हरियाणा के हिसार जिले के क्रांति नगर में एक सफाई कर्मचारी के साथ मारपीट और तोड़फोड़ का मामला सामने आया है। नगर निगम में कार्यरत गुरमीत सिंह के साथ यह घटना 9 जनवरी को रात करीब 11 बजे घटी, जब वह अपने घर में सो रहा था। एलसीडी, वॉशिंग मशीन, मेज तोड़ी इस दौरान क्रांति नगर के अर्जुन उर्फ घोड़ा और करण कृष्णा नगर, चुना भट्टी का रहने वाला समेत 6-7 युवक गुरमीत के घर पहुंचे। आरोपियों ने गुरमीत के बेटे प्रिंस को खोजते हुए घर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की। पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने घर में रखे एलसीडी, वॉशिंग मशीन, मेज, अलमारी, फ्रिज सहित अन्य सामान को क्षतिग्रस्त कर दिया। बेटे को मारने की दी धमकी हमलावरों ने ना केवल गुरमीत के साथ मारपीट की, बल्कि गाली-गलौज भी की और प्रिंस को जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़ित का कहना है कि आरोपियों ने बिना किसी कारण के यह हमला किया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। जांच में जुटी पुलिस गुरमीत सिंह ने पुलिस को बताया कि उनके एक बेटा और एक बेटी है। घटना के समय उनका बेटा प्रिंस घर पर नहीं था। आरोपियों ने धमकी दी कि वे प्रिंस को ढूंढ कर उसे और गुरमीत को जान से मार देंगे। फिलहाल अर्बन एस्टेट थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। हरियाणा के हिसार जिले के क्रांति नगर में एक सफाई कर्मचारी के साथ मारपीट और तोड़फोड़ का मामला सामने आया है। नगर निगम में कार्यरत गुरमीत सिंह के साथ यह घटना 9 जनवरी को रात करीब 11 बजे घटी, जब वह अपने घर में सो रहा था। एलसीडी, वॉशिंग मशीन, मेज तोड़ी इस दौरान क्रांति नगर के अर्जुन उर्फ घोड़ा और करण कृष्णा नगर, चुना भट्टी का रहने वाला समेत 6-7 युवक गुरमीत के घर पहुंचे। आरोपियों ने गुरमीत के बेटे प्रिंस को खोजते हुए घर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की। पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने घर में रखे एलसीडी, वॉशिंग मशीन, मेज, अलमारी, फ्रिज सहित अन्य सामान को क्षतिग्रस्त कर दिया। बेटे को मारने की दी धमकी हमलावरों ने ना केवल गुरमीत के साथ मारपीट की, बल्कि गाली-गलौज भी की और प्रिंस को जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़ित का कहना है कि आरोपियों ने बिना किसी कारण के यह हमला किया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। जांच में जुटी पुलिस गुरमीत सिंह ने पुलिस को बताया कि उनके एक बेटा और एक बेटी है। घटना के समय उनका बेटा प्रिंस घर पर नहीं था। आरोपियों ने धमकी दी कि वे प्रिंस को ढूंढ कर उसे और गुरमीत को जान से मार देंगे। फिलहाल अर्बन एस्टेट थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में तिरंगा लेकर मोबाइल टावर पर चढ़ा व्यक्ति:ब्लॉक समिति मेंबर का पति; बोला- DC समेत कोई भी अधिकारी मेरी नहीं सुन रहा
हरियाणा में तिरंगा लेकर मोबाइल टावर पर चढ़ा व्यक्ति:ब्लॉक समिति मेंबर का पति; बोला- DC समेत कोई भी अधिकारी मेरी नहीं सुन रहा हरियाणा में सोनीपत के मकीनपुर गांव में गुरुवार को वार्ड नंबर 22 की ब्लॉक समिति मेंबर प्रवीन देवी के पति राजेश कुमार तिरंगा झंडा लेकर मोबाइल टावर पर चढ़ गया। राजेश का कहना है कि गांव में विकास कार्य नहीं हो रहे। जब तक प्रशासन गांव की जनसमस्याओं का समाधान नहीं करेगा, तब तक वह टावर पर ही बैठा रहेगा। मौके पर काफी संख्या में ग्रामीण जुटे गए। वहीं सूचना पाकर पुलिस की टीमें भी मौके पर पहुंची। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने राजेश को आश्वासन देकर नीचे उतार लिया। DC समेत अधिकारियों को लेटर लिख चुके
ब्लॉक समिति मेंबर प्रवीन देवी ने कहा कि गांव में तालाब का काम नहीं हाे रहा। उन्होंने DC से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को लेटर लिख चुके हैं। तालाब का पानी पूरे गांव में जा रहा है। खेतों में खड़ी फसल भी खराब हो रही है। गांव का सरपंच भी काम नहीं कर रहा। जब तक तालाब का काम पूरा नहीं होगा उनके पति टावर से नीचे नहीं उतरेंगे। बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे
ग्रामीण राजकुमार ने बताया कि अधिकारियों से बात कर करके राजेश कुमार थक गया है। तालाब का पानी इतना हो चुका है कि बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे। कोई बाहर का व्यक्ति गांव में आता है तो बुरा लगता है। हर जगह कोशिश करने के बाद जब कुछ नहीं हुआ तो राजेश ने टावर पर चढ़ने का फैसला लिया। ये खबर भी पढ़ें :- चंडीगढ़ में मोबाइल टावर पर चढ़ा युवक,5 घंटे बाद उतारा:हरियाणा का रहने वाला; जमीन विवाद में पंजाब CM से मिलने की जिद पर अड़ा था चंडीगढ़ में मंगलवार सुबह साढ़े 8 बजे एक युवक सेक्टर-17 बस स्टैंड के पीछे लगे एक निजी कंपनी के मोबाइल टावर पर चढ़ गया। करीब 50 फुट के टावर पर वह 5 घंटे तक बैठा रहा। पहले उसने पुलिस को धमकी दी कि उसे उतारने की कोशिश की गई तो वह छलांग लगा देगा। हालांकि बाद में वह मान गया और पुलिस ने हाइड्रोलिक मशीन के जरिए उसे नीचे उतार लिया। पूरी खबर पढ़ें…
रेवाड़ी में डिवाइडर पर लेटा युवक मांग रहा था पानी:हरियाणा पुलिस लेकर गई, अगले ही दिन मिली लाश; अब 3 तीन महीने बाद हत्या का खुलासा
रेवाड़ी में डिवाइडर पर लेटा युवक मांग रहा था पानी:हरियाणा पुलिस लेकर गई, अगले ही दिन मिली लाश; अब 3 तीन महीने बाद हत्या का खुलासा हरियाणा के रेवाड़ी शहर में तीन महीने पहले मिले युवक के शव के मामले में चौंकाने वाली बात सामने आई है। मधुबन से आई FSL रिपोर्ट में उसकी हत्या का खुलासा हुआ है। दरअसल, मौत से एक दिन पहले युवक खुद चलकर पुलिस की डायल-112 गाड़ी में बैठ गया था और पुलिस टीम उसे सेक्टर-3 चौकी पर छोड़कर चली गई थी। बाद में जब उसका शव बरामद हुआ तो पुलिस की घोर लापरवाही सामने आने पर ड्यूटी ऑफिसर एएसआई को सस्पेंड कर दिया गया। बता दें कि 23 जुलाई की रात करीब साढ़े आठ बजे शहर के भाड़ावास रोड पर डिवाइडर के पास 30 वर्षीय युवक अर्धनग्न हालत में बैठा था। पास में ही ऑफिस चलाने वाले अजीत यादव के मुताबिक युवक आसपास के घरों में पीने का पानी मांग रहा था। जिसके बाद उसकी बदहवास हालत देखकर उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद डायल-112 की टीम मौके पर पहुंची। उस समय युवक ने पीने के लिए पानी मांगा। आसपास मौजूद लोगों ने उसे पीने का पानी दिया। शरीर पर चोट मिली, सनसिटी के पास मिली लाश उसकी कमर व शरीर पर चोट के निशान थे। वह कुछ बता नहीं पा रहा था। इसके बाद पुलिस की टीम उसे अपने साथ ले गई। अगले दिन 24 जुलाई की सुबह उसी युवक की लाश शहर के बाइपास स्थित सनसिटी के नजदीक लावारिस हालत में बरामद हुई। उसे डॉ. सतबीर यादव ने पड़ा हुआ देखा। वह सुबह सैर करने के लिए निकले थे। इसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जैसे ही इस बात की जानकारी अजीत यादव व सामाजसेवी प्रवीण राव तक पहुंची तो उन्होंने तुरंत पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया। मामला चर्चा में आने पर डॉयल-112 की टीम ने बताया कि वह उस दिन अर्धनग्न हालत में ही युवक को सेक्टर-3 चौकी में छोड़ आए थे। पुलिस की सफाई नहीं आई काम, ASI पर गिरी गाज मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने डीएसपी से जांच कराई तो सेक्टर-3 चौकी पुलिस की तरफ से सफाई दी गई कि युवक को अस्पताल लेकर जाते वक्त वह गाड़ी से उतरकर भाग गया था। हालांकि इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही पाए जाने पर एएसआई अक्षय को सस्पेंड कर दिया गया था। इसके बाद युवक की शिनाख्त को लेकर प्रयास किए गए पर उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई। प्रवीण राव और अजीत यादव सहित कई लोग इस मामले में कोर्ट में पहुंचे। विसरा रिपोर्ट में हत्या का खुलासा हुआ कोर्ट के हस्ताक्षेप के बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड द्वारा युवक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। 72 घंटे बाद भी जब उसकी शिनाख्त नहीं हुई तो नगर परिषद द्वारा उसके शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया। युवक की मौत कैसे हुई इसका पता लगाने के लिए विसरा रिपोर्ट मधुबन लैब भेजी गई। अब तीन महीने बाद विसरा रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि युवक की मौत पिटाई की वजह से हुई थी। ऐसे में पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया है। अज्ञात पर हत्या का केस दर्ज सदर थाना प्रभारी रजनीश कुमार ने बताया की विसरा रिपोर्ट और मेडिकल बोर्ड द्वारा दी गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मर्डर का मामला दर्ज किया गया। मामले की तफ्तीश की जा रही है। इसके बाद ही खुलासा हो पाएगा।
हरियाणा की एक सीट पर दावा ठोक रहे चाचा-भतीजी:राव यादवेंद्र बोले- आरती लड़ी तो हम दोनों हारेंगे; इंद्रजीत बेटी को लड़ाना चाह रहे
हरियाणा की एक सीट पर दावा ठोक रहे चाचा-भतीजी:राव यादवेंद्र बोले- आरती लड़ी तो हम दोनों हारेंगे; इंद्रजीत बेटी को लड़ाना चाह रहे हरियाणा में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच रेवाड़ी की कोसली सीट से कांग्रेस की टिकट के दावेदार राव यादवेंद्र सिंह ने टिकट के लिए अपना पक्का दावा ठोका है। उन्होंने कहा है, ‘मैं ही कोसली से टिकट लूंगा। भले ही दावेदार कितने भी हों।’ उन्होंने कहा, ‘जो टिकट मांगता है वह दावेदार ही होता है, लेकिन दावेदार तो कोई भी हो सकता है। देखना यह चाहिए कि वजनदार कौन है। हवा तो कांग्रेस की है, लेकिन इसका मतलब यह तो नहीं कि वजनदार को छोड़कर किसी को भी टिकट दे दो।’ राव यादवेंद्र की भतीजी भी दावेदार
राव यादवेंद्र सिंह केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के छोटे भाई हैं। कोसली सीट पर उनके अलावा इस बार रामपुरा हाउस के खिलाफ की राजनीति करने वाले पूर्व मंत्री जगदीश यादव भी कांग्रेस की टिकट के दावेदार है। वहीं, दूसरी तरफ BJP की तरफ से राव इंद्रजीत की बेटी यानी राव यादवेंद्र की भतीजी आरती राव के चुनाव लड़ने की चर्चा है। आरती राव के कोसली से चुनाव लड़ने की चर्चाओं पर राव यादवेंद्र सिंह ने कहा, ‘अगर आरती चुनाव मेरे सामने चुनाव लड़ती है, तो मैं फाइट करूंगा। पहली बात तो यह कि आरती यहां नहीं आएगी। अगर आएगी और हम दोनों चुनाव लड़ेंगे तो दोनों हारेंगे। कोई बीच में से निकल जाएगा। जो हमारे परिवार का हिमायती होगा, वह यह कभी नहीं चाहेगा।’ भाई के इधर-उधर की चर्चा से किया किनारा
राव यादवेंद्र सिंह ने अपने बड़े भाई राव इंद्रजीत सिंह को लेकर कहा, ‘मैं अभी कांग्रेस में हूं और वह BJP में हैं।’ राव इंद्रजीत सिंह के इधर-उधर बातचीत की चर्चा पर यादवेंद्र ने कहा, ‘मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। मुझे तो खुद मीडिया से ही जानकारियां मिल पाती हैं।’ 2 बार कोसली से विधायक रह चुके
दरअसल, राव यादवेंद्र सिंह पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह के सबसे छोटे बेटे हैं। वह 2005 से 2014 तक इसी सीट से कांग्रेस के विधायक रहे हैं, लेकिन 2014 में उनके बड़े भाई राव इंद्रजीत सिंह के BJP में शामिल होने के बाद पिछले दोनों चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। राव इंद्रजीत सिंह ने भले ही पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मतभेद के चलते कांग्रेस छोड़ी, लेकिन उनके छोटे भाई यादवेंद्र सिंह को आज भी हुड्डा समर्थित नेताओं में गिना जाता है। कोसली सीट पर पिछले दो बार 2014 और 2019 के चुनाव में राव इंद्रजीत समर्थित BJP कैंडिडेट ने जीत दर्ज की है। इस बार भी राव इंद्रजीत सिंह कोसली से अपने किसी खास समर्थित नेता को चुनाव लड़ाना चाहते हैं। उनकी बेटी आरती राव के कोसली या अटेली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की संभावना है। अटेली में आरती के चचेरे भाई कर रहे तैयारी
वहीं, दूसरी तरफ आरती राव के महेंद्रगढ़ जिले की अटेली विधानसभा सीट से भी चुनाव लड़ने की चर्चा है। इस सीट पर उनके चचेरे भाई राव अभिजीत सिंह भी कांग्रेस की टिकट पर दावेदारी ठोक रहे हैं। अभिजीत सिंह राव अजीत सिंह के छोटे बेटे और राव इंद्रजीत सिंह के भतीजे हैं। पिछले चुनाव में इसी सीट से कांग्रेस की टिकट पर राव अभिजीत सिंह के भाई राव अर्जुन सिंह ने चुनाव लड़ा था, लेकिन चुनाव हार गए थे। पिछले साल राव अर्जुन सिंह का निधन होने के बाद अभिजीत सिंह राजनीति में एक्टिव हुए।