17 साल तक अपना ठिकाना बदलता रहा, फरार बदमाशको दिल्ली पुलिस ने पकड़ने में पाई कामयाबी

17 साल तक अपना ठिकाना बदलता रहा, फरार बदमाशको दिल्ली पुलिस ने पकड़ने में पाई कामयाबी

<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News:</strong> दिल्ली पुलिस की नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट की AATS टीम ने 17 साल से फरार एक बदमाश को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की है. यह आरोपी रात की चोरी के एक केस में वांछित था और कोर्ट की सुनवाई से बचने के लिए जम्मू-कश्मीर में छिपा हुआ था. आरोपी को 2007 में प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर (PO) घोषित किया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीपी नॉर्थ के मुताबिक दिल्ली पुलिस की नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट की AATS टीम ने अपराधियों की धरपकड़ के लिए एक विशेष अभियान चला रखा है. इस अभियान के तहत प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर्स, जमानत और पैरोल से फरार अपराधियों को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई. टीम में HC ओमप्रकाश डागर, HC पुनीत मलिक और HC सुमित शामिल थे, जो इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह और ACP अनिल कुमार की निगरानी में काम कर रहे थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये लोग हुए गिरफ्तार</strong><br />टीम को HC पुनीत मलिक के जरिए एक गुप्त सूचना मिली कि एक प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर दिल्ली के बवाना इलाके में छिपा हुआ है. इसके बाद टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इलाके में एक जाल बिछाया. आरोपी ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे मौके पर ही दबोच लिया गया. गिरफ्तार आरोपी की पहचान मजाहुल खान उर्फ हब्बू (45 साल), निवासी संजय अमर कॉलोनी, दिल्ली के रूप में हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मजाहुल खान को 2000 में रात की चोरी के एक केस (FIR नंबर 228/2000) में गिरफ्तार किया गया था. उस पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 457/380/34 के तहत मामला दर्ज था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बार-बार अपना ठिकाना बदलता रहा</strong><br />डीसीपी के मुताबिक जेल से रिहा होने के बाद, मजाहुल खान ने बार-बार कोर्ट में पेश होने से मना कर दिया. इसके चलते 2007 में उसे दिल्ली के तीस हजारी कोर्टने प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर घोषित कर दिया. गिरफ्तारी से बचने के लिए वह दिल्ली और जम्मू-कश्मीर में बार-बार अपना ठिकाना बदलता रहा. आखिरकार, पुलिस की मेहनत और गुप्त जानकारी के दम पर उसे 09 जनवरी 2025 को बवाना से गिरफ्तार कर लिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>फिलहाल गिरफ्तारी के बाद, आरोपी को PS तिमारपुर में धारा 35.1(D) BNSS के तहत गिरफ्तार किया गया और समय पर कोर्ट में पेश किया गया. साथ ही, PS बाड़ा हिंदू राव के SHO को भी सूचना दी गई, ताकि आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”‘8 फरवरी को दिल्ली में राम भक्तों की…’, करावल नगर से प्रत्याशी बनाए जाने पर कपिल मिश्रा की हुंकार” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-assembly-election-2025-kapil-mishra-reaction-after-getting-ticket-from-bjp-ann-2861231″ target=”_self”>’8 फरवरी को दिल्ली में राम भक्तों की…’, करावल नगर से प्रत्याशी बनाए जाने पर कपिल मिश्रा की हुंकार</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News:</strong> दिल्ली पुलिस की नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट की AATS टीम ने 17 साल से फरार एक बदमाश को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की है. यह आरोपी रात की चोरी के एक केस में वांछित था और कोर्ट की सुनवाई से बचने के लिए जम्मू-कश्मीर में छिपा हुआ था. आरोपी को 2007 में प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर (PO) घोषित किया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीपी नॉर्थ के मुताबिक दिल्ली पुलिस की नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट की AATS टीम ने अपराधियों की धरपकड़ के लिए एक विशेष अभियान चला रखा है. इस अभियान के तहत प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर्स, जमानत और पैरोल से फरार अपराधियों को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई. टीम में HC ओमप्रकाश डागर, HC पुनीत मलिक और HC सुमित शामिल थे, जो इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह और ACP अनिल कुमार की निगरानी में काम कर रहे थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये लोग हुए गिरफ्तार</strong><br />टीम को HC पुनीत मलिक के जरिए एक गुप्त सूचना मिली कि एक प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर दिल्ली के बवाना इलाके में छिपा हुआ है. इसके बाद टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इलाके में एक जाल बिछाया. आरोपी ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे मौके पर ही दबोच लिया गया. गिरफ्तार आरोपी की पहचान मजाहुल खान उर्फ हब्बू (45 साल), निवासी संजय अमर कॉलोनी, दिल्ली के रूप में हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मजाहुल खान को 2000 में रात की चोरी के एक केस (FIR नंबर 228/2000) में गिरफ्तार किया गया था. उस पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 457/380/34 के तहत मामला दर्ज था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बार-बार अपना ठिकाना बदलता रहा</strong><br />डीसीपी के मुताबिक जेल से रिहा होने के बाद, मजाहुल खान ने बार-बार कोर्ट में पेश होने से मना कर दिया. इसके चलते 2007 में उसे दिल्ली के तीस हजारी कोर्टने प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर घोषित कर दिया. गिरफ्तारी से बचने के लिए वह दिल्ली और जम्मू-कश्मीर में बार-बार अपना ठिकाना बदलता रहा. आखिरकार, पुलिस की मेहनत और गुप्त जानकारी के दम पर उसे 09 जनवरी 2025 को बवाना से गिरफ्तार कर लिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>फिलहाल गिरफ्तारी के बाद, आरोपी को PS तिमारपुर में धारा 35.1(D) BNSS के तहत गिरफ्तार किया गया और समय पर कोर्ट में पेश किया गया. साथ ही, PS बाड़ा हिंदू राव के SHO को भी सूचना दी गई, ताकि आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”‘8 फरवरी को दिल्ली में राम भक्तों की…’, करावल नगर से प्रत्याशी बनाए जाने पर कपिल मिश्रा की हुंकार” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-assembly-election-2025-kapil-mishra-reaction-after-getting-ticket-from-bjp-ann-2861231″ target=”_self”>’8 फरवरी को दिल्ली में राम भक्तों की…’, करावल नगर से प्रत्याशी बनाए जाने पर कपिल मिश्रा की हुंकार</a></strong></p>  दिल्ली NCR ‘अपने दफ्तर में तैयार किए कागज को BJP बता रही CAG की रिपोर्ट’, AAP का बड़ा आरोप