हिमाचल में रिजल्ट में देरी को लेकर राज्य चयन आयोग से नाराज जेओए पोस्टकार्ड 817 के अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को दिनभर कार्यालय गेट के बाहर धरना दिया। वे इस बात से नाराज थे कि उनका रिजल्ट काफी समय से अनावश्यक रूप से विलंबित किया जा रहा है। बार-बार कहा जा रहा है कि दो-चार दिन में रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा। लेकिन देरी जारी है। अब वे रिजल्ट घोषित हुए बिना यहां से लौटने वाले नहीं हैं। वे शाम तक आयोग कार्यालय के बाहर डेरा डाले रहे। देरी हो रही रिजल्ट घोषित करने में शुक्रवार को विभिन्न जिलों से अभ्यार्थी चयन आयोग पहुंचे। यहां पहुंचकर जल्द परिणाम घोषित करने की उन्होंने मांग की, लेकिन उनकी बात भीतर से कोई सुनने वाला तो था, मगर उनके साथ यह वायदा नहीं कर रहा था कि कब रिजल्ट घोषित किया जाएगा। इसी को लेकर अभ्यर्थी भड़के हुए थे। अभ्यर्थियों का कहना है कि हर बार परिणाम घोषित करने को लेकर नई तिथि बता दी जाती है। आयोग की तरफ से परिणाम घोषित करने की तिथि 17 जुलाई 2024 बताई गई थी। निर्धारित समय अवधि में परिणाम घोषित न करने को लेकर अभ्यर्थी प्रदर्शन पर उतर आए हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक परिणाम घोषित नहीं किया जाता इनका दिन रात प्रदर्शन जारी रहेगा। शनिवार के दिन भी काफी संख्या में अभ्यर्थी विरोध प्रदर्शन करने के लिए राज्य चयन आयोग के बाहर पहुंचे। यहां पहुंचकर जल्द परिणाम घोषित करने की मांग उठाई गई। एक सप्ताह लगेगा रिजल्ट घोषित करने में; मुख्य प्रशासक इधर आयोग के मुख्य प्रशासक डॉक्टर आरके पूरूथी ने बताया कि कम स्टाफ के बावजूद पूरा अमला रिजल्ट घोषित करने के लिए जुटा हुआ है। इसकी स्क्रीनिंग की जा रही है। एक-एक चीज को देखा जा रहा है। कोई चूक ना रह जाए। इसीलिए एक सप्ताह के भीतर यह रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा। शनिवार हो या रविवार, देर रात तक भी काम किया जा रहा है। हिमाचल में रिजल्ट में देरी को लेकर राज्य चयन आयोग से नाराज जेओए पोस्टकार्ड 817 के अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को दिनभर कार्यालय गेट के बाहर धरना दिया। वे इस बात से नाराज थे कि उनका रिजल्ट काफी समय से अनावश्यक रूप से विलंबित किया जा रहा है। बार-बार कहा जा रहा है कि दो-चार दिन में रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा। लेकिन देरी जारी है। अब वे रिजल्ट घोषित हुए बिना यहां से लौटने वाले नहीं हैं। वे शाम तक आयोग कार्यालय के बाहर डेरा डाले रहे। देरी हो रही रिजल्ट घोषित करने में शुक्रवार को विभिन्न जिलों से अभ्यार्थी चयन आयोग पहुंचे। यहां पहुंचकर जल्द परिणाम घोषित करने की उन्होंने मांग की, लेकिन उनकी बात भीतर से कोई सुनने वाला तो था, मगर उनके साथ यह वायदा नहीं कर रहा था कि कब रिजल्ट घोषित किया जाएगा। इसी को लेकर अभ्यर्थी भड़के हुए थे। अभ्यर्थियों का कहना है कि हर बार परिणाम घोषित करने को लेकर नई तिथि बता दी जाती है। आयोग की तरफ से परिणाम घोषित करने की तिथि 17 जुलाई 2024 बताई गई थी। निर्धारित समय अवधि में परिणाम घोषित न करने को लेकर अभ्यर्थी प्रदर्शन पर उतर आए हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक परिणाम घोषित नहीं किया जाता इनका दिन रात प्रदर्शन जारी रहेगा। शनिवार के दिन भी काफी संख्या में अभ्यर्थी विरोध प्रदर्शन करने के लिए राज्य चयन आयोग के बाहर पहुंचे। यहां पहुंचकर जल्द परिणाम घोषित करने की मांग उठाई गई। एक सप्ताह लगेगा रिजल्ट घोषित करने में; मुख्य प्रशासक इधर आयोग के मुख्य प्रशासक डॉक्टर आरके पूरूथी ने बताया कि कम स्टाफ के बावजूद पूरा अमला रिजल्ट घोषित करने के लिए जुटा हुआ है। इसकी स्क्रीनिंग की जा रही है। एक-एक चीज को देखा जा रहा है। कोई चूक ना रह जाए। इसीलिए एक सप्ताह के भीतर यह रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा। शनिवार हो या रविवार, देर रात तक भी काम किया जा रहा है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल के नड्डा दूसरी बार बने केंद्रीय मंत्री:अनुराग के पिता से मतभेद के बाद छोड़ा हिमाचल, मोदी घर आते-जाते रहे, शाह के करीबी
हिमाचल के नड्डा दूसरी बार बने केंद्रीय मंत्री:अनुराग के पिता से मतभेद के बाद छोड़ा हिमाचल, मोदी घर आते-जाते रहे, शाह के करीबी हिमाचल से ताल्लुक रखने वाले जगत प्रकाश नड्डा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार में बतौर कैबिनेट मिनिस्टर शामिल किया है। BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर नड्डा इसी महीने 30 जून को अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करने जा रहे हैं। 2024 का लोकसभा चुनाव भाजपा ने उन्हीं की अगुवाई में लड़ा। हिमाचल के बिलासपुर से संबंध रखने वाले जेपी नड्डा इस समय गुजरात से राज्यसभा के मेंबर हैं। 2 दिसंबर 1960 को जन्मे नड्डा केंद्र सरकार में दूसरी बार मंत्री बने हैं। उन्हें मंत्री बनाकर पीएम मोदी ने हिमाचल के साथ-साथ गुजरात को भी साधने की कोशिश की है। 64 साल के नड्डा, नरेंद्र मोदी और अमित शाह दोनों के करीबी हैं। नड्डा की लाइफ का टर्निंग पॉइंट
हिमाचल में 2007 के विधानसभा में BJP को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद प्रेमकुमार धूमल दूसरी बार हिमाचल के CM बने। उनकी सरकार में नड्डा फॉरेस्ट मिनिस्टर बने, लेकिन उनका धूमल के साथ छत्तीस का आंकड़ा रहा। साल 2010 में नड्डा ने राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया और राज्यसभा सांसद बनकर दिल्ली शिफ्ट हो गए। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और संगठन में काम करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंच गए। धूमल सरकार से इस्तीफा देकर दिल्ली जाना नड्डा की लाइफ का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। मोदी का नड्डा के घर आना-जाना, शाह के खास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ष 1996 से 1998 तक हिमाचल प्रदेश भाजपा के प्रभारी रहे। नड्डा की उसी समय से उनसे नजदीकियां रही हैं। संगठन का काम करते हुए मोदी जब बिलासपुर जाते तो उनका नड्डा के घर आना-जाना रहता था। साल 2014 में भाजपा ने नरेंद्र मोदी को PM फेस घोषित किया। उसके बाद पार्टी ने जेपी नड्डा को चुनाव कैंपेनिंग की मॉनिटरिंग का जिम्मा सौंपा। नड्डा ने दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में रहते हुए पूरे देश में पार्टी की कैंपेनिंग की मॉनिटरिंग की। मोदी के अलावा वह अमित शाह के भी करीबी रहे हैं। BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर नड्डा का दूसरा कार्यकाल इसी महीने 30 जून को पूरा हो रहा है। इससे पहले ही उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया। पटना में जन्म, स्कूलिंग भी वहीं से
जेपी नड्डा का जन्म हिमाचल प्रदेश नहीं बल्कि बिहार के पटना में हुआ है। नड्डा के पिता नारायण लाल नड्डा पटना यूनिवर्सिटी में टीचर थे। नड्डा का पालन-पोषण और बीए तक की पढ़ाई पटना में ही हुई। एलएलबी के लिए उन्होंने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। बड़ा मंत्रालय मिलना तय
कैबिनेट मिनिस्टर बनने के बाद नड्डा को केंद्र में बड़ा पोर्टफोलियो मिलना भी लगभग तय है। वर्ष 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी ने नड्डा को अपनी सरकार में शामिल करते हुए स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा सौंपा था। 2019 में दूसरी बार भाजपा की सरकार बनने के बाद मोदी-शाह ने नड्डा को BJP का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया। अब मोदी ने नड्डा को फिर से अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है, ऐसे में उन्हें बड़ा मंत्रालय मिलना भी लगभग तय है। नड्डा के कारण अनुराग की छुट्टी
हिमाचल प्रदेश के कोटे से नड्डा के मंत्री बनने के साथ ही, हमीरपुर से 5वीं बार सांसद चुने गए अनुराग ठाकुर की केंद्रीय मंत्रिमंडल से छुट्टी हो गई। वर्ष 2019 में मोदी की अगुवाई वाली सरकार में केंद्रीय सूचना
एवं प्रसारण मंत्रालय संभालने वाले अनुराग ठाकुर इस बार भी मंत्रिपद के दावेदार थे लेकिन नड्डा के मिनिस्टर बन जाने के कारण वह चूक गए। हालांकि सूत्रों का कहना है कि अनुराग ठाकुर को अब भाजपा संगठन में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। जेपी नड्डा भी वर्ष 2010 में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री का दायित्व निभा चुके हैं। भाजपा ने तीसरी बार हिमाचल की चारों सीटें जीती
इस लोकसभा चुनाव में BJP ने एक बार फिर से क्लीन स्वीप करते हुए हिमाचल की चारों लोकसभा सीटें जीती है। 2014 और 2019 में भी पार्टी ने प्रदेश की चारों लोकसभा सीटें जीती थी। इस बार शिमला से सुरेश कश्यप, हमीरपुर से अनुराग ठाकुर, कांगड़ा से डॉ. राजीव भारद्वाज और मंडी से कंगना रनोट सांसद चुनी गईं हैं। चारों सांसद पिछले चार दिन से दिल्ली में ही हैं। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा से 3 मंत्री बनाने के पीछे विधानसभा चुनाव:जीटी रोड बेल्ट समेत 2 इलाके साधे, 50 विस सीटों पर नजर; नॉन जाट पॉलिटिक्स पर अडिग शूटर रहे राव तीसरी बार मोदी कैबिनेट में:मोदी के PM फेस बनने के 10 दिन बाद छोड़ी कांग्रेस, पिता से मिलने चप्पल में पहुंची थीं इंदिरा हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:सियासत की शुरुआत कॉलेज से, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में मोदी को बाइक पर घुमाने वाले खट्टर बने मंत्री:दिल्ली का दुकानदार पहले CM और अब केंद्रीय मंत्री बना, गरीबी के कारण नहीं बन पाए डॉक्टर
हिमाचल में नॉर्मल से 10 डिग्री नीचे लुढ़का पारा:चंबा में 40 से 28, मनाली 30 से 18 डिग्री पहुंचा; 26 जून से फिर बारिश
हिमाचल में नॉर्मल से 10 डिग्री नीचे लुढ़का पारा:चंबा में 40 से 28, मनाली 30 से 18 डिग्री पहुंचा; 26 जून से फिर बारिश हिमाचल प्रदेश में बारिश के बाद मौसम सुहावना हो गया है। बीते 3 दिन में हुई बारिश से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। 4 दिन पहले तक कई शहरों का तापमान नॉर्मल से सात से आठ डिग्री तक ज्यादा चल रहा था। मगर अब नॉर्मल से कई जगह 10 डिग्री तक नीचे लुढ़क गया है। प्रदेशवासियों ने इससे भीषण गर्मी से राहत की सांस ली है। नॉर्मल की तुलना में कांगड़ा के तापमान में सबसे ज्यादा 9.4 डिग्री की कमी आई है। 3 दिन पहले कांगड़ा का तापमान 40 डिग्री पहुंच गया था, जो अब 30.2 डिग्री सेल्सियस रह गया है। चंबा का तापमान भी 40 डिग्री पार हो गया था। मगर अब नॉर्मल से 9.3 डिग्री कमी के बाद 28.4 डिग्री सेल्सियस रह गया है। कई दिनों तक 40 डिग्री पर तपे कुल्लू के भुंतर का तापमान भी गिरकर 25 डिग्री सेल्सियस रहा गया है, जो कि नॉर्मल से 8.2 डिग्री कम है। यही हाल प्रदेश के अन्य शहरों का भी है। कई जगह तीन दिन में 12 डिग्री तक की कमी आई हैं। मनाली का मैक्सिमम टैपरेचर 18.2 डिग्री तक लुढ़का मशहूर पर्यटन स्थल मनाली का अधिकतम तापमान भी तीन दिन पहले की तुलना में 30 डिग्री से गिरकर 18.2 डिग्री सेल्सियस रह गया है, जो कि नॉर्मल से 9.2 डिग्री सेल्सियस कम है। शिमला का मैक्सिमम टैंपरेचर भी चार दिन पहले की तुलना में 30 डिग्री से कम होकर 23.4 डिग्री सेल्सियस रहा गया है। पहाड़ों पर इससे सुहावना मौसम हो गया है। प्रदेश का औसत तापमान भी नॉर्मल से 3.9 डिग्री कम हो गया है। पहाड़ों पर 26 जून से फिर बारिश मौसम विभाग की माने तो आज भी अधिक ऊंचे व मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। 23 से 25 जून तक प्रदेश के अधिक ऊंचे क्षेत्रों को छोड़कर शेष हिमाचल में मौसम साफ रहेगा। मगर 26 जून से दोबारा बारिश के आसार है। अभी मानसून की दस्तक नहीं मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में अभी प्री-मानसून की बारिश शुरू नहीं हुई। केवल पूर्व दिशा में ही इसका आंशिक असर देखा गया है। प्री-मानसून और मानसून की बारिश के लिए अभी कुछ इंतजार करना होगा।
HC से खट्टर के प्रचार सलाहाकार को अग्रिम जमानत:भंडारी और उत्तराखंड बीजेपी नेता को पुलिस ने किया तलब; बागी विधायकों को ठहराने का मामला
HC से खट्टर के प्रचार सलाहाकार को अग्रिम जमानत:भंडारी और उत्तराखंड बीजेपी नेता को पुलिस ने किया तलब; बागी विधायकों को ठहराने का मामला हिमाचल सरकार को गिराने के षड़यंत्र से जुड़े केस में आज हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रचार सलाहकार रहे तरुण भंडारी और उत्तराखंड भाजपा के एक बड़े नेता को शिमला पुलिस ने तलब किया है। इन दोनों को बालूगंज पुलिस के सामने पेश होने को कहा गया है। इस बीच खट्टर के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी ने पिछले कल ही हिमाचल हाईकोर्ट (HC) ने अग्रिम जमानत ले ली है। भंडारी पर आरोप है कि उन्होंने हिमाचल के बागी विधायकों के खाने-पीने व ठहरने की पंचकूला में व्यवस्था की और बिल का भुगतान उनके कहने पर एक फॉर्मा कंपनी ने किया। इसका खुलासा फॉर्मा कंपनी ने पुलिस पूछताछ में किया है। हमीरपुर के पूर्व विधायक आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के रिटायर IAS पिता राकेश शर्मा, इन दोनों के दो सहयोगियों को भी शिमला पुलिस ने आज ही थाने बुलाया है। इन चारों को बीते 13 जून को भी पुलिस बुला चुकी है। मगर तब चारों हाजिर नहीं हुए। इसलिए आज दोबारा से बुलाया गया है। इन्हें कल थाने में पेश होने के फरमान आशीष शर्मा और गगरेट के पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा सहित एक अन्य को अगले कल बुलाया गया है। यानी आज और कल सरकार गिराने के षड़यंत्र से जुड़े केस में कुल सात लोगों से पूछताछ होगी। इस केस में पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा पहली बार पुलिस के सामने पेश होंगे, जबकि इसी केस में उनके रिटायर IAS पिता के राकेश शर्मा खिलाफ पहले से मामला दर्ज है। वह कई बार बालूगंज थाना में पेश हो चुके हैं। इन्होंने दर्ज करा रखी FIR दरअसल, कांग्रेस के विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ की शिकायत पर बालूगंज थाना में बीते 10 मार्च FIR कराई। इस केस में पुलिस जांच में जुटी हुई है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि राज्यसभा सांसद चुनाव के बाद कांग्रेस के छह बागी समेत तीन निर्दलीय विधायकों के चंडीगढ़ में होटल में ठहरने, खाने-पीने के बिलों का भुगतान एक फॉर्मा कंपनी ने किया है। इन बिलों के भुगतान में मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहकार तरुण भंडारी की भूमिका बताई जा रही है। उत्तराखंड में BJP नेता ने किया बिल का भुगतान चंडीगढ़ के बाद राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट करने वाले विधायक कुछ दिन उत्तराखंड के ऋषिकेष में भी रुके। यहां पर होटल में ठहरने, खाने-पीने के बिलों के भुगतान में एक भाजपा नेता की भूमिका पुलिस जांच में सामने आ रही है। संबंधित भाजपा नेता के नाम के खुलासे को लेकर पुलिस बच रही है और कोई भी अधिकारी इस पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। CM बार-बार बोले- सरकार गिराने को रचा षड़यंत्र मुख्यमंत्री सुक्खू 27 फरवरी से लेकर बार-बार कह रहे हैं कि हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा गया है। धन बल का इस्तेमाल किया गया। विधायकों को करोड़ों रुपए दिए गए। पिछले कल भी मुख्यमंत्री सुक्खू ने सरकार गिराने के लिए षड़यंत्र रचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात को दोहराया। फाइव- सेवन स्टार होटलों में ठहराया, हेलिकॉप्टर से बागियों को ले गए आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहराने की व्यवस्था की और हेलीकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद की। अब चैतन्य को भी इस केस में जांच के लिए तलब किया गया है। चैतन्य के रिटायर IAS पिता पर ये आरोप पुलिस को दी शिकायत आरोप लगाया गया कि गगरेट के विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा उत्तराखंड में चीफ सेक्रेटरी के पद पर रहे हैं। उन्होंने सरकार गिराने के लिए षड़यंत्र रचा है। इसी मामले में आशीष और राकेश शर्मा केस को खत्म करने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटा चुके हैं। बता दें कि राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट के बाद क्रॉस वोट देने वाले विधायक करीब एक महीने तक प्रदेश से बाहर चंडीगढ़, उत्तराखंड और गुड़गांव में रहे। एक जगह से दूसरे स्थान पर ये विधायक हेलिकॉप्टर से लाए व ले जाए गए।