हिमाचल प्रदेश सरकार ने शनिवार को 4 एचपीएस अधिकारियों के तबादले व नियुक्ति कर दिए हैं। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना के कार्यालय से आदेश जारी किए गए हैं। मुख्य सचिव कार्यालय से जारी आदेशों के अनुसार 2012 बैच के एचपीएस अधिकारी कुलविंदर सिंह को राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ऊना, जिला ऊना, हिमाचल प्रदेश को पुलिस उपाधीक्षक (लीव रिजर्व), पुलिस मुख्यालय, शिमला, हिमाचल प्रदेश नियुक्त किया गया है। 2018 बैच के एचपीएस अधिकारी फिरोज खान वहीं 2018 बैच के एचपीएस अधिकारी फिरोज खान को पुलिस DSP (लीव रिजर्व), पुलिस मुख्यालय, शिमला, हिमाचल प्रदेश को DSP, राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी ब्यूरो, ऊना, जिला ऊना, हिमाचल प्रदेश के पद पर नियुक्त किया गया है। इसके अलावा उनके पास अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ऊना, जिला ऊना के पद की जिम्मेवारी भी रहेगी। अलावा 2018 बैच के अधिकारी संजीव कुमार इसके अलावा 2018 बैच के अधिकारी संजीव कुमार को DSP द्वितीय भारतीय रिजर्व बटालियन, सकोह जिला कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश को अब उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ), इंदौरा, जिला कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश की जिमेवारी सौंपी गई है। 2024 बैच के अधिकारी योगराज वहीं एचपीएस 2024 बैच के अधिकारी योगराज को DSP, 6वीं भारतीय रिजर्व बटालियन, धौलाकुआं, जिला सिरमौर से बदलकर उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ), चौरी, जिला चंबा के लिए स्थांतरित कर दिया है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने शनिवार को 4 एचपीएस अधिकारियों के तबादले व नियुक्ति कर दिए हैं। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना के कार्यालय से आदेश जारी किए गए हैं। मुख्य सचिव कार्यालय से जारी आदेशों के अनुसार 2012 बैच के एचपीएस अधिकारी कुलविंदर सिंह को राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ऊना, जिला ऊना, हिमाचल प्रदेश को पुलिस उपाधीक्षक (लीव रिजर्व), पुलिस मुख्यालय, शिमला, हिमाचल प्रदेश नियुक्त किया गया है। 2018 बैच के एचपीएस अधिकारी फिरोज खान वहीं 2018 बैच के एचपीएस अधिकारी फिरोज खान को पुलिस DSP (लीव रिजर्व), पुलिस मुख्यालय, शिमला, हिमाचल प्रदेश को DSP, राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी ब्यूरो, ऊना, जिला ऊना, हिमाचल प्रदेश के पद पर नियुक्त किया गया है। इसके अलावा उनके पास अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ऊना, जिला ऊना के पद की जिम्मेवारी भी रहेगी। अलावा 2018 बैच के अधिकारी संजीव कुमार इसके अलावा 2018 बैच के अधिकारी संजीव कुमार को DSP द्वितीय भारतीय रिजर्व बटालियन, सकोह जिला कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश को अब उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ), इंदौरा, जिला कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश की जिमेवारी सौंपी गई है। 2024 बैच के अधिकारी योगराज वहीं एचपीएस 2024 बैच के अधिकारी योगराज को DSP, 6वीं भारतीय रिजर्व बटालियन, धौलाकुआं, जिला सिरमौर से बदलकर उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ), चौरी, जिला चंबा के लिए स्थांतरित कर दिया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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चंबा में मलबे में दबने से व्यक्ति मौत:बारिश के दौरान सड़क पर फंस गई थी स्कॉर्पियो, धक्का लगाने के दौरान हादसा चंबा के भरमौर में मलबे में दबने से एक व्यक्ति मौत हो गई। मृतक की पहचान जसवीर के नाम से हुई जो ऊना के दौलतपुर का रहने वाला है। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों का सौंप दिया है। हादसा लाहडू के पास टिकर नमक जगह पर हुआ। जहां मूसलाधार बारिश के दौरान स्कॉर्पियो मलबे में फंस गई। गाड़ी को धक्का लगाने के लिए सब साथी उतर गए। जैसे ही उन्होंने गाड़ी को धक्का लगाया थे, इतने में ऊपर से बहुत सारा मालवा आ गया, जिसमें जसबीर मलबे के साथ ही नीचे नाले में चला गया। बाकी साथी इधर-उधर भाग गए। उनको लगा वह भी किसी न किसी साइड भाग गया होगा। लेकिन जब वह नहीं मिला तो उसे ढूंढने लगे। बाद में देखा कि जसवीर मलबे के साथ ही ना बह गया हो, जब उसे ढूंढने में नाकाम रहे तो उन्होंने चुबाडी पुलिस को इकी सूचना दी। सुबह प्रशासन पुलिस वह प्रशासन ने मलबे को हटाना शुरू किया, तो नीचे खाई में उसका शव मिला। मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए चुबाडी अस्पताल लाया गया । जहां पोस्टमॉर्टम करके शव परिजनों को सौंप दिया गया। उसके साथियों ने बताया कि गाड़ी में सात लोग साथ में थे । जो उन्ना दौलतपुर से मणिमहेश डल झील में स्नान करने के लिए गए थे। वापस घर जा रहे थे। रात में बारिश मूसलाधार बारिश के कारण मारी गाड़ी फस गई। इतने में हमें पता नहीं लगा और पहाड़ी से मालवा आने के कारण जसवीर मलबे में बह गया।
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लोकसभा चुनाव के इम्तिहान में CM समेत 8 मंत्री फेल:डिप्टी सीएम-शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर बने “हीरो’; बोर्ड-निगमों की फौज भी काम नहीं आई हिमाचल प्रदेश में सुक्खू कैबिनेट के 7 मंत्री लोकसभा चुनाव की परीक्षा में फेल हुए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी इस परीक्षा को पास नहीं कर पाए। CM समेत 8 मंत्री अपने-अपने विधानसभा हलकों से पार्टी प्रत्याशी को लीड नहीं दिला पाए। नतीजा यह है कि सत्तारूढ़ कांग्रेस का सुपड़ा साफ हो गया। ऊना जिला के हरोली विधानसभा से विधायक व प्रदेश सरकार में डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, किन्नौर से विधायक व बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर तीन मंत्री ही इस परीक्षा में पास हुए हैं। मुकेश समेत दो मंत्रियों का कद ऊंचा लोकसभा चुनाव के नतीजों से मुकेश अग्निहोत्री का कद ऊंचा हुआ है। क्योंकि उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र से पार्टी कैंडिडेट सतपाल रायजादा को लीड दिलाई है। साथ ही अपने गृह जिला ऊना की दो विधानसभा सीटों कुटलैहड़ और गगरेट के उपचुनाव में भी कांग्रेस की जीत हुई है। CM के हलके से अनुराग को 2153 की लीड मुख्यमंत्री सुक्खू के नादौन हलके से बीजेपी के अनुराग ठाकुर 2153 से ज्यादा मतों की लीड ले गए। इसी संसदीय सीट पर टीसीपी मिनिस्टर राजेश धर्माणी भी बिलासपुर के घुमारवीं हलके से पार्टी कैंडिडेट को बढ़त नहीं दिला सके। धर्माणी के हलके से अनुराग को 13753 की लीड मिली। हैरानी इस बात की है कि सत्तपाल रायजादा अपने विधानसभा क्षेत्र ऊना से खुद बी लीड नहीं ले सके और उनके विधानसभा में बीजेपी प्रत्याशी ने 326 मतों की बढ़त ली है। इससे अनुराग ठाकुर की जीत की राह आसान हो गई और करीब पौने दो लाख मतों के अंतर से चुनाव जीत गए। शिमला सीट पर मंत्री रोहित ने दिलाई लीड कमोबेश यही हाल शिमला संसदीय क्षेत्र में भी है। इस सीट से सुक्खू सरकार में पांच कैबिनेट मंत्री, तीन CPS सहित कैबिनेट रैंक वाले नेताओं की लंबी-चौड़ी लिस्ट है। मगर रोहित ठाकुर को छोड़कर सब अपने अपने चुनाव क्षेत्र में पिट गए। कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी जो अभी कसौली से विधायक है, वह भी अपने कसोली विधानसभा से लीड नहीं ले सके। शिमला सीट पर ये मंत्री नाकाम शिमला संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत शिलाई के विधायक व मंत्री हर्षवर्धन चौहान, सोलन के धनीराम शांडिल, जुब्बल कोटखाई के रोहित ठाकुर, शिमला ग्रामीण के विक्रमादित्य सिंह और कसुम्पटी के विधायक अनिरुद्ध सिंह सुक्खू कैबिनेट में मंत्री है। इनमें से केवल रोहित ठाकुर के जुब्बल कोटखाई विधानसभा से 5937 वोट की लीड कांग्रेस ले पाई है। शिलाई से बीजेपी को 2317 वोट की बढ़त, सोलन से 5016, शिमला ग्रामीण से 6448 और कसुम्पटी से 6039 वोट की लीड मिली है। हालांकि विक्रमादित्य सिंह अपने चुनाव की वजह से शिमला ग्रामीण में प्रचार नहीं कर पाए। मगर दूसरे मंत्री तो अपने अपने चुनाव क्षेत्र में डटे रहे। फिर भी लीड नहीं दिला सके। यह लीड संबंधित क्षेत्र के लोकप्रियता और सरकार की जनता में लोकप्रियता को दर्शाता है। मंडी सीट पर मंत्री जगत नेगी ने दिलाई 8562 वोट की लीड अब बात करेंगे मंडी लोकसभा सीट की। इस सीट से सुक्खू सरकार में किन्नौर से इकलौते मंत्री जगत सिंह नेगी है। किन्नौर से कांग्रेस को 8562 वोट की लीड मिली है। किन्नौर के अलावा मंडी संसदीय हलके के तीन अन्य विधानसभा आनी, लाहौल स्पीति और रामपुर से भी कांग्रेस को बढ़त मिली है। रामपुर विक्रमादित्य सिंह का घर है। आनी और लाहौल स्पीति में विक्रमादित्य की अपनी और पार्टी वर्कर की मेहनत से लीड मिली है। कांगड़ा की एक भी विधानसभा से कांग्रेस को बढ़त नहीं कांगड़ा संसदीय सीट ऐसी है जहां 17 में से एक भी विधानसभा सीट पर कांग्रेस को बढ़त नहीं मिली, जबकि सुक्खू सरकार में कांगड़ा के ज्वाली से कृषि मंत्री चंद्र कुमार, जयसिंहपुर से यादवेंद्र गोमा आयुष मंत्री है। ज्वाली से बीजेपी को 12640 वोट और जयसिंहपुर से 8833 वोट की बढ़त मिली है। इसी तरह फतेहपुर से विधायक भवानी सिंह पठानिया, नगरोटा के विधायक आरएस बाली, शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया को कैबिनेट रैंक और जिले से दो सीपीए है। मगर कोई भी नेता कांग्रेस प्रत्याशी आनंद शर्मा को लीड नहीं दिला सका। हिमाचल में सीएम समेत 11 मंत्री फेल प्रदेश में सीएम व डिप्टी सीएम समेत 11 मंत्री, छह मुख्य संसदीय सचिव के साथ साथ बोर्ड निगमों में एक दर्जन से ज्यादा नेताओं की ताजपोशी और करीब एक दर्जन को मुख्यमंत्री ने कैबिनेट रैंक दे रखे है। 8 मंत्रियों के अलावा पांच CPS दून से रामकुमार, कुल्लू से सुंदर सिंह ठाकुर, पालमपुर से आशीष बुटेल, बैजनाथ से किशोरी लाल और अर्की से संजय अवस्थी भी लोकसभा चुनाव में अपने हलकों से कांग्रेस प्रत्याशियों को लीड नहीं दिला सके। सीपीएस में केवल एमएल ब्राक्टा ही अपने रोहड़ू विधानसभा से लीड दिलाने में कामयाब रहे हैं।