हिसार में सीएम की रैली में तोड़ी आचार संहिता:शाहपुरा गांव में सरकारी स्कूल की दीवार तोड़कर रैली स्थल बनाया, DC बोले- ऐसा नहीं हो सकता

हिसार में सीएम की रैली में तोड़ी आचार संहिता:शाहपुरा गांव में सरकारी स्कूल की दीवार तोड़कर रैली स्थल बनाया, DC बोले- ऐसा नहीं हो सकता

हरियाणा के हिसार में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की रैली के लिए आचार संहिता तोड़ने का मामला सामने आया है। यह घटना हिसार के शाहपुर गांव में हुई। मुख्यमंत्री यहां नलवा से भाजपा विधायक और डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा के पक्ष में विजय संकल्प रैली करने आए थे। इस रैली के लिए सरकारी स्कूल को चुना गया जबकि नियमानुसार कोड ऑफ कंडक्ट लगने के बाद किसी भी सरकारी बिल्डिंग या धार्मिक स्थल में कोई रैली नहीं की जा सकती। शाहपुर गांव में मुख्यमंत्री के लिए सरकारी स्कूल की चारदीवारी तोड़कर स्कूल ग्राउंड को रैली स्थल बनाया गया। 16 अगस्त को हरियाणा विधानसभा चुनाव के ऐलान के साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। कोड ऑफ कंडक्ट लगने के बाद नलवा विधानसभा हलके में भाजपा नेता रणबीर सिंह गंगवा के लिए मुख्यमंत्री की यह पहली रैली रखी गई। डीसी बोले- स्कूल ग्राउंड में नहीं हो सकती रैली सीएम की रैली के लिए आचार संहिता तोड़े जाने की घटना से जुड़े मैसेज तुरंत ही सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। इनमें लिखा गया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह ने सरकारी नियमों और आचार संहिता की धज्जियां उड़ाईं। शाहपुर गांव के सरकारी स्कूल में चुनावी रैली की गई और इस रैली के लिए रास्ता स्कूल की दीवार तोड़कर बनाया गया। संबंधित जिले में आचार संहिता लागू करने का जिम्मा डीसी और जिला निर्वाचन अधिकारी का होता है। अगर कहीं पर भी किसी तरह से आचार संहिता का उल्लंघन होता है तो कार्रवाई का जिम्मा भी डीसी का ही होता है। ​​​​​​​शाहपुर गांव की घटना के बारे में जब जिला निर्वाचन अधिकारी और हिसार के डीसी प्रदीप दहिया से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि कोई नेता या सीएम चुनाव प्रचार के दौरान स्कूल के खेल मैदान या धार्मिक स्थल का प्रयोग नहीं कर सकता। अगर किसी राजनीतिक दल या उम्मीदवार ने इसका उल्लंघन किया तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा के हिसार में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की रैली के लिए आचार संहिता तोड़ने का मामला सामने आया है। यह घटना हिसार के शाहपुर गांव में हुई। मुख्यमंत्री यहां नलवा से भाजपा विधायक और डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा के पक्ष में विजय संकल्प रैली करने आए थे। इस रैली के लिए सरकारी स्कूल को चुना गया जबकि नियमानुसार कोड ऑफ कंडक्ट लगने के बाद किसी भी सरकारी बिल्डिंग या धार्मिक स्थल में कोई रैली नहीं की जा सकती। शाहपुर गांव में मुख्यमंत्री के लिए सरकारी स्कूल की चारदीवारी तोड़कर स्कूल ग्राउंड को रैली स्थल बनाया गया। 16 अगस्त को हरियाणा विधानसभा चुनाव के ऐलान के साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। कोड ऑफ कंडक्ट लगने के बाद नलवा विधानसभा हलके में भाजपा नेता रणबीर सिंह गंगवा के लिए मुख्यमंत्री की यह पहली रैली रखी गई। डीसी बोले- स्कूल ग्राउंड में नहीं हो सकती रैली सीएम की रैली के लिए आचार संहिता तोड़े जाने की घटना से जुड़े मैसेज तुरंत ही सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। इनमें लिखा गया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह ने सरकारी नियमों और आचार संहिता की धज्जियां उड़ाईं। शाहपुर गांव के सरकारी स्कूल में चुनावी रैली की गई और इस रैली के लिए रास्ता स्कूल की दीवार तोड़कर बनाया गया। संबंधित जिले में आचार संहिता लागू करने का जिम्मा डीसी और जिला निर्वाचन अधिकारी का होता है। अगर कहीं पर भी किसी तरह से आचार संहिता का उल्लंघन होता है तो कार्रवाई का जिम्मा भी डीसी का ही होता है। ​​​​​​​शाहपुर गांव की घटना के बारे में जब जिला निर्वाचन अधिकारी और हिसार के डीसी प्रदीप दहिया से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि कोई नेता या सीएम चुनाव प्रचार के दौरान स्कूल के खेल मैदान या धार्मिक स्थल का प्रयोग नहीं कर सकता। अगर किसी राजनीतिक दल या उम्मीदवार ने इसका उल्लंघन किया तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर