हिमाचल प्रदेश के चंबा में एक भालू दुकान में मिठाई खा रहा है। बताया जा रहा है कि चंबा के चुवाड़ी-जोत में बीती रात को एक भालू दुकान का ताला तोड़कर हलवाई की दुकान में घुसता और वहां रखी मिठाई खाने लग जाता है। रात में जब हलवाई ने कुछ आवाजें सुनी और घर से साथ बनी दुकान में देखा तो भालू बर्फी का आनंद ले रहा था। दुकानदार ने मिठाई खा रहे भालू की वीडियो बना दिया, जो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। दुकानदार के चिल्लाने के बाद भालू मौके से भाग गया। क्षेत्र में कई बार लोगों पर हमला करते रहे भालू बता दें कि चुवाड़ी-जोत क्षेत्र के लोग आए दिन भालुओं के हमले से परेशान है। क्षेत्र में भालू न केवल लोगों पर हमला कर देते हैं, बल्कि किसानों की नगदी फसलों को भी कई बार चट कर जाते है। कई बार गौशालाओं को तोड़ देते है। मगर इस बार भालू ने दुकान में घुस मिठाई खाता है। हिमाचल प्रदेश के चंबा में एक भालू दुकान में मिठाई खा रहा है। बताया जा रहा है कि चंबा के चुवाड़ी-जोत में बीती रात को एक भालू दुकान का ताला तोड़कर हलवाई की दुकान में घुसता और वहां रखी मिठाई खाने लग जाता है। रात में जब हलवाई ने कुछ आवाजें सुनी और घर से साथ बनी दुकान में देखा तो भालू बर्फी का आनंद ले रहा था। दुकानदार ने मिठाई खा रहे भालू की वीडियो बना दिया, जो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। दुकानदार के चिल्लाने के बाद भालू मौके से भाग गया। क्षेत्र में कई बार लोगों पर हमला करते रहे भालू बता दें कि चुवाड़ी-जोत क्षेत्र के लोग आए दिन भालुओं के हमले से परेशान है। क्षेत्र में भालू न केवल लोगों पर हमला कर देते हैं, बल्कि किसानों की नगदी फसलों को भी कई बार चट कर जाते है। कई बार गौशालाओं को तोड़ देते है। मगर इस बार भालू ने दुकान में घुस मिठाई खाता है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में आज से 4 दिनों तक मौसम साफ रहेगा:बर्फबारी में फिसलन से 4 सड़कें बंद, चांशल में फंसे 35 पर्यटकों को निकाला
हिमाचल में आज से 4 दिनों तक मौसम साफ रहेगा:बर्फबारी में फिसलन से 4 सड़कें बंद, चांशल में फंसे 35 पर्यटकों को निकाला हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति, कुल्लू और शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी के बाद लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है । बर्फबारी के बाद सड़क पर फिसलन बढ़ने से देर रात भयंकर जाम लग गया और सैकड़ों वाहन जगह जगह जाम में फंस गए। जिसके कारण पर्यटकों और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। ताजा बर्फबारी में बाद बीते 24 घंटों में अधिकतम तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस तक कि गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश में ऊना जिला में अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है।केलांग में सबसे कम न्यूनतम तापमान -2.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। बर्फबारी के चलते मनाली से अटल टनल से केवल फॉर बाई फॉर वाहनों को ही लाहौल स्पीति की ओर भेजा गया और प्रशासन को भी वहां से पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए खूब मशक्कत करनी पड़ी। आज से खुल जाएगा मौसम मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आज से हिमाचल प्रदेश में मौसम खुलने के आसार है। आगामी 4 दिनों तक प्रदेश में मौसम साफ बना रहेगा। 11 जनवरी को एक बार फिर मौसम करवट ले सकता है। प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा प्रदेश में हुई ताजा बारिश बर्फबारी के बाद ठंड का प्रकोप बढ़ सकता है आगामी कुछ दिनों तक तापमान में 2 से 3 डिग्री तक गिरावट आने संभावना है। वहीं 7और 8 जनवरी को प्रदेश के मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। वहीं हिमाचल प्रदेश में ताजा बर्फबारी में बाद बीते 24 घाटों में अधिकतम तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस तक कि गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश में ऊना जिला में अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। वहीं न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आई है। प्रदेश में केलांग में सबसे कम न्यूनतम तापमान -2.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। IMD का अनुमान है कि आगामी दिनों में तापमान में 2 से 3 डिग्री तक गिरावट आ सकती है। जिसके कारण प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ सकता है। रोहड़ू की चांशल वैली में फंसे 35 पर्यटक शिमला में सोमवार दोपहर बाद हुई बर्फबारी की वजह से दुर्गम क्षेत्र डोडरा क्वार की चांशल वैली में लरोट की तरफ घूमने गए पर्यटक फंस गए। जिसमें 7 वाहनों में करीब 35 लोग शामिल थे। जिन्हें पुलिस ने कई घंटों की मशक्कत के बाद करीब साढ़े 9 बजे सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। इसके अलावा देर रात शिमला के नारकंडा में बर्फबारी के चलते सड़क पर फिसलन बढ़ने के कारण ट्रैफिक को बाया सुन्नी डायवर्ट करना पड़ गया। पूरे शिमला जिले में आज भी NH- 5 समेत कुल 4 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही के लिए बन्द है। लाहौल स्पीति और कुल्लू के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी हिमाचल प्रदेश के जनजातिय जिले लाहौल स्पीति में रुक रुक कर बर्फबारी का दौर रहा। सोमवार सुबह से ही देर रात तक रोहतांग, बारालाचा और कुंजम दरा समेत गोंदला और सिस्सू में भी रुक रुककर बर्फबारी हुई। जिसके कारण अटल टनल रोहतांग के साउथ पोर्टल के आसपास बर्फ में वाहन फंस गए। पुलिस ने रेस्क्यू कर वाहनों को आगे निकालने की कोशिश की। ताजा बर्फबारी के बाद हिमाचल प्रदेश में काफी ठंड बढ़ गई है। पानी तक जम रहा है जिसके कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है पर्यटकों और लोकल लोगों के लिए एडवाइजरी जारी बर्फबारी को देखते हुए सरकार ने लोकल नागरिकों समेत पर्यटकों को भी एडवाइजरी जारी की है। लोगो को अधिक ऊंचे क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गई है। क्योंकि सड़कों पर बर्फ जमने फिसलन काफी ज्यादा बढ़ गई है। इससे जगह-जगह गाड़ियां फिसल रही है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। किसान-बागवानों और पर्यटन कारोबारियों के चेहरों पर रौनक हिमाचल प्रदेश में ताजा बर्फबारी के बाद किसानों, बागवानों और पर्यटन कारोबारियों के चेहरे खिल उठे है। प्रदेश में अच्छी फसल के लिए और पर्यटकों के लिए अच्छी बर्फबारी जरूरी है। ऐसे में ताजा बर्फबारी के बाद किसानों बागवानों के चेहरों पर रौनक देखने को मिल रही है।
लाहौल-स्पीति में शुरू हुई बर्फबारी:3 इंच बर्फ से ढंका रोहतांक, पर्यटकों के लिए प्रशासन ने जारी किया एडवाइजरी
लाहौल-स्पीति में शुरू हुई बर्फबारी:3 इंच बर्फ से ढंका रोहतांक, पर्यटकों के लिए प्रशासन ने जारी किया एडवाइजरी हिमाचल प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के दौर शुरू हो गया है। साथ ही कुल्लू- लाहौल स्पीति की ऊंचाई वाली चोटियों में बर्फबारी शुरू हो गयी। मौसम विज्ञान केंद्र ने आज प्रदेश में मैदानी इलाकों में बारिश, जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना जताई थी। IMD ने कई जिलों में बारिश का येलो अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला का पूर्वानुमान सटीक साबित हुआ है। प्रदेश में मौसम ने करवट ले ली है ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश का दौर शुरू हो गया जबकि प्रदेश की राजधानी शिमला में आसमान में घने बादल छा गए हैं। लोगों के लिए एडवाइजरी जारी
बर्फबारी को देखते हुए लाहौल प्रशासन द्वारा स्थानीय लोगों सहित घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी लाहौल स्पीति ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि जिला लाहौल एवं स्पीति में बर्फबारी शुरू हो गई है। अतः आमजन से निवेदन है कि सुरक्षित यात्रा करने हेतु सभी सलाह एवं परामर्श का पालन करें। जिला पुलिस पर्यटकों का जिला में पधारने पर स्वागत करती है। आप आएं, सुरक्षित यात्रा करें और घाटी की सुंदरता का लुत्फ उठाएं। जिस्पा सहित लाहौल में शुरु बर्फबारी का दौर
लाहौल स्पीति के लपशक गांव के किरण किशोर ने बताया कि लाहौल की ऊंची पर्वत शृंखलाओं सहित निचले क्षेत्रों में आंशिक रूप से बर्फबारी शुरू हो गई है। जिस्पा में अभी तक 2 इंच से अधिक बर्फ पड़ चुकी है । उन्होंने कहा अगर बर्फबारी इसी तरह जारी रही तो कल तक काफी बर्फ पड़ सकती है। जिसका फायदा पर्यटन सहित घाटी के बागवानों को होगा रोहतांग में भी शुरू हुई बर्फ
विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल रोहतांग में भी बर्फ पड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है । यहां 3 इंच से अधिक ताजा बर्फबारी हो चुकी है। बर्फबारी से जुड़ी तस्वीरें-
मणिमहेश में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई:11:47 बजे तक शाही स्नान का शुभ मुहूर्त; 6 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच गए
मणिमहेश में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई:11:47 बजे तक शाही स्नान का शुभ मुहूर्त; 6 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच गए उत्तर भारत की पवित्र एवं पावन मणिमहेश यात्रा के लिए हिमाचल के भरमौर में भारी जन सैलाब उमड़ आया है। देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे सैकड़ों श्रद्धालु डल झील में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। जन्माष्टमी के अवसर पर बीते 26 अगस्त से शुरू मणिमहेश यात्रा आज देर रात आधिकारिक तौर पर यात्रा संपन्न हो जाएगी। मणिमहेश यात्रा के शाही स्नान की शुभ मुहूर्त बीती रात 11 बजकर 13 मिनट से शुरू हुआ, जो कि बुधवार रात 11 बजकर 47 मिनट पर खत्म होगा। बीते कल शिव चेलों ने शिव कुंड की परिक्रमा करने के बाद डल तोड़ने की परंपरा निभाई। एक लाख श्रद्धालु करेंगे शाही स्नान SDM भरमौर कुलविंदर सिंह ने बताया कि इस बार एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु शाही स्नान करेंगे। उन्होंने बताया कि यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 6 लाख से ज्यादा लोग मणिमहेश पहुंच चुके हैं। आज शाम तक श्रद्धालुओं का यह आंकड़ा और बढ़ेगा। इस यात्रा के लिए पंजाब, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और चंडीगढ़ से काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। शिव भक्त हर हर महादेव का जयकारे लगाते हुए आगे बढ़ रहे हैं। मान्यता के अनुसार मणिमहेश की इन पहाड़ियों पर शिव का वास है। नीचे डल झील जहां शाही स्नान के लिए श्रद्धालु पहुंचे हैं। हेलिकॉप्टर की उड़ान में खराब मौसम से बाधा उत्पन्न मणिमहेश के लिए सरकार ने भरमौर से हेलिकॉप्टर सेवा बीते 24 अगस्त को ही शुरू कर दी थी, लेकिन इस बार खराब मौसम ने इसमें बाधा उत्पन्न की है। लिहाजा ज्यादातर श्रद्धालु इस बार पैदल चल कर मणिमहेश पहुंचे है। कुछ श्रद्धालु घोड़ों व खच्चरों पर भी इस पावन यात्रा के लिए आएं। यहां बनाए गए कैंप प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा के लिए भरमौर, हड़सर, धनछो, सुंदरासी और गौरीकुंड में 5 जगह कैंप स्थापित किए है। यहां से प्रत्येक श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य जांच के बाद ही आगे भेजा गया, क्योंकि 13385.83 फीट की ऊंचाई पर स्थित मणिमहेश में कई बार ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। इन कैंप में मेडिकल टीमें तैनात की गई है। उत्तर भारत की कठिन धार्मिक यात्रा मणिमहेश यात्रा को उत्तर भारत की कठिन धार्मिक यात्रा माना जाता है। 13 हजार फीट से ज्यादा की ऊंचाई पर स्थिति मणिमहेश पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को ऊंचे-ऊंचे पहाड़ चढ़ने पड़ते हैं। यह यात्रा अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सुंदर दृश्यों के लिए भी जानी जाती है, क्योंकि इस यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को घने जंगलों, अल्पाइन घास के मैदानों और चट्टानों के बीच बीच से होकर गुजरना पड़ता है। इस दौरान हिमालय का मनमोहक दृश्य भी देखने को मिलता हैं। यही वजह है कि यह अध्यात्मिक यात्रा रोमांच और प्राकृतिक सुंदरता का भी आभास कराती है। मणिमहेश के कैलाश शिखर में शिव का निवास मान्यता है कि भगवान शिव मणिमहेश के कैलाश शिखर पर निवास करते हैं, जो झील से दिखाई देता है। यह यात्रा हर साल, आमतौर पर अगस्त या सितंबर के महीने में हिंदू त्यौहार जन्माष्टमी के अवसर पर होती है। माना जाता है कि यह यात्रा 9वीं शताब्दी में शुरू हुई थी जब एक स्थानीय राजा, राजा साहिल वर्मन को भगवान शिव के दर्शन हुए थे जिन्होंने मणिमहेश झील पर एक मंदिर स्थापित करने का निर्देश दिया।