हिमाचल प्रदेश में 2500 करोड़ रुपए से ज्यादा के क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड के किंगपिन (सरगना) सुभाष की 70 कनाल जमीन सीज कर दी गई है। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने यह कार्रवाई ऊना में की है। SIT को अंदेशा है कि आरोपी द्वारा यह जमीन लोगों के साथ की गई ठगी करके खरीदी गई है। बता दें कि क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड बीते साल अक्टूबर माह में सामने आ गया था। मगर मंडी के सराज का रहने वाला सरगना सुभाष शर्मा इससे पहले ही देश छोड़कर दुबई भाग चुका था। पुलिस आरोपी को देश वापस लाने की औपचारिकताओं में जुटी हुई है। SIT ने इस केस में 4 लोगों सुभाष, हेम राज, अभिषेक और सुखदेव को मुख्य आरोपी बनाया है। सुभाष के अलावा 3 अन्य पुलिस की गिरफ्त में है। सबसे ज्यादा ठगी मंडी जिले के लोगों से हुई है। इसी तरह हमीरपुर, सोलन, कांगड़ा, बिलासपुर और शिमला में भी बड़ी संख्या में लोग ठगी का शिकार हुए हैं। पुलिस के लोग भी इस फ्रॉड में शामिल है। कुछ तो ऐसे हैं जिन्होंने नौकरी छोड़कर लोगों से क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट कराया। प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 2018-19 से फ्रॉड चल रहा है। लोगों को एक साल के भीतर ही पैसा डबल करने का झांसा दिया जाता था। इस काम के लिए एजेंटों को कमीशन दी जाती थी और लोगों से ऑनलाइन साइट के जरिए पैसा निवेश कराया जाता था। 70 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर वहीं क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड में SIT ने 70 लोगों के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दायर कर दी है। पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को मुख्य आरोपी बनाया है। इनमें सुभाष, अभिषेक, हेमराज और सुखदेव शामिल हैं। सुभाष को छोड़कर अन्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। आरोप है कि ठगी का पैसा चारों में बराबर बांटता था। लोगों को 11 महीने के भीतर डबल पैसा देने का झांसा यही लोग देते थे। एजेंटों को कमीशन दी जाती थी। सुभाष की पहले भी करोड़ों की संपत्ति सीज की जा चुकी इससे पहले भी SIT सुभाष शर्मा की करोड़ों रुपए की संपत्ति चंडीगढ़ और हरियाणा समेत कई जगह सीज कर चुकी है। सुभाष के अलावा दूसरे आरोपियों की प्रॉपर्टी को भी खंगाला जा रहा है। विधानसभा में होशियार सिंह ने उठाया था मामला क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड का मुद्दा बीते साल विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान उठाया गया था। सत्र में पूर्व निर्दलीय विधायक होशियार सिंह ने का यह मामला उठाया था। सदन में सीएम की गैर मौजूदगी में डिप्टी सीएम ने एसआईटी बनाने का भरोसा दिया और DIG अभिषेक दुल्लर की अगुआई में SIT बनाई गई। इसके बाद से SIT ने इस मामले में संलिप्त लोगों की धड़ाधड़ गिरफ्तारी की। 4 साल से चल रहा फ्रॉड प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 2018-19 से फ्रॉड चल रहा है। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग जालसाजों की ठगी का शिकार हुए। पुलिस विभाग के कर्मचारी भी बड़ी संख्या में धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। SIT की कार्रवाई के बाद लोग प्रदेश के अलग अलग थानों में बड़ी संख्या में शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंच रहे हैं। देश छोड़ भागा किंगपिन: DIG एसआईटी प्रमुख डीआईजी उत्तरी रेंज अभिषेक दुल्लर ने माना कि क्रिप्टो करेंसी का सरगना सुभाष शर्मा देश छोड़कर फरार हो गया है। वह किस देश में है, ये पता लगाया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश में 2500 करोड़ रुपए से ज्यादा के क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड के किंगपिन (सरगना) सुभाष की 70 कनाल जमीन सीज कर दी गई है। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने यह कार्रवाई ऊना में की है। SIT को अंदेशा है कि आरोपी द्वारा यह जमीन लोगों के साथ की गई ठगी करके खरीदी गई है। बता दें कि क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड बीते साल अक्टूबर माह में सामने आ गया था। मगर मंडी के सराज का रहने वाला सरगना सुभाष शर्मा इससे पहले ही देश छोड़कर दुबई भाग चुका था। पुलिस आरोपी को देश वापस लाने की औपचारिकताओं में जुटी हुई है। SIT ने इस केस में 4 लोगों सुभाष, हेम राज, अभिषेक और सुखदेव को मुख्य आरोपी बनाया है। सुभाष के अलावा 3 अन्य पुलिस की गिरफ्त में है। सबसे ज्यादा ठगी मंडी जिले के लोगों से हुई है। इसी तरह हमीरपुर, सोलन, कांगड़ा, बिलासपुर और शिमला में भी बड़ी संख्या में लोग ठगी का शिकार हुए हैं। पुलिस के लोग भी इस फ्रॉड में शामिल है। कुछ तो ऐसे हैं जिन्होंने नौकरी छोड़कर लोगों से क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट कराया। प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 2018-19 से फ्रॉड चल रहा है। लोगों को एक साल के भीतर ही पैसा डबल करने का झांसा दिया जाता था। इस काम के लिए एजेंटों को कमीशन दी जाती थी और लोगों से ऑनलाइन साइट के जरिए पैसा निवेश कराया जाता था। 70 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर वहीं क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड में SIT ने 70 लोगों के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दायर कर दी है। पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को मुख्य आरोपी बनाया है। इनमें सुभाष, अभिषेक, हेमराज और सुखदेव शामिल हैं। सुभाष को छोड़कर अन्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। आरोप है कि ठगी का पैसा चारों में बराबर बांटता था। लोगों को 11 महीने के भीतर डबल पैसा देने का झांसा यही लोग देते थे। एजेंटों को कमीशन दी जाती थी। सुभाष की पहले भी करोड़ों की संपत्ति सीज की जा चुकी इससे पहले भी SIT सुभाष शर्मा की करोड़ों रुपए की संपत्ति चंडीगढ़ और हरियाणा समेत कई जगह सीज कर चुकी है। सुभाष के अलावा दूसरे आरोपियों की प्रॉपर्टी को भी खंगाला जा रहा है। विधानसभा में होशियार सिंह ने उठाया था मामला क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड का मुद्दा बीते साल विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान उठाया गया था। सत्र में पूर्व निर्दलीय विधायक होशियार सिंह ने का यह मामला उठाया था। सदन में सीएम की गैर मौजूदगी में डिप्टी सीएम ने एसआईटी बनाने का भरोसा दिया और DIG अभिषेक दुल्लर की अगुआई में SIT बनाई गई। इसके बाद से SIT ने इस मामले में संलिप्त लोगों की धड़ाधड़ गिरफ्तारी की। 4 साल से चल रहा फ्रॉड प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 2018-19 से फ्रॉड चल रहा है। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग जालसाजों की ठगी का शिकार हुए। पुलिस विभाग के कर्मचारी भी बड़ी संख्या में धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। SIT की कार्रवाई के बाद लोग प्रदेश के अलग अलग थानों में बड़ी संख्या में शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंच रहे हैं। देश छोड़ भागा किंगपिन: DIG एसआईटी प्रमुख डीआईजी उत्तरी रेंज अभिषेक दुल्लर ने माना कि क्रिप्टो करेंसी का सरगना सुभाष शर्मा देश छोड़कर फरार हो गया है। वह किस देश में है, ये पता लगाया जा रहा है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल के 2 उद्योगों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्रवाई:सिंबोइसिस फॉर्मा को 42 लाख की पैनल्टी; साई-टेक की बिजली काटने के निर्देश
हिमाचल के 2 उद्योगों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्रवाई:सिंबोइसिस फॉर्मा को 42 लाख की पैनल्टी; साई-टेक की बिजली काटने के निर्देश प्रदेश के इंडस्ट्रियल एरिया काला अंब में हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (HPPCB) ने दो उद्योगों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। HPPCB ने सिंबोइसिस फॉर्मा पर 42 लाख रुपए की पैनल्टी लगाई है, जबकि साई टेक दवा उद्योग की बिजली काटने के निर्देश दिए गए हैं। HPPCB के एन्वायर्नमेंट इंजीनियर अतुल परमार ने बताया कि सिंबोइसिस फॉर्मा के ढाई-तीन साल से लगातार सैंपल फेल हो रहे थे। इसे देखते हुए फैक्ट्री प्रबंधन को बार बार नोटिस दिए गए। मगर उद्योग प्रबंधन ने एक बार भी जवाब नहीं दिया। एक्सपाइरी दवाईयों का ट्रैक्टर नदी में डालते हुए पकड़ा अतुल परमार ने बताया कि सिंबोइसिस फॉर्मा को HPPCB के सहायक अभियंता ने एक्सपायरी डेट की दवाइयों का ट्रैक्टर नदी में डालते हुए पकड़ा थी। SDO की रिपोर्ट के आधार पर और नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के आदेशों के हिसाब से 42 लाख की पैनल्टी लगाई गई है। बोर्ड की कार्रवाई से उद्योग प्रबंधन में हड़कंप अतुल परमार ने बताया कि साई टेक कंपनी के भी तीन सैंपल फेल हुए है। इसे देखते हुए बिजली बोर्ड को साई टेक की बिजली काटने के निर्देश दिए गए। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की इस कार्रवाई से उद्योग प्रबंधन में हड़कंप मच गया है। दोनों दवा उद्योग एक ही व्यक्ति के बताए जा रहे हैं। NGT के आदेशों पर कार्रवाई बता दें कि औद्योगिक क्षेत्रों की नदियों व खड्डों के सैंपल बार बार फेल हो रहे हैं। इससे कई नदियों का पानी पीने लायक तो दूर खेतीबाड़ी में प्रयोग करने लायक भी नहीं बचा। इसे लेकर NGT कई बार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भी फटकार लगा चुका है। NGT के आदेशों पर प्रदेश की सभी नदियों व खड्डों में पानी की गुणवत्ता में सुधार के लिए HPPCB ने एक्शन प्लान बना रखे है और इस पर कार्रवाई जारी है। दवा उद्योगों पर की गई कार्रवाई भी इसी का हिस्सा है।
पांवटा साहिब में कार ने युवक को कुचला:मौत, पुलिस बोली- सड़क पार करते समय हुआ हादसा
पांवटा साहिब में कार ने युवक को कुचला:मौत, पुलिस बोली- सड़क पार करते समय हुआ हादसा पांवटा साहिब में शुक्रवार रात पांवटा-नाहन नेशनल हाईवे पर कार ने एक व्यक्ति को कुचल दिया। इस हादसे में उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान छबीला साहनी (45) निवासी बिहार के तौर पर हुई है। पुलिस के अनुसार, एक कार तेज गति से माजरा की तरफ से आई और पैदल सड़क पार कर रहे छबीला को टक्कर मार दी। इस हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद घायल व्यक्ति को एम्बुलेंस से सिविल अस्पताल लाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने कार चालक रवि कान्त निवासी पुरुवाला-कांशीपुर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। यह हादसा कार नंबर HP17G-9959 के चालक रवि कान्त द्वारा कार को तेज गति व लापरवाही से चलाने से हुआ।
हिमाचल में अक्टूबर के वेतन के साथ 4% DA:अधिसूचना जारी, 28 तारीख को मिलेगा सैलरी-पेंशन, सरकारी खजाने पर पड़ेगा 600 करोड़ का बोझ
हिमाचल में अक्टूबर के वेतन के साथ 4% DA:अधिसूचना जारी, 28 तारीख को मिलेगा सैलरी-पेंशन, सरकारी खजाने पर पड़ेगा 600 करोड़ का बोझ हिमाचल के कर्मचारियों और पेंशनरों को अक्टूबर माह की सैलरी-पेंशन के साथ 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता (DA) भी मिलेगा। इसे लेकर प्रिंसिपल सेक्रेटरी फाइनेंस देवेश कुमार ने बुधवार को आदेश जारी कर दिए हैं। देवेश कुमार ने एक अन्य ऑर्डर जारी किया है, जिसमें सैलरी और पेंशन 28 अक्टूबर को देने का फैसला लिया गया। सरकार ने एक तारीख के बजाय 28 को इसलिए सैलरी-पेंशन देने का फैसला लिया है, ताकि सभी कर्मचारियों व पेंशनर की दिवाली अच्छी बीते। सीएम ने 5 दिन पहले की थी घोषणा CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 5 दिन पहले ही सचिवालय में प्रेस कॉफ्रेंस बुलाकर इसकी घोषणा की थी। आज इन आदेशों को लेकर वित्त विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं। सरकारी कोष पर पढ़ेगा 600 करोड़ का बोझ विभाग द्वारा जारी आदेशों के तहत कर्मचारियों और पेंशनर को 1-1-2023 से देय 4 प्रतिशत महंगाई भत्ते का भुगतान किया जाएगा। इससे 1.80 लाख कर्मचारी और 1.70 लाख पेंशनर लाभान्वित होंगे। इससे आने वाले वित्तीय वर्ष में सरकारी कोष पर 600 करोड़ का भार पड़ेगा। सरकार ने 22 अक्टूबर को बुलाई कैबिनेट इस बीच राज्य सरकार ने 22 अक्टूबर को कैबिनेट मीटिंग भी बुलाई है। मुख्य सचिव ने सभी विभागाध्यक्षों को कैबिनेट मीटिंग के लिए एजेंडा भेजने के निर्देश दे दिए हैं।