मंडी लोकसभा सीट से सांसद कंगना रनोट ने लोकसभा में हिमाचल की कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट पर बोलने के लिए लोकसभा में खड़ी हुई कंगना ने सुक्खू सरकार को भ्रष्ट बताया। कंगना रनोट ने कहा कि पिछले साल हिमाचल प्रदेश में बड़ा प्राकृतिक संकट आया। बाढ़ से जान और माल का भारी नुकसान हुआ। जान व माल के साथ मवेशियों की भी बड़ी संख्या में जान गई। लोगों की जमीन भी बाढ़ में बह गई। मगर भ्रष्ट सरकार की वजह से हिमाचल त्रासदी से बाहर नहीं निकल पाया। कंगना रनोट ने निर्मला सीतारमण का हिमाचल प्रदेश के लिए स्पेशल रिलीफ फंड की घोषणा के लिए आभार जताया। 11वें नंबर से 5वें नंबर पर अर्थव्यवस्था को पहुंचाया: कंगना कंगना रनोट ने कहा, 10 साल पहले देश की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा व चरमाराती रही थी और 11वें-12वें नंबर पर थी। पिछले 10 सालों में 11वें से 5वें पर आई है। बहुत जल्दी यह तीसरे नंबर पर होगी। उन्होंने कहा, वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत बजट अर्थव्यवस्था में और तेजी लाएगा। कंगना ने इस बजट को सभी वर्गों को शक्ति प्रदान करने वाला बजट बताया। 10 सालों में हिमाचल में 60 सालों से ज्यादा काम: कंगना कंगना रनोट ने कहा कि पिछले 10 सालों में जितना विकास हिमाचल में हुआ है, उतने काम पिछले 60 सालों में नहीं हुए। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पीएमजीएसवाई के तहत सड़कें बनाई। पिछले 10 सालों में वंदे भारत ट्रेन दी, विश्व की सबसे लंबी अटल, एम्स, आईआईटी, मनाली किरतपुर नेशनल हाईवे जैसे प्रोजेक्ट हिमाचल प्रदेश को मिले हैं। कंगना ने सदन में उठाया इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने का मामला आखिर में कंगना रनोट ने मंडी क्षेत्र में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने का आग्रह किया और कहा कि यदि इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा तो इससे क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। आपको बता दें कि, कंगना रनोट पहली बार मंडी से सांसद चुनी गई हैं। उन्होंने हिमाचल सरकार ने लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह को हराया। मंडी लोकसभा सीट से सांसद कंगना रनोट ने लोकसभा में हिमाचल की कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट पर बोलने के लिए लोकसभा में खड़ी हुई कंगना ने सुक्खू सरकार को भ्रष्ट बताया। कंगना रनोट ने कहा कि पिछले साल हिमाचल प्रदेश में बड़ा प्राकृतिक संकट आया। बाढ़ से जान और माल का भारी नुकसान हुआ। जान व माल के साथ मवेशियों की भी बड़ी संख्या में जान गई। लोगों की जमीन भी बाढ़ में बह गई। मगर भ्रष्ट सरकार की वजह से हिमाचल त्रासदी से बाहर नहीं निकल पाया। कंगना रनोट ने निर्मला सीतारमण का हिमाचल प्रदेश के लिए स्पेशल रिलीफ फंड की घोषणा के लिए आभार जताया। 11वें नंबर से 5वें नंबर पर अर्थव्यवस्था को पहुंचाया: कंगना कंगना रनोट ने कहा, 10 साल पहले देश की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा व चरमाराती रही थी और 11वें-12वें नंबर पर थी। पिछले 10 सालों में 11वें से 5वें पर आई है। बहुत जल्दी यह तीसरे नंबर पर होगी। उन्होंने कहा, वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत बजट अर्थव्यवस्था में और तेजी लाएगा। कंगना ने इस बजट को सभी वर्गों को शक्ति प्रदान करने वाला बजट बताया। 10 सालों में हिमाचल में 60 सालों से ज्यादा काम: कंगना कंगना रनोट ने कहा कि पिछले 10 सालों में जितना विकास हिमाचल में हुआ है, उतने काम पिछले 60 सालों में नहीं हुए। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पीएमजीएसवाई के तहत सड़कें बनाई। पिछले 10 सालों में वंदे भारत ट्रेन दी, विश्व की सबसे लंबी अटल, एम्स, आईआईटी, मनाली किरतपुर नेशनल हाईवे जैसे प्रोजेक्ट हिमाचल प्रदेश को मिले हैं। कंगना ने सदन में उठाया इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने का मामला आखिर में कंगना रनोट ने मंडी क्षेत्र में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने का आग्रह किया और कहा कि यदि इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा तो इससे क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। आपको बता दें कि, कंगना रनोट पहली बार मंडी से सांसद चुनी गई हैं। उन्होंने हिमाचल सरकार ने लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह को हराया। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला के संजौली कॉलेज में 5 छात्र नेता निष्कासित:शैक्षणिक माहौल खराब-प्रोसेसर को धमकियां देने का आरोप, आज फिर परिसर में प्रदर्शन
शिमला के संजौली कॉलेज में 5 छात्र नेता निष्कासित:शैक्षणिक माहौल खराब-प्रोसेसर को धमकियां देने का आरोप, आज फिर परिसर में प्रदर्शन हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस कॉलेज संजौली में प्रशासन ने 5 छात्र नेताओं को निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई बीते शुक्रवार को कॉलेज परिसर में हुए हंगामे के बाद की गई। कॉलेज प्रशासन ने छात्र नेताओं को अनिश्चित काल के लिए निष्कासित कर कैंपस में प्रवेश पर रोक लगा दी है। इससे गुस्साए छात्र संजौली कॉलेज में फिर से प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्र संगठन SFI का आरोप है कि कॉलेज प्रशासन एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है, जबकि कॉलेज प्रशासन SFI के छात्र नेताओं पर कॉलेज का शैक्षिक माहौल खराब करने का आरोप लगा रहा है। इन छात्रों को किया गया निष्कासित इसे देखते हुए कॉलेज प्रिंसिपल ने स्टाफ काउंसिल और कॉलेज के वूमेन सेल की सिफारिश पर 5 छात्र नेताओं को निष्कासित किया है। इनमें बीए तृतीय वर्ष के अंशुल मिन्हास, प्रवेश, बीनस रितांश व सुहानी और बीएस द्वितीय वर्ष के आर्यन ठाकुर शामिल है। प्रिंसिपल ऑफिस से जारी आदेशों के अनुसार ये अब कॉलेज के छात्र नहीं है। कोई भी प्रोसेसर इनकी हाजिरी नहीं लगाएगा और इन्हें कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। SFI वर्कर परिसर में माहौल खराब कर रहे: प्रिंसिपल कॉलेज प्रिंसिपल भारती भांगड़ा ने कहा कि कॉलेज परिसर में हंगामा करने वाले छात्रों की अगुआई कर रहे छात्र संगठन SFI के 5 छात्रों को निष्कासित किया है। उन्होंने बताया ये छात्र नेता लगातार परिसर में माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। शिक्षकों के साथ बदतमीजी और कॉलेज प्रोफेसर को धमकियां देने में दोषी पाए गए हैं। प्रिंसिपल ने बताया, आज से कॉलेज कक्षाएं नियमित चलेगी। कॉलेज परिसर में कोई हंगामा न हो सके। इसके लिए पुलिस बुलाई गई है। पहचान पत्र चेक कर करने के बाद ही परिसर में प्रवेश मिलेगा। जाने पूरा मामला क्या है? SFI का दावा है कि संजौली कॉलेज की एक छात्रा ने लड़के पर उसको लेकर झूठी अफवाह फैलाने और छेड़ने का आरोप लगाते हुए वूमेन सेल से बीते वीरवार को शिकायत की थी, जिसके बाद कॉलेज प्रिंसिपल ने मामले की छानबीन करने का आश्वासन दिया और जांच रिपोर्ट आने तक इंतजार करने को कहा। कल शिक्षकों ने किया कक्षाओं का बहिष्कार इसे लेकर बीते कल कॉलेज में प्रदर्शन किया। इसके बाद शिक्षकों ने कक्षाओं का बहिष्कार किया। कॉलेज में बिगड़े माहौल को शांत करने के लिए कैंपस में पुलिस बुलानी पड़ी। इसके बाद पुलिस ने कॉलेज कैंपस को खाली करवाया। देर शाम तक कॉलेज प्रशासन ने 5 छात्र नेताओं को निष्कासित करने के आदेश जारी किए। वहीं कॉलेज प्रिंसिपल के अनुसार, छात्रा से शिकायत का मामला छेड़छाड़ का नहीं है। इस मामले को परिसर के बाहर सुलझा दिया गया था। फिर भी SFI के कार्यकर्ता इसे बेवजह तूल दे रहे हैं। SFI ने मामले को दबाने का आरोप SFI इकाई अध्यक्ष प्रवेश ने कहा कि कॉलेज परिसर में लड़की से हुई छेड़छाड़ मामले को लेकर SFI का एक प्रतिनिधिमंडल कॉलेज प्रशासन से मिला। मामले पर वूमेन सेल द्वारा निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की। मगर प्रशासन इसे दबाने का प्रयास कर रहा है।
हिमाचल की लेडी SP सुर्खियों में:विधायक से टकराव, आधी रात सामान समेट मां के साथ रवाना, चार्ज ASP को दे गईं
हिमाचल की लेडी SP सुर्खियों में:विधायक से टकराव, आधी रात सामान समेट मां के साथ रवाना, चार्ज ASP को दे गईं हिमाचल प्रदेश में बद्दी की SP इल्मा अफरोज इन दिनों सुर्खियों में है। IPS अधिकारी इल्मा अफरोज का कांग्रेस विधायक रामकुमार चौधरी से टकराव चल रहा था। हालांकि वह नहीं झुकीं और अचानक अपना सरकारी आवास खाली कर मां के साथ चली गईं। वह अपना चार्ज भी ASP को देकर चली गईं। इल्मा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की रहने वाली हैं। सूत्रों के मुताबिक इल्मा ने विधायक की पत्नियों की गाड़ियों के चालान काटे थे। इसके अलावा एक स्क्रैप कारोबारी के केस में भी उन पर दबाव बनाया जा रहा था। वह पिछले बुधवार को वह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के DC-SP के साथ संवाद कार्यक्रम के लिए शिमला आई थीं। यहां उनकी मुलाकात सत्ताधारी नेताओं और पुलिस अधिकारियों से हुई। अचानक वह बुधवार को ही वापस लौट आईं और छुट्टी लेकर चली गईं। उन्होंने रात में ही बद्दी स्थित अपने सरकारी आवास से सामान समेटा और गुरुवार सुबह मां के साथ रवाना हो गईं। विधायक से टकराव की 2 वजहें 1. पत्नी की गाड़ियों के चालान काटे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इल्मा ने 7 जनवरी 2024 को ही बद्दी की SP का कार्यभार संभाला था। अगस्त 2024 में उनका दून के विधायक रामकुमार चौधरी से टकराव शुरू हुआ। इल्मा ने अवैध खनन के आरोप में विधायक की पत्नी की गाड़ियों के चालान काट दिए। इससे विधायक नाराज हो गए। उन्होंने एसपी पर विधानसभा सत्र के दौरान गंभीर आरोप लगाए। वहीं SP को विधानसभा के प्रिविलेज मोशन से विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिलाया था। 2. 15 अगस्त के कार्यक्रम में नहीं पहुंची SP
इसके बाद 15 अगस्त के कार्यक्रम में SP इल्मा अफरोज नहीं पहुंची थीं। इससे भी विधायक खासे नाराज हुए। इसके बाद जब प्रदेश के उद्योग मंत्री SP ऑफिस का दौरा करने गए तो विधायक उनके साथ नहीं गए। स्क्रैप डीलर का कांग्रेसी कनेक्शन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बद्दी में एक फायरिंग कांड हुआ था। जिसमें स्क्रैप व्यापारी रामकिशन की बुलेटप्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गईं थी। जांच में पता चला कि रामकिशन ने ही खुद पर गोलियां चलाईं। वह पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था, लेकिन पिछला रिकॉर्ड देखते हुए इसे मंजूरी नहीं दी गई। पुलिस ने रामकिशन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। व्यापारी किसी कांग्रेसी नेता का करीबी बताया जा रहा था। हालांकि इल्मा अफरोज उसके दबाव के आगे नहीं झुकीं। मामला शिमला भी पहुंचा लेकिन इल्मा ने सीनियर अफसरों से भी जांच रोकने से इनकार करने की बात कह दी। हाईकोर्ट की वजह से ट्रांसफर नहीं कर पाए
यह भी सामने आया है कि विधायक से विवाद के बाद एसपी इल्मा को ट्रांसफर करने की तैयारी थी। हालांकि तभी नालागढ़ का यौन शोषण केस सामने आ गया। जिसमें हाईकोर्ट ने इल्मा को इसकी जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी। हाईकोर्ट ने स्टेटस रिपोर्ट दिए जाने तक तबादले पर रोक लगा रखी थी। छुट्टी पर गईं, तबादला भी संभव
सूत्रों के मुताबिक पुलिस अधिकारियों ने ही उन्हें लंबी छुट्टी या ट्रांसफर का विकल्प दिया। जिसके बाद इल्मा लंबी छुट्टी पर चली गईं। माना जा रहा है कि सरकार जल्द ही उन्हें बद्दी के SP के पद से भी हटा सकती है।
हिमाचल के राजस्व मंत्री का नेता प्रतिपक्ष पर हमला:बोले- दिल्ली जाकर पैकेज नहीं, ED-IT लाए; चुनाव के वक्त केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण
हिमाचल के राजस्व मंत्री का नेता प्रतिपक्ष पर हमला:बोले- दिल्ली जाकर पैकेज नहीं, ED-IT लाए; चुनाव के वक्त केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण हिमाचल के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर हिमाचल को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, आज तक कभी भी चुनाव के दौरान केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई शांत प्रदेश में नहीं हुई। मगर इस बार जब तीन विधानसभा सीटों पर उप चुनाव चल रहा था। ऐसे वक्त में प्रदेश में ईडी और इनकम टैक्स की रेड करवाई जाती है। चुनाव जीतने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जाता है। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, जयराम दिल्ली जाकर कोई पैकेज नहीं लाते, लेकिन केंद्रीय जांच एजेंसी को परेशान करने के लिए जरूर लेकर आते हैं। उन्होंने कहा कि, पहले जयराम ने तीन निर्दलीय विधायकों को बरगलाया, जिसकी वजह से आज उप चुनाव की नौबत आई है। अब केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। प्रदेश में इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। यह षड़यंत्र के तहत और बेशर्मी के साथ किया। इससे हिमाचल बदनाम हुआ है। चुनाव में हार सामने देखकर बीजेपी ने यह सब किया है। उन्होंने कहा कि अगर इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, तो उप चुनाव के दौरान इस तरह की कार्रवाई क्यों की गई। क्या यह रेड चुनाव से पहले या फिर चुनाव के बाद में नहीं हो सकती थी ? होशियार सिंह को हिटलर बोला राजस्व मंत्री ने कहा, BJP नेता हिटलरशाही पर उतर आए हैं। देहरा उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी होशियार सिंह गोली मारने की बात कह रहे हैं। ऐसा बोलकर बीजेपी प्रदेश में शांत माहौल को खराब करने का प्रयास कर रही है। इससे पहले भी भाजपा नेता इस तरह की बात करते रहे हैं। हमीरपुर-कांगड़ा में कई जगह पड़ी ईडी-आईटी की रेड बता दें कि बीते सप्ताह हमीरपुर और कांगड़ा जिला में डेढ़ दर्जन से ज्यादा जगह ईडी और इनकम टैक्स की रेड पड़ी है। हालांकि इनमें कोई राजनेता नहीं है। मगर, बीजेपी के कुछ नेता इस रेड के तार मुख्यमंत्री और कांग्रेस सरकार से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।