136 वर्षों पुराना है एएमयू का ऐतिहासिक राइडिंग क्लब, छात्राएं भी करती है घुड़सवारी

136 वर्षों पुराना है एएमयू का ऐतिहासिक राइडिंग क्लब,  छात्राएं भी करती है घुड़सवारी

<p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh Muslim University:</strong> अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक मुस्लिम यूनिवर्सिटी राइडिंग क्लब की स्थापना ब्रिटिश शासन के दौरान नवाब मुहम्मद इस्माइल खान शेरवानी द्वारा 1889 में की गई थी. क्लब के दो प्रमुख सदस्य राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए जी-जान से तैयारी कर रहे हैं. गौरतलब है कि एएमयू देश का एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जिसमें खुद के द्वारा राइडिंग क्लब संचालित किया जाता है, जहां छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा के साथ-साथ घुड़सवारी का अभ्यास भी करते हैं. उसके बाद अलग-अलग जगह पर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का हुनर दिखाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस प्रतिष्ठित क्लब की स्थापना के समय नवाब मुजम्मिल खान सहित अन्य दानदाताओं ने इसे चार घोड़े भेंट किए और आर्थिक सहायता प्रदान की थी. वर्तमान में, यह क्लब विश्वविद्यालय की शान और सम्मान का प्रतीक बन चुका है. एएमयू की यूनिवर्सिटी गेम्स कमेटी के अंतर्गत आने वाले 15 खेल क्लबों में से राइडिंग क्लब सबसे पुराना और देशभर में दूसरा सबसे अधिक प्राचीन हॉर्स राइडिंग क्लब है, जिसमें कुल 20 घोड़े हैं. विशेष ऐतिहासिक बग्गी की अगर बात कही जाए तो राइडिंग क्लब के अंतर्गत एक ऐतिहासिक बग्गी भी मौजूद है, जिसे विश्वविद्यालय के विशेष कार्यक्रमों दीक्षांत समारोह और सर सैयद दिवस के दौरान प्रमुख अतिथियों के उपयोग में लाया जाता है. इस बग्गी में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और रामनाथ कोविंद भी बैठ चुके हैं. इस परंपरा ने क्लब की प्रतिष्ठा को और भी बढ़ा दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राइडिंग क्लब की सदस्यता और प्रशिक्षण</strong><br />क्लब के घुड़सवारी प्रशिक्षक इमरान खान के अनुसार, एएमयू के छात्र घुड़सवारी सीखने और प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए क्लब की सदस्यता लेते हैं. राइडिंग क्लब ने टेंट-पेगिंग में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है. हर वर्ष 500 से अधिक छात्र सदस्य बनने के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन केवल 150 छात्रों को चयनित किया जाता है. छात्रों को सुबह और शाम गहन प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे वे राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय का नाम रोशन करते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग लेंगे दो खिलाड़ी</strong><br />क्लब के प्रशिक्षक इमरान खान ने बताया कि क्लब के कप्तान मोहम्मद उमर खान और चंद्रकांत सिंह ने हाल ही में गाजियाबाद में राष्ट्रीय क्वालीफायर प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है. अब वे 15 से 23 फरवरी तक जालंधर में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा करेंगे. प्रतियोगिता की तैयारी के लिए वे सुबह-शाम 2 से 3 घंटे का नियमित अभ्यास कर रहे हैं. पदकों की शानदार उपलब्धि को लेकर क्लब के सदस्य चंद्रकांत सिंह ने साझा किया कि वे पिछले तीन-चार वर्षों से घुड़सवारी कर रहे हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>हाल ही में उन्होंने गाजियाबाद में राष्ट्रीय क्वालीफायर में भाग लिया, जहां उन्होंने 5 स्वर्ण, 3 रजत और 2 कांस्य पदक जीते. इसके अतिरिक्त, उन्होंने ऑल इंडिया टेंट पेगिंग प्रतियोगिता में पांचवां स्थान प्राप्त किया और अब भारतीय टीम के चयन ट्रायल्स के लिए भी चयनित हो चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यूनिवर्सिटी की छात्राएं भी ले रही हैं भाग</strong><br />राइडिंग क्लब में यूनिवर्सिटी की छात्राएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं. छात्राओं का कहना है कि स्कूल के दिनों से ही उनका सपना था कि वे एएमयू राइडिंग क्लब में शामिल होकर घुड़सवारी सीखें. अब वे क्लब की सदस्य बन चुकी हैं और प्रतिदिन सुबह-शाम अभ्यास कर रही हैं. क्लब के प्रशिक्षक और स्टाफ पूरी निष्ठा से उन्हें प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं. <a title=”इमरान खान” href=”https://www.abplive.com/topic/imran-khan” data-type=”interlinkingkeywords”>इमरान खान</a> के अनुसार, क्लब में टेंट पेगिंग, शो जंपिंग, हैगिस जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. वर्तमान में क्लब में 20 घोड़े हैं, जिनकी देखभाल अत्यंत सजगता और प्रेमपूर्वक की जाती है. यहां के प्रशिक्षु राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं और कई बार सेना के साथ प्रतिस्पर्धा कर चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एएमयू राइडिंग क्लब के कैप्टन मोहम्मद उमैर खान ने गुरुकुल, गाजियाबाद में आयोजित राष्ट्रीय क्वालीफायर टेंट पेगिंग प्रतियोगिता में असाधारण प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता. वे प्रतियोगिता के स्टार खिलाड़ी के रूप में उभरे और एएमयू दल के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर बने. उनके नेतृत्व में अम्मार सलमान और कृष्णकांत ने भी शानदार प्रदर्शन किया और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई. प्रदेश स्तर की टेंट पेगिंग चैंपियनशिप में भी उमैर खान ने व्यक्तिगत लांस वर्ग में स्वर्ण पदक, जबकि कृष्णकांत ने कांस्य पदक हासिल किया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अतिरिक्त, गाजियाबाद हॉर्स शो टेंट पेगिंग प्रतियोगिता में उमैर खान ने व्यक्तिगत तलवार वर्ग में कांस्य पदक जीता. एएमयू का मुस्लिम यूनिवर्सिटी राइडिंग क्लब न केवल विश्वविद्यालय की एक गौरवशाली परंपरा को बनाए रखे हुए है, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी अमिट छाप छोड़ रहा है. घुड़सवारी में रुचि रखने वाले छात्र-छात्राओं के लिए यह क्लब एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है. आगामी राष्ट्रीय चैंपियनशिप में क्लब के खिलाड़ी अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को और ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढे़ं: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/chairman-of-the-national-minority-commission-visited-violence-affected-area-sambhal-asp-shrishchandra-also-present-ann-2879020″><strong>संभल पहुंचे केंद्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष, जाना 24 नवंबर को हुई हिंसा का सच</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh Muslim University:</strong> अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक मुस्लिम यूनिवर्सिटी राइडिंग क्लब की स्थापना ब्रिटिश शासन के दौरान नवाब मुहम्मद इस्माइल खान शेरवानी द्वारा 1889 में की गई थी. क्लब के दो प्रमुख सदस्य राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए जी-जान से तैयारी कर रहे हैं. गौरतलब है कि एएमयू देश का एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जिसमें खुद के द्वारा राइडिंग क्लब संचालित किया जाता है, जहां छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा के साथ-साथ घुड़सवारी का अभ्यास भी करते हैं. उसके बाद अलग-अलग जगह पर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का हुनर दिखाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस प्रतिष्ठित क्लब की स्थापना के समय नवाब मुजम्मिल खान सहित अन्य दानदाताओं ने इसे चार घोड़े भेंट किए और आर्थिक सहायता प्रदान की थी. वर्तमान में, यह क्लब विश्वविद्यालय की शान और सम्मान का प्रतीक बन चुका है. एएमयू की यूनिवर्सिटी गेम्स कमेटी के अंतर्गत आने वाले 15 खेल क्लबों में से राइडिंग क्लब सबसे पुराना और देशभर में दूसरा सबसे अधिक प्राचीन हॉर्स राइडिंग क्लब है, जिसमें कुल 20 घोड़े हैं. विशेष ऐतिहासिक बग्गी की अगर बात कही जाए तो राइडिंग क्लब के अंतर्गत एक ऐतिहासिक बग्गी भी मौजूद है, जिसे विश्वविद्यालय के विशेष कार्यक्रमों दीक्षांत समारोह और सर सैयद दिवस के दौरान प्रमुख अतिथियों के उपयोग में लाया जाता है. इस बग्गी में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और रामनाथ कोविंद भी बैठ चुके हैं. इस परंपरा ने क्लब की प्रतिष्ठा को और भी बढ़ा दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राइडिंग क्लब की सदस्यता और प्रशिक्षण</strong><br />क्लब के घुड़सवारी प्रशिक्षक इमरान खान के अनुसार, एएमयू के छात्र घुड़सवारी सीखने और प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए क्लब की सदस्यता लेते हैं. राइडिंग क्लब ने टेंट-पेगिंग में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है. हर वर्ष 500 से अधिक छात्र सदस्य बनने के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन केवल 150 छात्रों को चयनित किया जाता है. छात्रों को सुबह और शाम गहन प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे वे राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय का नाम रोशन करते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग लेंगे दो खिलाड़ी</strong><br />क्लब के प्रशिक्षक इमरान खान ने बताया कि क्लब के कप्तान मोहम्मद उमर खान और चंद्रकांत सिंह ने हाल ही में गाजियाबाद में राष्ट्रीय क्वालीफायर प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है. अब वे 15 से 23 फरवरी तक जालंधर में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा करेंगे. प्रतियोगिता की तैयारी के लिए वे सुबह-शाम 2 से 3 घंटे का नियमित अभ्यास कर रहे हैं. पदकों की शानदार उपलब्धि को लेकर क्लब के सदस्य चंद्रकांत सिंह ने साझा किया कि वे पिछले तीन-चार वर्षों से घुड़सवारी कर रहे हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>हाल ही में उन्होंने गाजियाबाद में राष्ट्रीय क्वालीफायर में भाग लिया, जहां उन्होंने 5 स्वर्ण, 3 रजत और 2 कांस्य पदक जीते. इसके अतिरिक्त, उन्होंने ऑल इंडिया टेंट पेगिंग प्रतियोगिता में पांचवां स्थान प्राप्त किया और अब भारतीय टीम के चयन ट्रायल्स के लिए भी चयनित हो चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यूनिवर्सिटी की छात्राएं भी ले रही हैं भाग</strong><br />राइडिंग क्लब में यूनिवर्सिटी की छात्राएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं. छात्राओं का कहना है कि स्कूल के दिनों से ही उनका सपना था कि वे एएमयू राइडिंग क्लब में शामिल होकर घुड़सवारी सीखें. अब वे क्लब की सदस्य बन चुकी हैं और प्रतिदिन सुबह-शाम अभ्यास कर रही हैं. क्लब के प्रशिक्षक और स्टाफ पूरी निष्ठा से उन्हें प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं. <a title=”इमरान खान” href=”https://www.abplive.com/topic/imran-khan” data-type=”interlinkingkeywords”>इमरान खान</a> के अनुसार, क्लब में टेंट पेगिंग, शो जंपिंग, हैगिस जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. वर्तमान में क्लब में 20 घोड़े हैं, जिनकी देखभाल अत्यंत सजगता और प्रेमपूर्वक की जाती है. यहां के प्रशिक्षु राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं और कई बार सेना के साथ प्रतिस्पर्धा कर चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एएमयू राइडिंग क्लब के कैप्टन मोहम्मद उमैर खान ने गुरुकुल, गाजियाबाद में आयोजित राष्ट्रीय क्वालीफायर टेंट पेगिंग प्रतियोगिता में असाधारण प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता. वे प्रतियोगिता के स्टार खिलाड़ी के रूप में उभरे और एएमयू दल के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर बने. उनके नेतृत्व में अम्मार सलमान और कृष्णकांत ने भी शानदार प्रदर्शन किया और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई. प्रदेश स्तर की टेंट पेगिंग चैंपियनशिप में भी उमैर खान ने व्यक्तिगत लांस वर्ग में स्वर्ण पदक, जबकि कृष्णकांत ने कांस्य पदक हासिल किया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अतिरिक्त, गाजियाबाद हॉर्स शो टेंट पेगिंग प्रतियोगिता में उमैर खान ने व्यक्तिगत तलवार वर्ग में कांस्य पदक जीता. एएमयू का मुस्लिम यूनिवर्सिटी राइडिंग क्लब न केवल विश्वविद्यालय की एक गौरवशाली परंपरा को बनाए रखे हुए है, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी अमिट छाप छोड़ रहा है. घुड़सवारी में रुचि रखने वाले छात्र-छात्राओं के लिए यह क्लब एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है. आगामी राष्ट्रीय चैंपियनशिप में क्लब के खिलाड़ी अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को और ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.</p>
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