हिमाचल प्रदेश के स्कूलों की अंडर-12 और अंडर-14 खेलकूद प्रतियोगिताएं रद्द कर दी गई है। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक ने इसे लेकर आदेश जारी कर दिए है। इन आदेशों में कहा गया है कि जिन जिलों में भारी बारिश की वजह से टूर्नामेंट संभव नहीं है, वहां टूर्नामेंट रोक दिए जाए। बता दें कि, प्रदेश में बीते चार-पांच दिन से अलग अलग क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश हो रही है। इसका असर बच्चों की खेलकूद प्रतियोगिता पर पड़ा है। कई जगह बच्चे टूर्नामेंट में पार्टिसिपेट करने के लिए जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं। खेलकूद प्रतियोगिता के लिए बच्चे जहां ठहरे हुए हैं, वहां भी बारिश की वजह से हालात ठीक नहीं है। इससे छोटे स्कूली बच्चों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है। इसी तरह लैंडस्लाइड के कारण भी कई सड़कें असुरक्षित हो गई है। कई जगह बाढ़ और बादल फटने की घटनाएं भी पेश आ रही है। इसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने अंडर-12 और अंडर-14 खेलकूद खेलकूद प्रतियोगिताओं को आगामी आदेशों तक स्थगित कर दिया है। हिमाचल प्रदेश के स्कूलों की अंडर-12 और अंडर-14 खेलकूद प्रतियोगिताएं रद्द कर दी गई है। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक ने इसे लेकर आदेश जारी कर दिए है। इन आदेशों में कहा गया है कि जिन जिलों में भारी बारिश की वजह से टूर्नामेंट संभव नहीं है, वहां टूर्नामेंट रोक दिए जाए। बता दें कि, प्रदेश में बीते चार-पांच दिन से अलग अलग क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश हो रही है। इसका असर बच्चों की खेलकूद प्रतियोगिता पर पड़ा है। कई जगह बच्चे टूर्नामेंट में पार्टिसिपेट करने के लिए जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं। खेलकूद प्रतियोगिता के लिए बच्चे जहां ठहरे हुए हैं, वहां भी बारिश की वजह से हालात ठीक नहीं है। इससे छोटे स्कूली बच्चों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है। इसी तरह लैंडस्लाइड के कारण भी कई सड़कें असुरक्षित हो गई है। कई जगह बाढ़ और बादल फटने की घटनाएं भी पेश आ रही है। इसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने अंडर-12 और अंडर-14 खेलकूद खेलकूद प्रतियोगिताओं को आगामी आदेशों तक स्थगित कर दिया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में लगातार घट रही पर्यटकों की संख्या:मौसम कर रहा दोहरी मार; चिंता में पर्यटन कारोबारी, बोले- नई संभावनाएं तलाशने की आवश्यकता
हिमाचल में लगातार घट रही पर्यटकों की संख्या:मौसम कर रहा दोहरी मार; चिंता में पर्यटन कारोबारी, बोले- नई संभावनाएं तलाशने की आवश्यकता हिमाचल प्रदेश में करोना काल के बाद से पर्यटन कारोबार की गाड़ी पटरी पर नहीं लौट पाई है। कारोबारियों की माने तो कोरोना काल के बाद हिमाचल में पर्यटकों की संख्या लगातार घट रही है। इसके साथ ही मौसम की मार झेलनी पड़ रही है। पर्यटकों की घट रही संख्या को लेकर पर्यटन कारोबारी चिंतित नजर आ रहे है। इसी कड़ी में पर्यटन व्यवसाय से न जुड़े कारोबारियों शिमला के न्यू कुफरी में एक ‘टूरिज्म एंड ट्रेवल मीट’ का आयोजन किया। जिसमें प्रदेश के बड़े बड़े व्यवसायियों ने हिस्सा लिया। मौसम कर रहा पर्यटन पर दोहरी मार प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कुफरी में जुटे कारोबारियों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटन व्यवसाय को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है कोरोना काल के बाद पहले ही पर्यटकों की संख्या घट रही है। वहीं दूसरी और मौसम की मार पड़ रही है। मानसून तबाही मचा रहा है और सर्दियों में समय पर बर्फबारी नहीं हो रही है। जिसके कारण कारोबारियों के सामने नई चुनौतियां खड़ी हो गयी हैं। पर्यटन कारोबार को बचाने के लिए नई संभावनाएं तलाशने की आवश्यकता है। मीट में 50 पर्यटन व्यवसायियों ने रखा अपना पक्ष प्रदेश में टूरिज्म को बढावा देने और व्यवसाय की चुनौतियों व भावी योजनाओं पर लगभग 50 पर्यटन व्यवसायियों ने इस मीट में अपने पक्ष रखे। इस मीट में प्रदेश के पर्यटन से जुड़े टूर एंड ट्रैवल, होटल और एडवेंचर व्यवसायियों ने पर्यटन और इसके विस्तार को लेकर विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। कोरोना काल और उसके बाद आपदा से शिमला में लगभग हर वर्ष घट रही सैलानियों की संख्या पर पर्यटन व्यवसायियों ने चिंता व्यक्त की और आने वाले समय में शिमला और कुफरी में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न पहलुओं और संभावनाओं पर विचार किया। व्यवसायियों का मानना है कि देश-विदेश में विख्यात शिमला और कुफरी जैसे पर्यटन स्थल अब पर्यटन के क्षेत्र में पिछड़ते जा रहे है और यहां पर्यटन व्यवसाय को बचाने के लिए सभी व्यवसायियों और सरकार को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। शिमला व कुफरी की ओर पर्यटकों का आकर्षण हो रहा कम प्रतीक ठाकुर ने बताया कि बीते कुछ वर्षों से शिमला और कुफरी की ओर पर्यटकों का आकर्षण कम होता जा रहा है। जिसके लिए अब नए प्रयासों की लगातार जरूरत महसूस हो रही है । ऐसे में पर्यटन से जुड़े विभिन्न व्यवसायियों को मिलकर प्रयास करने की जरूरत है। वर्तमान में प्रतिस्पर्धा के इस युग में रोज नए आकर्षण इस क्षेत्र में पर्यटकों के लिए खड़े करना जरूरी है। उन्होंने बताया कि इन्हीं प्रयासों के तहत हर वर्ष एडवेंचर रिजॉर्ट में कुछ नया करने का प्रयास करते हैं। जिस कड़ी में इस बार यहां हिमाचल का पहला इंडोर स्नो पार्क स्थापित किया गया है जो पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है।
हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र:सदन में गूंजेगा कृषि विश्वविद्यालय की जमीन का मामला; सरकार ने टूरिज्म विलेज को दी यूनिवर्सिटी की 112 हैक्टेयर भूमि
हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र:सदन में गूंजेगा कृषि विश्वविद्यालय की जमीन का मामला; सरकार ने टूरिज्म विलेज को दी यूनिवर्सिटी की 112 हैक्टेयर भूमि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में आज कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर की 112 हेक्टेयर जमीन टूरिज्म विलेज को देने का मुद्दा गूंजेगा। BJP विधायक विपिन सिंह परमार ने विश्वविद्यालय की जमीन की NOC देने के मसले पर सदन में चर्चा मांग रखी है। कांगड़ा जिला में यह पहले ही बड़ा मुद्दा बन चुका है। आज सदन में भी इसे लेकर तपिश देखने को मिलेगी। बता दें कि राज्य सरकार ने कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने का फैसला लिया है। इसके लिए सरकार ने यूनिवर्सिटी की जमीन टूरिज्म विलेज को देने का फैसला लिया है। कृषि विश्वविद्यालय के तमाम संगठन पहले ही इसका विरोध कर चुके हैं। इसके खिलाफ छात्र संगठनों के साथ साथ शिक्षक व गैर शिक्षक संघ प्रदर्शन कर चुके हैं। वित्तीय स्थिति पर होगी चर्चा सदन में आज राज्य की वित्तीय स्थिति को लेकर भी चर्चा होगी। कांग्रेस विधायक केवल सिंह पठानिया, चंद्रशेखर और भवानी सिंह पठानिया ने आर्थिक स्थिति को लेकर सदन में चर्चा मांग रखी है। खराब आर्थिक हालत के कारण देशभर में कांग्रेस सरकार की किरकिरी हुई है। हालांकि कांग्रेस सरकार को लगभग 75 हजार करोड़ का कर्ज विरासत में मिला है। इसी तरह लगभग 10 हजार करोड़ की कर्मचारियों की देनदारी भी पूर्व सरकार के कार्यकाल की है, जो अब कांग्रेस सरकार को चुकता करनी पड़ है। आमदन्नी अठन्नी और खर्चा रुपया होने की वजह से सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। लिहाजा आज सदन में आर्थिक हालात के साथ साथ आय के साधन बढ़ाने पर भी चर्चा होगी। अंत में जल विद्युत नीति पर भी चर्चा होगी। यह प्रस्ताव बीजेपी विधायक जेआर कटवाल ने लाया है। भांग की खेती पर होगी चर्चा इससे पहले सदन की कार्यवाही की शुरुआत प्रश्नकाल से शुरू होगी। विधानसभा में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी आज भांग के औषधीय गुणों को देखते हुए इसके व्यवसायिक इस्तेमाल को लेकर के लिए सदन में चर्चा की मांग करेंगे।
शिमला में नशा तस्कर गिरोह भंडाफोड़:रंजन गैंग के 6 आरोपी गिरफ्तार, अब तक 9 सदस्य को पुलिस ने किया काबू
शिमला में नशा तस्कर गिरोह भंडाफोड़:रंजन गैंग के 6 आरोपी गिरफ्तार, अब तक 9 सदस्य को पुलिस ने किया काबू शिमला पुलिस ने नशा सप्लाई करने वाले एक और बड़े गैंग का भंडाफोड़ किया है। शाही महात्मा और राधे गैंग के बाद पुलिस ने रंजन गैंग के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस गैंग के 3 सदस्य पहले पकड़े गए थे। इनसे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने रंजन गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। DSP ठियोग सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि पुलिस ने NDPS एक्ट के तहत बीते 13 सितंबर को कोटखाई में एक किराए के कमरे से 3 लोगों को चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था, जिसमें 2 कोटखाई और 1 दिल्ली का तस्कर शामिल था। इनकी गिरफ्तारी के समय पुलिस को जानकारी मिली कि इनका अंतरराज्यीय गिरोह है। इसके बाद पुलिस ने जांच जारी रखी और इनका बैक ग्राउंड खंगाला। इसमें पुलिस को आज बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। मामले में अब तक 9 लोग गिरफ्तार DSP ठियोग ने बताया कि रंजन गैंग के अब तक 9 तस्कर पकड़े जा चुके हैं। गैंग में पकड़े तस्करों में गैंग का सरगना रंजन शर्मा कोटखाई का रहने वाला है। सुमन शाही कोटखाई, कमल आचार्य पश्चिमी दिल्ली का रहने वाला है। इनके अलावा 6 नए लोगों में विकास दत्ता उम्र 38 गांव गूंजदली पीओ व तहसील टिककर शिमला, लोकेंद्र कंवर उम्र 39 गांव कराली कोटखाई, सचिन चौहान उम्र 31 गांव कुपवी नाला कोटखाई, कपिल सावंत उम्र 38 गांव जलताड़ चलनैर कोटखाई, प्रमोद खिमटा उम्र 40 गांव आदर्श नगर देवरी खनेटी कोटखाई और अभिलाष उम्र 31 गांव सहडौली कोकुनाला शिमला के रहने वाले है। DSP शिमला बोले कार्रवाई अभी जारी DSP सिद्धार्थ शर्मा ने कहा कि नशे के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है। रंजन गैंग के 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। यह गैंग कोटखाई के पूरे क्षेत्र में फैला हुआ था और अवैध नशे की सप्लाई करता था। उन्हें अंदेशा है कि इस गैंग में अभी और भी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा, गैंग को जड़ से उखाड़ फेंकने तक पुलिस की जांच जारी रहेगी। इससे पहले शाही महात्मा व राधे गैंग का भी भंडाफोड़ हो चुका है। इन दोनों गैंग में शाही महात्मा के करीब 30 तस्कर और राधे गैंग में आधा दर्जन से ज्यादा आरोपी गिरफ्तार किए गए। शिमला पुलिस ने एक महीने के भीतर तीसरी बड़ी गैंग का भंडाफोड़ किया है। इन तीनों गैंग का सीधा अंतरराज्यीय कनेक्शन था।