हिमाचल प्रदेश में जय श्री राम का नारा लगाने और माथे पर तिलक लगाने को लेकर विवाद शुरू हो गया है। विवाद भी उस विश्वविद्यालय से शुरू हुआ, जहां रोजाना संस्कृत के श्लोक गूंजते हैं। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बलाहर में शिक्षक और छात्रों के बीच तिलक लगाने और जय श्री राम के नारे को लेकर विवाद गहरा गया है। छात्रों ने आरोप लगाया है कि एक शिक्षक ने उन्हें माथे पर तिलक लगाने और जय श्री राम बोलने से मना किया था। लड़का और लड़की में भी भेदभाव किया जा रहा है। जिसके बाद छात्रों ने इस संबंध में एक लिखित शिकायत परिसर निदेशक सत्यम कुमारी को सौंपी। शिकायत मिलते ही परिसर गेट के बाहर छात्र एकत्रित हो गए। निदेशक ने छात्रों को शांत कराते हुए अनुशासन समिति गठित करने की बात कही और छात्रों को वहां से हटा दिया। बताया जाता है कि, विश्विद्यालय प्रबंधन इस मामले को दबाने में लगा है। उधर, शिकायत मिलने के बाद विश्विद्यालय प्रबंधन ने संबंधित शिक्षक को अगले आदेशों तक अनिश्चितकाल के लिए छुट्टी पर भेज दिया है। यहां देखें शिकायती पत्र की कॉपी … मुस्लिम छात्र भी कर चुके यहां शिक्षा ग्रहण जानकारी के अनुसार, 1000 विद्यार्थी केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बलाहर में पढ़ते हैं। यहां 75 फीसदी संख्या लड़कियों की है। इनमें 6 विद्यार्थी मुस्लिम समुदाय से हैं, जो शास्त्री और आचार्य की पढ़ाई कर रहे हैं। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बलाहर में साल 2019 में 11, 2020 में 10, 2021 में 6, 2022 में 8, 2023 में 9 मुस्लिम समुदाय के विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं। जबकि 2024 में 6 मुस्लिम समुदाय के विद्यार्थी यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। कुल 50 मुस्लिम समुदाय के विद्यार्थी यहां शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं। विहिप ने की कार्रवाई की मांग विश्व हिंदू परिषद हिंदू के सदस्य भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने जय श्री राम के उदघोष किए और श्रीराम स्तुति भी शुरू कर दी। उसके बाद विश्व हिंदू परिषद के लोग परिसर निदेशक के पास पहुंचे। जहां इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की। मंच के सदस्यों ने शिक्षक और छात्रों से बातचीत की और इस घटना पर गहरा रोष व्यक्त किया। उधर, शिक्षक ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी छात्रों को तिलक लगाने या जय श्री राम बोलने से मना नहीं किया है। उन्होंने कहा कि वह खुद तिलक लगाकर कॉलेज आते हैं और अपने धर्म का पालन करते हैं। जांच के लिए कमेटी का गठन केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बलाहर परिसर निदेशक सत्यम कुमारी ने बताया कि छात्रों की शिकायत मिलने पर एक अनुशासन समिति का गठन किया गया है। यह समिति पूरे मामले की जांच करेगी और दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं जिस शिक्षक के खिलाफ शिकायत आई है उसे अगले आदेशों तक अनिश्चितकाल के लिए छुट्टी पर भेज दिया गया है। हिमाचल प्रदेश में जय श्री राम का नारा लगाने और माथे पर तिलक लगाने को लेकर विवाद शुरू हो गया है। विवाद भी उस विश्वविद्यालय से शुरू हुआ, जहां रोजाना संस्कृत के श्लोक गूंजते हैं। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बलाहर में शिक्षक और छात्रों के बीच तिलक लगाने और जय श्री राम के नारे को लेकर विवाद गहरा गया है। छात्रों ने आरोप लगाया है कि एक शिक्षक ने उन्हें माथे पर तिलक लगाने और जय श्री राम बोलने से मना किया था। लड़का और लड़की में भी भेदभाव किया जा रहा है। जिसके बाद छात्रों ने इस संबंध में एक लिखित शिकायत परिसर निदेशक सत्यम कुमारी को सौंपी। शिकायत मिलते ही परिसर गेट के बाहर छात्र एकत्रित हो गए। निदेशक ने छात्रों को शांत कराते हुए अनुशासन समिति गठित करने की बात कही और छात्रों को वहां से हटा दिया। बताया जाता है कि, विश्विद्यालय प्रबंधन इस मामले को दबाने में लगा है। उधर, शिकायत मिलने के बाद विश्विद्यालय प्रबंधन ने संबंधित शिक्षक को अगले आदेशों तक अनिश्चितकाल के लिए छुट्टी पर भेज दिया है। यहां देखें शिकायती पत्र की कॉपी … मुस्लिम छात्र भी कर चुके यहां शिक्षा ग्रहण जानकारी के अनुसार, 1000 विद्यार्थी केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बलाहर में पढ़ते हैं। यहां 75 फीसदी संख्या लड़कियों की है। इनमें 6 विद्यार्थी मुस्लिम समुदाय से हैं, जो शास्त्री और आचार्य की पढ़ाई कर रहे हैं। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बलाहर में साल 2019 में 11, 2020 में 10, 2021 में 6, 2022 में 8, 2023 में 9 मुस्लिम समुदाय के विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं। जबकि 2024 में 6 मुस्लिम समुदाय के विद्यार्थी यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। कुल 50 मुस्लिम समुदाय के विद्यार्थी यहां शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं। विहिप ने की कार्रवाई की मांग विश्व हिंदू परिषद हिंदू के सदस्य भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने जय श्री राम के उदघोष किए और श्रीराम स्तुति भी शुरू कर दी। उसके बाद विश्व हिंदू परिषद के लोग परिसर निदेशक के पास पहुंचे। जहां इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की। मंच के सदस्यों ने शिक्षक और छात्रों से बातचीत की और इस घटना पर गहरा रोष व्यक्त किया। उधर, शिक्षक ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी छात्रों को तिलक लगाने या जय श्री राम बोलने से मना नहीं किया है। उन्होंने कहा कि वह खुद तिलक लगाकर कॉलेज आते हैं और अपने धर्म का पालन करते हैं। जांच के लिए कमेटी का गठन केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बलाहर परिसर निदेशक सत्यम कुमारी ने बताया कि छात्रों की शिकायत मिलने पर एक अनुशासन समिति का गठन किया गया है। यह समिति पूरे मामले की जांच करेगी और दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं जिस शिक्षक के खिलाफ शिकायत आई है उसे अगले आदेशों तक अनिश्चितकाल के लिए छुट्टी पर भेज दिया गया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में भारी बारिश व फ्लैश-फ्लड का अलर्ट:लैंडस्लाइड से 81 सड़कें अवरुद्ध; मानसून की एंट्री के बाद मंडी में नॉर्मल से 135% ज्यादा बारिश हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बीती रात से बारिश हो रही है। मौसम विभाग (IMD) ने आज के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है। IMD के अनुसार, अगले दो दिनों के दौरान पूरे प्रदेश में मानसून ज्यादा एक्टिव होगा। इससे ज्यादातर भागों में अच्छी बारिश के आसार है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने बताया कि ऊना, चंबा, मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, शिमला, सोलन और सिरमौर जिला में एक दो स्थानों पर भारी से भारी बारिश हो सकती है। 8 जुलाई के बाद अगले दो तीन दिन तक मानसून थोड़ा कमजोर पड़ेगा। 4 जिलों में फ्लैश फ्लड की चेतावनी मौसम विभाग ने शिमला, सिरमौर और मंडी जिले में आज फ्लैश फ्लड की भी चेतावनी जारी कर रखी है। इन जिलों में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते है। इसे देखते हुए स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को सावधानी बरतने और नदी नालों के आसपास नहीं जाने की एडवाइजरी जारी की गई है। भारी बारिश के बाद 81 सड़कें बंद प्रदेश के कई इलाकों में बीती दो दिन से हो रही बारिश के कारण 81 सड़कें बंद पड़ी है। इनमें 59 सड़कें अकेले मंडी जिला और शिमला में 21 सड़कें वाहनों के लिए अवरुद्ध पड़ी है। लोक निर्माण महकमा इन सड़कों की बहाली में जुटा हुआ है। 10 जुलाई तक बारिश का पूर्वानुमान मौसम विभाग के अनुसार, 10 जुलाई तक लगातार बारिश होने की संभावना है। आज के लिए ऑरेंज अलर्ट दिया गया है, जबकि कल से 10 जुलाई तक येलो अलर्ट की चेतावनी दी गई है। मानसून की एंट्री के बाद मंडी में नॉर्मल से 135% ज्यादा बारिश प्रदेश के सात जिलों में मानसून ने 27 जून और अन्य पांच जिलों में 28 जून को दस्तक दी। मानसून की एंट्री के बाद से 4 जुलाई तक प्रदेश में नॉर्मल से 12 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो गई है। बिलासपुर जिला में नॉर्मल से 26 प्रतिशत ज्यादा, हमीरपुर में 37%, कांगड़ा में 11%, मंडी में 135% और शिमला जिला में नॉर्मल से 137% ज्यादा बादल बरसे हैं। इन जिलों में नॉर्मल से कम बारिश वहीं चंबा जिला में नॉर्मल से 10% कम, किन्नौर में 30%, कुल्लू में 24%, लाहौल स्पीति में 100%, सिरमौर में 52% और ऊना जिला में नॉर्मल से 58% कम बारिश हुई है।
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