की घटनाएं बड़ी है क्लाइमेट चेंज इसका एक बड़ा कारण हो सकता है।
इसकी स्टडी करने को प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार को भी पत्र लिखा है और प्रदेश सरकार केके अपने स्तर पर भी प्रयास जारी हैं । अपने स्तर पर आपदा के लिए सरकार ने एक प्रोजेक्ट बनाया है जो करीब 800 करोड़ का है SDRF को मजबूत कर रहे हैं ताकि भविष्य में जो भी आपदा है उसका सामना कर सकें। हिमाचल में दो सालों में प्राकृतिक आपदा में करीब 900 लोगो की गई जान
बता दें कि बीते दो वर्षो से हिमाचल प्रदेश ने बड़ी आपदा का सामना किया है ।वर्ष 2023 में पूरे मानसून के दौरान हिमाचल प्रदेश में 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान व 500 से ज्यादा लोग आपदा में काल का ग्रास बने । वहीं साल 2024 में आई आपदा से प्रदेश में 1200 करोड़ से ज्यादा का नुकसान व 340 से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई है।
हिमाचल के अधिक ऊंचे पहाड़ों पर आज बर्फबारी:4 शहरों का पारा माइनस में; मंडी और बिलासपुर में कोहरे की चेतावनी; 98% कम बादल बरसे
हिमाचल के अधिक ऊंचे पहाड़ों पर आज बर्फबारी:4 शहरों का पारा माइनस में; मंडी और बिलासपुर में कोहरे की चेतावनी; 98% कम बादल बरसे हिमाचल प्रदेश में आज वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव होने का पूर्वानुमान है। इससे चंबा, कांगड़ा, लाहौल स्पीति और कुल्लू जिला की ऊंची चोटियों पर हल्का हिमपात हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, अन्य जिलों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। ऊंचे पहाड़ों पर बारिश बर्फबारी हुई तो इससे तापमान में गिरावट आएगी। बारिश-बर्फबारी से पहले ही प्रदेश के चार शहरों का तापमान माइनस में चला गया है। लाहौल स्पीति के ताबो का न्यूनतम तापमान माइस 8.7 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया है। समदो का माइन 1.3 डिग्री, कुकुमसैरी का 4.1 डिग्री और केलांग का न्यूनतम तापमान 2.0 डिग्री तक गिर चुका है। मौसम विभाग ने मंडी और बिलासपुर जिला के कुछेक स्थानों पर आज धुंध का येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार धुंध की वजह से विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिर सकती है। इसे देखते हुए वाहन चालकों को सावधानी से गाड़ी चलाने की सलाह दी गई है। किसानों पर सूखे की सबसे ज्यादा मार प्रदेशवासी लंबे समय से बारिश के इंतजार में है। 53 दिन से बारिश नहीं होने से सूखे जैसे हालात बन गए है। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ी है। सूखे के कारण 63 फीसदी जमीन पर किसान गेंहू की बुवाई नहीं कर पाया। प्रदेश में इसकी बुवाई का उचित समय एक सप्ताह पहले निकल चुका है। अब नदी नालों में भी जल स्तर गिरने लगा है। इससे पेयजल और सिंचाई योजनाओं पर भी पानी कम होने लगा है। नदी नालों में पानी कम होने से बिजली का उत्पादन पर भी असर पड़ा है। 6 जिलों में 52 दिन से एक बूंद भी नहीं बरसी आलम यह है कि पहले मानसून में भी सामान्य से 19 प्रतिशत कम बारिश हुई। बरसात के बाद यानी पोस्ट मानसून सीजन में भी सामान्य से 98 प्रतिशत कम बादल बरसे है। मौसम विभाग के अनुसार, एक अक्टूबर से 22 नवंबर तक 37.3 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार औसत 0.7 मिलीमीटर बारिश हुई है। छह जिले ऐसे हैं, जहां 52 दिन से पानी की एक बूंद नहीं बरसी। नवंबर माह में प्रदेश के एक भी जिले में बारिश नहीं हुई।
कुनिहार को नगर पंचायत बनाने के विरोध में बैठक:28 नवंबर को होगी महापंचायत, महिलाओं-बुजुर्गों से पहुंचने की अपील; लोगो में भारी रोष
कुनिहार को नगर पंचायत बनाने के विरोध में बैठक:28 नवंबर को होगी महापंचायत, महिलाओं-बुजुर्गों से पहुंचने की अपील; लोगो में भारी रोष सोलन जिला में कुनिहार को नगर पंचायत बनाने के विरोध में क्षेत्र के लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर विकास सभा कुनिहार व अन्य संस्थाओं के लोगों सहित तीनों पंचायतों के लोगों ने एक बैठक की। बैठक में निर्णय लिया गया कि गुरुवार 28 नवंबर को कुनिहार के तालाब मंदिर परिसर में सरकार द्वारा कुनिहार को नगर पंचायत बनाने के विरोध में एक महापंचायत की जाएगी। जिसमें तीनों पंचायतों के महिला, पुरुष व युवाओं से बढ़चढ़ कर भाग लेने की अपील की गई। इसी मुद्दे को लेकर आज तालाब मंदिर में बैठक बुलाई गई थी जिसमें काफी संख्या में कुनिहार के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। नगर पंचायत बनने के बाद हर चीज पर लगेगा टैक्स कुनिहार विकास सभा के वरिष्ठ मुख्य सलाहकार धनीराम तनवर ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कुनिहार की तीनों पंचायतों की जनता युवा व सभी व्यक्तियों और जितनी भी महिलाएं और बुद्धिजीवी नागरिक हैं, सभी 28 नवंबर को इस महापंचायत में आकर अपना विरोध जताएं। उन्होंने कहा कि अगर कल को नगर पंचायत बनाई गई तो लोगों का जीना हराम हो जाएगा। भारी टैक्स देने पड़ेंगे, किसी प्रकार से अपने मकान को बनाने व तब्दील करने के लिए इजाजत लेनी पड़ेगी और जितने भी जिम्मेदारों के घर में डंगर पशु रहते हैं, उन सभी पर टैक्स लगेगा। इसलिए सभी से अनुरोध किया जाता है कि 28 नवम्बर वीरवार 11 बजे समय रहते हुए तालाब मंदिर में पहुंचकर इस महापंचायत में भारी संख्या में भाग ले। ताकि इस जबरदस्ती थोपे जा रहे निर्णय को सरकार वापस लें। बैठक में ये लोग रहे मौजूद- इस बैठक में हाटकोट पंचायत प्रधान जगदीश अत्री, उप प्रधान रोहित जोशी, उप प्रधान कुनिहार पंचायत हरिदास तनवर, व्यापार मंडल कुनिहार के प्रधान धीरज ठाकुर, विकास सभा के सचिव संजय राघव, सर्व एकता जनमंच कुनिहार के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार ठाकुर, पंकज, वीर सिंह, नवीन कंवर, राजेंद्र चौधरी, प्रेम सिंह, राजेश शर्मा, ज्ञान सिंह, मदन सिंह कंवर, राकेश झांझी, राजेश अत्री, दीपक, अमित, राजीव सहित अन्य लोग मौजूद रहे।