हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला के अंब में कर्ज के बोझ तले एक 40 वर्षीय व्यक्ति ने फंदा लगा कर आत्महत्या कर दी। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना भेज दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। मृतक की पत्नी शैली द्वारा पुलिस को दिए गए बयान अनुसार सुनील कुमार पुत्र कृष्ण गोपाल वासी वार्ड 2 अंब ठेकेदारी का काम करता था। ठेकेदारी के लिए उसने अंब के एक बैंक से लिमिट बनवा रखी थी। लिमिट का कर्ज होने के चलते वह पिछले कई दिनों से परेशान चल रहा था और घर में ही रह रहा था। पुलिस के अनुसार, मृतक की पत्नी एक निजी प्राइवेट स्कूलों में नौकरी करती हैं। सोमवार को जब वह छुट्टी के बाद घर लौटीं तो पति घर पर नहीं था। थोड़ी देर बाद शैली ने अपने पति को फोन किया तो पति ने फोन नहीं उठाया। उसके बाद बीती शाम 5.00 बजे शैली बाजार गई और जान-पहचान वाले दुकानदारों से पति के बारे में पूछा। मगर कोई जानकारी नहीं मिली। पुराने घर के पंखे से लटककर दी जान शैली बाद में घर आई तो उन्होंने अपनी बेटी से पूछा कि पापा घर आए थे। बेटी ने बताया कि कुछ देर कमरे में आए थे। मगर थोड़ी देर बाद फिर बाहर चले गए। फिर शैली ने अपने पुराने मकान के अंदर जाकर देखा तो इसका पति सुनील कुमार पंखे के साथ लटका हुआ था। उसने अपने देवर को साथ लेकर पंखे से उतारा और सिविल अस्पताल अंब ले गए, जहां डाक्टर ने सुनील को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतक की पत्नी के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। एसएचओ अंब गौरव भारद्वाज ने मामले की पुष्टि की है। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला के अंब में कर्ज के बोझ तले एक 40 वर्षीय व्यक्ति ने फंदा लगा कर आत्महत्या कर दी। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना भेज दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। मृतक की पत्नी शैली द्वारा पुलिस को दिए गए बयान अनुसार सुनील कुमार पुत्र कृष्ण गोपाल वासी वार्ड 2 अंब ठेकेदारी का काम करता था। ठेकेदारी के लिए उसने अंब के एक बैंक से लिमिट बनवा रखी थी। लिमिट का कर्ज होने के चलते वह पिछले कई दिनों से परेशान चल रहा था और घर में ही रह रहा था। पुलिस के अनुसार, मृतक की पत्नी एक निजी प्राइवेट स्कूलों में नौकरी करती हैं। सोमवार को जब वह छुट्टी के बाद घर लौटीं तो पति घर पर नहीं था। थोड़ी देर बाद शैली ने अपने पति को फोन किया तो पति ने फोन नहीं उठाया। उसके बाद बीती शाम 5.00 बजे शैली बाजार गई और जान-पहचान वाले दुकानदारों से पति के बारे में पूछा। मगर कोई जानकारी नहीं मिली। पुराने घर के पंखे से लटककर दी जान शैली बाद में घर आई तो उन्होंने अपनी बेटी से पूछा कि पापा घर आए थे। बेटी ने बताया कि कुछ देर कमरे में आए थे। मगर थोड़ी देर बाद फिर बाहर चले गए। फिर शैली ने अपने पुराने मकान के अंदर जाकर देखा तो इसका पति सुनील कुमार पंखे के साथ लटका हुआ था। उसने अपने देवर को साथ लेकर पंखे से उतारा और सिविल अस्पताल अंब ले गए, जहां डाक्टर ने सुनील को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतक की पत्नी के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। एसएचओ अंब गौरव भारद्वाज ने मामले की पुष्टि की है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हमीरपुर में लखदाता पीर या मजार निर्माण पर विवाद:वन विभाग ने रुकवाया काम; निर्माण सामग्री कब्जे में ली, हिंदू संगठन हुए सक्रिय
हमीरपुर में लखदाता पीर या मजार निर्माण पर विवाद:वन विभाग ने रुकवाया काम; निर्माण सामग्री कब्जे में ली, हिंदू संगठन हुए सक्रिय हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में धार्मिक स्थल के निर्माण को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। हमीरपुर के साथ लगते सस्त्र गांव के जंगल में आज वन विभाग ने मौके पर पहुंचकर इसका निर्माण कार्य रुकवाया और सारी निर्माण सामग्री उठाकर कब्जे में ली। अब विवाद शुरू हो गया है कि यह लखदाता पीर का स्थान है या फिर मजार। वन विभाग ने निशानदेही की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जंगल में इस निर्माण कार्य के बाद हिंदू संगठन भी सक्रिय हो गए हैं। मटानी स्थित स्कूल के ठीक सामने इस निर्माण कार्य को रुकवा दिया गया है। मौके से 100 मीटर की दूरी पर मस्जिद भी हैं। यह मस्जिद निजी भूमि पर हैं। अब इनकी निशानदेही की भी मांग उठने लगी है। बताया जा रहा है कि बीते कल निर्माण कार्य शुरू हुआ। टीननुमा इस जगह के भीतर चारों तरफ बाउंड्री वॉल लगाई जा रही थी। वहां पर टाइलिंग करने का भी प्लान था। स्थानीय लोगों ने वन विभाग को दी सूचना इनकी भनक जैसे ही स्थानीय लोगों को लगी तो ग्रामीणों ने वन विभाग को फोन करके इसकी सूचना दी। उनका कहना था कि यह जगह प्राइवेट नहीं है, वन विभाग की हो सकती है और यहां पर मजार बनी हुई है। अब उसे प्रोटेक्ट करने का काम शुरू हुआ था। मस्जिद विवाद में आग में घी का काम कर सकता है निर्माण प्रदेश में मस्जिद विवाद पहले ही तूल पकड़ चुका है। इस जगह पर अब निर्माण कार्य आग में घी डालने का काम कर सकता है। इसलिए जैसे ही सुबह अधिकारियों को पता चला, फॉरेस्ट गार्ड और उच्चाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर निर्माण की सामग्री को उठा लिया। जो निर्माण हुआ था, उसे भी गिरा दिया गया। लख दाता पीर कमेटी के अध्यक्ष भागदीन का कहना है कि यहां कोई मजार नहीं है। यह लखदाता पीर का स्थान है। हर साल यहां पर छिंज आयोजित होती है। वन विभाग के गार्ड शुभम ठाकुर का कहना है कि निर्माण को रुकवा दिया गया है और सारी सामग्री को उठवाकर फेंक दी गई है। निशानदेही के लिए आवेदन हमीरपुर स्थित रेंज ऑफिसर अजय चंदेल ने बताया कि इस जगह की निशानदेही के लिए तहसीलदार को आवेदन किया जा रहा है। क्योंकि यहां पर मजार के लिए टीननुमा शेड बनाया हुआ है। अब वहां पर चार दिवारी भी लगाई जा रही थी। इसीलिए निशानदेही जरूरी है, लग यही रहा है कि यह वन विभाग की जगह है।
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सुजानपुर के पूर्व विधायक ने CM सुक्खू पर साधा निशाना:बोले- खनन माफिया से क्या है रिश्ता? 5 स्टार कल्चर में रहने वाले पहले मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला के सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रहे राजेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर बड़ा निशाना साधा है। राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर हिमाचल प्रदेश के पहले मुख्य्मंत्री है जो फाइव स्टार कल्चर में रहे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम सुक्खू ज़ब भी चंडीगढ़ आते हैं, तो वह हिमाचल भवन में ना रुक कर फाइव स्टार होटल में रुकते हैं। राणा ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इसमें मुख्यमंत्री की मजबूरी है या फाइव स्टार होटल से उनको प्यार है ये हमारी समझ से परे है। राणा ने इसका एक वीडियो भी जारी किया है। “अपने सुरक्षा कर्मियों को कर देते है दाएं-बाएं” राणा ने कहा कि सीएम सुक्खू जब चंडीगढ़ के फाइव स्टार होटल में रुकते हैं तो इस दौरान वह अपनी सुरक्षा कर्मियों को भी दाएं बाएं कर देते हैं। उन्होंने पूछा है कि ये आखिर मामला क्या है? कौन लोग इस दौरान उनसे मिलने आते हैं? किसके लिए कमरे बुक करवाए जा रहे हैं? “सीएम सुक्खू को देना चाहिए जवाब” पूर्व विधायक राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस बारे में हिमाचल की जनता को जवाब देना चाहिए। आखिर सरकारी सुविधाओं को ना लेकर प्राइवेट सुविधाएं ली जा रही है और सरकारी खजाना खाली किया जा रहा है। वहीं राजेन्द्र राणा ने एक कारोबारी पर अवैध खनन का आरोप लगाया है। राणा ने कहा कि अवैध खनन के करोड़ों के कारोबार के सरगना ज्ञानचंद ज्ञानू के साथ मुख्यमंत्री का क्या रिश्ता है? सीएम को ये भी स्पष्ट करना चाहिए। राजेंद्र राणा ने कहा कि सीएम से सवाल करो कुछ तो वो कुछ और ही जवाब देते हैं। वो अपने चेले चपाटों को आगे कर देते हैं, उन्हें खुदा आगे आकर बताना चाहिए कि खनन माफिया से उनका क्या रिश्ता है।