होशियारपुर में गढ़शंकर के गांव मोरवाली उस समय दहशत फैल गई जब दो गुटों में दो गुटों में झड़प हो गई। दोनों ओर से चले धारदार हथियार और फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दूसरे गुट का एक व्यक्ति गंभीर रूप में घायल हो गया। हालांकि पुलिस अभी तक गोलियां चलने की बात का नकार रही है। गांव मोरावाली में करीब साढ़े 11 बजे गुरप्रीत सिंह अपने साथियों के साथ एक राजनीतिक पार्टी की रैली में जाने के लिए अपने वाहनों में सवार होकर रवाना हुए थे। जैसे ही वह अपने घर से सौ मीटर की दूरी पर गए तो उनकी मनप्रीत सिंह उर्फ मनी के घर के बाहर झड़प हो गई। जिसके बाद गुरप्रीत सिंह पाथियों ने मनप्रीत सिंह की हवेली में घुसकर मनप्रीत सिंह पुत्र बलबीर सिंह, सुखतियार सिंह उर्फ सुख्खा पुत्र जगतार सिंह और शरणदीप सिंह पुत्र सुखजिंदर सिंह पर तेजधार हथियारों से हमला कर और घर के बाहर खड़े दो बुलेट मोटरसाइकिलों का क्षतिग्रस्त कर दिया। एक युवक हायर सेंटर रेफर जिसके बाद गुरप्रीत सिंह के साथी वहां से फरार हो गए। इसके बाद लोगो ने इस झड़प में गंभीर रूप से घायल हुए। गंभीर रुप से घायल हुए मनप्रीत सिंह, सुखतियार सिंह और दीप सिंह युवकों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डाक्टरों ने तीनों को मृतक करार दे दिया। वहीं, दूसरे गुट के गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी इस झड़प में घायल हो गया। जिसे सिविल अस्पताल गढ़शंकर ले जाया गया, जहां से डाक्टरों ने उसे पीजीआई के लिए रेफर कर दिया। होशियारपुर में गढ़शंकर के गांव मोरवाली उस समय दहशत फैल गई जब दो गुटों में दो गुटों में झड़प हो गई। दोनों ओर से चले धारदार हथियार और फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दूसरे गुट का एक व्यक्ति गंभीर रूप में घायल हो गया। हालांकि पुलिस अभी तक गोलियां चलने की बात का नकार रही है। गांव मोरावाली में करीब साढ़े 11 बजे गुरप्रीत सिंह अपने साथियों के साथ एक राजनीतिक पार्टी की रैली में जाने के लिए अपने वाहनों में सवार होकर रवाना हुए थे। जैसे ही वह अपने घर से सौ मीटर की दूरी पर गए तो उनकी मनप्रीत सिंह उर्फ मनी के घर के बाहर झड़प हो गई। जिसके बाद गुरप्रीत सिंह पाथियों ने मनप्रीत सिंह की हवेली में घुसकर मनप्रीत सिंह पुत्र बलबीर सिंह, सुखतियार सिंह उर्फ सुख्खा पुत्र जगतार सिंह और शरणदीप सिंह पुत्र सुखजिंदर सिंह पर तेजधार हथियारों से हमला कर और घर के बाहर खड़े दो बुलेट मोटरसाइकिलों का क्षतिग्रस्त कर दिया। एक युवक हायर सेंटर रेफर जिसके बाद गुरप्रीत सिंह के साथी वहां से फरार हो गए। इसके बाद लोगो ने इस झड़प में गंभीर रूप से घायल हुए। गंभीर रुप से घायल हुए मनप्रीत सिंह, सुखतियार सिंह और दीप सिंह युवकों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डाक्टरों ने तीनों को मृतक करार दे दिया। वहीं, दूसरे गुट के गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी इस झड़प में घायल हो गया। जिसे सिविल अस्पताल गढ़शंकर ले जाया गया, जहां से डाक्टरों ने उसे पीजीआई के लिए रेफर कर दिया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जालधंर में AAP पर इंडस्ट्री मालिकों को धमकाने का आरोप:भाजपा नेता बोले- 202 फैक्ट्रियों से कर्मचारियों की लिस्ट ली, चुनाव आयोग से शिकायत
जालधंर में AAP पर इंडस्ट्री मालिकों को धमकाने का आरोप:भाजपा नेता बोले- 202 फैक्ट्रियों से कर्मचारियों की लिस्ट ली, चुनाव आयोग से शिकायत जालंधर में विधानसभा उप चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन था। इस दौरान शाम करीब सवा पांच बजे बीजेपी के सीनियर नेताओं ने एक प्रेसवार्ता कर आम आदमी पार्टी और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बीजेपी के सीनियर लीडर अनिल सरीन, पूर्व सांसद और बीजेपी के लोकसभा उम्मीदवार रहे सुशील कुमार रिंकू ने इंडस्ट्री वालों को धमकाने के आरोप लगाए हैं। कहा कि इस बाबत हमने चुनाव आयोग को शिकायत दी है। AAP ने चुनाव प्रक्रिया की धज्जियां उड़ाई बीजेपी सीनियर लीडर अनिल सरीन ने आरोप लगाते हुए कहा कि, राज्य सरकार के मंत्री से लेकर हर नेता बीजेपी नेताओं को डरा धमका रहा है और पावर का गलत इस्तेमाल कर रही है। किसी भी सत्ता की पार्टी ने आज तक इतना धक्का नहीं किया। दुख की बात ये है कि ये सारा काम सीएम मान की देखरेख में हो रहा है। चुनाव प्रक्रिया की धज्जियां उड़ाई गई। बीजेपी सीनियर लीडर अनिल सरीन ने कहा कि, सीएम मान डरा सकते हैं, धमका सकते हैं। मगर वोटर सिर्फ अपने सहूलियत के साहिब से वोट देता है। बीजेपी के वोटरों को डराया धमकाया जा रहा है। इंडस्ट्रीज मालिकों को डराया गया कि आप बीजेपी को वोट नहीं दोगे। उन्हें कहा गया कि अगर आपके पास कोई वेस्ट हलके में रहने वाला व्यक्ति काम करता है तो उसकी लिस्टें मुहैया करवाए। 202 फैक्ट्रियों से लिस्ट ली गई बीजेपी सीनियर लीडर अनिल सरीन ने एक लिस्ट दिखाते हुए कहा कि, शहर की 202 फैक्ट्रियों से आम आदमी पार्टी ने लिस्ट लीं और उनमें काम करने वाले 10 हजार से ज्यादा वर्करों को धमकाया गया। फैक्ट्री वालों से उनके नाम, नंबर, एड्रेस तक लिए गए। जिससे वह उनके साथ संपर्क कर सकें। फैक्ट्री वाइज लिस्टें तैयार करवाई गई और उनकी लिस्ट ली गई। आम आदमी पार्टी ने इंडस्ट्री वालों को डराया और धमकाया। बीजेपी सीनियर लीडर अनिल सरीन ने कहा कि, इंडस्ट्री वालों को धमकाया गया, अगर आप चुनाव हारी तो आपकी फैक्ट्री को ताला लग सकता है। डिपार्टमेंट के अधिकारी फैक्ट्रियों में जाकर लोगों को धमका रहे हैं। आम आदमी पार्टी पहले ही हार मान चुकी है।
चंडीगढ़ पर पंजाब-हरियाणा में टकराव:दोनों राज्यों के BJP नेता भी आमने-सामने; विज बोले- हिंदीभाषी क्षेत्र दो, सांसद बोलीं- चंडीगढ़ किसी की बपौती नहीं
चंडीगढ़ पर पंजाब-हरियाणा में टकराव:दोनों राज्यों के BJP नेता भी आमने-सामने; विज बोले- हिंदीभाषी क्षेत्र दो, सांसद बोलीं- चंडीगढ़ किसी की बपौती नहीं हरियाणा की नई विधानसभा के लिए चंडीगढ़ में जमीन देने को लेकर घमासान मच गया है। हरियाणा में भाजपा की सरकार है। इसके बावजूद पंजाब के भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ ने इसका विरोध जताया है। जाखड़ ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में दखल देकर जमीन की अलॉटमेंट रुकवाने की मांग की है। पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP), कांग्रेस और अकाली दल ने भी इसका विरोध किया है। वहीं हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने पंजाब CM भगवंत मान को लेकर कहा कि चंडीगढ़ पंजाब का तब है जब हिंदी भाषी क्षेत्र हरियाणा को दे दोगे। वहीं हरियाणा से भाजपा की राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने कहा कि चंडीगढ़ किसी एक की बपौती नहीं है। बता दें कि हरियाणा विधानसभा की नई बिल्डिंग बनाने के लिए केंद्र सरकार ने 11 नवंबर को गैजेट नोटिफिकेशन जारी किया है। हरियाणा को चंडीगढ़ के IT पार्क के पास जमीन मिली है, यह एरिया पंचकूला से सटा हुआ है। चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा के विवाद पर किसने क्या कहा… पंजाब BJP प्रधान बोले- चंडीगढ़ जमीन का टुकड़ा नहीं, लोगों की भावना
पंजाब भाजपा के प्रधान सुनील जाखड़ ने इस फैसले पर सख्त ऐतराज जताते हुए कहा- चंडीगढ़ हमारे लिए जमीन का टुकड़ा नहीं, इससे लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई है। प्रधानमंत्री ने पंजाब को अतीत में मिले घावों पर मरहम लगाने के कई प्रयास किए हैं, लेकिन हरियाणा को चंडीगढ़ में विधानसभा भवन के लिए अलग जगह अलॉट करने से लोगों को ठेस पहुंचेगी। उन्हें इस फैसले पर दोबारा विचार करना चाहिए। मंत्री विज बोले- पंजाब ने समझौता लागू नहीं किया
मंत्री अनिल विज बोले- ‘‘पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान साहब कहते हैं कि चंडीगढ़ हमारा है, लेकिन चंडीगढ़ तुम्हारा तब है, जब तुम हिंदी भाषी क्षेत्र हरियाणा को स्थानांतरित कर दोगे, जब हमें सतलुज यमुना लिंक (SYL) का पानी दे दोगे, जब तक ये नहीं देते हो तब तक इसके ऊपर हमारा अधिकार है। हम चंडीगढ़ में तभी तक बैठे हुए हैं, क्योंकि जो दोनों राज्यों के बीच समझौता हुआ है, पंजाब उसे लागू ही नहीं कर रहा है, तो चंडीगढ़ किस प्रकार से तुम्हारा हुआ’। अनिल विज ने आगे कहा-‘‘जिस समय पंजाब और हरियाणा अलग हुए, तो उस समय हरियाणा को इसमें (वर्तमान विधानसभा परिसर) एडजस्ट किया गया। अभी हरियाणा में 90 सदस्य हैं, अगला परिसीमन बनाया जाता है तो ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि 120 सदस्य हो जाएंगें। उन्होंने कहा कि वर्तमान विधानसभा में 120 सदस्यों के बैठने की जगह नहीं है, और जगह चाहिए और इस संबंध में पहले से ही हमने (हरियाणा) तैयारी कर दी थी’’। BJP सांसद किरण चौधरी बोलीं- पंजाब प्रधान की राजनीतिक मजबूरी
किरण चौधरी ने कहा- चंडीगढ़ यूनियन टेरिटरी है। यहां शुरू से हमारा 60:40 का रेश्यो था। हमें तो वह भी नहीं मिला। हमने चंडीगढ़ को 12 एकड़ जमीन दी है और उसकी एवज में 10 एकड़ में हमारी विधानसभा बन रही है। इसमें पंजाब और हरियाणा, दोनों की सीटें बढ़ेंगी। इस बिल्डिंग के अंदर काम नहीं हो सकता। उसके लिए फ्यूचर प्लानिंग की जा रही है। सुनील जाखड़ के बयान पर उन्होंने कहा कि उनकी राजनीतिक मजबूरी होगी। उन्हें पंजाब की बात करनी पड़ेगी। पंजाब की पूर्व AAP मंत्री बोलीं- कानूनी लड़ाई लड़ेंगे
पंजाब में AAP सरकार की पूर्व मंत्री व विधायक अनमोल गगन मान ने कहा कि हमारी सरकार इस मामले में पीछे नहीं हटेगी। इस फैसले के खिलाफ हर तरह की लड़ाई लड़ेंगे। धरने प्रदर्शन तक किए जाएंगे। वहीं, पंजाब की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार बाज नहीं आ रही है। जिस तरह की खबरें आ रही हैं कि चंडीगढ़ में हरियाणा को विधानसभा बनाने के लिए दस एकड़ जगह दी जा रही है। इसके बदले हरियाणा चंडीगढ़ प्रशासन को 12 एकड़ जगह पंचकूला में देगा। हरियाणा 12 एकड़ जगह चंडीगढ़ प्रशासन को देने की बजाय अपनी जगह पर विधानसभा बना ले। कांग्रेस प्रधान बोले- पंजाब के हक कमजोर करने की कोशिश
पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा- ऐसा करके केंद्र सरकार चंडीगढ़ पर उनका हक कमजोर करने की कोशिश में लगी हुई है। कांग्रेस नेता राज कुमार वेरका ने कहा कि केंद्र सरकार हमेशा पंजाब के हकों को छीनने में लगी रहती है, लेकिन इस बार इस चीज को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस चीज का हम विरोध और निंदा करते हैं। SAD बोली- चंडीगढ़ पर पंजाब का हक
शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता अर्शदीप सिंह कलेर ने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब के हकों पर यह बहुत बड़ा डाका है। हरियाणा चंडीगढ़ में एक अलग विधानसभा बनाने की तैयारी में है। चंडीगढ़ पंजाब का है। 22 गांवों को उजाड़ कर चंडीगढ़ बना है। हरियाणा को हमने लीज पर अपनी इमारतें दी हुई हैं। उन्होंने कहा कि जब से भगवंत मान पंजाब के सीएम बने हैं, तब से केंद्र सरकार पंजाब के हकों का हनन कर रही है। हरियाणा विधानसभा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें..
हरियाणा विधानसभा सत्र, SC आरक्षण में वर्गीकरण लागू, विज के जान को खतरा बताने पर हुड्डा बोले- गृहमंत्री बना दो, गवर्नर ने 2 घोषणाएं की हरियाणा विधानसभा सत्र के पहले दिन की कार्यवाही समाप्त हो गई है। अब सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे शुरू होगी। पहले दिन गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय का अभिभाषण हुआ। गवर्नर ने 2 बड़ी घोषणाएं की। इसके बाद गवर्नर के अभिभाषण पर चर्चा हुई। इस दौरान कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा ने मंत्री अनिल विज के जान को खतरा बताने वाले बयान का जिक्र किया। (पूरी खबर पढ़ें)
हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले बाहर आया राम रहीम:21 दिन की फरलो मिली; काफिले में संदिग्ध SUV घुसने से मचा हड़कंप, एक गिरफ्तार
हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले बाहर आया राम रहीम:21 दिन की फरलो मिली; काफिले में संदिग्ध SUV घुसने से मचा हड़कंप, एक गिरफ्तार हरियाणा में रोहतक की सुनारिया जेल से मंगलवार को बाहर आए डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के काफिले के आगे अचानक एक अनजान SUV गाड़ी ने आकर सनसनी फैला दी। काफिले के आगे गाड़ी रुक गई और 2 युवक उसमें से उतरकर भागे। संदिग्ध युवकों की एक्टिविटी देख पुलिस भी फौरन गाड़ी के पास आकर उसकी तलाशी ली। साथ ही भाग रहे युवकों का पीछा किया। उनमें से एक युवक को पुलिस ने पकड़ लिया, जबकि दूसरा भागने में कामयाब रहा। वहीं, गाड़ी की तलाशी लेने पर उसमें से नशीला पदार्थ बरामद हुआ। इस पर रोहतक के DSP विरेंद्र सिंह ने बताया है कि गाड़ी में बोरियां थीं, जिनमें डोडा पोस्त भरा था। एक आरोपी को काबू किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी राजस्थान से इसे लेकर आए हैं। पुलिस रिमांड में आरोपी से पूछताछ की जाएगी। साध्वियों के यौन शोषण और कत्ल केस में सजा काट रहा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम एक बार फिर जेल से बाहर आया है। हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उसकी 21 दिन की फरलो मंजूर हुई है। हालांकि, काफिले के आगे गाड़ी आने की घटना से राम रहीम का काफिला रुका नहीं। वह जेल से बाहर निकलने के बाद उत्तर प्रदेश के बागपत में बरनावा आश्रम पहुंच गया। बरनावा आश्रम में ही रहेगा राम रहीम
2 दिन पहले ही पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को कहा था कि वह राम रहीम को सोच-समझकर ही फरलो या पैरोल दे। इसके बाद सरकार ने राम रहीम को इस शर्त पर फरलो दी कि वह सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा में नहीं जाएगा। वह पूरे 21 दिन बागपत स्थित बरनावा आश्रम में रहेगा। बरनावा आश्रम पहुंचकर राम रहीम ने 23 सेकेंड का वीडियो जारी किया। जिसमें कहा- ”प्यारी साध संगत जी, आपके दर्शनों के लिए फिर से हाजिर हुए हैं। आप अपने-अपने घरों में रहना है। किसी ने यहां नहीं आना। जैसे ही सेवादार-जिम्मेदार आपको बताएंगे, उसी हिसाब से सेवा करनी है। सबको बहुत-बहुत आशीर्वाद।” इससे पहले 10 अगस्त को हाईकोर्ट ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) की याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें राम रहीम को बार-बार पैरोल या फरलो देने पर सवाल उठाए गए थे। हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार ऐसे मुद्दों पर निर्णय लेने में सक्षम है। पहले भी चुनाव से पहले बाहर आ चुका
राम रहीम का चुनाव से पहले जेल से बाहर आना नई बात नहीं है। इससे पहले भी उसे अलग-अलग चुनाव से पहले पैरोल-फरलो मिल चुकी है। वह हरियाणा के पंचायत चुनावों के अलावा पंजाब, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के विधानसभा चुनावों में बाहर आ चुका है। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में भी राम रहीम जेल से बाहर आना चाहता था। उसने कहा था कि मैं 14 दिन की पैरोल का हकदार हूं। हालांकि हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सरकार ने राम रहीम को पैरोल नहीं दे सकी। 2014 में भाजपा का किया था समर्थन
पंजाब में साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में अंतिम समय पर डेरा समर्थकों ने भाजपा का समर्थन किया था। इसका भाजपा और अकाली दल गठबंधन को फायदा मिला। हरियाणा में 2014 में हुए चुनाव में भाजपा की जीत में डेरे का बड़ा योगदान रहा। 2019 के चुनाव में बाबा के जेल जाने के बावजूद कई नेता, पूर्व विधायक और उम्मीदवार डेरे के संपर्क में थे। इसका उन्हें फायदा भी मिला। डेरा मैनेजर हत्याकांड में बरी हो चुका राम रहीम
वर्ष 2024 में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट राम रहीम सहित 5 लोगों को डेरा मैनेजर रणजीत सिंह हत्याकांड में बरी कर चुका है। 10 जुलाई 2002 को कुरुक्षेत्र के रहने वाले डेरे के मैनेजर रणजीत सिंह की गोली मारकर हत्या हुई थी। रणजीत सिंह के बेटे जगसीर सिंह ने जनवरी 2003 में हाईकोर्ट में याचिका दायर कर CBI जांच की मांग की थी। CBI कोर्ट ने अक्टूबर 2021 में राम रहीम समेत 5 आरोपियों को CBI कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी थी। हाईकोर्ट ने 27 मई 2024 को CBI का फैसला रद्द कर राम रहीम को बरी कर दिया था। ये खबरें भी पढ़ें… राम रहीम डेरा मैनेजर की हत्या के केस में बरी: हाईकोर्ट ने CBI कोर्ट का फैसला रद्द किया; पत्रकार हत्याकांड और साध्वी रेप केस में जेल में रहेगा पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम समेत 5 लोगों को डेरा मैनेजर रणजीत सिंह हत्याकांड में बरी कर दिया है। राम रहीम समेत 5 आरोपियों को CBI कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी थी। पूरी खबर पढ़ें…