होशियारपुर में गाड़ी ने एम्बुलेंस को टक्कर मार दी, जिससे 2 लोगों की मौत हो गई। घटना नेशनल हाईवे पर सद्दा चाक गांव के पास रात करीब 12 बजे की है। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि एम्बुलेंस हाईवे से उतरकर रेलवे फाटक से जा टकराई। एम्बुलेंस सांस के मरीज को ले जा रही थी। हादसे में एम्बुलेंस ड्राइवर दलविंदर सिंह (केंथा मोहल्ला, दसूहा निवासी) की मौके पर ही मौत हो गई। ड्राइवर बुरी तरह से एम्बुलेंस में फंस गया था, जिसे एसएसएफ पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। उसे काला बकरा के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं दसूहा सिविल अस्पताल से जालंधर रेफर किए गए ठाकुर कश्मीर सिंह (गांव सुंडियां, दसूहा निवासी) की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। एसएसएफ अधिकारी रंजीत सिंह के अनुसार, राहगीरों ने मरीज और उनके साथी को हादसे के तुरंत बाद अस्पताल पहुंचाया था। ड्राइवर के मोबाइल से परिजनों को सूचना दी गई और पोस्टमार्टम के बाद दोनों मृतकों के शव परिजनों को सौंप दिए गए। दोनों का अंतिम संस्कार उनके गांव में कर दिया गया। होशियारपुर में गाड़ी ने एम्बुलेंस को टक्कर मार दी, जिससे 2 लोगों की मौत हो गई। घटना नेशनल हाईवे पर सद्दा चाक गांव के पास रात करीब 12 बजे की है। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि एम्बुलेंस हाईवे से उतरकर रेलवे फाटक से जा टकराई। एम्बुलेंस सांस के मरीज को ले जा रही थी। हादसे में एम्बुलेंस ड्राइवर दलविंदर सिंह (केंथा मोहल्ला, दसूहा निवासी) की मौके पर ही मौत हो गई। ड्राइवर बुरी तरह से एम्बुलेंस में फंस गया था, जिसे एसएसएफ पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। उसे काला बकरा के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं दसूहा सिविल अस्पताल से जालंधर रेफर किए गए ठाकुर कश्मीर सिंह (गांव सुंडियां, दसूहा निवासी) की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। एसएसएफ अधिकारी रंजीत सिंह के अनुसार, राहगीरों ने मरीज और उनके साथी को हादसे के तुरंत बाद अस्पताल पहुंचाया था। ड्राइवर के मोबाइल से परिजनों को सूचना दी गई और पोस्टमार्टम के बाद दोनों मृतकों के शव परिजनों को सौंप दिए गए। दोनों का अंतिम संस्कार उनके गांव में कर दिया गया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में आज से ओपीडी पूरी तरह से बंद:मेडिकल एग्जामिनेशन भी नहीं होंगे; सिर्फ आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी
पंजाब में आज से ओपीडी पूरी तरह से बंद:मेडिकल एग्जामिनेशन भी नहीं होंगे; सिर्फ आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी पंजाब में आज (गुरुवार) से डॉक्टर हड़ताल का दूसरा पड़ाव शुरू हो गया है। आज से पूरे पंजाब में ओपीडी सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं। इतना ही नहीं, डॉक्टर किसी भी तरह का मेडिकल सर्टिफिकेट, चाहे वे ड्राइविंग के लिए हो या गन लाइसेंस व नौकरी के लिए, नहीं दिया जाएगा। सिर्फ आपातकालीन सेवाएं ही जारी रहेंगी। पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक 11 सितंबर को सरकार से सकारात्मक बातचीत का नोटिफिकेशन जारी नहीं होता, स्ट्राइक तय नियमानुसार ही चलेगी। 11 सितंबर को डॉक्टर और सरकार के बीच बैठक में कुछ बातों पर सहमीत बनी है। एसोसिएशन अस्पताल में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा और नियमित रूप से वेतन बढ़ोतरी के आदेश जारी करने को लेकर यह आंदोलन कर रहे हैं। 15 सितंबर तक चलेगा दूसरा चरण सरकार की तरफ से आश्वासनों के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल को 3 चरण में बदल था। जिसका पहला चरण पूरा हो चुका है। पहला चरण 9 से 11 सितंबर तक था, जिसमें सुबह 8 बजे से 11 बजे तक ओपीडी सेवाएं निलंबित रखीं गई थी। दूसरा चरण 12 से 15 सितंबर तक चलने वाला है। जिसमें ओपीडी सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। 16 सितंबर के बाद तीसरा चरण होगा। इसमें डॉक्टर ओपीडी के साथ-साथ मेडिकल लीगल करने से भी साफ मना कर देंगे। जानें क्या है दूसरा चरण डॉक्टरों की हड़ताल का दूसरा चरण 15 सितंबर तक जारी रहेगा। आज से ओपीडी पूरी तरह से बंद रहने वाली है। क्या सुविधाएं मिलेंगी और कौन सी नहीं – कोई वैकल्पिक ऑपरेशन नहीं होगा। – केवल सिजेरियन सेक्शन (वैकल्पिक और आपातकालीन दोनों) और जीवन रक्षक सर्जरी निर्बाध रूप से जारी रहेंगी। – केवल आपातकालीन इमजेंसी व एक्सीडेंट केस देखे जाएंगे। – किसी तरह का मेडिकल एग्जामिनेशन नहीं होगा। जिसमें आर्म लाइसेंस, सामान्य मेडिकल एग्जामिनेशन, भर्ती संबंधी मेडिकल एग्जामिनेशन नहीं होगा। – कोई वीआईपी/वीवीआईपी ड्यूटी नहीं होगी। – कोई डोप टेस्ट नहीं होगा। – कोई टेस्ट रिपोर्टिंग नहीं होगी, केवल डेंगू से संबंधित रिपोर्टिंग ही की जाएगी। – कोई विभागीय बैठक नहीं की जाएगी। – कायाकल्प मूल्यांकन भी नहीं किया जाएगा।
अमृतसर एयरपोर्ट पर ड्रोन मूवमेंट:3 घंटे फ्लाइट्स मूवमेंट को रोकना पड़ा; एयर इंडिया की फ्लाइट की लैंडिंग रोकी
अमृतसर एयरपोर्ट पर ड्रोन मूवमेंट:3 घंटे फ्लाइट्स मूवमेंट को रोकना पड़ा; एयर इंडिया की फ्लाइट की लैंडिंग रोकी पंजाब के अमृतसर स्थित श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोमवार रात संदिग्ध ड्रोन मूवमेंट के कारण 3 घंटे तक उड़ानों को रोकना पड़ा। ड्रोन मूवमेंट के चलते एयर इंडिया की दिल्ली- अमृतसर फ्लाइट को लैंडिंग की इजाजत नहीं दी गई और रात उसे वापस दिल्ली लौटना पड़ा। ड्रोन के कारण 10 से रात 1 बजे तक फ्लाइट्स की आवाजाही को रोक दिया गया। एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार 3 ड्रोन की मूवमेंट देखने को मिली। ये मूवमेंट रात 10.15 बजे से 11 बजे तक रही। इस बीच ड्रोन कभी एयरपोर्ट के ऊपर आता और कभी साइड पर चला जाता। इनमें दो ड्रोन राजासांसी साइड एयरपोर्ट की बाउंड्री के पास व टर्मिनल की बैकसाइड पर दिखाई दिए। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने आगे जानकारी दी तो सुरक्षा के लिहाज से उड़ानों की आवाजाही रोक दी गई। 20 मिनट फ्लाइट करती रही इंतजार, अंत में वापस लौटना पड़ा रात 10.30 बजे दिल्ली से आई एयर इंडिया की उड़ान 20 मिनट तक हवा में लटकी रही और ड्रोन के कारण क्लेयरेंस ना मिलने पर उसे वापस लौटना पड़ा। देर रात एयर ट्रेफिक क्लीयर होने के कारण ये फ्लाइट सुबह 4 बजे अमृतसर पहुंची। इसके अलावा इंडिगो की पुणे, इंडिगो की दिल्ली, एयर एशिया और बैटिक एयर की कुआलालंपुर उड़ानें देरी से टेकऑफ कर पाईं। इनके अलावा कई उड़ानें देर रात एक बजे के बाद ही रवाना हुईं। पुलिस और एजेंसियों ने रात को एयरपोर्ट के अंदर और बाहर सर्च अभियान भी चलाया। मंगलवार सुबह भी 2 बार सर्च अभियान चलाया गया। सर्च अभियान के दौरान ड्रोन सर्च करने में असफलता हासिल हुई। फ्लाइट्स के लिए खतरा हैं ड्रोन भारतीय एयरक्राफ्ट एक्ट के अनुसार हवाई अड्डे के 4 किमी के भीतर ड्रोन नहीं उड़ाया जा सकता। 20 किमी के एरिया में बिल्डिंग की हाइट को लेकर भी एयरपोर्ट अथॉरिटी से एनओसी लेनी पड़ती है। बिना परमिशन ड्रोन उड़ाने पर सजा और जुर्माने का प्रावधान है। प्लेन के इंजन में ड्रोन टकरा जाए तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है। एयरपोर्ट जैसे इलाकों में सिग्नल जैमर लगाए जाते हैं ताकि रिमोट व ड्रोन का कनेक्शन आपस में टूट जाए। चाइनीज ड्रोन बने चिंता चाइनीज छोटे ड्रोन चिंता का विषय बने हुए हैं। दरअसल, ये छोटे चाइनीज ड्रोन 4-5 किमी दूरी व ऊंचाई तक उड़ान भर सकते हैं। जैमर की सहायता से इन्हें गिराया जा सकता है, लेकिन इनकी कम आवाज व निची उड़ान के कारण ये रडार से बच जाते हैं। जितने समय में सुरक्षा एजेंसियां चौकस होती हैं, ये ड्रोन वापस अपने पायलट के पास पहुंच जाता है। तीन बार ड्रोन मूवमेंट के बारे में सुना, कंफर्म नहीं है एयरपोर्ट के कार्यकारी डायरेक्टर संदीप अग्रवाल ने बताया कि सोमवार रात 3 ड्रोन मूवमेंट्स का पता चला है। अभी कुछ कंफर्म नहीं है। रात 1 बजे फ्लाइट्स का आवागमन दोबारा शुरू हो गया था। एक उड़ान डायवर्ट होने के साथ 4 उड़ानें देरी से गई। वहीं, एसीपी नॉर्थ मनिंदर सिंह ने बताया कि एयरपोर्ट के अंदर व आसपास ड्रोन एक्टिविटी की जानकारी मिली थी। जांच की गई। जांच में ड्रोन एक्टिविटी को लेकर कुछ सामने नहीं आया है। कहीं जन्माष्टमी कार्यक्रम के दौरान ड्रोन न उड़ाया गया हो। इस एंगल से भी जांच की जा रही है। फिलहाल लिखित में कोई शिकायत नहीं आई है, लेकिन जांच चल रही है। दो सालों में तीन घटनाएं आई सामने 29 सितंबर 2023: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के एयरपोर्ट पर दो विमानों के बीच अचानक से ड्रोन उड़ने लगा। 19 नवंबर 2023: मणिपुर में रनवे के पास ड्रोन की सूचना मिली। इंफाल हवाई अड्डे पर 3 उड़ानें तीन घंटे खड़ी रहीं। दो उड़ानों को डायवर्ट किया गया। 3 मार्च 2023: गया प्रशासन को चिट्ठी मिली। लिखा था कि एयरपोर्ट को ड्रोन से उड़ा दिया जाएगा। इसके बाद गया एयरपोर्ट की सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी।
तरनतारन में सर्वसम्मति से चुने सरपंच की हत्या:पहले जीत की दी बधाई, फिर मारी गोलियां, 2 घायल, 3 हमलावरों ने की वारदात
तरनतारन में सर्वसम्मति से चुने सरपंच की हत्या:पहले जीत की दी बधाई, फिर मारी गोलियां, 2 घायल, 3 हमलावरों ने की वारदात पंजाब के तरनतारन में सर्वसम्मति के साथ चुने गए सरपंच की गोलियां मार कर हत्या कर दी गई। मृतक राजविंदर सिंह उर्फ राज तलवंडी ब्लॉक पट्टी में जीत के बाद साथियों के साथ कार में सवार होकर अपने गांव जा रहे थे। गांव ठक्करपुरा के पास एक बाइक पर सवार 3 हमलावरों ने उन्हें गोलियां मार दी। गाड़ी में सवार उनके दो दोस्तों भी घायल हो गए। जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है। जानकारी के अनुसार राजविंदर सिंह अपने साथियों के साथ गांव की तरफ जा रहे थे। तभी बाइक पर सवार युवकों ने ठक्करपुरा में चर्च के पास उनकी कार रोकी और सरपंची की बधाई दी। इसके बाद उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। राजविंदर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई और दो अन्य लोग घायल हो गए। आम आदमी पार्टी का हासिल था समर्थन
राजविंदर सिंह को आम आदमी पार्टी का समर्थन हासिल था। राजविंदर को गांव तलवंडी मोहर सिंह (एससी) का निर्विरोध सरपंच घोषित किया गया। घटना के बाद घायलों को अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। पुलिस हमलावरों की पहचान करने में जुट गई है। उसका कत्ल क्यों किया गया, इस बारे में जानकारियां हासिल की जा रही हैं। लालजीत भुल्लर ने जताया दुख
पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने गांव तलवंड़ी मोहर सिंह के नए बने सरपंच राजविंदर सिंह की हत्या किए जाने पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने आरोपियों को जल्द पकड़ने के आदेश भी जाहिर किए हैं। 2024 के सरपंच चुनावों में हत्या का ये पहला मामला सामने आया है।