हिमाचल में शिकार करते वक्त गोली लगने से मौत:सबूत मिटाने के लिए सिर धड़ से अलग किया; शव को लगाई आग, 2 आरोपी गिरफ्तार

हिमाचल में शिकार करते वक्त गोली लगने से मौत:सबूत मिटाने के लिए सिर धड़ से अलग किया; शव को लगाई आग, 2 आरोपी गिरफ्तार

हिमाचल प्रदेश के सोलन के साथ लगते नारग क्षेत्र में एक व्यक्ति के सिर को धड़ से अलग किया गया। इसके बाद शरीर को सिरमौर जिला के एक गांव में ले जाकर गुफा में छिपाने गया, जबकि सिर को सुल्तानपुर के पास पत्तियों के बीच फेंका गया। पुलिस ने आज सिर और धड़ दोनों बरामद कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। हत्या के आरोप में दो आरोपी गिरफ्तार कर लिए है। यही नहीं आरोपियों ने साक्ष्य मिटाने के लिए शरीर को जलाया और अधजला जंगल में फेंक दिया, ताकि उसकी पहचान न हो सके। इसके बाद सिर को धड़ से काफी दूर ले जाकर पत्तियों के बीच छिपाया। मृतक की पहचान सोमदत्त (38) निवासी नलहेच नारग के तौर पर हुई है। वह ड्राइविंग करता था। जाने वारदात को कैसे अंजाम दिया गया
पुलिस के अनुसार, 23 जनवरी को सोलन के सपरून निवासी यशपाल ने सदर थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि 18 जनवरी को उनका साला सोमदत उर्फ सोनू उनके घर आया, क्योंकि मेरी पत्नी काफी समय से बीमार चल रही थी। 21 जनवरी को सोमदत घर के साथ लगते जंगल की तरफ यह कहकर गया कि वह लकड़ियां लाने जा रहा है। उसी शाम को सोमदत्त ने शिकायतकर्ता की बेटी को फोन करके बताया कि वह थोड़ी देर में घर आ जाएगा। मगर सोमदत्त रात तक घर नहीं लौटा और उसका फोन भी स्विच ऑफ हो गया। इसके बाद सोमदत्त की जंगल में तलाश की गई। मगर कोई सुराग नहीं लगा। 23 जनवरी को सदर थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट
23 जनवरी को थाना सदर सोलन में सोमदत की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस ने स्थानीय लोगों से पूछताछ की। ग्रामीणों ने बताया कि 21 जनवरी की शाम को उन्होंने 2 अन्य लोगों को भी
उसी जंगल की तरफ जाते देखा, जिनकी पहचान वाटर पम्प हाउस पर काम करने वाले भुट्टो राम और सुल्तानपुर निवासी संदीप उर्फ अजय के तौर पर हुई। मृतक के जीजा ने हत्या की शंका जाहिर की थी
शिकार के लिए सोमदत्त ही अपने जीजा के पड़ोसी के घर से बन्दूक लेकर जंगल की तरफ गया था। शिकायतकर्ता यशपाल ने शक जाहिर किया कि भुट्टो निवासी बोहली और संदीप गांव सुलतानपुर ने ही इनके साले सोमदत की गोली मारकर हत्या कर दी है। इसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर दोनों को गिरफ्तार किया। पुलिस से पूछताछ में इन्होंने अपना जुर्म कबूल लिया है। हालांकि पहले दोनों आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने का खूब प्रयास किया। संदीप की गोली से सोमदत्त की मौत
पुलिस जांच में पता चला कि दोनों आरोपी सड़क के किनारे गाड़ी खड़ी करके शिकार करने चले गए थे। सोमदत्त भी इनके साथ चला गया। शिकार के दौरान संदीप ने अपनी बन्दूक से गोली चला दी, जो दूसरी तरफ शिकार खेल रहे सोमदत्त के सिर पर लगी। इससे सोमदत्त की मौके पर ही मौत हो गई। शव को गुफा में जलाया गया, ताकि पहचान न हो
इस वारदात के बाद दोनों आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए लाश को अपने साथ रखे प्लास्टिक के कट्टे में डाल दिया। लाश को ये दोनों अपनी गाड़ी में सिरमौर जिला के वासनी जंगल में एक गुफा में ले गए। जाने से पहले दोनों आरोपियों ने अपने-2 मोबाइल एक गाड़ी में रख दिए, ताकि इनकी लोकेशन को पुलिस द्वारा ट्रेस न किया जा सके। इसके बाद गुफा में रात को ही इन दोनों ने मृतक सोमदत्त की गर्दन को दराट से काटकर धड़ से अलग कर दिया और गुफा में ही धड़ को आग लगाकर मृतक के सिर को अपने साथ लेकर वहां से वापस आ गए। सिर को जंगल में जमीन में गाड़ा
आरोपियों ने सोमदत ​​​​​​​के सिर को सुलतानपुर के जंगल में ले जाकर आग लगाने के बाद जमीन में गाड़ दिया और मृतक के मोबाइल फोन को भी तोड़कर फेंक दिया। उन्होंने ही मृतक की बन्दूक को को भी छुपा दिया था। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल बंदूक को भी बरामद कर दिया है।​​​​​​​ वासनी जंगल की गुफा (जिला सिरमौर) व सुल्तानपुर (जिला सोलन) के जंगल में जिस जगह पर सिर व धड़ छिपाए गए, उन स्थलों पर फोरेंसिक टीम निरीक्षण करने पहुंच गई है। हिमाचल प्रदेश के सोलन के साथ लगते नारग क्षेत्र में एक व्यक्ति के सिर को धड़ से अलग किया गया। इसके बाद शरीर को सिरमौर जिला के एक गांव में ले जाकर गुफा में छिपाने गया, जबकि सिर को सुल्तानपुर के पास पत्तियों के बीच फेंका गया। पुलिस ने आज सिर और धड़ दोनों बरामद कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। हत्या के आरोप में दो आरोपी गिरफ्तार कर लिए है। यही नहीं आरोपियों ने साक्ष्य मिटाने के लिए शरीर को जलाया और अधजला जंगल में फेंक दिया, ताकि उसकी पहचान न हो सके। इसके बाद सिर को धड़ से काफी दूर ले जाकर पत्तियों के बीच छिपाया। मृतक की पहचान सोमदत्त (38) निवासी नलहेच नारग के तौर पर हुई है। वह ड्राइविंग करता था। जाने वारदात को कैसे अंजाम दिया गया
पुलिस के अनुसार, 23 जनवरी को सोलन के सपरून निवासी यशपाल ने सदर थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि 18 जनवरी को उनका साला सोमदत उर्फ सोनू उनके घर आया, क्योंकि मेरी पत्नी काफी समय से बीमार चल रही थी। 21 जनवरी को सोमदत घर के साथ लगते जंगल की तरफ यह कहकर गया कि वह लकड़ियां लाने जा रहा है। उसी शाम को सोमदत्त ने शिकायतकर्ता की बेटी को फोन करके बताया कि वह थोड़ी देर में घर आ जाएगा। मगर सोमदत्त रात तक घर नहीं लौटा और उसका फोन भी स्विच ऑफ हो गया। इसके बाद सोमदत्त की जंगल में तलाश की गई। मगर कोई सुराग नहीं लगा। 23 जनवरी को सदर थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट
23 जनवरी को थाना सदर सोलन में सोमदत की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस ने स्थानीय लोगों से पूछताछ की। ग्रामीणों ने बताया कि 21 जनवरी की शाम को उन्होंने 2 अन्य लोगों को भी
उसी जंगल की तरफ जाते देखा, जिनकी पहचान वाटर पम्प हाउस पर काम करने वाले भुट्टो राम और सुल्तानपुर निवासी संदीप उर्फ अजय के तौर पर हुई। मृतक के जीजा ने हत्या की शंका जाहिर की थी
शिकार के लिए सोमदत्त ही अपने जीजा के पड़ोसी के घर से बन्दूक लेकर जंगल की तरफ गया था। शिकायतकर्ता यशपाल ने शक जाहिर किया कि भुट्टो निवासी बोहली और संदीप गांव सुलतानपुर ने ही इनके साले सोमदत की गोली मारकर हत्या कर दी है। इसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर दोनों को गिरफ्तार किया। पुलिस से पूछताछ में इन्होंने अपना जुर्म कबूल लिया है। हालांकि पहले दोनों आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने का खूब प्रयास किया। संदीप की गोली से सोमदत्त की मौत
पुलिस जांच में पता चला कि दोनों आरोपी सड़क के किनारे गाड़ी खड़ी करके शिकार करने चले गए थे। सोमदत्त भी इनके साथ चला गया। शिकार के दौरान संदीप ने अपनी बन्दूक से गोली चला दी, जो दूसरी तरफ शिकार खेल रहे सोमदत्त के सिर पर लगी। इससे सोमदत्त की मौके पर ही मौत हो गई। शव को गुफा में जलाया गया, ताकि पहचान न हो
इस वारदात के बाद दोनों आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए लाश को अपने साथ रखे प्लास्टिक के कट्टे में डाल दिया। लाश को ये दोनों अपनी गाड़ी में सिरमौर जिला के वासनी जंगल में एक गुफा में ले गए। जाने से पहले दोनों आरोपियों ने अपने-2 मोबाइल एक गाड़ी में रख दिए, ताकि इनकी लोकेशन को पुलिस द्वारा ट्रेस न किया जा सके। इसके बाद गुफा में रात को ही इन दोनों ने मृतक सोमदत्त की गर्दन को दराट से काटकर धड़ से अलग कर दिया और गुफा में ही धड़ को आग लगाकर मृतक के सिर को अपने साथ लेकर वहां से वापस आ गए। सिर को जंगल में जमीन में गाड़ा
आरोपियों ने सोमदत ​​​​​​​के सिर को सुलतानपुर के जंगल में ले जाकर आग लगाने के बाद जमीन में गाड़ दिया और मृतक के मोबाइल फोन को भी तोड़कर फेंक दिया। उन्होंने ही मृतक की बन्दूक को को भी छुपा दिया था। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल बंदूक को भी बरामद कर दिया है।​​​​​​​ वासनी जंगल की गुफा (जिला सिरमौर) व सुल्तानपुर (जिला सोलन) के जंगल में जिस जगह पर सिर व धड़ छिपाए गए, उन स्थलों पर फोरेंसिक टीम निरीक्षण करने पहुंच गई है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर