हिमाचल प्रदेश में अगले 72 घंटे तक मौसम साफ बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, 10 नवंबर की रात को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो रहा है। इससे मौसम करवट बदलेगा और अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में 11 व 12 नवंबर को हल्की बर्फबारी हो सकती है। वहीं मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश की संभावना है। मगर मैदानी इलाकों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। प्रदेश में 37 दिन बारिश नहीं हुई। 6 जिले हमीरपुर, चंबा, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में तो पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी है। इससे सूखे जैसे हालात पनपने लगे है। कांगड़ा जिला में 36 दिनों में मात्र 1.5 मिलीमीटर बारिश हुई है। किन्नौर में 0.4 मिलीमीटर, लाहौल स्पीति जिला में 0.1 मिलीमीटर, मंडी 2.8 मिलीमीटर, शिमला 0.2 मिलीमीटर और ऊना में सबसे ज्यादा 8.6 मिलीमीटर बारिश हुई है। बेशक ऊना में 8.6 मिलीमीटर बादल बरसे है। मगर यहां भी सामान्य से 56 प्रतिशत कम बारिश है। पोस्ट मानसून सीजन में 98% कम बारिश प्रदेश में 1 अक्टूबर से 7 नवंबर के बीच 29 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार औसत 0.7 मिलीमीटर बादल बरसे है, जो कि सामान्य से 98 प्रतिशत कम है। मानसून सीजन में भी 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। ऐसे में अब वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने के बाद राज्य में ड्राट खत्म हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, बेशक WD एक्टिव हो रहा है। मगर इस दौरान बहुत ज्यादा बारिश-बर्फबारी की संभावना नहीं है। कुछेक क्षेत्रों में ही हल्की बारिश-बर्फबारी हो सकती है। इससे तापमान में गिरावट आएगी। अभी प्रदेश के ज्यादातर शहरों में दिन व रात का तापमान नॉर्मल से ज्यादा चल रहा है। मैदानी इलाकों में दो दिन से धुंध प्रदेश के मैदानी इलाकों में दो दिन से धुंध ने लोगों को परेशान कर रखा है। खासकर ब्यास नदी किनारे स्थित शहरों में धुंध ने लोगों की परेशानी बढ़ानी शुरू कर दी है। बिलासपुर में सुबह के वक्त घनी धुंध के कारण विजिबिलिटी 50 मीटर तक गिर गई है। मौसम विभाग के अनुुसार, जब तक अच्छी बारिश-बर्फबारी नहीं होती तब तक धुंध लोगों को परेशान करती रहेगी। वहीं पहाड़ों पर हल्की धुंध नजर आने लगी है। खासकर शिमला में भी सुबह के वक्त धुंध का असर देखा सकता है। हिमाचल प्रदेश में अगले 72 घंटे तक मौसम साफ बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, 10 नवंबर की रात को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो रहा है। इससे मौसम करवट बदलेगा और अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में 11 व 12 नवंबर को हल्की बर्फबारी हो सकती है। वहीं मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश की संभावना है। मगर मैदानी इलाकों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। प्रदेश में 37 दिन बारिश नहीं हुई। 6 जिले हमीरपुर, चंबा, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में तो पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी है। इससे सूखे जैसे हालात पनपने लगे है। कांगड़ा जिला में 36 दिनों में मात्र 1.5 मिलीमीटर बारिश हुई है। किन्नौर में 0.4 मिलीमीटर, लाहौल स्पीति जिला में 0.1 मिलीमीटर, मंडी 2.8 मिलीमीटर, शिमला 0.2 मिलीमीटर और ऊना में सबसे ज्यादा 8.6 मिलीमीटर बारिश हुई है। बेशक ऊना में 8.6 मिलीमीटर बादल बरसे है। मगर यहां भी सामान्य से 56 प्रतिशत कम बारिश है। पोस्ट मानसून सीजन में 98% कम बारिश प्रदेश में 1 अक्टूबर से 7 नवंबर के बीच 29 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार औसत 0.7 मिलीमीटर बादल बरसे है, जो कि सामान्य से 98 प्रतिशत कम है। मानसून सीजन में भी 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। ऐसे में अब वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने के बाद राज्य में ड्राट खत्म हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, बेशक WD एक्टिव हो रहा है। मगर इस दौरान बहुत ज्यादा बारिश-बर्फबारी की संभावना नहीं है। कुछेक क्षेत्रों में ही हल्की बारिश-बर्फबारी हो सकती है। इससे तापमान में गिरावट आएगी। अभी प्रदेश के ज्यादातर शहरों में दिन व रात का तापमान नॉर्मल से ज्यादा चल रहा है। मैदानी इलाकों में दो दिन से धुंध प्रदेश के मैदानी इलाकों में दो दिन से धुंध ने लोगों को परेशान कर रखा है। खासकर ब्यास नदी किनारे स्थित शहरों में धुंध ने लोगों की परेशानी बढ़ानी शुरू कर दी है। बिलासपुर में सुबह के वक्त घनी धुंध के कारण विजिबिलिटी 50 मीटर तक गिर गई है। मौसम विभाग के अनुुसार, जब तक अच्छी बारिश-बर्फबारी नहीं होती तब तक धुंध लोगों को परेशान करती रहेगी। वहीं पहाड़ों पर हल्की धुंध नजर आने लगी है। खासकर शिमला में भी सुबह के वक्त धुंध का असर देखा सकता है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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रियल राजा और वर्चुअल क्वीन में मुकाबला:विक्रमादित्य को पिता की लीगेसी तो कंगना को मोदी का सहारा, सालभर बाद भी आपदा के निशां बाकी लोकसभा चुनाव में बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनोट को BJP की ओर से टिकट दिए जाने के बाद हिमाचल की मंडी सीट पर सबकी नजरें लगी हैं। चाहे फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज्म के खिलाफ आवाज उठानी हो या फिर राजनीति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा और कांग्रेसी नेता राहुल गांधी का विरोध करना हो, कंगना अपनी राय खुलकर रखती रही है। बेबाक बयानबाजी के चलते अनेक विवाद भी उनसे जुड़ चुके हैं। कंगना का यह पहला ही चुनाव है और खुद PM मोदी मंडी में उनके लिए रैली कर चुके हैं। कांग्रेस ने कंगना के सामने अपने युवा चेहरे विक्रमादित्य सिंह को उतारा है। विक्रमादित्य के पिता वीरभद्र सिंह 6 बार हिमाचल के CM और केंद्र में मंत्री रहे। उनका 87 साल की उम्र में 8 जुलाई 2021 को निधन हो गया था। अपने पिता के स्वर्गवास के बाद विक्रमादित्य सिंह हिमाचल की बुशहर रियासत के नए राजा के रूप में गद्दी संभाल चुके हैं। विक्रमादित्य कांग्रेस टिकट पर शिमला रूरल विधानसभा सीट से 2 बार MLA बन चुके हैं और इस समय राज्य की कांग्रेस सरकार में पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर हैं। वीरभद्र सिंह के निधन के बाद देश में यह पहले आम चुनाव हैं और विक्रमादित्य भी पहली बार लोकसभा चुनाव में उतरे हैं। विक्रमादित्य और कंगना दोनों राजपूत परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। मंडी सीट पर राजपूत और ब्राह्मण नेताओं का ही दबदबा रहा। आजादी से अब तक, सिर्फ एक बार को छोड़ दें, तो यहां हुए 19 में से 18 चुनाव में राजपूत या ब्राह्मण बिरादरी का व्यक्ति ही सांसद बना। सिर्फ 1952 में, देश में हुए पहले आम चुनाव में अनुसूचित जाति (SC) से ताल्लुक रखने वाले गोपीराम यहां से जीते थे। 100 साल की सबसे भीषण आपदा की सबसे ज्यादा मार इसी इलाके पर
हिमाचल प्रदेश में 2023 के मानसून सीजन में आई प्राकृतिक आपदा को कोई भूल नहीं सकता। मनाली और उससे ऊपरी इलाकों में 7 जुलाई 2023 को भारी बरसात हुई जो अगले 4 दिन तक लगातार चली। इसके चलते नदी-नालों में जो उफान आया, उसने सबकुछ तहसनहस कर दिया। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन हाईवे समेत कुल्लू जिले की 80% से ज्यादा सड़कें बंद हो गईं। ब्यास नदी कई जगह तो फोरलेन हाईवे को पूरी तरह बहा ले गई। दर्जनों पुल ढह गए। कई गाड़ियां नदी-नालों में बह गईं तो कई मलबे में दफन हो गईं। सैकड़ों मकानों-बागीचों को नुकसान पहुंचा। बिजली-मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह ठप हो गया। दर्जनों टूरिस्ट अपने व्हीकल जहां-तहां छोड़कर, पहाड़ी रास्तों पर दो से तीन दिन पैदल चलते हुए मंडी जिले के उन इलाकों तक पहुंचे जहां राहत टीमें काम कर रही थीं। हिमाचल प्रदेश में ऐसी तबाही बीते 100 बरसों में नहीं देखी गई। सालभर बाद भी हालात सामान्य नहीं
प्राकृतिक आपदा से इन्फ्रास्ट्रक्चर को करोड़ों रुपए का नुकसान पहुंचा। राज्य सरकार ने एक से डेढ़ महीने के अंदर ज्यादातर सड़कें बहाल तो कर दीं लेकिन चंडीगढ़-मनाली फोरलेन समेत कई सड़कें सालभर बाद भी पूरी तरह रिपेयर नहीं हो पाई। मणिकर्ण सड़क पर 10 महीने बाद मेटलिंग तक नहीं हो सकती। कुल्लू का सैंज बाजार और आलू ग्राउंड आज भी पत्थरों से पटा पड़ा है। इसकी वजह से स्थानीय लोगों के साथ-साथ बाहर से आने वाला टूरिस्ट भी परेशान हो रहा है। बजट का रोना रो रही हिमाचल सरकार बार-बार केंद्र से स्पेशल पैकेज की डिमांड कर रही है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के अधिकारी अभी तक आपदा प्रभावित मनाली एरिया में सड़कों को ठीक नहीं कर पाए हैं। दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर हमलावर
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा, दोनों इस मुद्दे को अपने-अपने तरीके से पेश करते हुए एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। प्रदेश में सरकार चला रही कांग्रेस का आरोप लगा रहे हैं कि केंद्र की मोदी सरकार ने हिमाचली लोगों को कोई मदद नहीं दी और हिमाचल से चुने गए भाजपा सांसदों ने प्रधानमंत्री के सामने मुद्दा उठाने का प्रयास तक नहीं किया। दूसरी ओर भाजपा नेताओं का दावा है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अगुवाई वाली राज्य सरकार ने मुआवजे में बंदरबांट की और असली पीड़ियों की जगह सिर्फ अपने चहेतों को मदद दी। विक्रमादित्य सिंह लगातार दे रहे कंगना को बहस की चुनौती
विक्रमादित्य सिंह ने मंडी संसदीय हलके के लिए अपना विजन भी रखा है। इसमें नई टनल बनवाने, कुल्लू में मेडिकल कॉलेज खोलने, ब्यास नदी का चैनेलाइजेशन करने, मंडी को स्मार्ट सिटी बनाने, सड़कों की हालत सुधारने और टूरिज्म सेक्टर से जुड़े मुद्दे शामिल हैं। विक्रमादित्य लगातार कह रहे हैं कि कंगना रनोट को हिमाचल के मुद्दों का कोई ज्ञान नहीं है और उन्होंने प्रदेश के लिए कुछ नहीं किया। वह राज्य के मुद्दों पर कंगना को बहस की चुनौती दे रहे हैं। दूसरी तरफ BJP की कंगना रनोट मुद्दों पर ज्यादा फोकस करने की जगह विक्रमादित्य पर व्यक्तिगत हमले ज्यादा कर रही हैं। वह PM मोदी और भाजपा की नीतियों के नाम पर वोट मांग रही हैं। दोनों युवा चेहरे, दोनों के लिए लोगों में क्रेज
विक्रमादित्य के राजपरिवार से होने के कारण महिलाओं और यूथ में उनके प्रति क्रेज नजर आता है। महिलाएं उनके साथ फोटो खिंचवाने को उतावली दिखती हैं। उन्हें आइडल के रूप में देखने वाले युवा उनकी जनसभाओं में ‘पहले शेर आया, शेर आया’ जैसे नारे लगाते हैं। विक्रमादित्य भी आम लोगों से खुलकर मिलते हैं। कंगना रनोट को लेकर भी आम लोगों में अच्छी-खासी उत्सुकता है। लोग इस बड़ी बॉलीवुड सेलिब्रिटी को करीब से देखना चाहते हैं। मंडी दोनों के लिए घर जैसा
इतिहास पर नजर डालें तो मंडी सीट वीरभद्र परिवार का गढ़ रही है। उनके परिवार का यहां से 50 साल से भी पुराना नाता है। वीरभद्र सिंह खुद यहां से 3 बार सांसद बने जबकि 3 बार उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह कांग्रेस के टिकट पर जीतकर लोकसभा पहुंचीं। बुशहर रियासत का हेडक्वार्टर शिमला के रामपुर में है और रामपुर का इलाका मंडी संसदीय हलके में ही आता है। इस लिहाज से देखें तो मंडी विक्रमादित्य के लिए घर जैसा है। खुद को हिमाचल की बेटी बताने वाली कंगना मंडी की ही रहने वाली हैं। उनका घर सरकाघाट इलाके के भांबला गांव में है। राज्य के 12 में से 6 जिलों में फैली इकलौती सीट
मंडी संसदीय हलका हिमाचल के कुल 12 जिलों में से 6 जिलों में फैला है। मंडी के अलावा पूरा कुल्लू जिला इस लोकसभा सीट में आता है। राज्य के दोनों कबायली जिले लाहौल-स्पीति और किन्नौर के अलावा चंबा का पांगी वाला इलाका (भरमौर विधानसभा) भी इसी संसदीय क्षेत्र में है। शिमला की रामपुर विधानसभा सीट भी मंडी लोकसभा हलके में आती है। जातीय समीकरण : राजपूत वोटर सबसे अधिक, दूसरे नंबर पर SC
सबसे ज्यादा वोटर इन्हीं दोनों बिरादरी के हैं। इस बार भी कांग्रेस और BJP ने यहां राजपूत कैंडिडेट उतारे हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक 33.06% राजपूत वोटर हैं। यहां अनुसूचित जाति (SC) की 29.85% और ब्राह्मण आबादी 21.4% है। यहां लगभग 13% ओबीसी और 5% आबादी अनुसूचित जनजाति की भी है। अनुसूचित जाति की 30% आबादी होने के बावजूद इस जाति से केवल एक बार 1952 में यहां सांसद बन पाया। 17 विधानसभा सीटों में से 12 BJP के पास
मंडी संसदीय क्षेत्र में कुल 17 विधानसभा सीटें हैं। इनमें मंडी जिले की 8 सीटें- मंडी, करसोग, सुंदरनगर, नाचन, द्रंग, जोगेंद्रनगर, बल्ह व सरकाघाट शामिल है। कुल्लू जिले की चारों सीटें- मनाली, कुल्लू, बंजार व आनी भी इसी में है। चंबा जिले की भरमौर और शिमला जिले की रामपुर सीट के साथ-साथ राज्य की दोनों कबायली सीटें लाहौल-स्पीति व किन्नौर भी इसी लोकसभा सीट में पड़ती है। इन 17 विधानसभा सीटों में से 12 पर BJP का कब्जा है जबकि पांच जगह कांग्रेस के विधायक हैं। 1971 में वीरभद्र की मंडी में एंट्री, BJP 1989 में पहली बार जीती
कांग्रेस ने 1971 के लोकसभा चुनाव में हिमाचल के राजपरिवार से ताल्लुक रखने वाले वीरभद्र सिंह को मंडी से टिकट दिया। वीरभद्र सिंह बुशहर रियासत के राजा रहे सर पदम सिंह के बेटे थे। पहले ही चुनाव में वीरभद्र सिंह ने लोकराज पार्टी हिमाचल प्रदेश के उम्मीदवार मंधरलाल को 89177 वोट से हराकर जीत दर्ज की। दूसरी तरफ भाजपा को इस सीट पर पहली जीत 1989 के लोकसभा चुनाव में मिली। तब पार्टी के उम्मीदवार महेश्वर सिंह ने कांग्रेस के दिग्गज नेता पंडित सुखराम को हराया था। 19 में से 13 बार कांग्रेस जीती, इनमें से 6 जीत वीरभद्र परिवार के नाम
मंडी लोकसभा सीट पर आज तक कुल 19 बार चुनाव हुए। इनमें 3 उपचुनाव शामिल है और तीनों उपचुनाव में कांग्रेस जीती। यहां 19 में से 13 बार कांग्रेस विजयी रही जबकि BJP को सिर्फ 5 बार जीत नसीब हुई। एक बार जनता पार्टी के उम्मीदवार जीते। इस सीट पर वीरभद्र सिंह के परिवार को 6 बार जीत मिली। यहां से 3 बार खुद वीरभद्र सिंह सांसद चुने गए जबकि 3 बार उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह को जीत मिली। इनके अलावा कांग्रेस से सुखराम भी 3 बार यहां से विजयी रहे। विक्रमादित्य के लिए दोतरफा उलझन
विक्रमादित्य ने मंडी लोकसभा सीट से टिकट के लिए अप्लाई नहीं किया था। उनका नाम सीधे कांग्रेस हाईकमान ने अनाउंस किया। उनके परिवार का हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में अलग स्थान है। अगर वह लोकसभा चुनाव में हार गए तो प्रदेश में उनकी फैमिली के राजनीतिक दबदबे पर असर पड़ेगा। वहीं अगर विक्रमादित्य सिंह जीत गए तो उन्हें हिमाचल की राजनीति छोड़कर दिल्ली शिफ्ट होना पड़ेगा। उस सूरत में भी उनके प्रदेश की राजनीति से आउट होने के चांस रहेंगे। मंडी सीट पर ग्राउंड पर क्या हालात हैं, यह जानने दैनिक भास्कर लोगों के बीच पहुंचा। तेज ठाकुर बोले- राज्य सरकार ज्यादा काम नहीं कर पाई
भाजपा के वरिष्ठ नेता और हिमाचल के पूर्व CM जयराम ठाकुर मंडी जिले में सराज के रहने वाले हैं। यह एरिया भाजपा का गढ़ है। सराज एरिया से ताल्लुक रखने वाले तेज ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार अच्छा काम कर रही है। पिछले 8-10 बरसों में दूसरे देशों में इंडिया की इमेज बनी है। तेज ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने हिमाचल में डेढ़ साल में ज्यादा काम नहीं किए। रोजगार नहीं दिया गया। कांग्रेस के लोग 5 साल तक सपने दिखाएंगे और फिर उन्हें चकनाचूर करेंगे। सुक्खू सरकार अभी तक ज्यादा कुछ नहीं कर पाई। पद्म प्रभाकर बोले- विक्रमादित्य को लोग वोट देंगे
कुल्लू जिले में आनी के रहने वाले पद्म प्रभाकर ने कहा कि हिमाचल के कई सरकारी विभागों में पोस्टें खाली पड़ी हैं जिन्हें भरा नहीं जा रहा। सड़कों की हालत खस्ता है। हिमाचल में पिछली भाजपा सरकार ने आनी इलाके में सब्जी मंडी बनाने के लिए कुछ नहीं किया। मोदी सरकार से नाराज दिख रहे पद्म प्रभाकर ने कहा कि महंगाई काफी बढ़ गई है। पिछले साल आई आपदा में राज्य सरकार ने अच्छा काम किया। उन्होंने कहा कि आनी के लोग कांग्रेस कैंडिडेट विक्रमादित्य को वोट देंगे। जनता उन्हें भविष्य के नेता के रूप में देख रही है। पिंगला देवी बोली- सरकार से कोई मदद नहीं मिली
मनाली की सोलंग घाटी में सैलानियों को बर्फ में चलने लायक जूते और रेनकोट वगैरह किराए पर देने वाली पिंगला देवी ने कहा कि पिछले साल हुई तबाही के बाद अब धीरे-धीरे लोग यहां घूमने पहुंच रहे हैं। अभी तक सीजन ठीक चल रहा है। पिंगला देवी ने कहा कि पिछले साल बारिश से हुई तबाही के बाद उन्हें किसी से कोई मदद नहीं मिली। जो काम करेगा, हम चुनाव में उसे ही वोट देंगे। रीता बोली- कंगना रनोट मुंबई की
मंडी जिले में कटौला इलाके से ताल्लुक रखने वाली रीता देवी का कहना है कि हमें यह पता है कि इस बार चुनाव में मुंबई की कंगना रनोट और हमारे अपने राज्य का लड़का विक्रमादित्य खड़ा है। हमें यहां पहाड़ पर रोजगार के लिए पसीना बहाना पढ़ता है। हम देखेंगे कि वोट किसे देना है? होटल कारोबारी बोले- लोग देख-सुनकर वोट देंगे
कुल्लू में होटल चलाने वाले एसआर चौधरी ने कहा कि पिछले साल बारिश से जो त्रासदी हुई, उसकी सबसे ज्यादा मार कुल्लू और मंडी जिलों में ही पड़ी थी। आपदा के बाद राज्य की कांग्रेस सरकार ने अच्छा काम किया। तेजी से सड़कें बनाकर ट्रैफिक बहाल किया। चौधरी ने कहा कि भाजपा उम्मीदवार कंगना रनोट ने यहां कोई काम नहीं करवाया। ऐसे में यहां के लोग अच्छी तरह देख-परखकर ही अपना वोट देंगे। BJP नेता ने कहा- आपदा में टूटे कई रास्ते सालभर बाद भी बंद
कुल्लू में होटल चलाने वाले BJP नेता एसआर सोलंकी का दावा है कि कंगना रनोट के सांसद बनने से हिमाचल के इस इलाके में फिल्म इंडस्ट्री से लेकर टूरिज्म तक, सबको काफी फायदा होगा। सोलंकी ने कंगना पर कांग्रेसी नेताओं की ओर से की जाने वाली व्यक्तिगत टिप्पणियों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि हर आदमी का अपना एक प्रोफेशन होता है। सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस की राज्य सरकार ने 15 महीने के अपने कार्यकाल में कुछ नहीं किया। पिछले साल आई आपदा में जो रास्ते बंद हो गए थे, उनमें से कई आज तक नहीं खुले। कांग्रेसी नेताओं की आपसी लड़ाई के कारण आम लोगों के काम नहीं हो पा रहे। वरिष्ठ पत्रकार यादव बोले- कंगना पैराशूट कैंडिडेट
हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार DC यादव का मानना है कि भाजपा ने हिमाचल की चार में से तीन सीटों पर अच्छे उम्मीदवार उतारे लेकिन मंडी सीट पर पार्टी ने पैराशूट से लाई गई कंगना रनोट को टिकट दे दिया। कंगना रनोट की ओर से खुद को हिमाचल प्रदेश की बेटी बताए जाने पर यादव ने कहा कि मंडी में तो हजारों बेटियां हैं और उनमें से बहुत सारी लंबे समय से भाजपा में ही रहकर काम कर रही हैं। BJP ने इन बेटियों को छोड़कर कंगना को टिकट क्यों दिया? क्या पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को टिकट देने लायक नहीं समझती।
भास्कर अपडेट्स:हरियाणा में फौजी ने रेलवे लाइन पर दौड़ाई कार; पंजाब में हैंडलूम कारोबारी की घर में घुसकर हत्या
भास्कर अपडेट्स:हरियाणा में फौजी ने रेलवे लाइन पर दौड़ाई कार; पंजाब में हैंडलूम कारोबारी की घर में घुसकर हत्या हरियाण के भिवानी में शराब के नशे में एक फौजी ने कार रेलवे लाइन पर दौड़ाई। घटना लोहारू के सूरजगढ़ रेलवे फाटक के पास की है। कार रेलवे लाइन के बीच फंसकर क्षतिग्रस्त हो गई। घटना के दौरान किसी रेल का टाइम नहीं था, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। सूचना पाकर राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) मौके पर पहुंची और कार को कब्जे में ले लिया। घटना में ड्राइवर घायल था। इसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया। पूरी खबर पढ़ें… पंजाब में हैंडलूम कारोबारी की हत्या पंजाब के कपूरथला में शनिवार को हैंडलूम कारोबारी की हत्या कर दी गई। घटना सुल्तानपुर लोधी के चौक चेलियां की है। मृतक की पहचान चरणजीत सिंह उर्फ चन्न (65) के रूप में हुई है। बदमाशों ने घर में घुसकर वार किए। उसका शव खून से लथपथ बेडरूम में पड़ा हुआ मिला। घटना का उस समय पता चला जब वह दुकान पर नहीं पहुंचा। पूरी खबर पढ़ें… हिमाचल में खाई में गिरी कार, 9 टूरिस्ट घायल हिमाचल के मनाली में पर्यटकों को रोहतांग पास घुमाने ले जा रही एक गाड़ी खाई में जा गिरी। इसमें ड्राइवर समेत 9 पर्यटक सवार थे। हादसे में सभी पर्यटक घायल हो गए हैं। घटना के बाद सभी घायलों को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार, एक गाड़ी मनाली-रोहतांग पास मार्ग पर राहला फॉल के पास दुर्घटना हो गई है। पुलिस के अनुसार गाड़ी (HP-02K 2553) का ड्राइवर दिलेराम अपनी गाड़ी में पंजाब से मनाली घूमने आए 9 पर्यटक लेकर रोहतंग पास जा रहा था। पूरी खबर पढ़ें… पंजाब में दिखा संदिग्ध व्यक्ति, पुलिस ने स्केच जारी किया पंजाब के पठानकोट में पिछले 3 दिनों से लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है, जिसका कारण भारत-पाक सीमा के पास कोट पट्टियां गांव में संदिग्ध व्यक्ति देखा गया है। बता दें कि बीती रात भी जिला पठानकोट के पास गांव कीड़ी गंडियाल में कोई अज्ञात व्यक्ति मिला था। इसके चलते आज तीसरे दिन भी पठानकोट पुलिस ने अन्य एजेंसियों और फोर्स की मदद से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसके बाद पंजाब पुलिस की तरफ से एक संदिग्ध व्यक्ति का स्केच जारी किया गया है। पूरी खबर पढ़ें… झज्जर में किसान की मौत, रोटावेटर की चपेट में आया हरियाणा के झज्जर में एक किसान की मौत हो गई। खेत में जुताई करते समय वह ट्रैक्टर से लगे रोटावेटर की चपेट में आ गया। हादसा सिर में बंधे गमछे के मशीन में फंसने से हुआ। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची औा छानबीन के बाद शव को सिविल अस्पताल पहुंचाया। मृतक की पहचान ज्ञानचंद (44) पुत्र भूप सिंह निवासी गांव काहड़ी, झज्जर के रूप में हुई है l किसान ज्ञानचंद शुक्रवार को अपने खेत में ट्रैक्टर लेकर बुवाई करने गया था। जब वह खेत में बुवाई कर रहा था, तब उसने सिर पर गमछा बांधा हुआ था। वह गमछा अचानक रोटावेटर मशीन में आ गई। पूरी खबर पढ़ें… जींद में दबदबा बनाने के लिए युवक की हत्या हरियाणा के जींद की गुप्ता कॉलोनी में बेहोशी की हालत में पड़े युवक की रोहतक PGI में इलाज के दौरान मौत हो गई है। पुलिस ने मृतक की मां की शिकायत पर 4 अज्ञात युवकों के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। जींद शहर थाना पुलिस को दी शिकायत में गांव पड़ाना निवासी 62 वर्षीय राजो देवी ने बताया कि उनका 29 वर्षीय बेटा हरदीप नशे का आदी था। 26 जून को वह बाइक लेकर घर से निकला, लेकिन गुप्ता कॉलोनी के पास लावारिस हालत में उसकी बाइक मिली और उसके पास ही वह बेहोश मिला। पूरी खबर पढ़ें… नवांशहर में रिश्वत लेता हेड कांस्टेबल गिरफ्तार पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने नवांशहर (एसबीएस नगर) के बंगा सिटी थाने में तैनात हेड कांस्टेबल अवतार सिंह को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। जानकारी देते हुए राज्य विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी अवतार सिंह को बंगा शहर निवासी रेखा देवी की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। शिकायतकर्ता महिला ने विजिलेंस ब्यूरो से संपर्क किया और बताया था कि उसके बेटे के खिलाफ बंगा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है और उक्त पुलिसकर्मी ने अदालत में चालान पेश करते समय उसके बेटे का पक्ष लिया और उसे इससे बरी करवा दिया। इसके बदले अब वह 10 हजार रुपए रिश्वत मांग रहा था। पूरी खबर पढ़ें… लुधियाना में नाबालिग से गैंग रेप, इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर लड़की को मिलने बुलाया था पंजाब के लुधियाना में नाबालिग का अपहरण कर सामूहिक रेप का मामला सामने आया है। आरोपियों ने किशोरी को 5 दिन तक एक कमरे में बंद रखा। दो युवकों ने बारी-बारी से उसके साथ रेप किया। बदमाशों ने किशोरी के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध भी बनाए। जानकारी देते हुए पीड़िता ने सदर खरड़ एसएएस नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद 6 जून को एसएएस नगर पुलिस ने SSP खरड़ के जरिए जीरो FIR दर्ज की। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपी जसप्रीत सिंह उर्फ बाज से उसकी इंस्टाग्राम पर ऑनलाइन दोस्ती हुई थी। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा में गाड़ी पर फायरिंग मामले में खुलासा, मालिक ने खुद ही गोलियां चलवाईं हरियाणा में करनाल के बस स्टैंड के पास स्थित इमिग्रेशन ऑफिस के बाहर वरना गाड़ी पर हुई फायरिंग के मामले में STF ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले के मास्टरमाइंड के रूप में ऑफिस के मालिक अमनदीप को पाया है, जिसने बंदूक का लाइसेंस बनवाने के लिए यूपी से बदमाशों को हायर किया और अपनी ही गाड़ी पर फायरिंग करवाई। इस मामले में STF ने शुक्रवार देर शाम को मास्टरमाइंड अमनदीप के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनसे एक अवैध पिस्तौल व 6 राउंड भी बरामद किए हैं। इस मामले में दो आरोपी और भी हैं जो अभी फरार हैं। आज सभी आरोपियों को टीम द्वारा अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। पूरी खबर पढ़ें… लुधियाना में फैक्ट्री मालिक पर कटर से हमला, हमलावर को बांधकर काबू किया पंजाब के लुधियाना में टिब्बा रोड पर एक फैक्ट्री मालिक पर उसके कर्मचारी ने कटर से हमला कर दिया। फैक्ट्री मालिक के दोनों हाथ बुरी तरह जख्मी हो गए। गनीमत रही कि समय रहते उसके हाथ से कटर छीन लिया गया। फैक्ट्री मालिक की हालत गंभीर है। उसे CMC अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लोगों ने हमलावर को रस्सियों से बांधकर काबू में किया। फैक्ट्री मालिक हैप्पी की चाची पालो ने बताया कि उसके भतीजे की टी-शर्ट बनाने की फैक्ट्री है। फैक्ट्री में अरविंद नाम का कर्मचारी 12 साल से काम कर रहा है। पूरी खबर पढ़ें… हमीरपुर में ज्वेलरी कारोबारी के यहां इनकम टैक्स की रेड हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर शहर में शनिवार सुबह इनकम टैक्स की रेड से शहर में हड़कंप मच गया। हमीरपुर के एक व्यापारी परिवार के अलग-अलग प्रतिष्ठानों के बाहर CRPF के जवान और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारी-कर्मचारी सुबह 5.30 बजे से खड़े हैं। हालांकि, सुबह 7.30 बजे तक संबंधित दुकानों पर किसी तरह की कोई जांच पड़ताल शुरू नहीं हुई। मगर जांच एजेंसी के अधिकारी-कर्मचारी शटर खोलने की इंतजार में हैं। इसी परिवार के अलग-अलग आवासों के बाहर भी जांच एजेंसी के कर्मचारी दिख रहे हैं। मौके पर मौजूद जांच एजेंसी के अधिकारी बात नहीं कर रहे। जिस व्यापारी की दुकानों और आवास के बाहर जांच एजेंसी है, उसका ज्वेलरी का कारोबार है। पूरी खबर पढ़ें…
हिमाचल में विवादित मस्जिद पर बवाल:शिमला में क्षत्रिय संगठन का प्रदर्शन; अवैध निर्माण को गिराने पर अड़े लोग, सदन में गूंज चुका मामला
हिमाचल में विवादित मस्जिद पर बवाल:शिमला में क्षत्रिय संगठन का प्रदर्शन; अवैध निर्माण को गिराने पर अड़े लोग, सदन में गूंज चुका मामला हिमाचल की राजधानी शिमला के संजौली में मस्जिद निर्माण का मामला तूल पकड़ रहा है। शिमला में आज देवभूमि क्षेत्रीय संगठन के बैनर विशाल प्रदर्शन रखा गया है। तनाव की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने इन्हें संजौली में प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी गई। इसलिए चौड़ा मैदान में प्रदर्शन रखा गया है। देवभूमि क्षत्रीय संगठन ने दावा किया कि इस प्रदर्शन में उनके साथ प्रदेश सरकार में कुछ मंत्री भी शामिल होंगे। संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रुमित ठाकुर ने कहा, एक विशेष समुदाय ने शिमला में काफी जगह कब्जा कर रखा है। एक दिन हिमाचल बांग्लादेश बन जाएगा। इसलिए हिमाचल को बचाने के लिए हमे जागना होगा। उन्होंने बताया, संजौली में अवैध मस्जिद को गिराना होगा। देवभूमि का माहौल खराब करने की किसी को भी इजाजत नहीं दी जाएगी। इसलिए आज सड़कों पर उतर रहे हैं। आगे भी आंदोलन जारी रहेगा। इसी मामले में शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बीते कल सदन में कहा, नगर निगम आयुक्त कोर्ट में केस चल रहा है। अगर कोर्ट मस्जिद को अवैध बोलता है, तो नियमों के तहत सरकार कार्रवाई की जाएगी। पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह मस्जिद और विशेष समुदाय पर सख्त कार्रवाई की पैरवी करते नजर आएं। उन्होंने कहा, एक विशेष समुदाय के नए-नए लोग रोज यहां आ रहे हैं। क्या ये रोहिंग्या है? वह कुछ ऐसे लोगों को जानते हैं, जो बांग्लादेशी है। उन्होंने सदन में एमसी की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े किए। संजौली में 5 दिन से मस्जिद पर मचा बवाल शिमला के संजौली में पॉश इलाके में बिना अनुमति व नक्शा पास किए बगैर 5 मंजिला ऊंची मस्जिद बना दी गई है। स्थानीय लोगों के मुताबिक यहां बड़ी संख्या में सैकड़ों लोग नमाज पढ़ने आते हैं। 4 दिन पूर्व प्रदर्शन कर रहे लोगों ने समुदाय विशेष के लोगों द्वारा स्थानीय व्यक्तियों के घरों में तांक-झांक करने के भी आरोप लगाए थे। हिंदू संगठन मस्जिद तोड़ने पर अड़े प्रदर्शन के दौरान लोगों ने मस्जिद के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया। बीते शनिवार शाम को समुदाय विशेष के लोगों द्वारा स्थानीय व्यक्ति के साथ मारपीट भी की गई। इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मारपीट के बाद से यह मामले ने तूल पकड़ा है। हिंदू संगठनों और स्थानीय लोग मस्जिद को गिराने पर अड़ गए हैं। पहले 2 परिवार थे, अब सैकड़ों लोग पहुंच रहे: श्याम लाल संजौली निवासी 73 वर्षीय श्याम लाल ने बताया कि पहले यहां छोटी मस्जिद थी। एक समुदाय के 2 ही परिवार यहां रहते थे, लेकिन बीते कुछ सालों के दौरान यहां बड़ी संख्या में बाहर से आकर लोग बसने लगे। बाहरी लोगों ने ही यहां बहुमंजिला मस्जिद बनाई, जो मस्जिद पहले बनी थी, वो कच्ची और 2 मंजिल की थी। उन्होंने बताया कि नमाज के वक्त यहां लोगों की इतनी भीड़ होती है। इससे स्थानीय लोगों का चलना मुश्किल हो जाता है। इमाम बोले- 1947 में बनी पुरानी मस्जिद मस्जिद के इमाम शहजाद ने कहा, मस्जिद 1947 से पहले की है। पहले मस्जिद कच्ची थी और 2 मंजिल की थी। लोग मस्जिद के बाहर नमाज पढ़ते थे, जिससे नमाज में दिक्कतें आती थी। इसे देखते हुए लोगों ने चंदा एकत्रित किया और मस्जिद निर्माण का कार्य शुरू किया। उन्होंने बताया कि जमीन वक्फ बोर्ड की थी, जिस पर 2 मंजिल पहले से बनी थी। 2 मंजिल को लेकर बवाल कोर्ट में चल रहा है। वक्फ बोर्ड इसकी लड़ाई लड़ रहा है। कानून का जो निर्णय होगा वो सभी को मंजूर होगा। राज्य सरकार के अनुसार, मस्जिद पुरानी है। मगर अवैध निर्माण 2010 में शुरू हुआ। इसके बाद 30 से 35 बार अवैध निर्माण रोकने के लिए नोटिस दिए गए। मगर निर्माण नहीं रोका गया और कमिशनर कोर्ट में 44 पेशी लग चुकी है। इस मामले में अगली सुनवाई परसो यानी 7 सितंबर को है।