हिमाचल प्रदेश में दो दिन बाद मौसम फिर करवट बदलेगा। इससे पहाड़ों पर दोबारा बारिश-बर्फबारी होगी। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, 2 जनवरी को वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है और 5 जनवरी तक इसका असर दिखेगा। 2 जनवरी को केवल अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी होगी, जबकि 3 व 4 जनवरी को अधिक ऊंचे क्षेत्रों के साथ साथ मैदानी इलाकों में बारिश बर्फबारी का पूर्वानुमान है। 5 जनवरी को निचले इलाकों में बारिश और अन्य क्षेत्रों में अच्छी बर्फबारी होगी। आज और कल पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहेगा। इससे प्रदेश पहुंचने वाले टूरिस्ट नए साल का सुहावने मौसम में जश्न मना सकेंगे। 10 जिलों में आज-कल शीतलहर का येलो अलर्ट मौसम विभाग ने सोलन व सिरमौर को छोड़कर अभी सभी जिलों में अगले 48 घंटे तक शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया है। इससे 10 जिलों में रात व सुबह के समय ठंडी हवाएं लोगों को परेशान कर सकती है। ताबो का न्यूनतम तापमान -15.5 डिग्री तक लुढ़का प्रदेश में बर्फबारी के बाद धूप खिलने से ज्यादातर जगह मौसम सुहावना हो गया है। मगर बर्फ से ढके ऊंचे क्षेत्रों में सुबह, शाम व रात में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। ताबो का न्यूनतम तापमान -15.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। कुकुमसैरी का -12.3 डिग्री, समदो -11.7 डिग्री, कल्पा का न्यूनतम तापमान -3.3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। वहीं अन्य शहरों में तापमान नॉर्मल बना हुआ है। हिमाचल प्रदेश में दो दिन बाद मौसम फिर करवट बदलेगा। इससे पहाड़ों पर दोबारा बारिश-बर्फबारी होगी। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, 2 जनवरी को वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है और 5 जनवरी तक इसका असर दिखेगा। 2 जनवरी को केवल अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी होगी, जबकि 3 व 4 जनवरी को अधिक ऊंचे क्षेत्रों के साथ साथ मैदानी इलाकों में बारिश बर्फबारी का पूर्वानुमान है। 5 जनवरी को निचले इलाकों में बारिश और अन्य क्षेत्रों में अच्छी बर्फबारी होगी। आज और कल पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहेगा। इससे प्रदेश पहुंचने वाले टूरिस्ट नए साल का सुहावने मौसम में जश्न मना सकेंगे। 10 जिलों में आज-कल शीतलहर का येलो अलर्ट मौसम विभाग ने सोलन व सिरमौर को छोड़कर अभी सभी जिलों में अगले 48 घंटे तक शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया है। इससे 10 जिलों में रात व सुबह के समय ठंडी हवाएं लोगों को परेशान कर सकती है। ताबो का न्यूनतम तापमान -15.5 डिग्री तक लुढ़का प्रदेश में बर्फबारी के बाद धूप खिलने से ज्यादातर जगह मौसम सुहावना हो गया है। मगर बर्फ से ढके ऊंचे क्षेत्रों में सुबह, शाम व रात में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। ताबो का न्यूनतम तापमान -15.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। कुकुमसैरी का -12.3 डिग्री, समदो -11.7 डिग्री, कल्पा का न्यूनतम तापमान -3.3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। वहीं अन्य शहरों में तापमान नॉर्मल बना हुआ है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में धीमा पड़ा मानसून:मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान, कई शहरों गिरा तापमान, ठंड का एहसास
हिमाचल में धीमा पड़ा मानसून:मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान, कई शहरों गिरा तापमान, ठंड का एहसास हिमाचल प्रदेश में मानसून की रफ्तार धीमी पड़ने वाली है। मौसम विज्ञान केंद्र ने रविवार से प्रदेश भर में मौसम साफ बने रहने का पूर्वानुमान लगाया है। मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी मौसम साफ रहने के पूर्वानुमान के बीच शिमला में बादल छाए हुए है। IMD के अनुसार आज से हिमाचल प्रदेश में बारिश नहीं होने के आसार है। मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि आगामी कुछ दिनों तक हिमाचल प्रदेश में मौसम साफ बना रहेगा। इस दौरान बारिश को लेकर किसी तरह का कोई अलर्ट नहीं रहने वाला है। IMD के अनुसार आगामी 13 सितंबर तक प्रदेश में मौसम साफ बना रह सकता है। इस दौरान प्रदेश के कई क्षेत्रों में अचानक हल्की बारिश देखने को मिल सकती है। परन्तु अधिकतर स्थानों में मौसम साफ बना रहेगा। 10 जिलों में सामान्य से कम बारिश मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी आंकड़ो के अनुसार प्रदेश में इस बार 2 जिलों को छोड़ बाकी जगह सामान्य से कम बारिश हुई है। शिमला और बिलासपुर में सामान्य या उससे ज्यादा बारिश हुई है। हिमाचल प्रदेश में पूरे मानसून सीजन में औसतन 21 फीसदी बारिश सामान्य से कम हुई है। प्रदेश में गिरने लगा तापमान, ठंड का एहसास हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों के मुकाबले तापमान में गिरावट आई है। शिमला सहित प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में लोगों को ठंड का एहसास होने लगा है। बीते दिनों के मुकाबले में तापमान में काफी गिरावट आई है। मौसम विज्ञान केन्द्र द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटों में सबसे अधिक तापमान ऊना में 32℃ और सबसे कम तापमान केलांग में 9.7℃ दर्ज किया गया है। राजधानी शिमला में तापमान में गिरावट आई है। जिससे लोगो को सुबह शाम ठंड का एहसास होना शुरू हो गया है।
देहरा पहुंचे सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू:बोले- उद्योग का पलायन नहीं किया जाएगा; रेस्ट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की
देहरा पहुंचे सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू:बोले- उद्योग का पलायन नहीं किया जाएगा; रेस्ट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज देहरा पहुंचे। यहां उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ जल शक्ति विभाग के रेस्ट हाउस में बैठक की। जिसमें देहरा से संबंधित विकास कार्यों पर चर्चा हुई। देहरा में क्रिटिकल हॉस्पिटल, नया एसपी ऑफिस, कंबाइंड बिल्डिंग और टूरिज्म होटल नए भवन बनाने जा रहा है। उनके लिए रेवेन्यू विभाग लैंड बैंक तैयार कर रहा है। वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि देहरा में जो उद्योग हैं उनका पलायन नहीं किया जाएगा। इससे पहले शनिवार को तहसील अधिकारी और उद्योग विभाग के अधिकारी देहरा के हनुमान चौक स्थित इंडस्ट्री एस्टेट और रेशम विभाग की जमीन का मुआयना करने आए थे। जिसमें उद्योगों के पलायन की बात सामने आई थी। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि देहरा में मैं जो कह कर गया था उस पर काफी तेजी से काम हो रहा है। देहरा में बिजली की केबलिंग अब अंडरग्राउंड हो रही है। देहरा कॉलेज के लिए 67 कनाल नहीं 150 कनाल अप्लाई करने को कहा गया है। 100 करोड़ रुपए की लागत से कंबाइंड ऑफिस बनने वाला है। अगले बजट के लिए भी चर्चा की गई। जिसमें सर्कुलर रोड बनेगा, पानी की स्कीमें बनेंगी। उन्होंने कहा कि खबली, धवाला और नकेड खड्ड पानी की स्कीमें बनेगी, जिससे विभिन्न पंचायतों को इसका फायदा मिलेगा। इसके अलावा देहरा में क्या क्या नया हो सकता है इस दृष्टि से विभिन्न अधिकारियों के साथ बैठक की। उसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने साढू स्वर्गीय नरेंद्र सिंह पप्पू के निधन पर उनके देहरा स्थित घर में शोक व्यक्त करने गए।
हिमाचल में मणिमहेश यात्रा, श्रद्धालुओं की आवाजाही:झील में कर रहे स्नान, गर्मी के चलते आ रहे यात्री, कार्तिक स्वामी मंदिर बर्फ से ढका
हिमाचल में मणिमहेश यात्रा, श्रद्धालुओं की आवाजाही:झील में कर रहे स्नान, गर्मी के चलते आ रहे यात्री, कार्तिक स्वामी मंदिर बर्फ से ढका हिमाचल प्रदेश के भरमौर में गर्मी का सीजन शुरू होने के साथ ही पवित्र एवं ऐतिहासिक मणिमहेश डल झील की तरफ श्रद्धालुओं का आना-जाना शुरू हो गया है। यहां पर करीब ढाई से तीन फीट बर्फ होने के बावजूद अब तक सैकड़ों श्रद्धालु बर्फ से ढकी झील में स्नान कर चुके हैं। आपको बता दें कि हर साल कृष्ण जन्माष्टमी से लेकर राधाअष्टमी तक पवित्र मणिमहेश यात्रा चलती है। लेकिन इससे पहले ही इस यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं का आना जाना शुरू हो गया है। मणिमहेश यात्रा के दौरान देश-विदेश से आने वो श्रद्धालु पवित्र मणिमहेश डल झील में शाही स्नान करते हैं। लेकिन निचले क्षेत्रों में अत्यधिक गर्मी व हीटवेव बढ़ जाने के कारण यहां पर श्रद्धालुओं का एकाएक आना-जाना बढ़ गया है। हर रोज पहुंच रहे दर्जनों श्रद्धालु निचले क्षेत्रों में तापमान में एकाएक बढ़ोतरी होने पर्यटकों के साथ-साथ हर रोज दर्जनों श्रद्धालु मणिमहेश की पवित्र डल झील की तरफ रख करके स्नान कर रहे हैं। हालांकि यहां पर अभी तक आधिकारिक रूप से इस यात्रा की घोषणा नहीं हुई है। बावजूद इसके स्थानीय लोगों द्वारा हडसर से लेकर मणिमहेश तक रहने व खाने-पीने का बंदोबस्त भी कर दिया है। जिसके लिए स्थानीय लोगों द्वारा रास्ते में टैंट लगाकर रहने की व्यवस्था भी शुरू कर दी गई है। लिहाजा यहां पर पर्यटक व श्रद्धालु गाइड के सहारे पहुंच कर पवित्र मणिमहेश के दर्शन कर रहे हैं और यहां बर्फ से जमी झील में स्नान कर रहे हैं। कार्तिक स्वामी का मंदिर बर्फ से ढका यहां पर स्थित कार्तिक स्वामी और भगवान भोलेनाथ का मंदिर बर्फ के बीच में ही ढके हुए हैं। बावजूद इसके अब तक यहां पर सैकड़ों श्रद्धालु पवित्र मणिमहेश के दर्शन करके इस पवित्र डल झील में स्नान करके वापस लौटे रहे हैं। यहां पहुंचने से परहेज करें यात्री : एसडीएम एडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने कहा है कि प्रशासन की ओर से यहां पर यात्रा करने की पूरी तरह से पाबंदी है। उन्होंने कहा है गर्मियों का सीजन होने के चलते यहां पर बर्फ तेजी से पिघल रही है। लिहाजा यहां पर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए लगातार खतरा है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि जब तक प्रशासन की ओर से यहां पर आने-जाने के लिए पूरी तरह से व्यवस्था नहीं कर दी जाती है तब तक यहां पर यात्रा से परहेज किया जाए।