हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के पांवटा साहिब में दो युवकों ने मृत दोस्त के शव को ढांक से नीचे खाई में फेंक दिया। पुलिस ने पुरुवाला थाना में दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। आज इन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग की जाएगी। पुलिस की अब तक की जांच के अनुसार, विषांक बख्शी (27) अपने दोस्त 26 जनवरी की रात को विशेष कम्बोज के घर रहने आया। इस दौरान विशेष कम्बोज के घर पर पहले से ही योगेश त्यागी भी थी। बताया जा रहा है कि विशेष कम्बोज सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करती है। रात में वह ड्यूटी पर चला गया। सुबह जब ड्यूटी से लौटा तो सो गया। तब तक योगेश त्यागी भी अपने घर चला गया। विशेष कम्बोज जब नींद से उठा तो उसने विषांक बख्शी को उठाने की कोशिश की। मगर वह नहीं उठा। दोनों दोस्तों ने बझोन ढांक से नीचे फेंका इससे वह घबरा गया और उसने इसकी जानकारी योगेश त्यागी को दी। इसके बाद दोनों युवकों ने विषांक बख्शी के शव को कुछ दूर बझोन ढांक से नीचे फेंका। जिस जगह विषांक को नीचे फेंका गया, वहां स्थानीय निवासी एक व्यक्ति बाइक पर कही जा रहा था तो उसने वहां पर गाड़ी देखी। बाइक सवार को हुआ शक बाइक सवार व्यक्ति पहले वहां से आगे चला गया। मगर कुछ देर बाद जब वह वापस आया तो उसे शक हुआ कि यहां गाड़ी क्यों खड़ी थी? तब उसने मौके पर देखा तो खाई में शव गिरा हुआ था। इसके बाद बाइक सवार व्यक्ति अपने घर गया और उसने पंचायत प्रधान को इसकी सूचना दी। प्रधान ने दी शव की पुलिस को सूचना प्रधान ने पुलिस को शव होने की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने शव कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम करवाया। अब तक की जांच में ऐसा लग रहा है कि युवक की मौत नशे की ओवरडोज से हुई है। दूसरा आरोपी योगेश दूध बेचने का काम करता है। नशे की ओवरडोज लग रही मौत की वजह: SHO SHO राजेश पाल ने बताया कि अब तक की जांच में नशे की ओवर डोज से मौत लग रही है। मगर पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अभी इंतजार है। उन्होंने बताया कि शव को खाई में फेंकने के आरोप में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें आज कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगा जाएगा। दोनों आरोपी यमुनानगर के रहने वाले है, जबकि मृतक विषांक बख्शी प्रोफेसर कॉलोनी यमुनानगर का रहता था। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के पांवटा साहिब में दो युवकों ने मृत दोस्त के शव को ढांक से नीचे खाई में फेंक दिया। पुलिस ने पुरुवाला थाना में दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। आज इन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग की जाएगी। पुलिस की अब तक की जांच के अनुसार, विषांक बख्शी (27) अपने दोस्त 26 जनवरी की रात को विशेष कम्बोज के घर रहने आया। इस दौरान विशेष कम्बोज के घर पर पहले से ही योगेश त्यागी भी थी। बताया जा रहा है कि विशेष कम्बोज सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करती है। रात में वह ड्यूटी पर चला गया। सुबह जब ड्यूटी से लौटा तो सो गया। तब तक योगेश त्यागी भी अपने घर चला गया। विशेष कम्बोज जब नींद से उठा तो उसने विषांक बख्शी को उठाने की कोशिश की। मगर वह नहीं उठा। दोनों दोस्तों ने बझोन ढांक से नीचे फेंका इससे वह घबरा गया और उसने इसकी जानकारी योगेश त्यागी को दी। इसके बाद दोनों युवकों ने विषांक बख्शी के शव को कुछ दूर बझोन ढांक से नीचे फेंका। जिस जगह विषांक को नीचे फेंका गया, वहां स्थानीय निवासी एक व्यक्ति बाइक पर कही जा रहा था तो उसने वहां पर गाड़ी देखी। बाइक सवार को हुआ शक बाइक सवार व्यक्ति पहले वहां से आगे चला गया। मगर कुछ देर बाद जब वह वापस आया तो उसे शक हुआ कि यहां गाड़ी क्यों खड़ी थी? तब उसने मौके पर देखा तो खाई में शव गिरा हुआ था। इसके बाद बाइक सवार व्यक्ति अपने घर गया और उसने पंचायत प्रधान को इसकी सूचना दी। प्रधान ने दी शव की पुलिस को सूचना प्रधान ने पुलिस को शव होने की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने शव कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम करवाया। अब तक की जांच में ऐसा लग रहा है कि युवक की मौत नशे की ओवरडोज से हुई है। दूसरा आरोपी योगेश दूध बेचने का काम करता है। नशे की ओवरडोज लग रही मौत की वजह: SHO SHO राजेश पाल ने बताया कि अब तक की जांच में नशे की ओवर डोज से मौत लग रही है। मगर पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अभी इंतजार है। उन्होंने बताया कि शव को खाई में फेंकने के आरोप में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें आज कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगा जाएगा। दोनों आरोपी यमुनानगर के रहने वाले है, जबकि मृतक विषांक बख्शी प्रोफेसर कॉलोनी यमुनानगर का रहता था। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल संजौली मस्जिद केस पर सुनवाई आज:मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी ने दायर की थी याचिका, 20 दिसंबर तक निपटाना है मामला
हिमाचल संजौली मस्जिद केस पर सुनवाई आज:मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी ने दायर की थी याचिका, 20 दिसंबर तक निपटाना है मामला शिमला की संजौली मस्जिद को गिराने के नगर निगम (MC) आयुक्त के आदेशों पर स्टे वाली याचिका पर आज जिला कोर्ट में सुनवाई होगी। कोर्ट ने पिछली सुनवाई में लोकल रेजिडेंट को इस केस में पार्टी बनने वाली अर्जी को खारिज कर दिया था। अब ऑल हिमाचल मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी की याचिका की मैंटेनेबिलिटी पर सुनवाई होगी। दरअसल, स्थानीय लोगों को इस केस में बीते 11 नवंबर की सुनवाई के दौरान पार्टी बनने को जिला अदालत में अर्जी दी थी। बता दें कि, ऑल हिमाचल मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी के प्रमुख नजाकत अली ने नगर निगम आयुक्त के बीते 5 अक्टूबर के आदेशों को जिला कोर्ट में चुनौती दी थी। इसमें कहा गया गया MC आयुक्त कोर्ट के आदेश डिफैक्टेड है। याचिका में दलील दी गई कि आयुक्त ने यह फैसला संजौली मस्जिद कमेटी द्वारा दिए गए हलफनामे के आधार पर सुनाया है। उन्होंने दावा किया कि संजौली मस्जिद कमेटी रजिस्टर नहीं है। ऐसे में उसके अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ की ओर से दिया गया हलफनामा सही नहीं है। नजाकत अली का दावा है कि उन्होंने मस्जिद बनाने के लिए पैसा दिया था। इसलिए वह भी पीड़ित पक्ष है। उन्हें भी सुना जाना चाहिए और मस्जिद की तीन मंजिल गिराने के फैसले पर स्टे दिया जाए। 5 अक्टूबर को आया था नगर निगम आयुक्त कोर्ट का फैसला संजौली मस्जिद मामले में MC आयुक्त कोर्ट ने बीते 5 अक्टूबर को फैसला सुनाया था। कोर्ट ने मस्जिद की 3 अवैध मंजिल हटाने के आदेश दिए थे। इसके बाद मस्जिद कमेटी ने अवैध हिस्से को हटाने का काम भी शुरू कर दिया है। मस्जिद की एटिक यानी छत को हटाने का काम पूरा हो गया है। अब टॉप की मंजिल की दीवारों को तोड़ा जाना है। इस बीच मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी ने कोर्ट में मामले को चुनौती दी है। संजौली मस्जिद कमेटी अपने खर्चे पर ऊपर की 3 मंजिल तुड़वाने का काम कर रही है। हाईकोर्ट ने 8 सप्ताह में मामले को निपटाने के आदेश दिए शिमला MC आयुक्त की कोर्ट में यह केस 2010 से चल रहा है। इसे देखते हुए लोकल रेजिडेंट ने 21 अक्टूबर को एक याचिका हाईकोर्ट में दायर की और जल्दी फैसला सुनाने के लिए MC आयुक्त को निर्देश देने का आग्रह किया। इस पर हिमाचल हाईकोर्ट ने MC आयुक्त को 8 सप्ताह के भीतर केस निपटाने के आदेश दिए। इन आदेशों के अनुसार, MC आयुक्त को 20 दिसंबर तक संजौली मस्जिद का केस निपटाना है। संजौली मस्जिद से पूरे प्रदेश में हुआ था विवाद संजौली मस्जिद के कारण पूरे प्रदेश में बवाल मचा था। शिमला के बाद सोलन, मंडी, कुल्लू और सिरमौर जिला में भी जगह-जगह मस्जिद मामले में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किए और अवैध रूप से बनी मस्जिदों को गिराने की मांग उठाई। इससे पूरे प्रदेश में माहौल तनावपूर्ण हो गया था। इस बीच बीते 12 सितंबर को संजौली मस्जिद कमेटी ने खुद नगर निगम आयुक्त से मिलकर अवैध रूप से बनी ऊपर की मंजिल को हटाने की पेशकश की। इसके बाद हिंदू संगठन शांत हुए। निगम आयुक्त के मस्जिद की तीन मंजिल तोड़ने के आदेशों के बाद यह मामला पूरी तरह शांत हो गया।.
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हिमाचल में कांग्रेस की हार पर फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी करेगी मंथन:पुनिया-पाटिल CM सुक्खू-पार्टी प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सहित पार्टी नेताओं से वन टू वन करेंगे मुलाकात हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार पर आज और कल शिमला में मंथन होगा। कांग्रेस हाईकमान द्वारा गठित दो सदसीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी शिमला पहुंच गई हैं। सीनियर कांग्रेस लीडर पीएल पुनिया और रजनी पाटिल आज हिमाचल सीएम सुखविंदर सुक्खू, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री सहित दो संसदीय क्षेत्र के पार्टी प्रत्याशी, विधायक, 2022 में विधानसभा चुनाव हारे प्रत्याशी, जिला व ब्लाक अध्यक्ष से वन-टू-वन मुलाकात करेंगी। मंडी सीट से प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह और हमीरपुर से सत्तपाल रायजादा भी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के समक्ष अपनी हार के कारणों की वजह बताएंगे। फैक्ट फाइडिंग कमेटी ने आज मंडी-हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के लोकसभा प्रत्याशी, विधायक, जिला व ब्लाक अध्यक्ष शिमला बुला रखे हैं। अगले कल पहले हॉफ में कांगड़ा और लंच के बाद शिमला जिला के नेता राजीव भवन शिमला बुलाए गए हैं। इस दौरान कमेटी पार्टी नेताओं से हार के कारण पूछेगी और इसकी रिपोर्ट अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपेगी। इसलिए सत्तारूढ़ कांग्रेस से थी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद दरअसल, प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस चारों सीटों पर लोकसभा चुनाव हारी है,जबकि कांग्रेस हाईकमान और इंडी गठबंधन को हिमाचल में सत्तारूढ़ कांग्रेस से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी। मगर कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई। नतीजा यह हुआ की छह बार के सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे एवं लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह जैसे दिग्गज भी लोकसभा चुनाव हार गए। आनंद शर्मा भी चुनाव हारे पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा की भी इन चुनाव में हार हुई है। यही नहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू सहित उनके आठ मंत्री अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी प्रत्याशी को लीड नहीं दिला सके। इससे कांग्रेस का हिमाचल में लगातार तीसरी बार क्लीन स्वीप हुआ है।