हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) में हॉस्टल आवंटन को लेकर मंगलवार की रात हंगामा हो गया है। छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर हॉस्टल आवंटन में गड़बड़ी के आरोप लगाए। छात्र संगठन SFI के बैनर मंगलवार देर शाम को छात्रों ने विश्व विद्यालय प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। SFI वर्करों और छात्रों ने देर रात तक हॉस्टल आवंटन में गड़बड़ियों को लेकर चीफ वार्डन का घेराव किया। छात्रों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन को मौके पर सुरक्षा कर्मियों को बुलाना पड़ा। छात्रों का आरोप है कि मेरिट वाले छात्रों हॉस्टल नहीं दिया गया। ईआरपी सिस्टम हॉस्टल अलॉटमेंट में गड़बड़ी एसएफआई के इकाई अध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा यूनिवर्सिटी में हॉस्टल अलॉटमेंट में एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) सिस्टम में गड़बड़ी हुई है। छात्रों की परीक्षाओं में भी ईआरपी सिस्टम लाया गया। इससे बड़ी संख्या में छात्र फैल हुए हैं। अब हॉस्टल आवंटन में ईआरपी सिस्टम से किया गया। इसमें बड़े स्तर पर गड़बड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि एंट्रेंस एग्जाम में टॉप करने वाले छात्रों को हॉस्टल से वंचित रखा गया है। उन्होंने इस गलती में जल्द सुधार नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है और पात्र छात्रों को जल्द हॉस्टल देने की मांग की है। बीते सप्ताह हॉस्टल आवंटन को प्रदर्शन कर चुके छात्र इससे पहले बीते सप्ताह छात्रों ने हॉस्टल आवंटन में देरी को लेकर देर रात तक हॉस्टल के बाहर धरना दिया था। छात्रों के उग्र प्रदर्शन के बाद बीते मंगलवार को हॉस्टल आवंटन तो कर दिया गया। मगर अब इसमें गड़बड़ी के आरोप लग रहे हैं। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) में हॉस्टल आवंटन को लेकर मंगलवार की रात हंगामा हो गया है। छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर हॉस्टल आवंटन में गड़बड़ी के आरोप लगाए। छात्र संगठन SFI के बैनर मंगलवार देर शाम को छात्रों ने विश्व विद्यालय प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। SFI वर्करों और छात्रों ने देर रात तक हॉस्टल आवंटन में गड़बड़ियों को लेकर चीफ वार्डन का घेराव किया। छात्रों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन को मौके पर सुरक्षा कर्मियों को बुलाना पड़ा। छात्रों का आरोप है कि मेरिट वाले छात्रों हॉस्टल नहीं दिया गया। ईआरपी सिस्टम हॉस्टल अलॉटमेंट में गड़बड़ी एसएफआई के इकाई अध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा यूनिवर्सिटी में हॉस्टल अलॉटमेंट में एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) सिस्टम में गड़बड़ी हुई है। छात्रों की परीक्षाओं में भी ईआरपी सिस्टम लाया गया। इससे बड़ी संख्या में छात्र फैल हुए हैं। अब हॉस्टल आवंटन में ईआरपी सिस्टम से किया गया। इसमें बड़े स्तर पर गड़बड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि एंट्रेंस एग्जाम में टॉप करने वाले छात्रों को हॉस्टल से वंचित रखा गया है। उन्होंने इस गलती में जल्द सुधार नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है और पात्र छात्रों को जल्द हॉस्टल देने की मांग की है। बीते सप्ताह हॉस्टल आवंटन को प्रदर्शन कर चुके छात्र इससे पहले बीते सप्ताह छात्रों ने हॉस्टल आवंटन में देरी को लेकर देर रात तक हॉस्टल के बाहर धरना दिया था। छात्रों के उग्र प्रदर्शन के बाद बीते मंगलवार को हॉस्टल आवंटन तो कर दिया गया। मगर अब इसमें गड़बड़ी के आरोप लग रहे हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल: जलोड़ी-जोत टनल बनाने को केंद्र की मंजूरी:4KM लंबी बनेगी; 12 महीने आवाजाही होगी, अभी 3-4 महीने को कट जाती है 71 पंचायतें हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला के सैंज-आनी-ओट नेशनल हाइवे 305 पर जलोड़ी टनल बनाने का रास्ता साफ हो गया है। इस टनल की फाइनल अलाइनमेंट रिपोर्ट को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं भूतल मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। इस टनल के बनने से खनाग से घियागी तक की दूरी 8 किलोमीटर घट जाएगी और सर्दियों में जलोड़ी दर्रा बंद होने से कुल्लू जिला की 71 पंचायतों का जिला मुख्यालय से संपर्क 12 महीना बना रहेगा। अभी समुद्र तल से 10280 फिट की ऊंचाई पर स्थित जलोड़ी दर्रे में कई बार 15 नवंबर के बाद ही बर्फबारी शुरू हो जाती है। इससे जलोड़ी दर्रा कई कई दिनों व महीनों तक तक बंद रहता है। इससे आनी विधानसभा की हजारों की आबादी का जिला मुख्यालय तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। यही वजह है कि कई सालों से इस टनल को बनाने की मांग उठ रही थी। 4.16KM लंबी बनेगी टनल केंद्रीय मंत्रालय द्वारा मंजूर अलाइनमेंट रिपोर्ट के अनुसार, जलोड़ी टनल खनाग के समीप भरगोल खड्ड से सोझा कैंची तक बनाई जाएगी। जलोड़ी टनल की लंबाई 4.160 किलोमीटर होगी। जल्द DPR बनाने का काम होगा शुरू: सुमन इस आशय में जानकारी देते हुए नेशनल हाइवे विभाग के रामपुर डिवीजन के अधिशासी अभियंता किशोरी लाल सुमन ने बताया कि भरगोल खड्ड से सोझा कैंची तक बनने वाली जलोड़ी टनल के निर्माण के लिए आनी की ओर से 2.124 किलोमीटर और बंजार की ओर से 5.476 किलोमीटर अतिरिक्त एप्रोच सड़क का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब फाइनल डीपीआर और भूमि अधिग्रहण का कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा। विक्रमादित्य ने केंद्रीय मंत्री से उठाया था मामला बता दें कि बीते दिनों दिल्ली में हिमाचल के PWD विक्रमादित्य सिंह ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर जलोड़ी टनल प्रोजेक्ट में तेजी लाने का आग्रह किया था। इसके बाद राज्य सरकार द्वारा भेजी गई अलाइनमेंट रिपोर्ट मंत्रालय ने मंजूर कर दी है।
पेंशनरों ने दी हिमाचल विधानसभा घेराव की चेतावनी:मंडी में बोले- सब्र का बांध टूटा, कई साल से नहीं मिला मेडिकल भत्ता-एरियर
पेंशनरों ने दी हिमाचल विधानसभा घेराव की चेतावनी:मंडी में बोले- सब्र का बांध टूटा, कई साल से नहीं मिला मेडिकल भत्ता-एरियर भारतीय राज्य पेंशनर्ज महासंघ हिमाचल प्रदेश ने सुक्खू सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंडी में हुई राज्यस्तरीय बैठक में प्रदेश के लभगभ 800 के करीब पेंशनरों ने भाग लिया। उन्होंने मांगें पूरी नहीं होने पर सरकार को विधान सभा घेराव की चेतावनी दी है। भारतीय महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष ब्रह्मानंद ने कहा कि अगर जल्द ही प्रदेश की सुक्खू सरकार पेंशनरों के वित्तीय भत्ते जारी नहीं करती है, तो वह विधानसभा सत्र का घेराव करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि आज पेंशनरों को समय पर पेंशन नहीं मिल रही है, मेडिकल भत्ते सहित एरियर कई वर्षों से लंबित पड़े हैं। सुक्खू सरकार ने किया विश्वासघात- ब्रह्मानंद उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार ने ओपीएस के नाम पर भी कर्मचारियों को पेंशनरों के साथ सिर्फ विश्वासघात किया है। पेंशनरों के सब्र का बांध टूट चुका है और अब सभी पेंशनर्ज विधानसभा का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा कि पेंशनर्ज चाहते हैं कि उन्हें महीने की पहली तारीख में पेंशन मिले पर आधा महीना गुज़र जाता है। तब उन्हें पेंशन मिल रही है। जिसको लेकर पेंशनरों में काफी रोष है। उम्र के इस पड़ाव में वह इस तरह से आंदोलन करने पर मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार जल्द पेंशनरों की मांगों पर गौर नहीं करती है, तो फिर आंदोलन और तेज होगा।
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