हिमाचल प्रदेश में आज से मानसून एक्टिव हो सकता है। इससे अगले कल और परसो, दो दिन तक ज्यादातर भागों में बारिश का पूर्वानुमान है। प्रदेश में बीते एक सप्ताह के दौरान कुछ जगह पर हल्की बारिश हुई है। 9 से 16 जुलाई तक नॉर्मल से 87 प्रतिशत कम बादल बरसे हैं। इस अवधि में 59.7 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है, लेकिन इस बार 8 मिलीमीटर बरसात हुई। शिमला, बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना और लाहौल स्पीति जिले में सबसे कम बारिश हुई है। पूरे मानसून सीजन यानि 16 जुलाई तक भी नॉर्मल से 39 प्रतिशत कम बादल बरसे हैं। इस अवधि में 220.3 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 133.5 मिलीमीटर ही बादल बरसे हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से ही मानसून कमजोर पड़ा है। हवा का दबाव नहीं बनने और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय न होने से बारिश नहीं हो पा रही। तापमान में नॉर्मल की तुलना में 2.4 डिग्री का उछाल बारिश नहीं होने से तापमान में उछाल आ रहा है। कई जगह अधिकतम तापमान नॉर्मल से 6 डिग्री तक ज्यादा हो गया है। भूतर का तापमान नॉर्मल से 6 डिग्री अधिक के उछाल के बाद 37.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। हमीरपुर का नॉर्मल की तुलना में 3.7 डिग्री का उछाल के साथ 35.1 36.1 डिग्री सेल्सियस, सुंदरनगर का तापमान 4.6 डिग्री के उछाल के बाद 35.4 डिग्री, मनाली का 4.2 डिग्री अधिक के साथ 29.7 डिग्री और बिलासपुर का अधिकतम तापमान नॉर्मल की तुलना में 3.8 डिग्री के उछाल के बाद 36.2 डिग्री सेल्सियस हो गया है। 24 घंटे के दौरान नैना देवी में 34 MM बारिश वहीं, बीते 24 घंटे के दौरान नैनादेवी में सबसे ज्यादा 34 मिलीमीटर बारिश हुई है। रामपुर बुशहर में 7 मिमी, जोगेंद्रनगर में 5 मिमी, मशोबरा में 2 मिमी, डलहौजी में 1 और कुफरी में 0.5 मिमी बारिश हुई है। कई क्षेत्रों में सूखे जैसे हालात बनने लगे इससे कई क्षेत्रों में बरसात में भी सूखे जैसे हालात पनपने लगे हैं। इसकी मार सेब के साथ साथ मक्का, शिमला मिर्च, टमाटर की फसल पर भी पड़ रही है। जिन क्षेत्रों में नमी नहीं है और सिंचाई की व्यवस्था नहीं है, वहां सेब का साइज नहीं बढ़ पा रहा। किसानों की फसलों पर भी सूखे की मार पड़ रही है। हालांकि शिमला में दोपहर बाद हल्की बूंदाबांदी जरूर हुई। मौसम विभाग की माने तो आज कुछेक क्षेत्रों में बारिश का पूर्वानुमान है। कल यानी 18 और 19 को ज्यादातर भागों में बारिश हो सकती है। 20 को मानसून फिर धीमा पड़ेगा और 21 व 22 जुलाई को ज्यादातर इलाकों में बारिश हो सकती है। हिमाचल प्रदेश में आज से मानसून एक्टिव हो सकता है। इससे अगले कल और परसो, दो दिन तक ज्यादातर भागों में बारिश का पूर्वानुमान है। प्रदेश में बीते एक सप्ताह के दौरान कुछ जगह पर हल्की बारिश हुई है। 9 से 16 जुलाई तक नॉर्मल से 87 प्रतिशत कम बादल बरसे हैं। इस अवधि में 59.7 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है, लेकिन इस बार 8 मिलीमीटर बरसात हुई। शिमला, बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना और लाहौल स्पीति जिले में सबसे कम बारिश हुई है। पूरे मानसून सीजन यानि 16 जुलाई तक भी नॉर्मल से 39 प्रतिशत कम बादल बरसे हैं। इस अवधि में 220.3 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 133.5 मिलीमीटर ही बादल बरसे हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से ही मानसून कमजोर पड़ा है। हवा का दबाव नहीं बनने और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय न होने से बारिश नहीं हो पा रही। तापमान में नॉर्मल की तुलना में 2.4 डिग्री का उछाल बारिश नहीं होने से तापमान में उछाल आ रहा है। कई जगह अधिकतम तापमान नॉर्मल से 6 डिग्री तक ज्यादा हो गया है। भूतर का तापमान नॉर्मल से 6 डिग्री अधिक के उछाल के बाद 37.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। हमीरपुर का नॉर्मल की तुलना में 3.7 डिग्री का उछाल के साथ 35.1 36.1 डिग्री सेल्सियस, सुंदरनगर का तापमान 4.6 डिग्री के उछाल के बाद 35.4 डिग्री, मनाली का 4.2 डिग्री अधिक के साथ 29.7 डिग्री और बिलासपुर का अधिकतम तापमान नॉर्मल की तुलना में 3.8 डिग्री के उछाल के बाद 36.2 डिग्री सेल्सियस हो गया है। 24 घंटे के दौरान नैना देवी में 34 MM बारिश वहीं, बीते 24 घंटे के दौरान नैनादेवी में सबसे ज्यादा 34 मिलीमीटर बारिश हुई है। रामपुर बुशहर में 7 मिमी, जोगेंद्रनगर में 5 मिमी, मशोबरा में 2 मिमी, डलहौजी में 1 और कुफरी में 0.5 मिमी बारिश हुई है। कई क्षेत्रों में सूखे जैसे हालात बनने लगे इससे कई क्षेत्रों में बरसात में भी सूखे जैसे हालात पनपने लगे हैं। इसकी मार सेब के साथ साथ मक्का, शिमला मिर्च, टमाटर की फसल पर भी पड़ रही है। जिन क्षेत्रों में नमी नहीं है और सिंचाई की व्यवस्था नहीं है, वहां सेब का साइज नहीं बढ़ पा रहा। किसानों की फसलों पर भी सूखे की मार पड़ रही है। हालांकि शिमला में दोपहर बाद हल्की बूंदाबांदी जरूर हुई। मौसम विभाग की माने तो आज कुछेक क्षेत्रों में बारिश का पूर्वानुमान है। कल यानी 18 और 19 को ज्यादातर भागों में बारिश हो सकती है। 20 को मानसून फिर धीमा पड़ेगा और 21 व 22 जुलाई को ज्यादातर इलाकों में बारिश हो सकती है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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