हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में बीती रात को तेज बारिश हुई। मौसम विभाग ने बीती शाम को ही बुलेटिन जारी कर चंबा, शिमला, ऊना, हमीरपुर, मंडी, सोलन, बिलासपुर और कांगड़ा जिला के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। सिरमौर, किन्नौर, कुल्लू और लाहौल स्पीति जिला को येलो अलर्ट दिया गया। मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, मंडी, शिमला और सिरमौर जिला के निचले इलाकों में फ्लैश फ्लड की चेतावनी जारी की थी। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने को कहा गया है। क्योंकि भारी बारिश के कारण पहाड़ों पर लैंडस्लाइड और निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो सकते है। अगस्त में 5% कम बादल बरसे प्रदेश में काफी दिनों बाद बारिश का ऑरेंज अलर्ट दिया गया है, क्योंकि 2 सप्ताह से मानसून धीमा पड़ा हुआ था। इससे अगस्त महीने में भी सामान्य से 5 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 1 से 31 अगस्त के बीच 256.8 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 243.6 मिलीमीटर बादल बरसे हैं। मानसून सीजन में सामान्य से 23% कम बारिश इसी तरह पूरे मानसून सीजन में सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 1 जून से 2 सितंबर तक 623.9 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। मगर इस बार 482.1 मिलीमीटर बारिश हुई है। शिमला को छोड़कर कोई भी ऐसा जिला नहीं जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। शिमला में इस मानसून सीजन में अब तक 577.7 मिलीमीटर बादल बरस गए है, जबकि सामान्य बारिश 526.4 मिलीमीटर होती है। बारिश के बाद 184 सड़कें बंद प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान हुई बारिश से 184 सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई है। शिमला जोन में सबसे ज्यादा 127 सड़कें अवरुद्ध हुई है। मंडी जोन में 32 सड़कें, हमीरपुर जोन में 8 तथा कांगड़ा जोन में 17 सड़कें अवरुद्ध हुई है। सड़कें बंद होने से सेब की ढुलाई पर असर पड़ा है। हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में बीती रात को तेज बारिश हुई। मौसम विभाग ने बीती शाम को ही बुलेटिन जारी कर चंबा, शिमला, ऊना, हमीरपुर, मंडी, सोलन, बिलासपुर और कांगड़ा जिला के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। सिरमौर, किन्नौर, कुल्लू और लाहौल स्पीति जिला को येलो अलर्ट दिया गया। मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, मंडी, शिमला और सिरमौर जिला के निचले इलाकों में फ्लैश फ्लड की चेतावनी जारी की थी। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने को कहा गया है। क्योंकि भारी बारिश के कारण पहाड़ों पर लैंडस्लाइड और निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो सकते है। अगस्त में 5% कम बादल बरसे प्रदेश में काफी दिनों बाद बारिश का ऑरेंज अलर्ट दिया गया है, क्योंकि 2 सप्ताह से मानसून धीमा पड़ा हुआ था। इससे अगस्त महीने में भी सामान्य से 5 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 1 से 31 अगस्त के बीच 256.8 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 243.6 मिलीमीटर बादल बरसे हैं। मानसून सीजन में सामान्य से 23% कम बारिश इसी तरह पूरे मानसून सीजन में सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 1 जून से 2 सितंबर तक 623.9 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। मगर इस बार 482.1 मिलीमीटर बारिश हुई है। शिमला को छोड़कर कोई भी ऐसा जिला नहीं जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। शिमला में इस मानसून सीजन में अब तक 577.7 मिलीमीटर बादल बरस गए है, जबकि सामान्य बारिश 526.4 मिलीमीटर होती है। बारिश के बाद 184 सड़कें बंद प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान हुई बारिश से 184 सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई है। शिमला जोन में सबसे ज्यादा 127 सड़कें अवरुद्ध हुई है। मंडी जोन में 32 सड़कें, हमीरपुर जोन में 8 तथा कांगड़ा जोन में 17 सड़कें अवरुद्ध हुई है। सड़कें बंद होने से सेब की ढुलाई पर असर पड़ा है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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