हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि 2024 के पहले छह महीने में एक करोड़ टूरिस्ट प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर पहुंचे हैं। इस साल के अंत तक दो करोड़ सैलानियों के प्रदेश में आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि, पर्यटकों की आमद में जबरदस्त उछाल देखने में आया है। प्रदेश के पर्यटन उद्योग के लिए यह अच्छा संकेत है। सीएम सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान की जा रही बेहतर सुविधाओं की बदौलत इस साल रिकॉर्ड पर्यटक प्रदेश में घूमने पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि, 30 जून तक 1,00,87,440 पर्यटक प्रदेश की विभिन्न पर्यटन सैरगाहों में आए हैं। इनमें ज्यादातर सैलानी शिमला, मनाली, धर्मशाला, डलहौजी, किन्नौर और लाहौल-स्पीति आए हैं। सर्दियों में मनाली और गर्मियों में शिमला ज्यादा पर्यटक पहुंचे जनवरी से मार्च माह के बीच ज्यादा पर्यटक मनाली और लाहौल स्पीति पहुंचे, जबकि जून माह में शिमला में ज्यादा पर्यटक पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू ने पर्यटकों को आश्वस्त किया कि प्रदेश के अधिकांश सड़क मार्ग यातायात के लिए खुले हैं। खराब मौसम के कारण प्रदेश की कुछ सड़कें प्रभावित हुई थीं। मगर अब बहाल कर दिया गया है। सीएम बोले- पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाली सड़कें बहाल सीएम ने कहा, पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाली अधिकांश सड़कें बहाल है। सैलानी प्रदेश के विभिन्न स्थलों की यात्रा से संबंधित जानकारी जिला प्रशासन व पुलिस विभाग के हेल्पलाइन नंबर और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को सभी सड़कें हर वक्त वाहनों के लिए बहाल रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार सैलानियों की सुरक्षित यात्रा के लिए कटिबद्ध है। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि 2024 के पहले छह महीने में एक करोड़ टूरिस्ट प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर पहुंचे हैं। इस साल के अंत तक दो करोड़ सैलानियों के प्रदेश में आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि, पर्यटकों की आमद में जबरदस्त उछाल देखने में आया है। प्रदेश के पर्यटन उद्योग के लिए यह अच्छा संकेत है। सीएम सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान की जा रही बेहतर सुविधाओं की बदौलत इस साल रिकॉर्ड पर्यटक प्रदेश में घूमने पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि, 30 जून तक 1,00,87,440 पर्यटक प्रदेश की विभिन्न पर्यटन सैरगाहों में आए हैं। इनमें ज्यादातर सैलानी शिमला, मनाली, धर्मशाला, डलहौजी, किन्नौर और लाहौल-स्पीति आए हैं। सर्दियों में मनाली और गर्मियों में शिमला ज्यादा पर्यटक पहुंचे जनवरी से मार्च माह के बीच ज्यादा पर्यटक मनाली और लाहौल स्पीति पहुंचे, जबकि जून माह में शिमला में ज्यादा पर्यटक पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू ने पर्यटकों को आश्वस्त किया कि प्रदेश के अधिकांश सड़क मार्ग यातायात के लिए खुले हैं। खराब मौसम के कारण प्रदेश की कुछ सड़कें प्रभावित हुई थीं। मगर अब बहाल कर दिया गया है। सीएम बोले- पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाली सड़कें बहाल सीएम ने कहा, पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाली अधिकांश सड़कें बहाल है। सैलानी प्रदेश के विभिन्न स्थलों की यात्रा से संबंधित जानकारी जिला प्रशासन व पुलिस विभाग के हेल्पलाइन नंबर और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को सभी सड़कें हर वक्त वाहनों के लिए बहाल रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार सैलानियों की सुरक्षित यात्रा के लिए कटिबद्ध है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
कंगना पर विक्रमादित्य का हमला:एक रुपए की हेराफेरी साबित करने का दिया चैलेंज; सोनिया गांधी की छवि खराब करने पर करेंगे मानहानि
कंगना पर विक्रमादित्य का हमला:एक रुपए की हेराफेरी साबित करने का दिया चैलेंज; सोनिया गांधी की छवि खराब करने पर करेंगे मानहानि मंडी से सांसद कंगना रनोट पर हिमाचल के PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने बड़ा हमला बोला। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कंगना ज्यादा शिक्षित नहीं है। इसलिए वह बार बार ऐसे बयान देती रहती है। कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि कंगना ऐसी बात करती हैं जैसी कोई अनपढ़ भी नहीं कर सकता। प्रतिभा सिंह ने कहा, बिना तथ्य व आधार के इस तरह के आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनकी मानसिकता कैसी है। दरअसल, कंगना रनोट ने बीते रविवार को मनाली में कहा कि केंद्र से जो मदद आ रही है और कांग्रेस सरकार जो कर्जा ले रही है, वह सोनिया गांधी को दी जा रही है। कंगना के इस बयान पर बवाल मच गया है। सोनिया गांधी की छवि खराब करने पर करेंगे मानहानि का केस: विक्रमादित्य PWD मंत्री ने ओपन चैलेंज देते हुए कहा, कंगना इसे साबित करके दिखाए। कंगना ने इसके प्रमाण नहीं दिए तो सोनिया गांधी की छवि खराब करने के लिए मानहानि को तैयार रहें। उन्होंने कहा, कंगना का बयान उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है और इससे मूर्खतापूर्ण कोई बयान नहीं हो सकता। फिल्म बैन के गम मनाने आई हिमाचल विक्रमादित्य सिंह ने कहा kf कंगना वैसे तो हिमाचल आती नहीं। इन दिनों सेंसर बोर्ड ने इनकी फिल्म बैन की है। ऐसे में इसका गम मनाने वे यहां आई हुई हैं। वे अपने घर में बेतुकी बयानबाजी कर रही हैं। कंगना के बयान पर भाजपा हाईकमान को लेना चाहिए संज्ञान विक्रमादित्य ने कहा, भाजपा को भी कंगना के इस बयान का कड़ा संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये वही सांसद हैं, जिन्हें भारतीय जनता पार्टी का हाईकमान फटकार लगा चुका है कि संवेदनशील मुद्दों पर ऐसी बयानबाजी न करें। उन्होंने कहा कि केंद्र से जो बजट मिलता है, उसका खर्च NOC के आधार पर होता है। कम शिक्षित सांसद को इसकी जानकारी नहीं है। कौल सिंह बोले- अनपढ़ भी ऐसी बातें नहीं करते कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि वे कंगना की बातों को गंभीरता से नहीं लेते। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद से कंगना लापता है। आपदा के दौरान भी उन्होंने एक दिन दौरा किया है। उन्हें चुनाव में किए वादे पूरे करने चाहिए।
कुल्लू में कमरा बंद कर लड़की ने किया सुसाइड:निजी क्लीनिक पर करती थी काम, नहीं पहुंची ड्यूटी, जाली काटकर निकाला शव
कुल्लू में कमरा बंद कर लड़की ने किया सुसाइड:निजी क्लीनिक पर करती थी काम, नहीं पहुंची ड्यूटी, जाली काटकर निकाला शव हिमाचल प्रदेश में कुल्लू के आनी में एक 20 वर्षीय लड़की ने पंखे से फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जानकारी के अनुसार, बुधवार को आनी के मिशन कालोनी में 20 वर्षीय अदिति कटोच एक निजी क्लीनिक पर काम करती थी। बुधवार को जब वो क्लीनिक नहीं पहुंची तो उसे बुलाने के लिए कर्मचारी उसके कमरे पर गए। लेकिन कमरा अंदर से बंद था, जिसके बाद मामले की जानकारी स्थानीय थाना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर आकर कमरे की खिड़की की जाली काटकर अंदर से चिटकनी खोल कर दरवाजा खोला। अंदर से बंद थ दरवाजा कमरे का नजारा देखकर लोग और पुलिस दंग रह गए। अदिति का शव पंखे से लटका हुआ था। उसने दुपट्टे से फांसी लगा रखी थी। कमरे की तलाशी लेने पर कोई सुसाइड नोट या ऐसा सुराग नहीं मिल सका, जिससे पता चल सके कि अदिति ने फांसी क्यों लगाई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। डीएसपी चंद्र शेखर ने बताया की एक लड़की ने कमरे में फांसी लगा कर आत्महत्या की है। पुलिस ने लड़की के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है।
हिमाचल में 3 दिन बाद बारिश-बर्फबारी:8 जिलों को चेतावनी; अक्टूबर में सामान्य से 96 प्रतिशत कम बादल बरसे, ताबो का पारा माइनस में
हिमाचल में 3 दिन बाद बारिश-बर्फबारी:8 जिलों को चेतावनी; अक्टूबर में सामान्य से 96 प्रतिशत कम बादल बरसे, ताबो का पारा माइनस में हिमाचल प्रदेश में 3 दिन बाद वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, इससे 22 अक्टूबर को चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल स्पीति, मंडी, शिमला व सिरमौर जिला के अधिक ऊंचे क्षेत्रों हल्की बर्फबारी व मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश हो सकती है। उधर, लाहौल स्पीति के ताबो का न्यूनतम तापमान माइनस 0.9 डिग्री चला गया है। प्रदेश में पहली बार तापमान माइनस में गया है। प्रदेश में 23 अक्टूबर को मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है, जबकि 24 अक्टूबर को फिर से अधिक ऊंचे स्थानों पर बर्फबारी और मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार आज, कल और परसो तीन दिन मौसम साफ बना रहेगा। अक्टूबर में सामान्य से 96% कम बारिश प्रदेश में अक्टूबर माह में सूखे जैसे हालत बने हुए है। 7 जिले बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कुल्लू, शिमला, सोलन व सिरमौर में पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी। प्रदेश में 1 से 18 अक्टूबर के बीच 19.2 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 0.8 मिलीमीटर बादल बरसे है। यानी पोस्ट मानसून सीजन में 96 प्रतिशत कम बारिश हुई है। ऊना में सर्वाधिक 8.6 मिलीमीटर बारिश जरूर हुई है, लेकिन यहां भी सामान्य से 43 प्रतिशत कम बादल बरसे है। वहीं मंडी में 3.7 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य से 76 प्रतिशत कम और कांगड़ा में 1.9 मिलीमीटर, किन्नौर में 0.4 मिलीमीटर और लाहौल स्पीति में 0.1 मिलीमीटर बादल बरसे हैं। सामान्य से ज्यादा चल रहा तापमान अक्टूबर महीने में बारिश-बर्फबारी नहीं होने से न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा चल रहा है। इससे खासकर प्रदेश के मैदानी इलाकों में दिन में गर्मी पसीने छुड़ा रही है। ऊना का तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है।