हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला की नाबालिग छात्रा ने एक बच्चे को जन्म दिया है। बेटी के गर्भवती होने का पिता को पिछले कल ही पता चला और देर शाम तक बेटी ने अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दे दिया। इसके बाद पिता की शिकायत पर ठियोग पुलिस थाना में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। सूचना के अनुसार, छात्रा 11कक्षां में पढ़ाई करती है। पिछले कल अचानक उसके पेट में दर्द उठा। इसके बाद परिजन उसे अस्पताल ले गए। जहां पर डॉक्टरों ने जब उसकी जांच की तो पता चला कि वह गर्भवती है और यह प्रसव पीड़ा हो रही है। कुछ देर में स्टूडेंट ने एक बच्चे को जन्म दे दिया। पिता की शिकायत पर FIR इसके बाद पिता ने पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने मामला जरूर दर्ज कर दिया है। मगर अभी छात्रा से पूछताछ नहीं कर पाई, क्योंकि छात्रा अभी पीड़ा में है और उसकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है। छात्रा के बयान के बाद उसके साथ हैवनियत करने वाले आरोपी का पता चल पाएगा। अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज पुलिस ने पीड़िता के पिता की शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 65(1) और पॉक्सो एक्टअधिनियम छह के तहत मामला दर्ज कर दिया है। मत्याना का युवक पूछताछ के लिए हिरासत इस मामले में पुलिस ने मत्याना निवासी एक युवक को हिरासत में लिया है। हालांकि अभी उसकी औपचारिक गिरफ्तारी नहीं की। आरोपी की गिरफ्तारी छात्रा के बयान के बाद होगी। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला की नाबालिग छात्रा ने एक बच्चे को जन्म दिया है। बेटी के गर्भवती होने का पिता को पिछले कल ही पता चला और देर शाम तक बेटी ने अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दे दिया। इसके बाद पिता की शिकायत पर ठियोग पुलिस थाना में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। सूचना के अनुसार, छात्रा 11कक्षां में पढ़ाई करती है। पिछले कल अचानक उसके पेट में दर्द उठा। इसके बाद परिजन उसे अस्पताल ले गए। जहां पर डॉक्टरों ने जब उसकी जांच की तो पता चला कि वह गर्भवती है और यह प्रसव पीड़ा हो रही है। कुछ देर में स्टूडेंट ने एक बच्चे को जन्म दे दिया। पिता की शिकायत पर FIR इसके बाद पिता ने पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने मामला जरूर दर्ज कर दिया है। मगर अभी छात्रा से पूछताछ नहीं कर पाई, क्योंकि छात्रा अभी पीड़ा में है और उसकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है। छात्रा के बयान के बाद उसके साथ हैवनियत करने वाले आरोपी का पता चल पाएगा। अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज पुलिस ने पीड़िता के पिता की शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 65(1) और पॉक्सो एक्टअधिनियम छह के तहत मामला दर्ज कर दिया है। मत्याना का युवक पूछताछ के लिए हिरासत इस मामले में पुलिस ने मत्याना निवासी एक युवक को हिरासत में लिया है। हालांकि अभी उसकी औपचारिक गिरफ्तारी नहीं की। आरोपी की गिरफ्तारी छात्रा के बयान के बाद होगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में मस्जिद विवाद के बाद अलर्ट:बाहरी लोगों पर नजर रखने के निर्देश; शिमला से भड़की चिंगारी अन्य शहरों में भी सुलगने लगी हिमाचल सरकार ने शिमला के संजौली में मस्जिद विवाद के बाद प्रदेशभर अलर्ट जारी किया है। संजौली में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प के बाद देर शाम मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पुलिस महानिदेशक (DGP) अतुल वर्मा से फीडबैक लिया। इस दौरान उन्होंने कानून व्यवस्था बनाए रखने और मस्जिदों के आसपास भीड़ नहीं जुटने देने के निर्देश दिए, क्योंकि शिमला के संजौली से सुलगी विरोध की चिंगारी प्रदेश के अन्य शहरों में भी भड़कने लगी है। हिंदू संगठन मस्जिदों को तोड़ने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। शिमला के कसुम्पटी में बीते सप्ताह 2 बार स्थानीय लोग मस्जिद तोड़ने को प्रदर्शन कर चुके हैं। मंडी में भी 2 दिन पहले प्रदर्शन और बीते कल स्थानीय लोगों ने DC मंडी से मिलकर अवैध मस्जिद को गिराने की मांग की। बीती शाम को सिरमौर जिला के पांवटा साहिब में भी हिंदू संगठनों ने रैली निकालकर समुदाय विशेष के लोगों की वैरिफिकेशन की मांग की। खूफिया तंत्र को भी एक्टिव रहने के निर्देश इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था बनाए रखने और खूफिया तंत्र को एक्टिव रहने को कहा है। हिंदू संगठनों के पुलिस लाठीचार्ज से नाराज शिमला के व्यापारी भी आज बाजार बंद रखेंगे। शिमला में तनावपूर्ण माहौल के बीच पुलिस ने बॉर्डर एरिया में चौकसी बढ़ा दी है। बाहरी राज्यों गाड़ियों को प्रदेश की सीमाओं पर जांच के बाद ही एंट्री दी जा रही है। इन शहरों में मुस्लिम बस्तियां शिमला जिला के चौपाल, नालागढ़, नाहन, चंबा व मंडी में काफी मुस्लिम बस्तियां है। इन बस्तियों में पुलिस को निगरानी बढ़ाने को कहा गया है। मस्जिद के आसपास पुलिस बल तैनात करने को कहा गया है।
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शिमला में वोकेशनल टीचर्स के धरने का 7वां दिन:महिला शिक्षिका रोने लगी, बोले- सरकार से सशर्त वार्ता के लिए तैयार नहीं शिमला की सर्द रातों में भी वोकेशनल टीचर्स की हड़ताल 7वें दिन भी जारी है। सरकार व शिक्षकों के बीच चल रहा गतिरोध टूटता नजर नहीं आ रहा है। शिमला में बेहद ठंडी रातों के बावजूद भी वोकेशनल शिक्षकों के हौंसले बुलंद है। शिक्षक निजी कंपनियों को बाहर का रास्ता दिखाने की मांग पर अड़े हुए हैं। महिला शिक्षक अपने छोटे बच्चों के साथ धरने पर बैठी हैं। 7वें दिन प्रदर्शन को संबोधित करते हुए एक महिला शिक्षिका रो पड़ी। शिक्षकों ने बताया कि आज सभी शिक्षकों द्वारा उस शिक्षक के बच्चे के लिए दो मिनट का मौन रखा। जो इस लड़ाई में शामिल था और उसके 17 दिन के बच्चे ने PGI में दम तोड़ दिया। शिक्षकों ने साफ तौर पर सरकार को चेतावनी दे दी है कि उनका यह धरना उस समय तक जारी रहेगा, जब तक उन्हें लिखित में कोई आश्वासन नहीं मिलता। सशर्त वार्ता के लिए तैयार नहीं शिक्षकों ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से उन्हें सरकार के साथ वार्ता का 12 नवंबर को न्यौता मिला है, लेकिन वार्ता के लिए उन्हें अपना धरना समाप्त करना होगा। शिक्षकों को सरकार की यह शर्त कतई मंजूर नहीं है। हिमाचल प्रदेश में 2174 वोकेशनल टीचर्स हैं, जो 1100 स्कूलों में सेवाएं दे रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के वोकेशनल टीचर्स को प्राइवेट कंपनियों के जरिए सेवाओं पर रखा गया है। ऐसे में टीचर्स अब प्राइवेट कंपनियों को बाहर रखने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि प्राइवेट कंपनियां उन्हें शोषित कर रही है। इसलिए प्राइवेट कंपनियों को बाहर रखा जाए। वोकेशनल शिक्षक संघ के महासचिव नीरज बंसल ने कहा कि उनका धरना सात दिनों से जारी है। इस दौरान उनकी प्रदेश परियोजना अधिकारी से भी बात हुई हुई। उन्होंने कहा कि सरकार वार्ता के लिए तैयार है, लेकिन सरकार ने शर्त यह है कि शिक्षकों को अपना धरना समाप्त करना होगा और उसके बाद ही शिक्षा मंत्री से बात हो सकेगी। नीरज बंसल ने कहा कि उन्हें सरकार और विभाग की यह शर्त मंजूर नहीं है। अपना वादा भूल गई सरकार : प्रदर्शनकारी उन्होंने कहा कि अब आश्वासनों से बात नहीं बनेगी। गत सरकार ने भी उन्हें आश्वासन दिए और वर्तमान सरकार ने भी उनसे सत्ता में आने से पहले वायदा किया था कि उनके लिए अवश्य कुछ न कुछ करेगी,परंतु अब सरकार अपना वायदा भूल गई है और इस धरने के माध्यम से उसे अपना वायदा हम याद करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सिर्फ एक मांग है कि सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को बाहर रखा जाए। इन कंपनियों को बाहर किया जाए और और जो फंड केंद्र से आ रहा है उसे सीधे सरकार उन्हें प्रदान करे। बच्चों के साथ धरने पर बैठी महिलाएं
चंबा से धरने में शामिल होने आई आरती ठाकुर ने कहा कि वह 11 वर्षों से सेवाएं दे रही है। अपने अधिकार के लिए महिला होने के बावजूद वह यहां धरने पर बैठी हैं। मानसिक प्रताड़ना के कारण आंसू जरूर यहां छलके हैं लेकिन परिवार के प्यार और विश्वास के बावजूद वह अपने हक की लड़ाई के लिए धरने पर डटे हैं। इसके अलावा, सोलन से आई शिक्षिका दीपिका राणा ने कहा कि यहां दिक्कत काफी हो रही है। बावजूद इसके सरकार से एक मांग है कि इन कंपनियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाए। उन्होंने कहा बच्चे के साथ वह आई है। बच्चे के साथ दिक्कत आती है क्योंकि बच्चे को खिलाना व सोना यहां काफी मुश्किल हो जाता है, लेकिन सरकार से आस है कि जल्द वह उनकी पुकार सुन ले।
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कांगड़ा में भारी बारिश, जलमग्न हुआ बस स्टैंड:घरों व दुकानों में घुसा पानी; लोग परेशान, नगर पालिका ग्राउंड में गिरा बड़ा पेड़ हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में शनिवार सुबह मूसलाधार बारिश हुई। इससे कांगड़ा बस अड्डा पूरी तरह जलमग्न हो गया। कांगड़ा बस अड्डे से जमानाबाद सड़क तक कई दुकानों और घरों में पानी घुस गया। क्षेत्र में भारी बारिश ने शहर में जल निकाली की भी पोल खोल कर रख दी है। जल भराव के कारण दुकानों व घरों में लाखों रुपए का सामान खराब हो गया है। सड़कों पर पानी भरने के बाद लोगों को सुबह के वक्त आने-जाने में परेशानी झेलनी पड़ी। कांगड़ा के नगर पालिका मैदान के किनारे पर लगभग 100 साल पुराना बरगद का पेड़ भी जड़ से उखड़ गया। गनीमत यह रहीं की कोई इसकी चपेट में नहीं आया। सुबह साढ़े चार बजे से क्षेत्र में तेज बारिश हो रही है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें वाहनों के लिए बंद हो गई है। सड़कों की बहाली में जुटा PWD: SDM एसडीएम ईशांत जसवाल ने बताया कि लोक निर्माण विभाग की टीमें सड़क बहाल करने मे जुटी हैं। सभी सड़कों को जल्द बहाल कर दिया जाएगा। मौसम विभाग ने आज कांगड़ा जिला में भारी बारिश की चेतावनी दे रखी है। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने को कहा गया है।