हरियाणा के हिसार में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी( DEEO) को सस्पेंड करने के आदेश जारी हुए हैं। DEEO निर्मल दहिया को 7 जुलाई को हिसार के लघु सचिवालय में ग्रीवेंस कमेटी की बैठक के दौरान आई शिकायत के आधार पर निलंबित करने के आदेश ग्रीवेंस कमेटी के अध्यक्ष पब्लिक हेल्थ मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने दिए थे। आज सरकार की ओर से निलंबन के ऑर्डर जारी कर दिए हैं। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी पर अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को डराने, धमकाने और बदतमीजी करने जैसे आरोप थे। मंत्री ने निर्मल दहिया का उसी समय ट्रांसफर करने के आदेश दे दिए थे। करीब 1 महीने बाद आज सरकार ने हरियाणा सिविल सर्विस रूल्स 5 नियम 2016 के तहत निलंबन ऑर्डर जारी किया है। लेटर में लिखा है कि “निलंबन अवधि के दौरान निर्मल दहिया को जीवन निर्वहन भत्ता मिलता रहेगा। निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय हिसार कार्यालय ही रहेगा और वह अपने सीनियर अधिकारी की अनुमति के बिना मुख्यालय छोड़कर कहीं नहीं जा सकेंगी”। यह लेटर अतिरिक्त मुख्य सचिव स्कूली शिक्षा विभाग चंडीगढ़ विनीत गर्ग की तरफ से जारी हुआ है। यह था मामला
हिसार में पब्लिक हेल्थ मंत्री डॉ. बनवारी लाल रविवार 7 जुलाई को ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग करने पहुंचे थे। मीटिंग शुरू होने के बाद जिला मौलिक शिक्षा विभाग के कर्मचारी मंत्री के पास पहुंचे। जिला मौलिक शिक्षा विभाग कार्यालय के कर्मचारी अजमेर सिंह, संजीव कुमार, राजबाला सहित सभी कर्मचारियों ने ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में शिकायत दी थी कि जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी निर्मल दहिया की कार्यप्रणाली अहंकार से भरी हुई है। निजी स्वार्थ तक सीमित एवं भेदभाव पूर्ण है। जब से उन्होंने पदभार ग्रहण किया है जब से पूरे जिले और कार्यालय का माहौल खराब है। इनकी अहंकारी एवं तानाशाही के कारण पूरे विभाग की कार्य व्यवस्था लचर अवस्था में पहुंच चुकी है। इनके द्वारा कार्यालय में जो माहौल बना दिया गया है उससे स्वतंत्र माहौल में कार्य नहीं कर पा रहे हैं। अधिकारी कई तरह से कर्मचारियों का शोषण कर रही हैं। हरियाणा के हिसार में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी( DEEO) को सस्पेंड करने के आदेश जारी हुए हैं। DEEO निर्मल दहिया को 7 जुलाई को हिसार के लघु सचिवालय में ग्रीवेंस कमेटी की बैठक के दौरान आई शिकायत के आधार पर निलंबित करने के आदेश ग्रीवेंस कमेटी के अध्यक्ष पब्लिक हेल्थ मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने दिए थे। आज सरकार की ओर से निलंबन के ऑर्डर जारी कर दिए हैं। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी पर अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को डराने, धमकाने और बदतमीजी करने जैसे आरोप थे। मंत्री ने निर्मल दहिया का उसी समय ट्रांसफर करने के आदेश दे दिए थे। करीब 1 महीने बाद आज सरकार ने हरियाणा सिविल सर्विस रूल्स 5 नियम 2016 के तहत निलंबन ऑर्डर जारी किया है। लेटर में लिखा है कि “निलंबन अवधि के दौरान निर्मल दहिया को जीवन निर्वहन भत्ता मिलता रहेगा। निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय हिसार कार्यालय ही रहेगा और वह अपने सीनियर अधिकारी की अनुमति के बिना मुख्यालय छोड़कर कहीं नहीं जा सकेंगी”। यह लेटर अतिरिक्त मुख्य सचिव स्कूली शिक्षा विभाग चंडीगढ़ विनीत गर्ग की तरफ से जारी हुआ है। यह था मामला
हिसार में पब्लिक हेल्थ मंत्री डॉ. बनवारी लाल रविवार 7 जुलाई को ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग करने पहुंचे थे। मीटिंग शुरू होने के बाद जिला मौलिक शिक्षा विभाग के कर्मचारी मंत्री के पास पहुंचे। जिला मौलिक शिक्षा विभाग कार्यालय के कर्मचारी अजमेर सिंह, संजीव कुमार, राजबाला सहित सभी कर्मचारियों ने ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में शिकायत दी थी कि जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी निर्मल दहिया की कार्यप्रणाली अहंकार से भरी हुई है। निजी स्वार्थ तक सीमित एवं भेदभाव पूर्ण है। जब से उन्होंने पदभार ग्रहण किया है जब से पूरे जिले और कार्यालय का माहौल खराब है। इनकी अहंकारी एवं तानाशाही के कारण पूरे विभाग की कार्य व्यवस्था लचर अवस्था में पहुंच चुकी है। इनके द्वारा कार्यालय में जो माहौल बना दिया गया है उससे स्वतंत्र माहौल में कार्य नहीं कर पा रहे हैं। अधिकारी कई तरह से कर्मचारियों का शोषण कर रही हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर