जालंधर | तकनीकी शिक्षा का प्रसार करने के लिए केंद्र सरकार ने नई योजना पर काम शुरू किया है। राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम के जरिये योजना को लागू किया गया है। अब कारोबारी संघ, प्राइवेट कंपनी, शैक्षणिक संस्थान, अन्य संस्थान अपना स्किल डेवलपमेंट सेंटर खोल सकते हैं। इसके लिए न्यूनतम 2000 वर्ग-फीट बिल्डअप एरिया वाली इमारत होनी चाहिए। यह केंद्र सरकार पीपीपी मोड पर संचालित करेगी। राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम ने योजना के तहत अर्जी लेने का कार्य शुरू कर दिया है। जो लोग पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर स्किल डेवलपमेंट सेंटर संचालित करना चाहते हैं, उन्हें निगम को 5900 की आवेदन राशि के साथ अर्जी देनी है। जारी लेटर में कहा गया है कि 30 दिन के अंदर यह अर्जियां देनी होगी। पंजाब में अलग-अलग जिलों में अलग-अलग प्रकार की इंडस्ट्री स्थापित है। इनमें अलग-अलग तकनीकी स्टाफ की आवश्यकता होती है, उसी के अनुसार ट्रेनिंग दी जा सकेगी। जालंधर | तकनीकी शिक्षा का प्रसार करने के लिए केंद्र सरकार ने नई योजना पर काम शुरू किया है। राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम के जरिये योजना को लागू किया गया है। अब कारोबारी संघ, प्राइवेट कंपनी, शैक्षणिक संस्थान, अन्य संस्थान अपना स्किल डेवलपमेंट सेंटर खोल सकते हैं। इसके लिए न्यूनतम 2000 वर्ग-फीट बिल्डअप एरिया वाली इमारत होनी चाहिए। यह केंद्र सरकार पीपीपी मोड पर संचालित करेगी। राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम ने योजना के तहत अर्जी लेने का कार्य शुरू कर दिया है। जो लोग पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर स्किल डेवलपमेंट सेंटर संचालित करना चाहते हैं, उन्हें निगम को 5900 की आवेदन राशि के साथ अर्जी देनी है। जारी लेटर में कहा गया है कि 30 दिन के अंदर यह अर्जियां देनी होगी। पंजाब में अलग-अलग जिलों में अलग-अलग प्रकार की इंडस्ट्री स्थापित है। इनमें अलग-अलग तकनीकी स्टाफ की आवश्यकता होती है, उसी के अनुसार ट्रेनिंग दी जा सकेगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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फरीदकोट में पंथक संगठनों की विरोध की घोषणा:इमरजेंसी फिल्म को लेकर रोष, चार में से किसी सिनेमाघर में नहीं चली
फरीदकोट में पंथक संगठनों की विरोध की घोषणा:इमरजेंसी फिल्म को लेकर रोष, चार में से किसी सिनेमाघर में नहीं चली पंजाब के फरीदकोट जिले में भी कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी को लेकर पंथक संगठनों में रोष पाया जा रहा है। जिले के चार सिनेमा घरों में से किसी भी स्थान पर यह फिल्म प्रदर्शित नहीं की जा रही, लेकिन फरीदकोट के पंथक संगठनों ने ऐलान किया हुआ है कि यदि किसी जगह पर इस फिल्म को प्रदर्शित किया गया, तो उसका कड़ा विरोध किया जाएगा। फिल्म को नहीं किया जाएगा प्रदर्शित : शरणजीत फरीदकोट जिले में कुल 4 सिनेमा घर ( 2 फरीदकोट व 2 कोटकपूरा) है और इनमें से किसी भी सिनेमा घर में शुक्रवार को रिलीज हुई कंगना रनौत की विवादित फिल्म इमरजेंसी नहीं लगाई गई है। मामले में पथक नेता और ऑल इंडिया किसान यूनियन फतेह के प्रांतीय प्रधान शरणजीत सिंह सरां ने कहा कि फरीदकोट जिले में इस फिल्म को प्रदर्शित नहीं दिया जाएगा। सिखों के किरदार से छेड़छाड़ फिल्म में सिखों के किरदार के साथ छेड़छाड़ की गई है और धार्मिक भावनाओं को आहत करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि फरीदकोट के किसी सिनेमा घर में फिल्म को प्रदर्शित किया गया, तो वह फिल्म को जबरन बंद करवाने से गुरेज नहीं करेंगे।

पंजाब में 4 सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान:सुबह 7 बजे वोटिंग शुरू होगी; 45 उम्मीदवार, 2 सांसदों की पत्नियां भी मैदान में
पंजाब में 4 सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान:सुबह 7 बजे वोटिंग शुरू होगी; 45 उम्मीदवार, 2 सांसदों की पत्नियां भी मैदान में पंजाब में आज चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान होगा। इन सीटों में बरनाला, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल और गिद्दड़बाहा सीट शामिल हैं। सुबह 7 बजे से शाम छह बजे तक मतदान की प्रक्रिया चलेगी। इस दौरान सुरक्षा पहरा मजबूत रहेगा। सात लाख के करीब मतदाता वोट डालेंगे। इसके लिए 831 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। कुल 45 उम्मीदवार मैदान में हैं। अर्धसैनिक बल की 17 कंपनियां चारों हलकों में तैनात की गई हैं। वहीं छह हजार के करीब पंजाब पुलिस के जवान भी मोर्चा संभालेंगे। सारे बूथों पर लाइव वेब कास्टिंग होगी। डेरा बाबा नानक सीट में कुल 1 लाख 93 हजार 376 मतदाता हैं। 241 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 61 संवेदनशील हैं। चब्बेवाल (SC) में कुल 1 लाख 59 हजार 432 मतदाता हैं। 205 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 50 संवेदनशील हैं। गिद्दड़बाहा में 1 लाख 66 हजार 731 मतदाता हैं। यहां 173 मतदान केंद्र हैं, जिनमें 96 संवेदनशील है। जबकि बरनाला में 1 लाख 77 हजार 426 मतदाता हैं। यहां 212 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 37 संवेदनशील हैं। अकाली दल का वोट बैंक किंग मेकर
1992 के बाद पहली बार शिरोमणि अकाली दल चुनाव में हिस्सा नहीं ले रहा है। सुखबीर बादल को श्री अकाल साहिब ने तनखैया घोषित किया हुआ है। उन्होंने प्रधान पद से भी इस्तीफा दे दिया है। हालांकि इस चुनाव में अकाली दल का वोट बैंक किंग मेकर की भूमिका में रहेगा। इस बार आम आदमी पार्टी (AAP), कांग्रेस और बीजेपी में मुकाबला है। 4 सीटों पर BJP, कांग्रेस और AAP के उम्मीदवार डेरा बाबा नानक- यहां से जतिंदर कौर कांग्रेस की उम्मीदवार हैं। वह पूर्व उपमुख्यमंत्री व गुरदासपुर के सांसद सुखजिंदर रंधावा की पत्नी हैं। जबकि गुरदीप सिंह रंधावा (AAP) के उम्मीदवार हैं। वहीं भाजपा ने पूर्व शिरोमणि अकाली दल के नेता रवि करण सिंह काहलों को मैदान में उतारा है। उनके पिता विधानसभा स्पीकर रह चुके हैं। चब्बेवाल – AAP से सांसद डॉ. राजकुमार चब्बेवाल के बेटे इशांक उम्मीदवार हैं। उनके पिता पहले पहले यहां से विधायक रहे चुके हैं। कांग्रेस ने जिला बार एसोसिएशन के प्रधान रणजीत सिंह को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा के उम्मीदवार पूर्व SAD नेता व मंत्री रह चुके सोहन सिंह ठंडल हैं। बरनाला- इस सीट पर AAP से हरिंदर सिंह धालीवाल मैदान में हैं, जो कि सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर के करीबी हैं। इसी तरह भाजपा ने कांग्रेस छोड़कर आए व दो बार हलके के विधायक रह चुके केवल ढिल्लों व कांग्रेस कुलदीप सिंह काला ढिल्लों को उम्मीदवार बनाया है। गिद्दड़बाहा- कांग्रेस से पार्टी प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की पत्नी अमृता वड़िग उम्मीदवार हैं। जबकि AAP के उम्मीदवार हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों हैं। वहीं पूर्व सीएम स्वर्गीय प्रकाश सिंह बादल के भतीजे मनप्रीत भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इसलिए हो रहा है इन सीटों पर उपचुनाव
इन चारो सीटों पर उपचुनाव इसलिए हो रहा है, क्योंकि यहां के विधायक सांसद बने हैं। उनकी तरफ से विधायक पद से इस्तीफा दे दिया गया है। ऐसे में यह सीटें खाली हो गई थी। इसलिए यह चुनाव हो रहे हैं। पहले गिद्दड़बाहा से कांग्रेस के विधायक अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग थे। वह अब लुधियाना के सांसद बन गए हैं। इसी तरह चब्बेवाल से डॉ. राजकुमार चब्बेवाल पहले कांग्रेस के विधायक थे, लेकिन वह AAP की टिकट पर होशियारपुर से चुनाव जीतकर सांसद बने। इसी तरह डेरा बाबा नानक से पहले सुखजिंदर सिंह रंधावा विधायक थे। वह अब गुरदासपुर के सांसद हैं। इसी तरह बरनाला से पहले AAP नेता गुरमीत सिंह मीत हेयर विधायक थे। वह अब संगरूर से सांसद हैं। पार्टियों के लिए क्या चुनौतियां
AAP- राज्य की सत्ता पर ढाई साल से काबिज है। अगर इस चुनाव में पार्टी को जीत नहीं मिलती है तो विपक्षी दल उनको घेरने की कोशिश करेंगे। सरकार अपनी ढाई साल की उपलब्धियों को लेकर जनता के बीच गई थी। वहीं इसके बाद निकाय चुनाव हैं। ऐसे उन पर भी असर पड़ना तय है। कांग्रेस- 2022 के विधानसभा चुनाव में इन 4 सीटों में से कांग्रेस बरनाला को छोड़कर तीन पर विजयी रही थी। हालांकि बाद में राजकुमार चब्बेवाल AAP में शामिल हो गए थे। कांग्रेस को इन सीटों को बचाने की चुनौती है। भाजपा- भाजपा इसे 2027 की तैयारी मानकर चल रही है। हालांकि उसके लिए भी लोकसभा चुनाव में मिले 18 फीसदी वोट बैंक को बचाने की चुनौती है।

लुधियाना में करंट की चपेट में व्यक्ति:राजा वड़िंग की रैली से पहले दुकानों की छतों पर लगा रहा था झंडे, बुरी तरह झुलसा
लुधियाना में करंट की चपेट में व्यक्ति:राजा वड़िंग की रैली से पहले दुकानों की छतों पर लगा रहा था झंडे, बुरी तरह झुलसा पंजाब के लुधियाना में चुनाव से एक दिन पहले चुनावी रैली की तैयारी कर रहे युवक की करंट की चपेट में आने से उसका पूरा शरीर बुरी तरह झुलस गया। कांग्रेस कैंडिडेट अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की आज सुभाष नगर इलाके में रैली होनी थी। इस दौरान पूर्व पार्षद के पति मोनू खिंडा का एक कार्यकर्ता दुकानों की छतों पर कांग्रेस पार्टी के झंडे लगा रहा था। तारों के संपर्क में आने से इलाके में धमाका हो गया। धमाके के तुरंत बाद आस-पास के लोग इकट्ठा हो गए। लोगों ने उसे तारों से छुड़ाया। उसे नीचे उतारा गया और तुरंत प्राथमिक उपचार दिया गया लेकिन उसकी हालत बहुत खराब थी जिसके चलते उसे सीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया। व्यक्ति का नाम योगेश बताया जा रहा है। कांग्रेसी वर्कर के झुलसने से कार्यकर्ताओं में काफी नामोशी भी है।