हिमाचल विधानसभा का बजट सत्र:राज्यपाल शिव प्रताप के अभिभाषण से शुरू होगा; CM सुक्खू 17 मार्च को पेश करेंगे बजट, हंगामेदार रहने के आसार

हिमाचल विधानसभा का बजट सत्र:राज्यपाल शिव प्रताप के अभिभाषण से शुरू होगा; CM सुक्खू 17 मार्च को पेश करेंगे बजट, हंगामेदार रहने के आसार

हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल दोपहर 2 बजे बजट अभिभाषण पढ़ेंगे। कल से राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू होगी, जो कि 13 मार्च तक चलेगी। मुख्यमंत्री सुक्खू 17 मार्च को अपना व सरकार का तीसरा बजट पेश करेंगे। इसके बाद तीन दिन बजट पर चर्चा चलेगी। इस बार का बजट सत्र 28 मार्च तक चलेगा। इस बार कुल 16 बैठकें होंगी। बजट सत्र में 22 और 27 मार्च को प्राइवेट मेंबर-डे होगा। इस दिन सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायक अपने क्षेत्र से जुड़े मुद्दे सदन में उठा सकेंगे। 26 मार्च को पारित होगा बजट 26 मार्च को सदन में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट पारित किया जाएगा। आज राज्यपाल के अभिभाषण के बाद प्रश्नकाल नहीं होगा। सत्र के दौरान कल से प्रश्नकाल के बाद जीरो ऑवर्ज होगा। इन मुद्दों पर तपेगा सदन इस बार का बजट सत्र खूब हंगामेदार रहने के आसार है। बजट सत्र के दौरान मंदिरों का पैसा सरकारी योजनाएं चलाने, वित्तीय हालत, बुजुर्गों वर्गों को पेंशन नहीं मिलने, कांग्रेस की गारंटी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, विधानसभा में भर्ती जैसे मुद्दे पर तपिश देखने को मिलेगी। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर कह चुके हैं कि जनता से जुड़े इन मुद्दों को सदन में प्रमुखता से उठाया जाएगा। सर्वदलीय मीटिंग में कार्यवाही चलाने की अपील बजट सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, इसमें सदन की कार्यवाही को सही ढंग चलाने की अपील की गई। इस बार सदन में गूंजेंगे 963 सवाल इस बार के बजट सत्र में 963 सवाल पूछे गए हैं। इनमें 737 तारांकित और 226 सवाल अतारांकित हैं। इसी तरह अलग अलग नियमों के तहत 24 विषय पर विधायकों द्वारा चर्चाएं मांगी गई है। 1000 पुलिस कर्मी संभालेंगे सुरक्षा विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सुरक्षा में 1000 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। सीसीटीवी कैमरों से भी असामाजिक तत्व पर नजर रखी जाएगी। बिना पास के किसी को भी विधानसभा में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। कांग्रेस-भाजपा विधायक दल ने बनाई रणनीति बजट सत्र से पहले कांग्रेस और भाजपा विधायक दल मीटिंग कर एक दूसरे को घेरने की रणनीति बना चुका है। बीजेपी विधायक दल की मीटिंग बीती शाम को हुई, जबकि कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज हुई। सत्तापक्ष ने विपक्ष के हमलों का जबाव देने की रणनीति बनाई। इसी तरह विपक्ष ने भी सत्तापक्ष को बेरोजगारी, संस्थान बंद करने, कानून व्यवस्था, वित्तीय स्थिति, को लेकर घेरने की रणनीति बनाई। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल दोपहर 2 बजे बजट अभिभाषण पढ़ेंगे। कल से राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू होगी, जो कि 13 मार्च तक चलेगी। मुख्यमंत्री सुक्खू 17 मार्च को अपना व सरकार का तीसरा बजट पेश करेंगे। इसके बाद तीन दिन बजट पर चर्चा चलेगी। इस बार का बजट सत्र 28 मार्च तक चलेगा। इस बार कुल 16 बैठकें होंगी। बजट सत्र में 22 और 27 मार्च को प्राइवेट मेंबर-डे होगा। इस दिन सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायक अपने क्षेत्र से जुड़े मुद्दे सदन में उठा सकेंगे। 26 मार्च को पारित होगा बजट 26 मार्च को सदन में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट पारित किया जाएगा। आज राज्यपाल के अभिभाषण के बाद प्रश्नकाल नहीं होगा। सत्र के दौरान कल से प्रश्नकाल के बाद जीरो ऑवर्ज होगा। इन मुद्दों पर तपेगा सदन इस बार का बजट सत्र खूब हंगामेदार रहने के आसार है। बजट सत्र के दौरान मंदिरों का पैसा सरकारी योजनाएं चलाने, वित्तीय हालत, बुजुर्गों वर्गों को पेंशन नहीं मिलने, कांग्रेस की गारंटी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, विधानसभा में भर्ती जैसे मुद्दे पर तपिश देखने को मिलेगी। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर कह चुके हैं कि जनता से जुड़े इन मुद्दों को सदन में प्रमुखता से उठाया जाएगा। सर्वदलीय मीटिंग में कार्यवाही चलाने की अपील बजट सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, इसमें सदन की कार्यवाही को सही ढंग चलाने की अपील की गई। इस बार सदन में गूंजेंगे 963 सवाल इस बार के बजट सत्र में 963 सवाल पूछे गए हैं। इनमें 737 तारांकित और 226 सवाल अतारांकित हैं। इसी तरह अलग अलग नियमों के तहत 24 विषय पर विधायकों द्वारा चर्चाएं मांगी गई है। 1000 पुलिस कर्मी संभालेंगे सुरक्षा विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सुरक्षा में 1000 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। सीसीटीवी कैमरों से भी असामाजिक तत्व पर नजर रखी जाएगी। बिना पास के किसी को भी विधानसभा में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। कांग्रेस-भाजपा विधायक दल ने बनाई रणनीति बजट सत्र से पहले कांग्रेस और भाजपा विधायक दल मीटिंग कर एक दूसरे को घेरने की रणनीति बना चुका है। बीजेपी विधायक दल की मीटिंग बीती शाम को हुई, जबकि कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज हुई। सत्तापक्ष ने विपक्ष के हमलों का जबाव देने की रणनीति बनाई। इसी तरह विपक्ष ने भी सत्तापक्ष को बेरोजगारी, संस्थान बंद करने, कानून व्यवस्था, वित्तीय स्थिति, को लेकर घेरने की रणनीति बनाई।   हिमाचल | दैनिक भास्कर