केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने शिमला में कांग्रेस पर बड़ा निशाना साधा। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कुछ समय से कांग्रेस पार्टी दुष्प्रचार कर भ्रम फैला रही है कि भाजपा संविधान विरोधी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इस झूठ का भंडाफोड़ किया जाएगा। इसी मकसद से देशव्यापी अभियान ‘संविधान पर्व’ आज से प्रदेश में आरंभ किया है। हिमाचल में राज्यसभा सांसद डॉ. सिकंदर कुमार इस अभियान को जिला व मंडल स्तर तक लेकर जाएंगे। इस दौरान जनता को कांग्रेस की सच्चाई बताई जाएगी कि इस देश में कांग्रेस ने क्या किया और भाजपा ने क्या किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा, कांग्रेस ने पंडित ज्वाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को भारत रत्न दिया। सोनिया गांधी को भी भारत रत्न देने वाले थे, लेकिन सरकार बदल गई। इसलिए बच गया। राहुल गांधी भी लेने के लिए तैयार है। मगर जिन डॉ. भीमराव अंबेडकर के संविधान को दुनिया ने सराहा, उन्हें कांग्रेस ने भारत रत्न नहीं दिया। डॉ. अंबेडकर को भाजपा सरकार ने भारत रत्न दिया। उन्होंने कहा कि 1952 में अंबेडकर को चुनाव में हराने का काम कांग्रेस ने किया। जब उनका दिल्ली में स्वर्गवास हुआ, तो मृतक शरीर का निरादर कांग्रेस ने किया। कांग्रेस ने 88 बार अनुछेद 356 का दुरुपयोग किया: डॉ. सिंह डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, लगभग 88 बार कांग्रेस की सरकारों ने 356 अनुछेद का दुरुपयोग किया, सरकारें भंग व बचाने के लिए। जब-जब भी संविधान का संशोधन कांग्रेस सरकार ने किया, उसके पीछे की मंशा थी सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस सरकार या परिवारवाद को बचाने के लिए। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति की है। इनके पापों का प्रायश्चित मोदी जी ने किया। केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने शिमला में कांग्रेस पर बड़ा निशाना साधा। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कुछ समय से कांग्रेस पार्टी दुष्प्रचार कर भ्रम फैला रही है कि भाजपा संविधान विरोधी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इस झूठ का भंडाफोड़ किया जाएगा। इसी मकसद से देशव्यापी अभियान ‘संविधान पर्व’ आज से प्रदेश में आरंभ किया है। हिमाचल में राज्यसभा सांसद डॉ. सिकंदर कुमार इस अभियान को जिला व मंडल स्तर तक लेकर जाएंगे। इस दौरान जनता को कांग्रेस की सच्चाई बताई जाएगी कि इस देश में कांग्रेस ने क्या किया और भाजपा ने क्या किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा, कांग्रेस ने पंडित ज्वाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को भारत रत्न दिया। सोनिया गांधी को भी भारत रत्न देने वाले थे, लेकिन सरकार बदल गई। इसलिए बच गया। राहुल गांधी भी लेने के लिए तैयार है। मगर जिन डॉ. भीमराव अंबेडकर के संविधान को दुनिया ने सराहा, उन्हें कांग्रेस ने भारत रत्न नहीं दिया। डॉ. अंबेडकर को भाजपा सरकार ने भारत रत्न दिया। उन्होंने कहा कि 1952 में अंबेडकर को चुनाव में हराने का काम कांग्रेस ने किया। जब उनका दिल्ली में स्वर्गवास हुआ, तो मृतक शरीर का निरादर कांग्रेस ने किया। कांग्रेस ने 88 बार अनुछेद 356 का दुरुपयोग किया: डॉ. सिंह डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, लगभग 88 बार कांग्रेस की सरकारों ने 356 अनुछेद का दुरुपयोग किया, सरकारें भंग व बचाने के लिए। जब-जब भी संविधान का संशोधन कांग्रेस सरकार ने किया, उसके पीछे की मंशा थी सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस सरकार या परिवारवाद को बचाने के लिए। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति की है। इनके पापों का प्रायश्चित मोदी जी ने किया। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में दुग्ध उत्पादकों का प्रदर्शन:दत्तनगर के मिल्क प्लांट बाहर जुटे; सरकार द्वारा तय रेट के हिसाब से दाम नहीं मिलने से नाराज हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के रामपुर में बड़ी संख्या में लोगों ने सोमवार को दत्तनगर के मिल्क प्लांट के बाहर प्रदर्शन किया। इसमें निरमंड, रामपुर, ननखड़ी, आनी और नारकंडा के पशुपालक शामिल हुए। दत्तनगर मिल्क प्लांट के बाहर पशुपालकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो और उग्र आंदोलन किया जाएगा। हिमाचल दुग्ध उत्पादक संघ के राज्य संयोजक प्रेम चौहान और राज्य सह संयोजक रणजीत ठाकुर ने कहा कि दुग्ध उत्पादक दूध के उचित दाम नहीं मिलने से परेशान है। सरकार द्वारा तय रेट के हिसाब से 3.3 प्रतिशत फैट व 7.3 प्रतिशत एसएनएफ दूध का मूल्य 30.57 रुपए है, जबकि 5.5 प्रतिशत फैट व 8.5 प्रतिशत एसएनएफ वाले दूध का रेट 47.93 रुपए तय हैं। मगर सरकार द्वारा तय इन रेट के हिसाब से दुग्ध उत्पादकों को दाम नहीं मिल रहे। प्रदर्शन के दौरान पशुपालकों ने सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करने, सभी दुग्ध सोसाइटियों में दूध की गुणवत्ता को मापने के टेस्टिंग मशीन देने, दूध की पेमेंट हर माह 10 तारीख से पहले देने, सभी सोसाइटियों में फीड उपलब्ध करवाने और दत्त नगर मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट का कार्य शीघ्र पूरा करने की मांग उठाई है। हाशिए पर पशुपालक: प्रेम चौहान प्रेम चौहान ने कहा कि प्रदेश की 90 प्रतिशत आबादी गांव में रहती है। कृषि और बागवानी यहां का मुख्य व्यवसाय है। साथ साथ पशु पालन भी ग्रामीणों की आजीविका का साधन है। बावजूद इसके पशुपालन हाशिए पर है। उनकी सुनवाई नहीं हो रही। जो किसान-पशुपालन से जुड़े हैं और अपनी छोटी-छोटी जरूरतों को पूरा करने के लिए दूध बेचते हैं, उन्हें दूध का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है।
हिमाचल में बारिश के बाद सुहावना हुआ मौसम:कई शहरों में पांच डिग्री तक गिरा तापमान; आज भी बारिश का पूर्वानुमान
हिमाचल में बारिश के बाद सुहावना हुआ मौसम:कई शहरों में पांच डिग्री तक गिरा तापमान; आज भी बारिश का पूर्वानुमान हिमाचल प्रदेश में बारिश के बाद मौसम सुहावना हो गया है। पहाड़ों पर बीते 48 घंटों के दौरान हुई बारिश से तापमान में चार से पांच डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है। बारिश के बाद प्रदेशवासियों ने भीषण गर्मी से राहत की सांस ली है। मौसम विभाग की माने तो आज भी प्रदेश के कुछेक क्षेत्रों में बारिश का पूर्वानुमान है। शिमला में भी सुबह साढ़े 11 बजे कुछ देर के लिए बूंदाबांदी शुरू हुई। मगर अब हल्की धूप निकल आई है। वहीं प्रदेश के कई क्षेत्रों में भी बीच बीच में बारिश हो रही है। पहाड़ों पर अगले 5 दिन ऐसा रहेगा मौसम अगले कल यानी 22 जून को प्रदेश के मैदानी इलाकों को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। 23 जून को केवल अधिक ऊंचे क्षेत्रों में ही हल्की बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है। मगर 24 जून से पश्चिमी विक्षोभ फिर सक्रिय होगा और उस दिन प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बारिश का पूर्वानुमान है। 25 व 26 जून को अधिकांश भागों में बारिश हो सकती है। मनाली का पारा 14.4 डिग्री, शिमला 17.2 डिग्री पहुंचा पहाड़ों पर बारिश के बाद ज्यादातर शहरों के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। इससे एक महीने से हीटवेव से जूझ रही हिमाचल की जनता को राहत मिली है। बारिश के बाद शिमला का न्यूनतम तापमान गिरकर 17.2 डिग्री, मनाली का 14.4 डिग्री, कल्पा का 12.2 डिग्री, केलांग का 9.8 डिग्री, कुकुससैरी का 5.8 डिग्री, नारकंडा का 12.3 डिग्री, कुफरी का 14 डिग्री, धर्मशाला 21 डिग्री और सोलन का तापमान 19.3 डिग्री रह गया है। अधिकतम तापमान में 3.7 डिग्री की कमी इसी तरह प्रदेश के अधिकतम तापमान में भी औसत 3.7 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। शिमला का अधिकतम तापमान 30 डिग्री से कम होकर 26.9 डिग्री, सुंदरनगर का 41 डिग्री से कम होकर 35.8 डिग्री, ऊना का 44 डिग्री से 38.4 डिग्री, नाहन का 40 डिग्री से 31.6 डिग्री, मंडी का 40 डिग्री से 36.2 डिग्री, चंबा का 40 डिग्री से 37.2 डिग्री, हमरीपुर का 40 से 36.9 डिग्री सेल्सियस तापमान रह गया है।
हिमाचल और पंजाब-चंडीगढ़ के टैक्सी ऑपरेटरों में विवाद, VIDEO:सवारियां उठाने से रोका जा रहा; कुफरी टैक्सी यूनियन के नोटिस से भड़के पंजाब के ऑपरेटर
हिमाचल और पंजाब-चंडीगढ़ के टैक्सी ऑपरेटरों में विवाद, VIDEO:सवारियां उठाने से रोका जा रहा; कुफरी टैक्सी यूनियन के नोटिस से भड़के पंजाब के ऑपरेटर हिमाचल और पंजाब-चंडीगढ़ के टैक्सी ऑपरेटरों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। हिमाचल के टैक्सी ऑपरेटरों को चंडीगढ़-पंजाब में सवारी उठाने से रोका जा रहा है और प्रदेश में भी बाहरी राज्यों की टैक्सियों को सवारी नहीं उठाने दी जा रही। ऐसा ही एक वीडियो चंडीगढ़ एयरपोर्ट का वायरल हो रहा है, जिसमें हिमाचल की एक टैक्सी को चंडीगढ़ एयरपोर्ट से सवारियां बिठाने को इनकार कर दिया गया है। पंजाब-चंडीगढ़ के टैक्सी ऑपरेटर कुफरी टैक्सी यूनियन का एक मैसेज दिखाकर हिमाचल के टैक्सी चालक को सवारियां उठाने से मना करते हैं। इससे पड़ोसी राज्यों में काम करने वाले टैक्सी ऑपरेटर में डर का माहौल पैदा हो रहा हैं। यह विवाद नहीं रोका गया तो इससे आने वाले दिनों में तनाव ओर बढ़ेगा। मगर सरकार अभी गहरी नींद में सोई हुई है। हिमाचल की टैक्सी यूनियन के नोटिस से बवाल हिमाचल की कई टैक्सी यूनियन ने नोटिस जारी कर स्पष्ट किया कि वन-वे काम करने वाली टैक्सियों को सवारी नहीं उठाने दी जाएगी। इससे चंडीगढ़-पंजाब के टैक्सी ऑपरेटर भड़क उठे हैं। ऑल इंडिया टैक्सी परमिट व्हीकल को रोकना गलत: शरणजीत पंजाब-चंडीगढ़ की आजाद टैक्सी यूनियन के प्रधान शरणजीत सिंह ने बताया कि ऑल इंडिया टैक्सी परमिट व्हीकल को सवारी उठाने से रोकना गलत है। हिमाचल की कई यूनियन ने इस तरह का नोटिस निकाला है, जो कि बिल्कुल गलत है। यदि उनकी यूनियन की किसी गाड़ी को सवारी उठाने से रोका गया तो वह हाईकोर्ट में चुनौती देंगे। उन्होंने कहा, आजाद टैक्सी यूनियन ने हिमाचल की गाड़ी को चंड़ीगढ़-पंजाब में रोकने का कोई आदेश नहीं दिया। मगर हिमाचल की जो गाड़ी रोकी जा रही है, वह वो लोग रोक रहे हैं, जिन्हें हिमाचल में सवारी उठाने से इनकार किया जा रहा है। वन-वे काम करने की इजाजत नहीं: वीरेन शिमला में कुफरी की टैक्सी यूनियन के प्रधान वीरेन कंवर ने बताया, वन-वे काम करने वाली टैक्सी को सवारी नहीं उठाने दी जाएगी। इससे लोकल काम खत्म हो रहा है। यदि कोई गाड़ी बाहर से सवारी लेकर आती है और उनका पैकेज निर्धारित है, तो उन्हें काम करने से नहीं रोका जाएगा। वीरेन ने कहा, ओला-उबर एप से आने वाली गाड़ियों को नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कहा, प्राइवेट गाड़ियां भी इन एप पर पंजीकरण करवाकर सवारी ढोने का काम कर रही है। इससे न केवल सरकार को टैक्स के तौर पर नुकसान हो रहा है, बल्कि टैक्सी ऑपरेटरों का काम भी चौपट हो रहा है। इस पर रोक लगनी चाहिए। एयरपोर्ट, ब्रॉडगेज रेलवे स्टेशन नहीं होने की चुकानी पड़ रही कीमत हिमाचल को प्रदेश में कोई बड़ा एयरपोर्ट और ब्रॉड गेज रेलवे स्टेशन नहीं होने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इस वजह से देशभर से पहाड़ों पर आने वाला पर्यटक सीधे हिमाचल नहीं पहुंच पाता, बल्कि उन्हें चंडीगढ़ उतरना पड़ता है। चंडीगढ़ से ज्यादातर पर्यटक टैक्सियों में हिमाचल पहुंचता है। मगर चंडीगढ़ एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर बार बार हिमाचल की टैक्सियों को टूरिस्ट नहीं उठाने देने की खबरें आ रही है। हिमाचल के टैक्सी ऑपरेटर भी यही कर रहे है और पंजाब व हिमाचल की सरकारें अभी गहरी नींद में सोई हुई है।